Friday, March 28, 2014

अब चुनाव में नेताओं के संदेश भी लाएगा डाकिया

लोकसभा चुनाव की तैयारियों के साथ ही सभी राजनैतिक दल व नेता जनता तक पहुँचने की कवायद में लगे हुये हैं।  हर कोई जनता तक पहुँचना चाहता है। सोशल मीडिया से लेकर मोबाइल तक का इस्तेमाल इसके लिए किया जा रहा है। पर इनकी सीमित पहुँच और शब्दों की सीमा की आबद्धता आड़े आती है। ऐसे में इस चुनावी माहौल में डाक विभाग ने उम्मीदवारों को जनता से जोड़ने के लिए डायरेक्ट पोस्ट के रूप में एक नायाब तरीका उपलब्ध कराया है। डायरेक्ट पोस्ट के तहत बिना पता लिखी डाक को लक्षित जनता के दरवाजे तक पहुँचाया जाता है। ऐसे में यदि भाजपा को वोट दें, साइकिल पर मुहर लगाएँ या कांग्रेस का हाथ आपके साथ, ऐसे नारे लिखे पर्चे या अपीलें लेकर डाकिया आपके घर पहुँचे तो  हैरान होने की जरुरत नही। दरअसल अब नेताओं की बातें आप तक पहुँचाना उसकी  नौकरी में शामिल हो  गया है। डाक विभाग  यह काम मुफ्त में नही बल्कि व्यावसायिक नजरिये से पैसे लेकर करता है। ऐसी ही सेवाएँ प्रचार चाहने वाले अन्य कार्य-क्षेत्रों को भी दी जा रही हैं। 

इस संबध में इलाहाबाद परिक्षेत्र के निदेशक डाक सेवाएँ कृष्ण कुमार यादव ने बताया कि  इसके तहत राजनैतिक दल ही नहीं उत्पादन, निर्माण और  सेवा क्षेत्र  के निजी या सरकारी संस्थान भी  प्रचार के लिए इसका सहारा ले सकते हैं। मसलन किसी कम्पनी को अपने उत्पादों की खासियत उपभोक्ताओं तक पहुंँचानी या फिर कोई  धार्मिक-समाजिक संस्था अपनी बात लोगों तक पहुँचाना चाहती है तो उसके लिए डायरेक्ट पोस्ट एक सशक्त माध्यम है। इसके जरिये पर्चे, प्रचार, साहित्य, अपीलें ही नहीं सीडी और कैसेट भी मनचाहे क्षेत्रों में लोगों तक पहुँचाने का दायित्व डाक विभाग लेता है। 

निदेशक श्री यादव ने यह भी जोड़ा कि इस सेवा का लाभ लेने से पहले सम्बन्धित संस्थान या व्यक्ति को कुछ शर्तों का पालन सुनिश्चित करना होगा। जैसे कि भेजने वाला निश्चित पते पर सामग्री नही भेज सकता। बस उसे इतनी छूट होगी कि वह क्षेत्र निर्धारित कर दे। उन्होंने कहा कि वही सामग्री स्वीकार की जायेगी जो इंडियन आफिस एक्ट-1898 और इंडियन पोस्ट  आफिस रुल्स 1933 में निषिद्ध नहीं की गयी है। इस सेवा में विभाग 1,000 से कम संख्या में सामग्री स्वीकार नहीं करेगा। एक जिले में अर्थात स्थानीय वितरण कार्य के लिए डेढ रुपये प्रति नग और अन्य जगहों के लिए 2 रूपये  प्रति 20 ग्राम की दर से शुल्क वसूला जायेगा। 20 ग्राम से अधिक वजन होने पर प्रति 20 ग्राम तक 1 रूपये ज्यादा चार्ज  देने होंगें। शर्त यह भी है कि सामग्री का आकार ए-3 से अधिक न हो। 

डाक निदेशक श्री यादव का मानना है कि डाकिया द्वारा वितरित की गयी ऐसी सामग्री निश्चिततः ज्यादा विश्वसनीय होगी। गौरतलब है कि अक्सर काॅलेज, चैराहे या प्रमुख बाजारों में थोक के भाव पब्लिक में पंफलेट आदि बाँंटे जाते है। बमुश्किल ही वह उस वर्ग विशेष तक पहुँच पाती है, जिसके लिए उसे तैयार किया गया होता है। डाक विभाग की डायरेक्ट पोस्ट सेवा इसी खामी को दूर करते हुए लक्षित समूह तक प्रचार सामग्री को पहुँचाएगी।



Sunday, March 23, 2014

जब जेल से लिखा भगत सिंह ने पिताजी को पत्र

23 मार्च : आज ही के दिन  भगत सिंह, राजगुरु और सुखदेव ने देश की आजादी की ख़ातिर हँसते-हँसते फाँसी का फंदा चूम लिया था। उनकी शहादत रंग रंग लाई और देश आजाद हुआ।  पर किसने सोचा था कि यही आजाद देश उन्हें 'शहीद' का दर्जा तक नहीं दे पाएगा। आज भी किताबों में इन्हें उग्रवादी का दर्जा ही दिया जाता है। बहरी अंग्रेज सरकार को तो उन्होंने धमाकों से दहला कर अपनी आवाज़ सुना दी, पर आज उनकी आवाज़ कौन सुनेगा ?? .... खैर, सरकारी दस्तावेजों का क्या, आम जन की निगाह में तो ये सदैव शहीद क्रन्तिकारी ही बने रहेंगे।  आज इस दिन विशेष पर उन तीन महान आत्माओं को पुण्य श्रद्धांजलि और शत-शत नमन !!

यहाँ पर अमर शहीद सरदार भगत सिंह द्वारा अपने पिता को लिखे अंतिम पत्र को  पढ़कर उनके विचारों और मनोस्थिति को समझा जा सकता है -

पूज्य पिताजी,

मुझे यह जानकर आश्चर्य हुआ कि आपने स्पेशल ट्रिब्यूनल को मेरे बचाव के लिए प्रार्थना पत्र भेजा है। यह समाचार मेरे लिए इतना दु:खदायी था कि मैं इसे शांत रहकर सह नहीं सकता। इस समाचार ने मेरे हृदय की सारी शांति समाप्त कर दी। मेरी समझ में नहीं आता कि वर्तमान स्थिति में आप इस विषय पर किस प्रकार ऐसा प्रार्थना पत्र दे सकते हैं ?

आपके बेटा होने के नाते मैं आपकी भावनाओं एवं इच्छाओं का पूरा सम्मान करता हूं। परन्तु इसके साथ ही मैं समझता हूं कि आपको मेरे साथ परामर्श किए बिना मेरे विषय में कोई प्रार्थना पत्र देने का अधिकार न था। आप जानते हैं कि राजनीतिक क्षेत्र में मेरे विचार आपसे सर्वथा भिन्न है। मैं आपकी सहमति या असहमति का विचार किए बिना ही सदैव स्वतंत्रतापूर्वक कार्य करता हूं। मैंने कभी अपने बचाव के लिए स्पष्टीकरण देने की इच्छा प्रकट नहीं की और न मैंने कभी इस पर गंभीरतापूर्वक विचार ही किया था। यह बात गलत दृष्टिकोण का परिणाम थी या मेरे पास इन कार्यों के प्रमाण में उपस्थित करने के लिए कोई तर्क न था यह एक ऐसी बात है, जिस पर इस समय विचार नहीं किया जा सकता।

आप जानते हैं कि इस मुकदमें में हम एक निश्चित नीति पर चल रहे हैं। मेरा प्रत्येक कार्य उस नीति से मेरे सिध्दांतों से एवं हमारे कार्यक्रम से सामंजस्य रहते हुए होना चाहिए। आज परिस्थिति सर्वथा भिन्न है, परन्तु यदि परिस्थिति इसके अतिरिक्त कुछ और भी होती तो मैं अंतिम व्यक्ति होता जो अपना बचाव  उपस्थित करता। इस सारे मुकदमे में मेरे सामने एक ही विचार था और वह कि यह जानते हुए भी हमारे विरुध्द भयानक आरोप पत्र लगाए गए हैं। हम उस ओर से पूर्णतया अवहेलना की वृत्ति बनाए रखें। मेरा यह दृष्टिकोण रहा है कि समस्त राजनीतिक कार्यकर्ताओं को ऐसी दशा में अदालत की अवहेलना और उपेक्षा दिखानी चाहिए और उनको जो कठोर दण्ड दिया जाए, वह उन्हें हंसते-हंसते सहना चाहिए। इस पूरे मुकदमे के बीच हमारी नीति इस सिध्दांत पर आधारित हैं। हम ऐसा करने में सफल हुए हैं या नहीं, इसका निर्णय, करना हमारा काम नहीं है। हां, हम स्वार्थपरता को छोड़कर अपना काम करते रहे हैं।

वायसराय ने लाहौर षडयंत्र केस आर्डिनेस जारी करते हुए कहा था, इस षडयंत्र के अपराधी शांति सुव्यवस्था एवं कानून को समाप्त करने का प्रयत्न कर रहे थे। इससे जो वातावरण उत्पन्न हुआ, उसने हमें यह अवसर दिया कि हम जनता के समक्ष अपनी बात को उपस्थित करें। इस बात पर विभिन्न दृष्टिकोण हो सकते हैं। मगर इतना मूल्यवान नहीं हैं, जितना आप समझते हैं। कम-से-कम मेरे लिए इस जांच का महत्व नहीं है कि इसे सिध्दांतों की अमूल्य निधि बलिदान करके बचाया जाय हमारे साथियों ने सहमति नीति अपनायी है और हम एक-दूसरे के साथ अंतिम दम तक खड़े रहेंगे। हमें इस बात की चिंता नहीं है कि हमें व्यक्तिगत रूप से इस निश्चित का कितना मूल्य चुकाना पड़ता है। 

पिताजी, मैं बड़ी चिन्ता अनुभव कर रहा हूं। मुझे डर है कि आप पर दोष लगाते हुए इससे भी अधिक इस कार्य की निन्दा करते हुये मैं कहीं सभ्यता की सीमा न लांघ जाऊं तथा मेरे शब्द अधिक कठोर न हो जाए। फिर भी मैं स्पष्ट शब्दों में इतनी बातें अवश्य कहूंगा कि कोई दूसरा व्यक्ति मेरे प्रति इस प्रकार का कार्य करता तो मैं उसे देशद्रोही से कुछ कम न समझता, परन्तु आपके लिए मैं यह बात नहीं कह सकता। बस, इतना ही कहूंगा कि यह कम कमजोरी थी, निम्न कोटि की मानसिक दुर्बलता। यह एक ऐसा समय था जब हम सबकी परीक्षा हो रही थी। पिताजी, मैं यह कहना चाहता हं कि आप इस परीक्षा में असफल रहे।

- सरदार भगत सिंह 

Monday, March 10, 2014

डाक निदेशक कृष्ण कुमार यादव ने किया प्रतापगढ प्रधान डाकघर में सीबीएस का उद्घाटन

प्रतापगढ प्रधान डाकघर में कोर बैकिंग सोल्यूशन (सीबीएस) सेवा का उदघाटन 10 मार्च 2014 को इलाहाबाद परिक्षेत्र के निदेशक डाक सेवाएं श्री कृष्ण कुमार यादव द्वारा किया गया। इस अवसर पर फीता काटकर एवं दीप प्रज्जवलित कर प्रतापगढ प्रधान डाकघर के सीबीएस से जुड़ने का उन्होंने शुभारंभ किया। इसी के साथ उत्तर प्रदेश में इलाहाबाद परिक्षेत्र अपने तीनों पायलट डाकघरों (इलाहाबाद, वाराणसी कैंट और प्रतापगढ़ प्रधान डाकघर) को सीबीएस से जोड़ने वाला प्रथम परिक्षेत्र बन गया। 

 उदघाटन करते हुए इलाहाबाद परिक्षेत्र के निदेशक डाक सेवाएं श्री कृष्ण कुमार यादव ने कहा सीबीएस से जुड़ने के बाद एनीव्हेयर एनीटाइम बैंकिंग के तहत क्रमबद्ध रूप में धीरे-धीरे ग्राहकों को आन लाइन बैंकिंग,
मोबाइल बैंकिंग, नेट बैंकिंग और एटीएम इत्यादि का लाभ मिल सकेगा, जिससे प्रधान डाकघर के डेढ लाख से ज्यादा खाताधारक लाभान्वित होंगे। इसके तहत यह अब संचय पोस्ट के बजाय फिनैकल साफ्टवेयर पर काम होगा और मुम्बई  स्थित सेन्ट्रल सर्वर से प्रधान डाकघर सीधे जुड़ जायेगा, जिससे आॅनलाइन लेन-देन में सहूलियत होगी। निदेशक श्री कृष्ण कुमार यादव ने कहा कि प्रतापगढ प्रधान डाकघर में शीघ्र ही एटीएम सुविधा भी उपलब्ध करायी जायेगी। उन्होंने कहा कि अब सभी खाते 10 नंबरों के हो जायेंगे और सभी ग्राहकों को कम्प्यूटराइज्ड पासबुक मिलेगी। श्री यादव ने बताया कि वर्तमान में उत्तर प्रदेश में प्रतापगढ प्रधान डाकघर  को लेकर कुल 14 डाकघर सीबीएस के तहत कार्य करना आरंभ कर चुके हैं और पूरे भारत में सीबीएस के तहत माईग्रेटेड यह 70वाॅंँ डाकघर है।

प्रवर डाक अधीक्षक श्री ए.पी. तिवारी ने कहा कि प्रतापगढ में प्रतापगढ प्रधान डाकघर सीबीएस प्रणाली के तहत कार्य करने वाला प्रथम डाकघर है। प्रधान डाकघर के सीबीएस से जुड़ने पर यह देश के अन्य सीबीएस डाकघरों से जुड़ गया है। उन्होंने बताया कि शीघ्र ही मण्डल के चार डाकघरों कुण्डा, लालगंज, भगवा की चुंगी, और मकन्द्रूगंज डाकघरों को सीबीएस के तहत लाने का प्रयास किया जायेगा।

सहायक निदेशक (सीबीएस) श्री वी.डी.दुबे ने बताया कि अब बचत अभिकर्ताओं को भी सहूलियत होगी और वे पोर्टल पर जाकर घर बैठे लोगों का पैसा जमा कर सकेंगे और तद्नुसार उत्पन्न कोड डाकघर आकर बताने पर, वह लिंक हो जायेगा। यही नहीं अब अभिकर्ताओं का कमीशन उनके डाकघर बचत खाता में सीधे जायेगा। 

कार्यक्रम में सीनियर पोस्टमास्टर श्री आरएल राजभर, सहायक डाक अधीक्षक श्री राजेश शर्मा, डाक निरीक्षक श्री दीपक कुमार, एवं श्री आरके श्रीवास्तव, सहित तमाम अधिकारी एवं कर्मचारी व बचत अभिकर्तागण मौजूद रहे। 

Saturday, March 8, 2014

अख़बारों में भी छाया : सीबीएस से जुड़ा इलाहाबाद जीपीओ, एटीएम की सुविधा जल्द

सीबीएस से जुड़ा इलाहाबाद जीपीओ, एटीएम की सुविधा जल्द !
( दैनिक जागरण, 6 मार्च 2014)


इलाहाबाद जीपीओ में शुरू हुई कोर बैंकिंग !
(हिंदुस्तान, 6 मार्च 2014)




Core Banking Services for Post Office Account Holders
(Times of India, 6 March 2014)

(Cor banking now at Post Office)
(Hindustan Times : 6 march 2014)





Core banking services inaugurated in Allahabad GPO, ATM services soon

Post Office Savings Bank account holders of Allahabad Head Post office can now avail Core banking services as Allahabad head Post Office was migrated to CBS platform under I T Modernization Project of the Department of Posts on 5th March, 2014. Chief Post Master General, Uttar Pradesh Mr. Ashutosh Tripathi inaugurated CBS at Allahabad Head Post office in presence of Mr. M. E. Haque, Postmaster General, Allahabad Region and Mr. Krishna Kumar Yadav, Director Postal Services, Allahabad Region by unveiling plaque and lighting lamp. 

In his inaugural address Chief Postmaster General, Uttar Pradesh Circle, Mr. Ashutosh Tripathi said that as on date 10 Post Offices of Uttar Pradesh Circle have been migrated to Core Banking Solution, under the ambitious ‘IT Modernization Project-2012’ and Allahabad Head Post Office is the 11th CBS enabled office. It is a continuous endeavor of the Postal Department to provide best in class services to its customers, and CBS is a milestone in this regard. After linking with CBS any where any time Internet Banking, Mobile Banking etc. will also be provided sequentially. The work of Saving Scheme agents will also be facilitated after launch of Core Banking.  

Postmaster General, Allahabad Region, Mr. M. E. Haque said that after migration to CBS platform Allahabad Head Post Office will be linked to other CBS Post Offices of the country. He also said that our efforts are to link 17 Post Offices of Allahabad Region to CBS by the end of this March.

Mr. Krishna Kumar Yadav, Director Postal Services, Allahabad Region said that under Core banking, now transaction will be made under Finacle in place of Sanchay Post, and Allahabad Head Post Office will now be linked directly with Central Server at Mumbai, which will pave the way for online transaction in future. He further said that now new 10 digit account numbers will be allotted to all accounts and customers will get the facility of computerized passbook. He told that ATM facility will be provided at Allahabad HO soon. Mr. Yadav also said that later in this month Pratapgarh and Varanasi Cantt Head Post office, and later Allahabad Kutchery Head Post Office and Varanasi Head Post Office will be migrated in a planned way.

On this occasion Senior Superintendent of Post Offices, Mr. Rahmatullah, Senior Postmaster, Mr. O. B. Singh, Assistant Directors, Mr. M. P. Mishra and T. B. Singh, Inspector of Posts, Mr. Brijesh Sharma and Deepak Kumar, and Pankaj Maurya, R. K. Srivastava, Shadab Alam, Rajesh Singh, Abhishek Karan etc. and a number of employees, and Saving Scheme agents were present. 

कोर बैंकिंग सोल्यूशंस (CBS) के तहत उत्तर प्रदेश के 11वें डाकघर, इलाहाबाद प्रधान डाकघर के शामिल होने की खुशी केक के साथ. Inaugurated by Mr. Ashutosh Tripathi, Chief Postmaster General, UP Circle with Mr. M. E. Haque, PMG Allahabad and Krishna Kumar Yadav, Director Postal Services, Allahabad Region.

Allahabad Head Post Office migrated to CBS platform on 05th March, 2014. Inaugrated by Mr. Ashutosh Tripathi, Chief Postmaster General, UP Circle with Mr. M. E. Haque, PMG Allahabad and Krishna Kumar Yadav, Director Postal Services, Allahabad Region. 

India's 69th Post Office Goes Live on Core banking platform (CBS) at Allahabad Head Post Office on 05.03.2014. Inaugurated by Mr. Ashutosh Tripathi, Chief Postmaster General, UP Circle with Mr. M. E. Haque, PMG Allahabad and Krishna Kumar Yadav, Director Postal Services, Allahabad Region.


Tuesday, March 4, 2014

डाकघर बचत खाता, ATM ऑनलाइन

दुनिया की सबसे बड़ी डाक सेवा भारतीय डाक को प्रौद्योगिकी के स्तर पर उन्नत बनाते हुये डाक बचत खातों को कोर बैंकिंग सोल्यूशंस (सीबीएस) से जोड़ने और ग्राहकों के लिए एटीएम कार्ड जारी करने की शुरूआत कर दी गयी. इसके साथ ही डाक जीवन बीमा का आनलाइन परिचालन भी शुरू कर दिया गया है. संचार एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री कपिल सिब्ल ने यहां इंद्रप्रस्थ मुख्य डाकघर में एटीएम मशीन और डाकघर बचत खातों को ऑनलाइन करने की प्रौद्योगिकी कोर बैंकिंग सोल्यूशंस के साथ ही डाक जीवन बीमा के आन लाइन परिचालन की शुरूआत की. डाक एमटीएम धारक शीघ्र ही अपने कार्ड का उपयोग ऑनलाइन खरीद और दूसरी सेवाओं के लिए कर सकेंगें.

इस अवसर पर सिब्बल ने बताया कि पांच हजार करोड़ रूपये की लागत से डाकघरों को अत्याधुनिक प्रौद्योगिकी से जोड़ने की योजना के तहत यह संभव हो सका है. उन्होंने बताया कि मार्च 2014 तक देश के 700 डाकघर कोर बैंकिंग से जुडे जायेंगे और मार्च 2015 तक 23207 डाकघर इस नेटवर्क से जुड़ जायेंगे. जुलाई 2015 तक देश के 25 हजार डाकघर इसके दायरे में आ जायेगें और अगले कुछ वर्षों में देश के कार्यरत सभी 1.60 लाख डाकघरों में यह सेवा उपलब्ध होगी. उन्होंने बताया कि इसी तरह से अगले कुछ महीने में डाकघर के एक हजार एटीएम होंगे और मार्च 2015 तक यह संख्या बढ़कर 2800 हो जायेगी. 

सिब्बल ने उम्मीद जतायी कि देश के सभी डाकघरों के कोर बैंकिंग सोल्यूशंस से जुड़ने से किसानों और छोटे कारोबारियों को बहुत अधिक लाभ होगा, क्योंकि सरकार की योजना इसके माध्यम से किसानों को अपने उपज को बेचने और कारोबारियों को अपने उत्पाद बेचने में भी मददगार बनने की है. केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि देश के सभी डाकघरों के कोर बैंकिंग से जुड़ने के बाद देश के सकल घरेलू उत्पाद में दोगुने की बढ़ोतरी हो सकती है, क्योंकि ग्रामीण क्षेत्रों में आज भी कारोबारी और किसान घरो में रूपये रखते है, जो इसके बाद डाकघरों में जमा करायेंगे.

 इस मौके पर डाक सचिव पी गोपीनाथ ने बताया कि डाक विभाग को आधुनिक प्रौद्योगिकी के अनुरूप बनाने में टाटा कंसलटेंसी सर्विसेस, इंफोसिस, एनआईएसजी सिफी और असेंचर ने मदद की है. कोर बैंकिंग सोल्यूशंस के लिए इंफोसिस के फिनैकल का उपयोग किया गया है. उन्होंने बताया कि देश के अभी भारतीय डाक के चार एटीएम हो गये हैं, जिनमें से दो दिल्ली में है. अभी देश के 64 डाकघरों के 64 लाख खाते कोर बैंकिंग सोल्यूशंस से जुड़ चुके हैं. इनमें दिल्ली, उत्तर प्रदेश, तमिलनाडु, कर्नाटकमहाराष्ट्र, असम और आंध्र प्रदेश शामिल है. देश में 28 करोड़ डाक बचत खाते हैं. सीबीएस से जुड़े डाकघरों के बचत खाताधारक अब अपने खातों को किसी भी डाकघर में प्रचालन कर सकेंगे तथा खाता संबंधित सेवाओं का लाभ ले सकेंगे. डाकघर के ग्राहक को कहीं भी कभी भी बैंकिंग, नेट बैंकिंग, आरजीटीएसएनईएफटी की भी सुविधायें भी उपलब्ध हो सकेंगें. सीबीएस का उद्देश्य इंटरनेट, मोबाइल फोन तथा एटीएम के माध्यम से तीव्र एवं सुलभ बैंकिंग सेवायें उपलब्ध कराने की है.

दिल्ली परिमंडल के मुख्य पोस्टमास्टर जनरल वसुमित्र ने बताया कि मार्च 2014 तक दिल्ली के 86 डाकघर सीबीएस से जुड़ जायेंगे और जुलाई 2015 तक राजधानी के सभी 600 डाकघर इसके दायरे में आ जायेंगे. मार्च 2015 तक राजधानी के 386 डाकघर सीबीएस से जुड़ जायेंगे.

Sunday, March 2, 2014

Country's first Post Office Savings Bank ATM inaugurated in Chennai


The country's first Post Office Savings Bank ATM was inaugurated in Chennai on Thursday, 27th February 2014  by Finance Minister Mr. P. Chidambaram as part of the government's Rs 4,909 crore IT modernisation scheme for the Department of Posts.

After launching the ATM service at Thiyagaraya Nagar Head Post Office (HPO), Chidambaram said that Rs 4,909 crore had been allocated for the IT modernisation of Department of Posts in the interim budget for 2014-15. "The IT modernisation scheme is aimed at making Department of Posts a completely technology-oriented one and today's initiative is a step in that regard," he said. The IT modernisation scheme would cover 1.55 lakh Post offices and would be implemented by next year, he added. 

Speaking about the newly launched ATM service at the HPO, Chidambaram said that while it will initially operate in a closed environment for about six months, it will later change to 'inter-operability,' on the lines of bank ATMs, allowing customers to withdraw money from any ATM. 

About Department of Posts, Chidambaram said that while questions were being raised about its future, especially in the wake of dip in use of letters and postcards, it was adopting new strategies and was therefore on the growth path. Still a large number of people believe that Department of Posts is the best in courier and parcel delivery areas, he added. 

An official release said the T Nagar HPO ATM is the first in the country and "four more ATMs are ready for operations" in Delhi and Mumbai. "It is proposed to install 1,000 ATMs across the country in 2014. Another 1,800 ATMs will be added in 2015," it said. It added that Rs 700 crore has been earmarked for implementing Core Banking Solution (CBS) for Post office Savings Bank. As on date, 51 HPOs and 11 Sub-post offices have "migrated" covering 64 lakh accounts. By March 31, 2014, a total of 700 more post offices will be covered and all 26,840 post offices will be functional under CBS in another two years, it said.


 Mr. S. Samuel, Sr. Postmaster, T'Nagar HO with his POSB ATM card