Thursday, June 18, 2015

डाक विभाग द्वारा आबू रोड में आयोजित हुआ वृहद डाक मेला, डाक निदेशक कृष्ण कुमार यादव ने किया उद्घाटन

डाक विभाग द्वारा सिरोही मंडल के अधीन आबू रोड डाकघर में 17 जून 2015  को वृहद स्तर पर डाक मेले का आयोजन किया गया, जिसका उद्घाटन राजस्थान पश्चिमी क्षेत्र, जोधपुर  के निदेशक डाक सेवाएं श्री कृष्ण कुमार यादव ने किया। इस अवसर पर डाक जीवन बीमा के तहत लोगों का 3 करोड़ 52 लाख 50 हजार एवं ग्रामीण डाक जीवन बीमा के तहत 1 करोड़ 80 लाख रूपये का बीमा,  सुकन्या समृद्धि के तहत 4103 खाते  एवं अन्य बचत योजनाओं के 1 हजार  खाते, फिलेटली डिपॉजिट के 284 खाते खोले गये एवं साथ ही साथ माई स्टैम्प की 150 शीट बनाई गई। निदेशक डाक सेवाएं श्री कृष्ण कुमार यादव ने इस अवसर पर लोगों को मंच पर पासबुकें देकर उनके सुखी व समृद्ध भविष्य की कामना की।


डाक मेले का उद्घाटन करते हुये राजस्थान पश्चिमी क्षेत्र के निदेशक डाक सेवाएं श्री कृष्ण कुमार यादव ने कहा कि डाक विभाग का उद्देश्य समावेशी विकास के तहत शहरों के साथ-साथ सुदूर ग्रामीण अंचल स्थित लोगों को भी डाक बचत और बीमा योजनाओं के तहत लाना है। इसके तहत तमाम गाँवों  को बचत बैंक ग्राम और सम्पूर्ण ग्रामीण डाक जीवन बीमा ग्राम के तहत भी आच्छादित किया जा रहा है। डाक निदेशक श्री यादव  ने बीमा योजनाओं के संबंध में कहा कि ”डाक जीवन बीमा” में 6 योजनायें-सुरक्षा, संतोष, सुविधा, युगल सुरक्षा, सुमंगल व चिल्ड्रन पॉलिसी हैं। इसके तहत वर्तमान में सरकारी, अर्द्धसरकारी, सरकारी नियंत्रण वाली संस्थाओं  के कर्मी बीमा के पात्र हैं। इसके अलावा ग्रामीण लोगों के लिए ग्रामीण डाक जीवन बीमा सेवा है। डाक जीवन बीमा में 50 लाख और ग्रामीण डाक जीवन बीमा में 20 लाख रूपये तक का जीवन बीमा कराया जा सकता है।

 डाक निदेशक श्री कृष्ण कुमार यादव ने कहा कि डाकघरों को भी अब कोर बैंकिंग सोल्यूशन (सी.बी.एस.) से जोड़ा जा रहा है, जिससे कोई भी ग्राहक देश के किसी भी कोने में स्थित सी.बी.एस. डाकघर से अपना पैसा निकाल सकेगा। फिलहाल सिरोही मंडल में सिरोही व जालौर प्रधान डाकघर के अलावा माउन्ट आबू, आहोर, सांचौर, गुढाबालोतान डाकघरों को सी.बी.एस.से जोडा गया है।  शीघ्र ही आबू रोड सहित अन्य डाकघरों को भी सी.बी.एस.से जोडा जायेगा। इसके अलावा बीमा सेवा को भी मैककैमिश सॉफ्टवेयर के माध्यम से ऑनलाइन किया जा चुका है और पूरे राजस्थान राज्य में सिरोही प्रधान डाकघर में सर्वप्रथम यह 24 मार्च, 2014 को आरम्भ हुआ। इससे ग्रामीण स्तर पर भी बैंकिंग व बीमा क्षेत्रों में क्रान्तिकारी कदम का सूत्रपात होगा और डाकघरों के खाताधारक आने वाले दिनों में नेट बैंकिंग, मोबाइल बैंकिंग  एवं एटीएम सुविधाओं का लाभ उठा सकेंगे।

निदेशक डाक सेवाएं श्री यादव ने कहा कि डाकघरों में निवेश की तमाम योजनायें हैं, जिनमें बचत खाता, आवर्ती जमा, सावधि जमा, मासिक आय योजना, पी. पी. एफ., सीनियर सिटीजन सेविंग स्कीम, सुकन्या समृद्धि योजना एवं  राष्ट्रीय बचत पत्र व किसान विकास पत्र में निवेश किया जा सकता है। हाल ही में आरम्भ सुकन्या समृद्धि योजना के सम्बन्ध में उन्होंने कहा कि बेटियों की समृद्धि और खुशहाली में ही समाज का भविष्य टिका हुआ है। ऐसे में   'बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ' के तहत  बेटियों की उत्तम परवरिश, उच्च शिक्षा और उनके विवाह में सुविधा के लिए डाकघरों में यह योजना आरंभ की गयी है। 10 साल तक की बच्चियों के लिए आरम्भ इस योजना में एक वित्तीय वर्ष में न्यूनतम 1,000 और अधिकतम डेढ़ लाख रूपये तक जमा किये जा सकते हैं।  9.2 प्रतिशत ब्याज और आयकर छूट वाली इस योजना में  खाता खोलने से मात्र 14 वर्ष तक धन जमा कराना होगा।

डाक निदेशक श्री कृष्ण कुमार यादव ने इस अवसर पर उपस्थित युवाओं और बच्चों से रूबरू होते हुए उन्हें फिलेटली (डाक टिकट संग्रहण) से जुडने की अपील की और कहा कि  विभाग ने ”माई स्टैम्प” जैसी आकर्षक सेवा आरम्भ की है, जिसके तहत अब वे डाक टिकटों पर अपनी तस्वीर लगवा सकते हैं और इन डाक-टिकट लगे पत्रों को  देश भर में कहीं भी भेज  सकते  हैं। मात्र 300 रूपये में उपलब्ध इस सेवा में एक शीट में कुल 12 डाक-टिकटों के साथ फोटो लगाई जा सकती है। फिलहाल यह सुविधा माउन्ट आबू डाकघर में उपलब्ध है।

सिरोही मंडल के डाक अधीक्षक श्री देवा राम पुरोहित ने इस अवसर पर निदेशक और अतिथियों का स्वागत करते हुए कहा कि डाक विभाग का नेटवर्क काफी वृहद है और लोगों की सेवा के लिए हम प्रतिबद्ध हैं। डाक विभाग दिनों-ब-दिन अपनी सेवाओं को उन्नत बना रहा है और इसका फायदा समाज के हर वर्ग को मिलेगा।

 इस मौके पर कार्यक्रम की विशिष्ठ अतिथि डॉ0 भारती बंसल, एम.बी.बी.एस.,एम.एस. (स्त्री रोग विशेषज्ञ) लाइफ केअर हॉस्पिटल आबू रोड़ ने भी बताया कि डाक विभाग की सुकन्या समृद्धि योजना प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदीजी द्वारा शुभारम्भ किये गये  “बेटी बचाओं, बेटी पढाओ” अभियान को मूर्त रूप देने का एक सशक्त माध्यम है, जिसमें निवेश करके अभिभावक अपनी बच्चियों की उच्च्तर शिक्षा एवं विवाह आदि आवश्यकताओं को पूरा कर सकते हैं। 

इस अवसर पर उत्कृष्ट कार्य करने वाले सिरोही मण्ड़ल के कर्मचारियों को निदेशक डाक सेवाएँ श्री कृष्ण कुमार यादव द्वारा पारितोषिक प्रदान कर सम्मानित किया गया। इनमें श्री अशोक कुमार, शाखा डाकपाल सनवाड़ा, श्री राजेन्द्र कुमार वैष्णव, शाखा डाकपाल वीरवाड़ा, श्री शंकर लाल दमामी, शाखा डाकपाल सनवाड़ा को सुकन्या समृद्वि योजना के तहत् सर्वाधिक खाते खोलने बाबत एवं श्री अशोक कुमार, शाखा डाकपाल सनवाड़ा, श्री अहमद खान, शाखा डाकपाल जाम्बुरी, श्री मगनलाल, शाखा डाकपाल अचपुरा को ग्रामीण डाक जीवन बीमा में उत्कृष्ट प्रदर्शन बाबत पारितोषिक प्रदान किया गया।
      
कार्यक्रम का आभार ज्ञापन श्री मुकेश कुमार जांगिड़, निरीक्षक डाक आबू रोड़ और संचालन श्री तुलसी राम सैनी ने किया। इस अवसर पर सहायक डाक अधीक्षक सर्वश्री कालू राम प्रजापत, डाक निरीक्षक सर्वश्री राजेंद्र सिंह भाटी, पारस सुथार, पोस्टमास्टर श्री पी आर बोस सहित तमाम अधिकारी, कर्मचारी, बचत अभिकर्तागण व नागरिक उपस्थित रहे।



 भविष्य में डाकिया होगा ज्ञान का दूत 

Saturday, June 13, 2015

जोधपुर प्रधान डाकघर में फिलेटली एवं माई स्टैम्प मेला : माई स्टैम्प पर अपनी फोटो देखकर हर्षित हुए जोधपुरी

जोधपुर प्रधान डाकघर में अधीक्षक रेल डाक सेवा के तत्वाधान में फिलेटली एवं माई स्टैम्प मेले का आयोजन 13 जून को किया गया। मेले का उद्घाटन करते हुए मुख्य अतिथि के रूप  में राजस्थान पश्चिमी क्षेत्र, जोधपुर के निदेशक डाक सेवायें श्री कृष्ण कुमार यादव ने कहा कि हर डाक टिकट की अपनी एक कहानी है और इस कहानी को वर्तमान पीढ़ी के साथ जोड़ने की जरुरत है। उन्होंने कहा कि सामान्यतः डाक टिकट एक छोटा सा कागज का टुकड़ा दिखता है, पर इसका महत्व और कीमत दोनों ही इससे काफी ज्यादा है। डाक टिकट वास्तव में एक नन्हा राजदूत है, जो विभिन्न देशों का भ्रमण करता है एवम् उन्हें अपनी सभ्यता, संस्कृति और विरासत से अवगत कराता है। निदेशक श्री यादव ने कहा कि डाक टिकटों के द्वारा ज्ञान भी अर्जित किया जा सकता है। यह हमारी शिक्षा प्रणाली को और भी मजबूत बना सकते हैं। 

इस अवसर पर निदेशक डाक सेवायें श्री कृष्ण कुमार यादव ने माई स्टैम्प सेवा को युवाओं व बच्चों से जोड़ने की बात कही। उन्होंने कहा कि अब डाक टिकट पर आपकी फोटो भी हो सकती है और ऐसा संभव है डाक विभाग की ’’माई स्टैम्प’’ सेवा के तहत।  इस पर सिर्फ जीवित व्यक्तियों की ही तस्वीर लगाई जा सकती है। इसके तहत् अपनी तस्वीर वाले डाक-टिकट लगे पत्र देश भर में कहीं भी भेजे  जा सकते  हैं। इस सेवा का लाभ उठाने के लिए एक फार्म भरकर उसके साथ अपनी फोटो और रूपये 300/- करने होते हैं। एक शीट में कुल 12 डाक-टिकटों के साथ फोटो लगाई जा सकती है। उन्होंने कहा कि जोधपुर क्षेत्र में माई स्टैम्प की सेवा आरम्भ होने के बाद अब तक एक हजार से ज्यादा लोगांे ने माई स्टैम्प की शीट बनवाई है तथा गत वर्ष रूपये 55 लाख का राजस्व फिलेटली मद में अर्जित हुआ है। मेले के दौरान हवा महल एवं ताजमहल की थीम आधारित माई स्टैम्प उपलब्ध कराये गये। 

       
अधीक्षक रेल डाक सेवा श्री जेठमल जीनगर ने कहा कि रेलवे डाक सेवा के इतिहास में यह पहला अवसर है, जब फिलेटली को लेकर पहल की गई हो। उन्होंने बताया कि मेले के दौरान कुल 101 फिलेटलिक डिपाॅजिट एकाउन्ट खोले गये एवं 151 लोगों  ने माई स्टैम्प के तहत् अपनी डाक टिकटें बनवाई। इस अवसर पर फिलेटली एवं माई स्टाम्प के लिए लकी ड्राॅ खोला गया जिसमे प्रथम पुरस्कार विजेता श्री रमेश भाटी, द्वितीय पुरस्कार विजेता श्री ओमप्रकाश कटारिया एवं तृतीय पुरस्कार विजेता श्री काशीराम को समारोह के मुख्य अतिथि श्रीमान कृष्ण कुमार यादव निदेशक डाक सेवाएं प.क्षे. जोधपुर के हाथों पुरस्कार वितरण किया गया एवं फिलेटली एवं माई स्टाम्प में बेहतर प्रदर्शन करने वाले रेल डाक सेवा ‘एसटी‘ मण्डल के श्री जी. एल. तनेजा, श्री मोहम्मद रमजान, श्री निर्मल कुमार प्रजापति, श्री दीपक कुमार, श्री अरविन्द जीनगर को भी मुख्य अतिथि द्वारा पुरस्कृत किया गया।

       इस अवसर पर श्री क्षितिज महर्षि, सहायक प्रोफेसर, जेएनवीयू, जोधपुर श्री आर.के भूतड़ा, फिलेटेलिस्ट ने विशिष्ट अतिथि के रूप में विचार व्यक्त किये। 

इस अवसर पर प्रवर डाक अधीक्षक श्री पी.आर. कडे़ला, सीनियर पोस्टमास्टर श्री जयसिंह, सहायक अधीक्षक तरूण कुमार शर्मा, विनय खत्री, मूलसिंह, सुदर्शन सामरियां, दीपक कुमार, महेन्द्र सुथार, विजयसिंह सहित तमाम अधिकारी-कर्मचारी एवं फिलेटलिस्ट व बच्चे उपस्थित रहे।









 (साभार : राजस्थान पत्रिका, 14 जून 2015)
(साभार : नव ज्योति, 14 जून 2015)







अब डाकघरों से मंगाएं नदियों का पवित्र जल

आंध्र प्रदेश डाक परिमंडल  ने जून 2015 के पहले सप्ताह में यह घोषणा की कि वह 14 जुलाई से 25 जुलाई 2015 तक आयोजित किये जाने वाले पुष्करम त्योहार के दौरान गोद-जल (गोदावरी नदी का पानी) को बेचने का प्रबंध करेगी. गोदावरी में स्नान न कर पाने की स्थिति में आंध्र प्रदेश व तेलंगाना के किसी भी डाक घर से गोद-जल खरीदकर यह त्योहार मनाया जा सकता है. गोद-जल को शुद्ध कर के 500 मिलीलीटर पानी की बोतलों में आईएसआई मानकों के तहत 20 रूपए में बेचा जायेगा. इसे दो राज्यों के 95 डाकघरों, 2,360 उप डाकघरों तथा 13,611 शाखा डाकघरों के माध्यम से बेचा जायेगा. पानी आंध्रप्रदेश डाक विभाग की वेबसाइट www.appost/in/eshop द्वारा 14 जुलाई 2015 तक ऑनलाइन भी मंगाया जा सकता है. विदेशों में ऑर्डर करने के लिए वर्ल्ड नेट एक्सप्रेस तथा देश में ऑर्डर के लिए ईएमएस स्पीड पोस्ट द्वारा डिलीवरी की जाएगी.

आन्ध्र प्रदेश डाक विभाग द्वारा गोदावरी नदी के पानी को बेचे जाने का निर्णय इस कारण लिया गया क्योंकि नदी का अधिकतर बहाव दोनों राज्यों से होकर गुजरता है तथा इन दोनों राज्यों में पुष्करम त्योहार का विशेष महत्व है. गोदावरी महापुष्करम एक अदभुत त्योहार है जो प्रत्येक 144 वर्ष बाद मनाया जाता है. इसलिए श्रद्धालुओं के बीच इस दिन गोदावरी में स्नान करने को लेकर विशेष उत्साह देखा जाता है.गोदावरी नदी के पवित्र बोतल बंद जल का संक्षिप्त नाम गोदावरी जलम् के आधार गॉड जल रखा है। हालांकि यह मिनरल वाटर की तुलना में थोड़ा महंगा होगा। डाक विभाग आधा लीटर गॉड जल 20 रुपए में बेचेगा।

आंध्रप्रदेश व तेलंगाना सर्किल मुख्य महाडाकपाल बी.वी. सुधाकर ने कहा कि पवित्र जल को महाकुंभ के दौरान गोदावरी से निकाला जाएगा और उसे भारतीय मानक ब्यूरो के मानकों के हिसाब से राजमुंदरी की एक कंपनी द्वारा शुद्ध किया जाएगा। आंध्रप्रदेश सरकार ने डाक विभाग को इसकी 500 मिली बॉटलिंग की अनुमति दे दी है। अगर मांग में वृद्धि तो डाक विभाग 20 लाख बोतल तक उत्पादन बढ़ाने की तैयारी कर चुका है।आंध्र प्रदेश डाक विभाग की वेबसाइट पर जाकर ऑनलाइन आर्डर दे सकते हैं। दोनों राज्यों में आपूर्ति के लिए डाक विभाग कोई शुल्क नहीं लेगा लेकिन विदेशों में आपूर्ति के लिए ग्राहक को अतिरिक्त शुल्क का भुगतान करना पड़ेगा। 

Sunday, June 7, 2015

'बेटी बचाओं-बेटी पढाओ' के अन्तर्गत डाकघरों में आरम्भ सुकन्या समृद्धि योजना को लोगों ने लिया हाथों-हाथ

प्रधान मंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी द्वारा  'बेटी बचाओं-बेटी पढाओ' अभियान के अन्तर्गत बेटियों के भविष्य को ऊंची उड़ान दिलाने के लिए आरम्भ सुकन्या समृद्धि योजना को लोगों ने हाथों-हाथ लिया है और इसके तहत् डाकघरों में बेटियों के खूब खाते खुल रहे हैं।  

इस सम्बन्ध में जानकारी देते हुरा राजस्थान पश्चिमी क्षेत्र, जोधपुर के निदेशक डाक सेवाएं कृष्ण कुमार यादव ने बताया कि इसके लिए डाकघरों से लेकर स्कूल, काॅलेजों और पंचायतों तक जागरूकता शिविर और मेले लगाये गये जिसके फलस्वरूप जोधपुर परिक्षेत्र के अधीन डाकघरों में  60 हजार से ज्यादा बालिकाओं के खाते खोले गए और इनमें 11 करोड़ से ज्यादा की राशि जमा हुई । पूरे राजस्थान डाक परिमण्डल में जोधपुर क्षेत्र ने अब तक सर्वाधिक खाते खोलने का कीर्तिमान बनाया है । 

 निदेशक डाक सेवाएं कृष्ण कुमार यादव ने कहा कि बालिकाओं के सशक्तीकरण और खुशहाली की दिशा में डाकघर में शुरू की गई सुकन्या समृद्धि योजना  का उद्धेश्य बेटियों की शिक्षा, कैरियर एवं विवाह सम्बन्धी आर्थिक जरूरतों को पूरा करना है और इस रूप में  अभिभावकों के लिए यह वरदान साबित हुई है।  गौरतलब है कि सुकन्या समृद्धि योजना के तहत् 10 साल तक की बेटियों के खाते खोले जा सकते हैं और इसमें वर्तमान में 9.2 फीसदी  ब्याज देय है । प्रतिवर्ष न्यूनतम एक हजार रूपये एवं अधिकतम 1.50 लाख रूपये तक जमा की जा सकने वाली इस योजना में  खाता खोलने से  14 वर्ष तक धन जमा कराना होगा। बचत की बात करें तो सुकन्या समृद्धि योजना में निवेश करना पीपीएफ स्कीम से भी ज्यादा फायदेमंद साबित हो रहा है । 2015-16 के लिए सुकन्या समृद्धि योजना पर मिलने वाली ब्याज दर 9.2 फीसदी है जबकि कर बचत के लिए प्रसिद्ध स्कीम पीपीएफ पर यह 8.7 फीसदी मात्र है।

कुछ यूँ होगा फायदा  : यदि 2015 में कोई व्यक्ति बेटी के नाम 1,000 रुपए महीने से खाता खोलता है तो उसे 14 साल तक यानी 2028 तक हर साल 12 हजार रुपए डालने होंगे। एक अनुमान के तहत इस पर उसे यदि हर साल 9.1 फीसदी ब्याज भी मिलता रहेगा तो जब बच्ची 21 साल की होगी तो उसे 6,07,128 रुपए मिलेंगे। जबकि इन 14 सालों में खाते में कुल 1.68 लाख रुपए ही जमा करने पड़े। इसके अलावा बाकी के 4,39,128 रुपए ब्याज के हैं। इसी प्रकार यदि इसमें 14 वर्ष तक डेढ़ लाख रुपए प्रति वर्ष जमा करवाते हैं, तो योजना के संपूर्ण होने के पश्चात अंतत: लगभग 72 लाख रूपये मिलेंगे। 


अभिनव पहल : एक दिन में 2686 बच्चियों ने खोले सुकन्या समृद्धि खाते। पाली प्रधान डाकघर में आयोजित सुकन्या समृद्धि योजना मेले में 14 मई, 2015 को बच्चियों के साथ श्री कृष्ण कुमार यादव, निदेशक डाक सेवाएँ, राजस्थान पश्चिमी क्षेत्र, श्री एम एस खान जई, डाक अधीक्षक, पाली मंडल और अन्य। 










अभिनव पहल : एक दिन में 4000 बच्चियों ने खोले सुकन्या समृद्धि खाते। नागौर जनपद स्थित डिडवाना प्रधान डाकघर में आयोजित सुकन्या समृद्धि योजना मेले में 3 जून, 2015 को बच्चियों के साथ श्री कृष्ण कुमार यादव, निदेशक डाक सेवाएँ, राजस्थान पश्चिमी क्षेत्र, श्री बिहारी लाल , डाक अधीक्षक, नागौर  मंडल और अन्य। 













मोदी सरकार के एक वर्ष पूरे होने पर ''साल एक शुरुआत अनेक" की कड़ी में 'बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ' के अन्तर्गत 'हमारी बेटियाँ हमारा गौरव' के तहत सुकन्या समृद्धि योजना को लेकर विज्ञापन एवं दृश्य प्रचार निदेशालय (DAVP) द्वारा जारी पोस्टर में एक तस्वीर हमारी भी। यह चित्र वाराणसी में सुकन्या समृद्धि मेले के दौरान लिया गया था और इसे हमारे ब्लॉग "डाकिया डाक लाया" से लिया गया है।