Tuesday, November 10, 2015

देहरी पर दीप एक जलता रहे


पर्व है पुरुषार्थ का,
दीप के दिव्यार्थ का
देहरी पर दीप एक जलता रहे, 
अंधकार से युद्ध यह चलता रहे
हारेगी हर बार अंधियारे की घोर-कालिमा, 
जीतेगी जगमग उजियारे की स्वर्ण-लालिमा
दीप ही ज्योति का प्रथम तीर्थ है, 
कायम रहे इसका अर्थ, वरना व्यर्थ है
आशीषों की मधुर छांव इसे दे दीजिए, 
प्रार्थना-शुभकामना हमारी ले लीजिए। 
झिलमिल रोशनी में निवेदित अविरल शुभकामना , 
आस्था के आलोक में आदरयुक्त मंगल भावना !!

!! प्रकाश-पर्व दीपावली पर आप सभी को सपरिवार हार्दिक शुभकामनाएँ !!


Thursday, November 5, 2015

प्रधान डाकघरों में आज से आरम्भ होगी सॉवरेन गोल्‍ड बांड स्‍कीम की बिक्री, प्रधानमंत्री मोदी करेंगे शुभारम्भ


देश भर के प्रधान डाकघरों से आज सोने के नए विकल्‍प के रूप में पेश किए जा रहे सॉवरेन गोल्‍ड बांड स्‍कीम की बिक्री आरम्भ हो जाएगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी  5 नवंबर को आधिकारिक रूप से  सॉवरेन गोल्‍ड बांड स्‍कीम, गोल्‍ड मोनेटाइजेशन और  इंडिया गोल्‍ड कॉइन लॉन्‍च करेंगे। इसके तहत सभी भारतीय नागरिक 5 से 20 नवंबर के बीच बांड खरीदने के लिए आवेदन कर सकते हैं। गोल्‍ड बांड की बिक्री चुनिंदा डाकघरों और बैंकों के माध्‍यम से की जाएगी।  बांड 26 नवंबर को आवंटित किए जाएंगे। इस पर 2.75 फीसदी की दर से ब्‍याज मिलेगा और बांड की प्रति यूनिट सोने की कीमत आरबीआई ने 2684 रुपए प्रति ग्राम तय की है। गोल्‍ड बांड पर मिलने वाले ब्‍याज पर आपको टैक्‍स देना होगा।

गौरतलब है कि वित्‍त मंत्री अरुण जेटली ने इस साल बजट भाषण में सॉवरेन गोल्‍ड बांड लाने की घोषणा की थी। आधिकारिक जानकारी के अनुसार रिजर्व बैंक की सलाह के आधार पर सरकार ने गोल्‍ड बांड का पूरा खाका तैयार किया है। इस बांड की एक यूनिट एक ग्राम सोने के बराबर होगी। निवेशकों को न्यूनतम दो यूनिट खरीदनी होंगी। एक वित्त वर्ष में प्रति व्यक्ति न्यूनतम 2 ग्राम और अधिकतम 500 ग्राम सोने में निवेश किया जा सकेगा। देश में सोने के नए विकल्‍प के रूप में पेश किए जा रहे सॉवरेन गोल्‍ड बांड स्‍कीम पर सरकार ने सालाना 2.75 फीसदी ब्‍याज देने की घोषणा की है। यह स्‍कीम सिर्फ भारतीय निवेशकों के लिए होगी, जिसमें व्यक्तिगत तौर पर भी निवेश किया जा सकता है। इसके साथ ही अविभाजित हिन्दू परिवार, न्यास, विश्वविद्यालय और धमार्थ संस्थान भी निवेश कर सकते हैं। इसकी परिपक्वता अवधि 8 वर्ष होगी। लेकिन निवेशक पांच साल के बाद ही इसे दोबारा बेच सकेंगे। 

वित्‍त मंत्रालय के अनुसार गोल्‍ड बांड विभिन्‍न चरणों में जारी किया जाएंगे और इसकी तिथि पहले जारी की जाएगी। बांड का मूल्य भारतीय सर्राफा एवं आभूषण संघ लिमिटेड द्वारा जारी पिछले सप्ताह सोमवार से शुक्रवार के औसत बंद कीमत पर तय की जाएगी और इसको इसी मूल्य प्रणाली पर भुनाया जा सकेगा। निवेशक इलेक्ट्रॉनिक, नकद ,चेक या ड्राफ्ट के माध्‍यम से इसे खरीद सकते हैं। सरकार इसके बदले स्टॉक/ होल्‍डिंग सार्टिफिकेट जारी करेगी। सॉवरेन गोल्‍ड बांड को शेयर बाजारों में खरीदा और बेचा जा सकेगा।

सॉवरन गोल्‍ड बांड से जुड़ी खास बातें-

प्रोडक्‍ट का नाम–सॉवरन गोल्‍ड बांड

कौन-कौन खरीद सकता है–कोई भी भारतीय व्‍यक्ति, हिंदू अविभाजित परिवार(एचयूएफ), ट्रस्‍ट, यूनिवर्सिटी, चेरिटेबल संस्‍था।

किस रूप में मिलेगा बांड- बांड की एक यूनिट 1 ग्राम सोने के मूल्‍य के बराबर होगी। प्रत्‍येक निवेशक कम से कम 2 और अधिकतम 500 यूनिट हर साल खरीद सकता है।

कहां से खरीदें : बांड के लिए देश भर के बैंकों के साथ प्रधान डाकघरों में आवेदन कर सकते हैं।

कितना मिलेगा ब्‍याज : सरकार ने बांड के लिए 2.75 फीसदी सालाना ब्‍याज निर्धारित किया है।


Wednesday, November 4, 2015

नई भूमिकाओं के लिए तैयार हो रहा है डाक विभाग

डाक विभाग नई टेक्नालाजी और नई सेवाओं के साथ बदलते परिवेश में नई भूमिकाओं के लिए  तैयार हो रहा है। डाकघरों को भी अब कोर बैंकिंग सोल्यूशन (सी.बी.एस.) से जोड़ा जा रहा है, जिससे कोई भी ग्राहक देश के किसी भी कोने में स्थित सी.बी.एस. डाकघर से अपना पैसा निकाल सकेगा। उक्त उद्गार राजस्थान पश्चिमी क्षेत्र, जोधपुर के निदेशक डाक सेवाएं श्री कृष्ण कुमार यादव ने हनुमानगढ़ जंक्शन प्रधान डाकघर में 4 नवम्बर 2015  को डाक मेले का उद्घाटन करते हुए कहा। इस अवसर पर श्री यादव ने विभाग की सेवाओं के बारे में कहा कि डाकघरों में निवेश की तमाम योजनायें हैं, जिनमें बचत खाता, आवर्ती जमा, सावधि जमा, मासिक आय योजना, पी. पी. एफ., वरिष्ठ नागरिक बचत योजना, सुकन्या समृद्धि योजना एवं राष्ट्रीय बचत पत्र व किसान विकास पत्र में निवेश किया जा सकता है। 

हाल ही में आरम्भ सुकन्या समृद्धि योजना के सम्बन्ध में उन्होंने कहा कि बेटियों की समृद्धि और खुशहाली में ही समाज का भविष्य टिका हुआ है। ऐसे में बेटियों की उत्तम परवरिश, उच्च शिक्षा और उनके विवाह में सुविधा के लिए डाकघरों में यह योजना आरंभ की गयी है। 10 साल तक की बच्चियों के लिए आरम्भ इस योजना में एक वित्तीय वर्ष में न्यूनतम 1,000 और अधिकतम डेढ़ लाख रूपये तक जमा किये जा सकते हैं। 9.2 प्रतिशत ब्याज और आयकर छूट वाली इस योजना में  खाता खोलने से मात्र 14 वर्ष तक धन जमा कराना होगा। श्री यादव ने इस अवसर पर प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना और प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना के बारे में जानकारी देते हुए यह बताया कि अब डाक विभाग के बचत खाताधारक भी इससे जुड सकते है। निदेशक डाक सेवाएं श्री यादव ने बीमा योजनाओं के संबंध में कहा कि “डाक जीवन बीमा” में 6 योजनायें-सुरक्षा, संतोष, सुविधा, युगल सुरक्षा, सुमंगल व चिल्ड्रेन पालिसी हैं। इसके तहत वर्तमान में सरकारी/अर्द्धसरकारी, सरकारी नियंत्रण वाली संस्थाओं  के कर्मी बीमा के पात्र हैं। इसके अलावा ग्रामीण लोगों के लिए ग्रामीण डाक जीवन बीमा सेवा है। डाक जीवन बीमा में 50 लाख और ग्रामीण डाक जीवन बीमा में 20 लाख रूपये तक का जीवन बीमा कराया जा सकता है। डाक विभाग का उद्देश्य समावेशी विकास के तहत शहरों के साथ-साथ सुदूर ग्रामीण अंचल स्थित लोगों को भी डाक बचत और बीमा योजनाओं से जोडना है। 

डाक निदेशक श्री कृष्ण कुमार यादव ने कहा कि डाकघरों को भी अब कोर बैंकिंग सोल्यूशन (सी.बी.एस.) से जोड़ा जा रहा है, जिससे कोई भी ग्राहक देश के किसी भी कोने में स्थित सी.बी.एस. डाकघर से अपना पैसा निकाल सकेगा। हनुमानगढ़ जनपद के 22 डाकघरों में से 14 डाकघरों को सी.बी.एस. से जोड़ा जा चुका है। इसके अलावा डाक जीवन बीमा सेवा को भी मैककैमिश सॉफ्टवेयर के माध्यम से ऑनलाइन किया जा चुका है। इससे ग्रामीण स्तर पर भी बैंकिंग व बीमा क्षेत्रों में क्रान्तिकारी कदम का सूत्रपात होगा और डाकघरों के खाताधारक आने वाले दिनों में नेट बैंकिंग, मोबाइल बैंकिंग एवं एटीएम सुविधाओं का लाभ उठा सकेंगे। श्री यादव ने बताया कि डाक विभाग ने ऑनलाइन शापिंग के बढ़ते चलन के मद्देनजर ई-कामर्स के इस दौर में पार्सल सेवाओं के व्यापक बाजार में अपनी पैठ बढ़ाने हेतु “कैश -आन-डिलेवरी” सुविधा के साथ ‘बिजनेस पार्सल’ सेवा की शुरुआत की है।

श्रीगंगानगर मंडल के डाक अधीक्षक श्री भरत लाल मीणा ने इस अवसर पर कहा कि डाक विभाग दिनों-ब-दिन अपनी सेवाओं को उन्नत बना रहा है और इसका फायदा समाज के हर वर्ग को मिलेगा। डाक विभाग नित का नेटवर्क काफी वृहद है और लोगों की सेवा के लिए हम प्रतिबद्ध हैं। उन्होंने लोगों से डाक सेवाओं से अधिकाधिक जुड़ने की अपील की। श्री मीणा ने बताया कि डाक मेले के दौरान विभिन्न पोस्टमास्टरों द्वारा सौ से अधिक लोगों का सात करोड़ रूपये से अधिक का बीमा किया गया। इसके अलावा बचत योजनाओं के 2650 खाते और सुकन्या समृद्धि के तहत 550 खाते खोले गए। डाक निदेशक श्री कृष्ण कुमार यादव ने इस अवसर पर सुकन्याओं को मंच पर पासबुकें दे कर उनके सुखी व समृद्ध भविष्य की कामना की। इस मौके पर कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि श्री लक्ष्मी नारायण कस्वां, प्रधानाचार्य दून महाविद्यालय हनुमानगढ़ जंक्शन ने कहा कि डाक विभाग अपनी विश्वसनीयता और घर-घर तक पहुँच के चलते एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है।

कार्यक्रम के दौरान ही राजस्थान साहित्य परिषद, हनुमानगढ़ की तरफ से इसके संस्थापक एवं अध्यक्ष श्री दीनदयाल शर्मा, वरिष्ठ बाल साहित्यकार  और सचिव श्री राजेंद्र ढाल ने निदेशक डाक सेवाएं श्री कृष्ण कुमार यादव को प्रशासन के साथ-साथ साहित्य के क्षेत्र में उनके महत्वपूर्ण योगदान के लिए शाल ओढ़ाकर एवं प्रशस्ति पत्र देकर अभिनन्दन और सम्मानित किया। शर्मा ने कहा कि श्री कृष्ण कुमार यादव का हनुमानगढ़ में आगमन सिर्फ एक अधिकारी के रूप में ही नहीं बल्कि साहित्यकार, लेखक और ब्लॉगर के रूप में भी हुआ है और उनके कृतित्व से हम सभी अभिभूत हैं। इस अवसर पर दीनदयाल शर्मा ने डाक विभाग की सुकन्या समृद्धि योजना के सन्दर्भ में बेटियों से संबंधित कविता सुनाकर लोगों को भावुक कर दिया।

इस अवसर पर मेले में उत्कृष्ट कार्य करने वाले कर्मचारियों को निदेशक डाक सेवाएं श्री कृष्ण कुमार यादव द्वारा सम्मानित भी किया गया। इनमें हनुमानगढ़ उपमंडल के भंवरलाल शाखा डाकपाल पन्नीवाली, नथूराम शाखा डाकपाल मुन्डा एवं नोहर उपमंडल के दयानन्द बेनीवाल शाखा डाकपाल भिरानी, मनफूल राम शाखा डाकपाल हरदासवाली सम्मानित हुए।

इस अवसर पर सहायक अधीक्षक सर्वश्री जयसिंह वर्मा, देवी लाल सारण, डाक निरीक्षक राजेंद्र सिंह भाटी, मोहन लाल वर्मा, पोस्टमास्टर चरणजीत सिंह सहित तमाम अधिकारी, कर्मचारी, बचत अभिकर्तागण व नागरिकजन उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन जसपाल सिंह सेठी, परिवाद निरीक्षक ने किया।

राजस्थान पत्रिका (5 नवम्बर 2015)  : 
हर बाजी जीत बेटियाँ, घर में आकर हार जाती बेटियाँ 



दैनिक भास्कर (5 नवम्बर 2015) : 
सामाजिक बदलाव के साथ डाक विभाग भी हुआ हाईटेक - कृष्ण कुमार यादव 

Tuesday, November 3, 2015

डाक विभाग की बचत योजनाओं में निवेश द्वारा सामाजिक सरोकारों में भी वृद्धि

डाक विभाग का उद्देश्य समावेशी विकास के तहत शहरों के साथ-साथ सुदूर ग्रामीण अंचल स्थित लोगों को भी डाक बचत और बीमा योजनाओं के तहत लाना है। इसके तहत तमाम गाँवों को बचत बैंक ग्राम और सम्पूर्ण ग्रामीण डाक जीवन बीमा ग्राम के तहत भी आच्छादित किया जा रहा है। डाक विभाग की बचत योजनाओं में निवेश करके आप अपने सामाजिक सरोकारों में भी वृद्धि करते हैं, क्योंकि इन अल्प बचत योजनाओं से प्राप्त धनराशि को सरकारों द्वारा विकास कार्य हेतु उपयोग किया जाता है। उक्त उद्गार डाक विभाग द्वारा  श्रीगंगानगर जिले में 02 नवम्बर 2015  को आयोजित  डाक मेले का उद्घाटन करते हुए राजस्थान पश्चिमी क्षेत्र, जोधपुर  के निदेशक डाक सेवाएं  कृष्ण कुमार यादव ने व्यक्त किये। 

डाक विभाग की सेवाओं के बारे में बताते हुए निदेशक डाक सेवाएं  कृष्ण कुमार यादव ने कहा कि डाकघरों में निवेश की तमाम योजनायें हैं, जिनमें बचत खाता, आवर्ती जमा, सावधि जमा, मासिक आय योजना, पी. पी. एफ., वरिष्ठ नागरिक बचत योजना, सुकन्या समृद्धि योजना एवं राष्ट्रीय बचत पत्र व किसान विकास पत्र में निवेश किया जा सकता है। हाल ही में आरम्भ सुकन्या समृद्धि योजना के सम्बन्ध में उन्होंने कहा कि बेटियों की समृद्धि और खुशहाली में ही समाज का भविष्य टिका हुआ है। ऐसे में बेटियों की उत्तम परवरिश, उच्च शिक्षा और उनके विवाह में सुविधा के लिए डाकघरों में यह योजना आरंभ की गयी है। 10 साल तक की बच्चियों के लिए आरम्भ इस योजना में एक वित्तीय वर्ष में न्यूनतम 1,000 और अधिकतम डेढ़ लाख रूपये तक जमा किये जा सकते हैं। 9.2 प्रतिशत ब्याज और आयकर छूट वाली इस योजना में  खाता खोलने से मात्र 14 वर्ष तक धन जमा कराना होगा। श्री यादव ने इस अवसर पर प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना और प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना के बारे में जानकारी देते हुए यह बताया कि अब डाक विभाग के बचत खाताधारक भी इससे जुड सकते है। निदेशक डाक सेवाएं श्री यादव ने बीमा योजनाओं के संबंध में कहा कि” डाक जीवन बीमा”में 6 योजनायें-सुरक्षा, संतोष, सुविधा, युगल सुरक्षा, सुमंगल व चिल्ड्रेन पालिसी हैं। इसके तहत वर्तमान में सरकारी/अर्द्धसरकारी, सरकारी नियंत्रण वाली संस्थाओं  के कर्मी बीमा के पात्र हैं।इसके अलावा ग्रामीण लोगों के लिए ग्रामीण डाक जीवन बीमा सेवा है।डाक जीवन बीमा में 50 लाख और ग्रामीण डाक जीवन बीमामें 20 लाख रूपये तक का जीवन बीमा कराया जा सकता है।

डाक निदेशक  कृष्ण कुमार यादव ने कहा कि डाकघरों को भी अब कोर बैंकिंग सोल्यूशन (सी.बी.एस.) से जोड़ा जा रहा है, जिससे कोई भी ग्राहक देश के किसी भी कोने में स्थित सी.बी.एस. डाकघर से अपना पैसा निकाल सकेगा। फिलहाल श्रीगंगानगर मण्डल के कुल 57 डाकघरों में से 40 डाकघरों को सी.बी.एस. प्लेटफार्म पर माईग्रेट किया जा चुका है। शीघ्र ही बचे हुए डाकघरों को भी सी.बी.एस. से जोडा जायेगा। इसके अलावा बीमा सेवा को भी मैककैमिश सॉफ्टवेयर के माध्यम से ऑनलाइन किया जा चुका है। इससे ग्रामीण स्तर पर भी बैंकिंग व बीमा क्षेत्रों में क्रान्तिकारी कदम का सूत्रपात होगा और डाकघरों के खाताधारक आने वाले दिनों में नेटबैंकिंग, मोबाइल बैंकिंग एवं एटीएम सुविधाओं का लाभ उठा सकेेंगे। श्री यादव ने बताया कि डाक विभाग ने ऑनलाइन शापिंग के बढ़ते चलन के मद्दे नजर ई-कामर्स के इस दौर में पार्सल सेवाओं के व्यापक बाजार में अपनी पैठ बढ़ाने हेतु ‘कैश-आन-डिलेवरी’ सुविधा के साथ ’बिजनेस पार्सल’ सेवा की शुरुआत की है।

डाक निदेशक श्री कृष्ण कुमार यादव ने इस अवसर पर उपस्थित युवाओं और बच्चों से रूबरू होते हुए उन्हें फिलेटली (डाक टिकट संग्रहण) से जुडने की अपील की और कहा कि विभाग ने ”माई-स्टैम्प” जैसी आकर्षक सेवा आरम्भ की है, जिसके तहत अब वे डाक टिकटों पर अपनी तस्वीर लगवा सकते हैं और इन डाक-टिकट लगे पत्रों को देश भर में कहीं भी भेज सकते हैं। मात्र 300 रूपये में उपलब्ध इस सेवा में एक शीट में कुल 12 डाक-टिकटों के साथ फोटो लगाई जा सकती है। यह सुविधा श्रीगंगानगर प्रधान डाकघर में उपलब्ध है।

इस मौके पर कार्यक्रम की विशिष्ट अतिथि श्रीमती कमला गोदारा, व्याख्याता राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय, श्रीगंगानगर ने भी बताया कि डाक विभाग की सुकन्या समृद्वि योजना प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी द्वारा शुभारम्भ किये गये ”बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ” अभियान को मूर्त रूप देने का एक सशक्त माध्यम है, जिसमें निवेश करके अभिवावक अपनी बच्चियों की उच्चतर शिक्षा एवं विवाह आदि आवश्यकताओं को पूरा करा सकते है।

इस अवसर पर 120 लोगों ने डाक जीवन बीमा व 329 लोगों ने ग्रामीण डाक जीवन बीमा कराया। इसके तहत बीमित राशि क्रमशः रूपये 7.71 करोड़ व 3.3 करोड़ की गई। इसके अलावा सुकन्या समृद्धि के तहत 500 खाते एंव अन्य बचत योजनाओं के 11975 खाते खोले गये। निदेशक डाक सेवाएं कृष्ण कुमार यादव ने इस अवसर पर सुकन्याओं को मंच पर पासबुकें दे कर उनके सुखी व समृद्ध भविष्य की कामना की। इसी क्रम में, आज के मेले में उत्कृष्ट कार्य करने वाले श्रीगंगानगर मण्डल के कर्मचारियों को निदेशक डाक सेवाएं  द्वारा पारितोषिक प्रदान कर सम्मानित किया गया। इनमें सर्वश्री त्रिलोका राम शाखा डाकपाल 07 एलसी ,  जनकराज शाखा डाकपाल दानेवाला को सुकन्या समृद्वि योजना एंव ग्रामीण डाक जीवन बीमा में उत्कृष्ट प्रदर्शन बाबत् पारितोषिक प्रदान किया गया।

श्रीगंगानगर मंडल के  डाक अधीक्षक  भरत लाल मीणा ने इस अवसर पर निदेशक और अतिथियों का स्वागत करते हुए कहा कि डाक विभाग का नेटवर्क काफी वृहद है और लोगों की सेवा के लिए हम प्रतिबद्ध हैं। डाक विभाग दिनों-ब-दिन अपनी सेवाओं को उन्नत बना रहा है और इसका फायदा समाज के हर वर्ग को मिलेगा।

कार्यक्रम में स्वागत भाषण अधीक्षक डाकघर श्रीगंगानगर मण्डल श्री भरत लाल मीणा, आभार ज्ञापन और संचालन श्री जसपाल सिंह सेठी निरीक्षक परिवाद श्रीगंगानगर ने किया। इस अवसर पर सहायक अधीक्षक सर्व श्री बी.आर.राठौड, श्री जयसिंह वर्मा, श्री राकेश कुमार धींगडा, डाक निरीक्षक श्री राजेंद्र सिंह भाटी, दिनेश सिंह चारण, सुनील कुमार गर्ग, अरूण सोलंकी सहित तमाम अधिकारी, कर्मचारी, बचत अभिकर्तागण व नागरिक उपस्थित रहे।

डाक निदेशक के. के. यादव द्वारा श्रीगंगानगर में डाक मेले का उद्घाटन