Monday, August 29, 2016

जब झुंझुंनू जिले के बाय गाँव को बनाया राजस्थान का प्रथम संपूर्ण सुकन्या समृद्धि ग्राम

 राजस्थान पश्चिमी क्षेत्र के तमाम जिलों में लिंगानुपात काफी कम है और ग्रामीण अंचलों में बेटा-बेटी का भेद व्यापक रूप से व्याप्त है।  ऐसे में जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने “बेटी बचाओ–बेटी पढ़ाओ” के अंतर्गत 10 वर्ष तक की बेटियों के लिए सुकन्या समृद्धि योजना की घोषणा की, तो मन में ख्याल आया कि क्यों न कुछेक गाँवों में सभी बलिकाओं के सुकन्या समृद्धि योजना खाता खुलवाकर उन्हें एक आदर्श के रूप में स्थापित किया जाए। इससे न सिर्फ बेटियों का भविष्य सुरक्षित होगा बल्कि उनकी शिक्षा व कैरियर के प्रति समाज में जागरुकता आएगी। 
इसके लिए हमने सबसे पहले शेखावाटी अंचल में झुंझुंनू जिले के बाय गाँव को चुना। जब पहली बार डाक अधिकारियों की टीम वहाँ पहुँची तो लोगों ने कोई रुचि नहीं दिखाई और विपरीत रूख़ दिखाया। जब जानकारी की तो पता चला कि लंबे समय पूर्व किसी कर्मचारी ने यहाँ गबन किया था जिसके चलते वहाँ के डाकघर पर से लोगों का विश्वास टूट गया था। यह हमारे लिए अप्रत्याशित भी था और चुनौती भी। ऐसे में मन में ख्याल आया कि एक  लोकतांत्रिक राष्ट्र होने के नाते समाज में जनप्रतिनिधियों की अहम भूमिका हैं, क्यों न उनसे इस मामले में सहायता ली जाये। संयोगवश गाँव की सरपंच श्रीमती तारा पूनीयां एक सुशिक्षित एवं समृद्ध महिला थीं। जब उन्हें पूरा वाकया बताते हुये संपूर्ण गाँव को सुकन्या समृद्धि योजना से जोड़ने की बात बताई गई तो उन्होंने सकारात्मक रूख़ दिखाया पर यह आशंका भी जताई कि कुछेक गरीब परिवार शायद ही सुकन्या समृद्धि योजना हेतु प्रतिमाह किस्त जमा करवा सकें।  एक आशंका यह भी जताई गई कि चूँकि इस योजना में संपूर्ण  राशि विवाह पश्चात अंततः बेटी को ही मिलनी है, ऐसे में कुछेक परिवार शायद ही इसके लिए तैयार हों। 

ऐसे में सरपंच के साथ ही अन्य जनप्रतिनिधियों, गाँव के तमाम संभ्रांतजनों, आंगनवाड़ी कार्यकर्त्रियों, स्कूली अध्यापकों इत्यादि  से भी वार्ता हुई और उन्हें इस योजना के फायदे के बारे में बताते हुये लोगों को जागरूक करने की पहल करने को कहा गया। अब बात गाँव की प्रतिष्ठा की थी, ऐसे में तमाम लोग आगे आए और गरीब परिवारों की बेटियों की आरंभिक सालाना किस्त स्वयं जमा कराने की पहल की। वाकई लोकतंत्र के सबसे निचले पंचायती स्तर पर यह एक छोटा सा प्रयास था, पर तमाम अडचनों व अवरोधों के बावजूद अंततः 7 अगस्त, 2015 को झुंझुंनू जिले के बाय गाँव को राजस्थान ही नहीं, संभवतः भारतवर्ष का प्रथम संपूर्ण सुकन्या समृद्धि ग्राम बनाने में सफलता प्राप्त हुई। इसके बाद तो एक अभियान ही छिड़ गया और अकेले झुंझुंनू में 6 गाँव इस योजना के तहत शत-प्रतिशत कवर हो चुके हैं। 

-कृष्ण कुमार यादव 
निदेशक डाक सेवाएं
राजस्थान पश्चिमी क्षेत्र, जोधपुर






Sunday, August 28, 2016

Mobile app ‘Nanyatha’ for electronics clearance of letter boxes in Jodhpur launched by Director Postal Services KK Yadav


In the era of new technology now Letter Boxes will be getting smart. This is now possible with the implementation of the Electronic Monitoring of Letter Box Clearance through the Nanyatha software developed by Department of Posts. The programme helps to know the status of letters dropped in the box and functioning of the delivery system in the postal network through Internet.


Launching the service at Jodhpur Head Post Office on 27 August, 2016 Krishna Kumar Yadav, Director Postal Services, Rajasthan Western Region, Jodhpur said that Real time based and GPS enabled mobile software ‘Nanyatha’ is aimed at monitoring the clearance of letter boxes planted at various locations attached to post offices. This application helps in uploading the data about the location of  Letter Box, date and time of clearance, Number of letters and the person who has cleared  to the web MIS having the address https://appost.in/nanyatha, when  the bar code is scanned using a smart phone.  




Explaining the system, Director Mr. Krishna Kumar Yadav said that each letter box is assigned a unique barcode consisting of a pin code followed by a twelve-digit serial number. After capturing the location, letter box attendant opens it, counts the number of letters inside, and scans the barcode fixed inside through the hand set by using the installed android application. Then the attendant enters his/her name and the number of articles cleared through the app on the smartphone, which gets uploaded on the server, said Mr. Yadav.


This software also facilitates the members of public to know the states of letter clearance which is posted in a particular letter box. With this software, customers by a click of mouse can know whether the letters dropped by them in letter boxes are collected or not. It is also possible to know the date, time and name of the postman who picked up the letters, said Mr. Yadav. It also provides MIS to the Postal department to know the volume of letters posted in a letter box and thereby to rationalize the letter boxes.

In Jodhpur City 113 letter boxes are installed, where everyday more than 3,000 letters are posted by public. In First phase 22 letter boxes in the jurisdiction of Jodhpur Head Post Office have been covered under this scheme. “We will implement it first in Jodhpur and later, scale it up to the entire Western Region,” Mr. Yadv said.

Saturday, August 27, 2016

अब स्मार्ट होगी लेटर बॉक्स से पत्रों की निकासी : 'नन्यथा' सॉफ्टवेयर के माध्यम से लेटर बॉक्स की मेकेनाइज्ड निकासी व्यवस्था का डाक निदेशक कृष्ण कुमार यादव ने जोधपुर में किया शुभारंभ

वक़्त के साथ कदमताल करते हुए डिजिटल इण्डिया और स्मार्ट गवर्नेंस की तरफ कदम बढ़ाते हुए डाक विभाग अब लेटर बॉक्स को भी स्मार्ट बना रहा है। अब लेटर बॉक्स से  पत्रों की निकासी को सॉफ्टवेयर आधारित करके  इसे नई टेक्नालॉजी से जोड़ा जा रहा है।  इसी क्रम में  राजस्थान पश्चिमी क्षेत्र, जोधपुर के निदेशक सेवाएं श्री कृष्ण कुमार यादव ने  जोधपुर प्रधान डाकघर में 27 अगस्त को 'नन्यथा' (Nanyatha) सॉफ्टवेयर के जरिये लेटर बॉक्स की मेकेनाइज्ड निकासी व्यवस्था का शुभारंभ किया। श्री यादव ने कहा कि रीयल टाइम आधारित और जीपीएस से लैस इस सॉफ्टवेयर के माध्यम से जहाँ पत्रों की निकासी की नियमित मॉनिटरिंग हो सकेगी, वहीं आम जन भी http://www.appost.in/nanyatha/ वेबसाइट पर जाकर अपने क्षेत्र के लेटर बॉक्स की अवस्थिति के साथ-साथ यह देख सकेंगे कि उनके क्षेत्र का लेटर बॉक्स प्रतिदिन नियमित रूप से खुलता है या नहीं और इसमें से कितने पत्र निकलते हैं। पारदर्शिता के साथ-साथ इससे डाक विभाग को लेटर बाक्सों के औचित्य स्थापन में भी सुविधा मिलेगी। 


डाक निदेशक श्री कृष्ण कुमार यादव ने  इस नई व्यवस्था के बारे में विस्तार से चर्चा करते हुए बताया कि, इसके तहत हर लेटर बॉक्स के अंदर 12 अंकों  का यूनिक बार कोड लगाया जायेगा, जिसमें प्रारम्भिक 6 अंक पिनकोड को दर्शायेंगे। डाककर्मी किसी भी लेटर बॉक्स से पत्रों की निकासी करेगा तो पहले वह अपने पास स्थित एंड्रायड बेस्ड स्मार्ट मोबाइल फोन में  स्थित 'नन्यथा एप' से उस लेटर बॉक्स के बार कोड को स्कैन करके उसमें निकले  कुल पत्रों की संख्या को उसी स्थान से अपलोड करेगा | इससे लेटर बॉक्स की लोकेशन सहित पत्रों की संख्या व निकासी की तारीख और समय सॉफ्टवेयर के माध्यम से तुरंत अपलोड हो जायेगा।  



निदेशक श्री यादव ने कहा कि लेटर बॉक्स निकासी की इस नई व्यवस्था के लागू होने से अब आम जनता को यह आसानी से पता लग जाएगा कि जिस लेटर बॉक्स में पत्र डाला गया है उसकी निकासी कितने बजे हुई। इसके अलावा किसी क्षेत्र विशेष में  स्थित लेटर बॉक्स की निकासी प्रतिदिन समयानुसार हो रही है अथवा नहीं की सूचना विभाग के साथ साथ जनता को भी उपलब्ध हो जाएगी, जिससे इस कार्य  में  और अधिक पारदर्शिता आएगी।  यही नहीं इस व्यवस्था से प्रत्येक लेटर बॉक्स में  कितने पत्र पोस्ट किए गए इत्यादि से संबंधित आँकड़ों का डाटाबेस उपलब्ध हो सकेगा तथा डाक विभाग को यह सुनिश्चित करने में आसानी रहेगी कि किस क्षेत्र में  लेटर बॉक्स लगवाने की अधिक आवश्यकता है। इससे जनता की शिकायतों में भी  कमी आएगी।

डाक निदेशक श्री कृष्ण कुमार यादव ने यह भी बताया कि जोधपुर जिला मुख्यालय पर 113 लेटर बॉक्स लगे हुए है जिसमें आम जनता प्रतिदिन लगभग 3,000 से 3,500 तक पत्र पोस्ट करती है| उन्होंने कहा कि यह सेवा आरंभ मे जोधपुर प्रधान डाकघर में आरम्भ की जा रही है, जिसके अधीन कुल 22 लेटर बॉक्स लगे हुए हैं।  श्री यादव ने कहा कि शीघ्र ही शास्त्री नगर, नंदन वन, कचहरी, रेजीडेंसी रोड सहित तमाम डाकघरों में यह तकनीक आरम्भ की जाएगी। राजस्थान पश्चिमी क्षेत्र के अधीन सभी 13 जिलों में भी इस सेवा को आरम्भ किया जायेगा, जिनमें जैसलमेर, बाड़मेर, बीकानेर, चुरू, झुञ्झुनु, नागौर, पाली, सीकर, सिरोही, जालोर, हनुमानगढ़ एवं श्रीगंगानगर जिले शामिल है।

इस अवसर पर सीनियर पोस्टमास्टर एल. एस. पटेल, सहायक निदेशक इशरा राम, सहायक डाक अधीक्षक  विनय कुमार खत्री, डाक निरीक्षक राजेंद्र सिंह भाटी सहित तमाम विभागीय अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित रहे।

लेटर बॉक्स जीपीएस से जुड़े, घर बैठे जान सकेंगे कब निकली डाक (साभार : दैनिक भास्कर, 28 अगस्त 2016)

लेटर बॉक्स की मेकेनाइज्ड निकासी व्यवस्था शुरू (साभार : राजस्थान पत्रिका, 28 अगस्त 2016)

अब लेटर बॉक्स से पत्रों की निकासी होगी स्मार्ट (साभार : दैनिक नवज्योति, 28 अगस्त 2016)

अब स्मार्ट होगी लेटर बॉक्स से पत्रों की निकासी 
'नन्यथा' सॉफ्टवेयर के माध्यम से लेटर बॉक्स की मेकेनाइज्ड निकासी व्यवस्था का डाक निदेशक कृष्ण कुमार यादव ने जोधपुर में किया शुभारंभ (साभार : दैनिक युगपक्ष,28 अगस्त 2016)

स्मार्ट होगी लेटर बॉक्स से पत्रों की निकासी (साभार : राष्ट्रदूत, 28 अगस्त 2016)





Tuesday, August 23, 2016

RS Sodhi appointed as Director on India Post Payments Bank board

Gujarat Co-operative Milk Marketing Federation (GCMMF) managing director RS Sodhi has been appointed as an independent director on the board of India Post Payments Bank, which will be the first public sector undertaking under the Department of Posts.

"Recently Sodhi was intimated about his appointment on the board of India Post Payments Bank," confirmed sources in GCMMF, which markets Amul brand of milk and milk products.

India Post Payments Bank received the certification of incorporation from the registrar of companies on August 17 . The payments bank is likely to commence its operations by March 2017.

India Posts Payments Bank is one of the 11 applicants to have received the Reserve Bank of India (RBI) approval for setting up the payments bank.

Payments bank licence allows companies to collect deposits, offer Internet banking, facilitate money transfers and sell insurance and mutual funds. India Post currently has the massive network of 1.55 lakh post offices across the country.

अमूल के एमडी आर.एस. सोढ़ी को इंडिया पोस्ट पेमेंट बैंक का स्वतंत्र निदेशक नियुक्त किया गया है। वे पांच स्वतंत्र निदेशकों में से एक हैं। 

Saturday, August 20, 2016

मरुस्थल में भी मिलेगा गंगा का पवित्र जल, जैसलमेर प्रधान डाकघर से आरंभ हुई गंगा जल की बिक्री


 गंगा जल लाने के लिए अब गंगोत्री, ऋषिकेश, हरिद्वार या इलाहाबाद और बनारस के गंगा तट जाने की जरुरत नहीं पड़ेगी, बल्कि अब गंगा जल डाकघरों के माध्यम से आपके घर पर उपलब्ध होगा। अगर आपको गंगा जल की जरूरत है तो प्रधान डाकघर के काउंटर पर जाइए, निर्धारित कीमत अदा कीजिए और गंगाजल घर ले जाइए। डाक विभाग द्वारा आरम्भ की गई इस अभिनव योजना के तहत  20 अगस्त, 2016 को जैसलमेर प्रधान डाकघर में गंगाजल बिक्री का शुभारम्भ करते हुए राजस्थान पश्चिमी क्षेत्र, जोधपुर के निदेशक डाक सेवाएं श्री कृष्ण कुमार यादव ने कहा कि इस योजना से डाक विभाग लोगों से  भावनात्मक स्तर पर भी जुड़ेगा। उन्होंने कहा कि गंगाजल वितरण से लाभ कमाने का मकसद नहीं है, बल्कि डाक विभाग ने गंगाजल के प्रति लोगों की असीम आस्था एवं विश्वास की पवित्र भावना का सम्मान करते हुए गंगोत्री व ऋषिकेश से संग्रहित गंगाजल को उन तक पहुंचाने का प्रयास है, जिससे कि लोग लाभान्वित हो सकें। 

डाक निदेशक श्री कृष्ण कुमार यादव ने कहा कि गंगा जल का विशेष महत्व है और परिवारों में पूजा-पाठ, अन्य धार्मिक अनुष्ठान, शादी-ब्याह  और यहाँ  तक कि श्राद्ध के वक्त गंगाजल की जरूरत होती है। ऐसे में प्रधान डाकघरों के माध्यम से  200 और 500 मिलीलीटर में ऋषिकेश से संग्रहित गंगाजल क्रमशः 15 और 22 रूपये में एवं 200 और 500 मिलीलीटर में ही गंगोत्री से संग्रहित गंगाजल क्रमशः 25 और 35 रूपये में उपलब्ध होगा। 

डाक निदेशक श्री यादव ने कहा कि चूँकि गंगा जल की बिक्री अभी प्रधान डाकघर के माध्यम से ही होगी, ऐसे में यदि कोई अपने द्वार पर ही गंगाजल मंगाना चाहता है तो वह  डाकघर में गंगाजल के मूल्य, पैकेजिंग चार्ज (200 मिलीलीटर की बोतल हेतु क्रमश: 13 रूपये एवं 500 मिलीलीटर हेतु 16 रूपये) और स्पीड पोस्ट दर का अग्रिम भुगतान कर मँगवा सकता है। ऐसे ग्राहकों को स्पीड पोस्ट से गंगाजल भेज दिया जायेगा।

इस अवसर पर डाक निदेशक श्री कृष्ण कुमार यादव ने तमाम ग्राहकों को अपने हाथों से गंगाजल सौंपा। इस अवसर पर जोधपुर के सीनियर पोस्टमास्टर एल॰एस॰ पटेल, जैसलमेर प्रधान डाकघर के पोस्टमास्टर लालू राम भील, सहायक अधीक्षक पुखराज राठौड़, निरीक्षक डाकघर जैसलमेर सुमित सैनी, निरीक्षक डाकघरराजेंद्र सिंह भाटी,सहायक डाकपाल किशना राम गर्ग, सहित तमाम अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित रहे।







Friday, August 19, 2016

India Post Payments Bank incorporated, to start in 2017

The Department of Posts’ plan to set up a payments bank has come one step closer to reality with The India Post Payments Bank Ltd (IPPB) receiving the certificate of incorporation from the Registrar of Companies on Wednesday, 17th August, 2016.

“With the incorporation, the Board of the India Post Payments Bank Limited is likely to be constituted soon. The incorporation of the IPPB Ltd is a significant step forward as this also paves the way for the bank to begin hiring of banking professionals to set up the bank and begin its operations in 2017,” an official statement said.

The Department of Posts is expected to complete the rollout of its branches all over the country by September 2017. In June,  Department of Posts had written to CMDs of several public sector banks to borrow officials from these lenders to fill the posts of chief executive officer and chief operating officer of the department’s upcoming payments bank.

The postal department’s secretary SK Sinha had said that it has written to CMDs of Punjab National Bank, Bank of Baroda, Bank of India, Canara Bank and Union Bank to ask if any of the board-level or executive director-level employees were willing to join the postal payments bank on a one-year deputation basis as CEO and COO.

To avoid conflict of interest, a similar letter was not sent to India’s largest lender State Bank of India because of its partnership with Reliance Industries Ltd, which has been granted a payments bank licence by the Reserve Bank of India.

The India Post Payments Bank will be managed professionally and most of its Grade A employees will be hired from market. The bank’s board will have representation from various other government departments, including the Department of Posts, Department of Expenditure, Department of Economic Services etc. According to a presentation made by Department of Posts to former Minister of Communications and Information Technology Ravi Shankar Prasad on June 2, the remuneration package for employees has been kept competitive to attract talent from public sector banks. Following withdrawal of three applicants that had been given in-principle licences for payments bank, Postal Secretary S.K. Sinha had allayed the fears of lack of a business model in the project, suggesting that the plan made sense for those entities, which have an outreach across the country.

“Coupled with the physical presence across 1.55 lakh post offices and the reach of “The Dakiya”, the India Post Payments Bank aims to become a powerful and effective vehicle of real financial inclusion in the country,” the statement issued Thursday said.

Courtesy : The Indian Express






Thursday, August 18, 2016

इंडिया पोस्ट पेमेंट बैंक बना भारतीय डाक विभाग के अधीन संचालित प्रथम सार्वजनिक क्षेत्र का उपक्रम


इंडिया पोस्ट पेमेंट बैंक (India Post payment Bank, IPPB) को 17 अगस्त, 2016 को रजिस्ट्रार ऑफ़ कंपनीज, भारत द्वारा निगमन प्रमाणपत्र (Certificate of incorporation) प्रदान करने के बाद भारतीय डाक विभाग के अधीन संचालित यह प्रथम सार्वजनिक क्षेत्र का उपक्रम : Public sector undertaking (PSU) बन गया है। डाक विभाग का यह बैंक मार्च 2017 से काम करना शुरू कर देगा। 

India Post Payments Bank Ltd Incorporated on 17th August, 2016. The first PSU under DoP is born.The Department of Posts’ plan to set up a payments bank has come one step closer to reality with The India Post Payments Bank Ltd (IPPB) receiving the certificate of incorporation from the Registrar of Companies on Wednesday, 17th August, 2016.

Wednesday, August 17, 2016

लोगों के सुख-दुःख में बराबर रूप से जुड़ा हुआ है डाक विभाग - डाक निदेशक कृष्ण कुमार यादव

डाक विभाग लोगों के सुख-दुःख में बराबर रूप से जुड़ा हुआ है। देश के हर दरवाजे पर अपनी पहुँच के साथ लोगों की विश्वसनीयता पर डाक विभाग सदैव खरा उतरा है। यही कारण है कि प्रधानमंत्री जी ने इस बार स्वतंत्रता दिवस पर लाल किले से अपने संबोधन में भी डाक विभाग का जिक्र करते हुए डाकियों की भूमिका की प्रशंसा की। उक्त उद्गार राजस्थान पश्चिमी क्षेत्र के निदेशक डाक सेवाएं श्री कृष्ण कुमार यादव ने बाड़मेर मुख्यालय पर 17 अगस्त, 2016  को वृहद डाक मेले को संबोधित करते हुए कहा।

डाक निदेशक श्री कृष्ण कुमार यादव ने कहा कि डाक विभाग सिर्फ चिट्ठी-पत्री और मनीऑर्डर ही नहीं बाँटता बल्कि बचत और बीमा सेवाओं से भी लम्बे समय से जुड़ा हुआ है। डाकघरों में हर वर्ग और उम्र के हर पड़ाव के लिए अलग-अलग बचत और बीमा योजनाएँ हैं। आई.टी. मॉडर्नाइजेशन के तहत राजस्थान के प्रायः सभी डाकघरों को कोर बैंकिंग (सीबीएस) से जोड दिया गया है, जिससे आने वाले दिनों में नेट बैंकिंग, मोबाइल बैंकिंग एवं एटीएम सुविधाओं का डाकघरों में भी लाभ उठा सकेंगे। डाक विभाग को पेमेंट बैंक का दर्जा मिलने के बाद इसकी सेवा और पहुँच में और भी इजाफा होगा। श्री यादव ने कहा कि डाकघरों को ऐसी जगह के रूप में विकसित किया जा रहा है,  जहाँ ग्राहकों को एक ही जगह पर जनोपयोगी सेवाएँ मिल सकें और आम आदमी को अपने दरवाजे पर ही आसानी से और सस्ती सेवाएँ प्रदान की जा सकें।


श्री यादव ने कहा कि डाक विभाग का उद्देश्य समावेशी विकास के तहत शहरों के साथ-साथ सुदूर ग्रामीण अंचल स्थित लोगों को भी सभी योजनाओं के तहत लाना है। इसी क्रम में ग्रामीण शाखा डाकघरों को भी तकनीकी तौर पर दक्ष बनाने के उद्देश्य से ग्रामीण आईसीटी के तहत  हाईटेक किया जायेगा और वहाँ पर नेटबुक व हैण्डहेल्ड डिवाइस भी दिया जायेगा। शाखा डाकघरों को सोलर चार्जिंग उपकरणों से जोडने के साथ-साथ मोबाइल थर्मल प्रिन्टर, स्मार्ट कार्ड रीडर, फिंगर प्रिन्ट स्कैनर, डिजिटल कैमरा एवं सिगनेचर व दस्तावेज स्कैनिंग के लिये यन्त्र भी मुहैया कराया जायेगा ताकि ग्रामीण लोगों को इन सुविधाओं के लिये शहरों की तरफ न उन्मुख होने पड़े ।

डाक विभाग की योजनाओं की चर्चा के क्रम में 10 साल तक की बालिकाओं के लिए आरम्भ सुकन्या समृद्धि योजना की चर्चा करते हुए निदेशक श्री यादव  कहा कि इससे बालिकाओं का आर्थिक सशक्तिकरण होगा और उनकी उच्च शिक्षा और  विवाह में काफी सुविधा होगी। देश में मुख्यधारा से वंचित लोगों व उनके परिवारों को आर्थिक सुरक्षा प्रदान करने के उद्देश्य से आरम्भ अटल पेंशन योजना, प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना एवं प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना के सफलतापूर्वक क्रियान्वयन में भी डाकघरों द्वारा एक मुख्य व सक्रिय भूमिका का निर्वहन किया जा रहा है।

बाड़मेर  मंडल के  डाक अधीक्षक श्री बी.आर. भिरानिया  ने कहा कि डाक विभाग अपने ग्राहकों को बेहतर सेवा देने के लिए तत्पर है और इस दिशा में लोगों से समय-समय पर संवाद के साथ-साथ विभाग ने अपनी सेवाओं के व्यापक प्रचार-प्रसार पर भी जोर दिया है।


विशिष्ट अतिथि के रूप में पधारे अतिरिक्त जिला शिक्षा अधिकारी (प्राथमिक) श्री डूंगर दास खींची ने इस अवसर पर कहा कि डाक विभाग देश के सबसे पुराने विभागों में से है और आज भी प्रायः यह हर किसी के जनजीवन से जुड़ा हुआ है। इस प्रकार के डाक मेले की सराहना करते हुये उन्होनें कहा कि ऐसे आयोजनों से जनता में जागरूकता बढ़ती है और लोग तमाम योजनाओं का फायदा उठा पाते हैं।

कार्यक्रम में अतिथियों का स्वागत अधीक्षक डाकघर बाड़मेर श्री बी.आर. भिरानिया , आभार ज्ञापन निरीक्षक डाक कृतिका पालीवाल और संचालन निरीक्षक डाक श्री खेमा राम ने किया। इस अवसर पर क्षेत्रीय कार्यालय से डाक निरीक्षक श्री राजेन्द्र सिंह भाटी, निरीक्षक डाक चौहटन श्री राजीव कुमार,निरीक्षक डाक बालोतरा श्री देवा राम सुथार,डाकपाल बाड़मेर श्री महेश कुमार शर्मा सहित तमाम स्थानीय डाककर्मी, बचत अभिकर्तागण व नागरिकजन उपस्थित रहे।









Monday, August 15, 2016

डाक विभाग के क्षेत्रीय कार्यालय, जोधपुर में धूमधाम से मनाया गया 70वां स्वतंत्रता दिवस

डाक विभाग के क्षेत्रीय कार्यालय, जोधपुर में 15 अगस्त, 2016 को 70वां  स्वतंत्रता दिवस हर्षोल्लास के साथ मनाया गया।  इस अवसर पर राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा का ध्वजारोहण राजस्थान पश्चिमी क्षेत्र, जोधपुर के निदेशक डाक सेवाएँ श्री कृष्ण कुमार यादव द्वारा किया गया। राष्ट्रगान की धुनों के बीच जहाँ देश प्रेम संबंधी नारे लगाये गए, वहीं तमाम अधिकारियों-कर्मचारियों के साथ-साथ उनके परिवारीजन भी इस समारोह का हिस्सा बने।  

डाक निदेशक श्री कृष्ण कुमार यादव ने लोगों को संबोधित करते हुए 70 वें स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाएं दीं और अपने त्याग एवम बलिदान से देश को आजाद कराने वाले शहीदों, देशभक्त क्रांतिकारियों और महापुरुषों को नमन किया। उन्होंने कहा कि यह आजादी हमें दीर्घकालीन संघर्ष और लाखों लोगों के बलिदान से मिली है, अत: हमें इस आजादी की कीमत को पहचानते हुए इसे अक्षुण्ण रखना होगा।

डाक निदेशक  कृष्ण कुमार यादव ने इस अवसर पर आजादी के सन्दर्भ में डाक विभाग की  ऐतिहासिकता को रेखांकित करते हुए कहा कि स्वतंत्रता की गाथा सिर्फ अतीत भर नहीं है बल्कि आगामी पीढ़ियों हेतु यह कई सवाल भी छोड़ती है। भारतीयों के लिए यह दिन असाधारण है, जो हमें यह सोचने पर बाध्य करता है कि अपने भविष्य को बनाने के लिए हम अपनी पुरानी गलतियों को न दुहराएं और देश की एकता और अखण्डता की हर कीमत पर रक्षा करें । श्री यादव ने कहा कि  युवा पीढ़ी को राष्ट्रीय स्वाधीनता आन्दोलन के इतिहास से रूबरू कराना हमारी प्राथमिकता होनी चाहिए और इतिहास को पाठ्यपुस्तकों से निकालकर लोकाचार से जोड़ना होगा।  भावी पीढ़ी में राष्ट्रीयता की भावना से ही राष्ट्र का विकास संभव होगा। आजादी का अर्थ सिर्फ राजनैतिक आजादी नहीं अपितु यह एक विस्तृत अवधारणा है, जिसमें व्यक्ति से लेकर राष्ट्र का हित व उसकी परम्परायें छुपी हुई हैं।

डाक निदेशक  कृष्ण कुमार यादव ने कहा कि भारत सरकार की तमाम कल्याणकारी योजनाएँ डाक विभाग के माध्यम से संचालित हो रही हैं। इनमें बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ के तहत सुकन्या समृद्धि योजना, स्वच्छ भारत अभियान, अटल पेंशन योजना, प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा  योजना, प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना सहित तमाम  योजनाएं शामिल हैं।  इन्हें लोगों तक पहुँचाना हमारी प्राथमिकता में शामिल होना चाहिए। तभी सही मायने में इस दिवस की सार्थकता होगी। 

डाक निदेशक श्री कृष्ण कुमार यादव ने इस अवसर पर समाज में बढ़ रही कुरीतियों की ओर ध्यान आकर्षित करके उनके निवारण में भागीदार बनने का भी आह्वान किया। उन्होंने  सभी अधिकारियों-कर्मचारियों से राष्ट्र की उन्नति हेतु अपने-अपने स्तर पर योगदान देने की अपील की। उन्होंने कहा कि आजादी की शाश्वतता को बरकरार रखने के लिए  हम अपने स्तर पर छोटी-छोटी पहल करके समाज और राष्ट्र को समृद्ध बना सकते हैं। उन्होंने लोगों से वृक्षारोपण, लोगों को शिक्षित करने, पुस्तक-दान, अनाथों और वृद्धों की सहायता, बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ और स्वच्छ्ता अभियान जैसी तमाम पहल अपने स्तर पर शुरू कर देश की सुख-समृद्धि में भागीदार बनने की बात कही। इस अवसर पर डाक निदेशक श्री यादव और अन्य अधिकारियों ने  कैम्पस में पौधरोपण कर पर्यावरण संरक्षण के प्रति लोगों को जागरूक भी किया। 

इस अवसर पर सहायक निदेशक कान सिंह राजपुरोहित, इशरा राम, रेलवे डाक अधीक्षक एल. आर. परिहार, लेखाधिकारी बी.पी. टाक, निरीक्षक राजेंद्र सिंह भाटी सहित तमाम विभागीय अधिकारी और कर्मचारी उपस्थित रहे।

राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी जी के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित करते कृष्ण कुमार यादव, निदेशक डाक सेवाएँ, राजस्थान पश्चिमी क्षेत्र।
 क्षेत्रीय कार्यालय, जोधपुर-राजस्थान  में 70 वें स्वतंत्रता दिवस के शुभ पर्व पर कृष्ण कुमार यादव, निदेशक डाक सेवाएँ, राजस्थान पश्चिमी क्षेत्र द्वारा ध्वजारोहण। 


Flag hoisting was done by Krishna Kumar Yadav,  Director Postal Services, Rajasthan Western Region at Regional Office, Jodhpur on 70th Independence day. 




राजस्थान पश्चिमी क्षेत्र के निदेशक डाक सेवाएँ  कृष्ण कुमार यादव 70 वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर स्टाफ को संबोधित करते हुए। 
70 वें स्वतंत्रता दिवस के शुभ पर्व पर ध्वजारोहण पश्चात् क्षेत्रीय कार्यालय, जोधपुर के समक्ष कृष्ण कुमार यादव, निदेशक डाक सेवाएँ, राजस्थान पश्चिमी क्षेत्र और अन्य अधिकारी-कर्मचारी गण।