Tuesday, August 29, 2017

IT Modernisation Project in Post Offices : डाककर्मियों की सर्विस बुकों का होगा डिजिटलाइजेशन, छुट्टियाँ व अन्य सर्विस रिकॉर्ड भी होंगे ऑनलाइन अपडेट

भारतीय डाक विभाग द्वारा आई.टी. मॉडर्नाइजेशन प्रोजेक्ट के अंतर्गत 'कोर सिस्टम इंटीग्रेशन' के परिप्रेक्ष्य में पाँच  दिवसीय कार्यशाला का आयोजन रीजनल ऑफिस, जोधपुर में किया गया। कार्यशाला  का शुभारम्भ राजस्थान पश्चिमी क्षेत्र, जोधपुर के निदेशक डाक सेवाएँ श्री कृष्ण कुमार यादव ने 28 अगस्त, 2017  को किया। कार्यशाला में राजस्थान के विभिन्न क्षेत्रों से आये डाक अधिकारियों एवं कर्मचारियों ने भाग लिया। टाटा कंसल्टेशन सर्विसेज (टीसीएस) के प्रतिनिधि द्वारा प्रोजेक्ट पर विस्तृत जानकारी दी गई, जो कि इस प्रोजेक्ट के लिए डाक विभाग का  सर्विस प्रोवाइडर भी है।   
इस अवसर पर राजस्थान पश्चिमी क्षेत्र, जोधपुर के निदेशक डाक सेवाएँ श्री कृष्ण कुमार यादव ने कहा कि सीएसआई (कोर सिस्टम इंटीग्रेशन) प्रोजेक्ट लागू हो जाने के पश्चात डाक विभाग पूर्ण रूप से डिजिटल हो जाएगा। इसके तहत समस्त कर्मचारियों की सर्विस बुकों का डिजिटलाइजेशन किया जा रहा है और प्रोजेक्ट के लागू हो जाने के पश्चात कर्मचारियों की छुट्टियाँ एवं अन्य सर्विस रिकॉर्ड भी ऑनलाइन अपडेट होंगे। मेल ऑपरेशन, वित्त व् लेखा, इन्वेंटरी प्रक्योरमेंट, लॉजिस्टिक्स पोस्ट, एच. आर. और पे-रोल जैसे तमाम कार्य कोर सिस्टम इंटीग्रेशन के माध्यम से संपन्न होंगे। श्री यादव ने कहा कि अभी तक ऑपरेशनल स्तर पर डाकघरों को हाईटेक किया गया है, अब प्रशासनिक कार्यालयों को भी  सीएसआई के तहत हाईटेक किया जायेगा। सीएसआई  प्रोजेक्ट लागू होने से सभी सेवाओं के लिए एक कॉमन प्लेटफॉर्म उपलब्ध होगा जिसके द्वारा ग्राहकों को अच्छी और त्वरित सेवाएं मिलेंगी। 
डाक निदेशक श्री कृष्ण कुमार यादव ने बताया कि राजस्थान में  इस प्रोजेक्ट की शुरुआत अक्टूबर  माह में होगी। इसमें जयपुर स्थित चीफ पोस्टमास्टर जनरल कार्यालय,  निदेशक डाक लेखा, जयपुर डाक मंडल व् रेल डाक सेवा, जयपुर को 3 अक्टूबर को कोर सिस्टम इंटीग्रेशन प्रोजेक्ट के तहत रोलऑउट किया जायेगा। जोधपुर क्षेत्र   में 9 अक्तूबर को पोस्टमास्टर जनरल कार्यालय और पाली मंडल से रोल आउट की शुरुआत होगी और दिसंबर 2017 के अंत तक राजस्थान के समस्त डाकघरो में सीएसआई (कोर सिस्टम इंटीग्रेशन) लागू किया जाएगा। जोधपुर मंडल में 20 नवंबर को रोल आउट किया जायेगा। गौरतलब है कि इस प्रोजेक्ट को महाराष्ट्र, कर्नाटक एवं तेलंगाना के चयनित कार्यालयों में पायलट फेज में लागू किया जा चुका है। 
कार्यशाला में परिमंडल कार्यालय जयपुर, निदेशक डाक लेखा कार्यालय, जयपुर,  क्षेत्रीय कार्यालय जोधपुर एवं अजमेर के अलावा विभिन्न डाक मंडलों के अधिकारियों एवं कर्मचारियों ने भाग लिया। इस अवसर पर सहायक निदेशक  ईशरा राम,  बी. आर. राठौड़, सहायक अधीक्षक  राजेंद्र सिंह भाटी, निरीक्षक  पारसमल सुथार,  विनोद पुरोहित, जितेंद्र गर्ग सहित तमाम अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित रहे।
डाक विभाग होगा पूरी तरह से डिजिटल, कर्मचारियों का सर्विस रिकार्ड ऑनलाइन होगा अपडेट, अक्टूबर से होगी शुरुआत 
डाक विभाग द्वारा 'कोर सिस्टम इंटीग्रेशन' पर आयोजित कार्यशाला का डाक निदेशक कृष्ण कुमार  यादव ने किया शुभारम्भ 
डाककर्मियों की सर्विस बुकों का होगा डिजिटलाइजेशन, छुट्टियाँ व  अन्य सर्विस रिकॉर्ड भी होंगे ऑनलाइन अपडेट

Sunday, August 27, 2017

पर्यावरण संरक्षण हेतु पौधारोपण जरुरी -डाक निदेशक कृष्ण कुमार यादव

डाकघरों और अपने परिवेश को हरा-भरा बनाने और लोगों को पर्यावरण संरक्षण के प्रति सजग बनाने के लिए डाक विभाग द्वारा पौधारोपण (Plantation) कार्यक्रम का आयोजन किया गया। राजस्थान पश्चिमी क्षेत्र, जोधपुर के निदेशक डाक सेवाएं श्री कृष्ण कुमार यादव ने 26 अगस्त, 2017 को शास्त्री नगर मुख्य डाकघर में तमाम अधिकारियों-कर्मचारियों संग पौधारोपण कर इसका शुभारम्भ किया। 
इस अवसर पर डाक निदेशक श्री कृष्ण कुमार यादव ने कहा कि वृक्ष कभी भी हमसे कुछ नहीं लेते, सिर्फ देते हैं। ऐसे में यदि हर व्यक्ति अपने जीवन में एक पौधा लगाने और उसे भरपूर समृद्ध करने का भी संकल्प ले ले तो पर्यावरण को सतत सुरक्षित किया जा सकता है। उन्होंने  सभी अधिकारियों-कर्मचारियों से अपने स्तर पर पहल कर वृक्षारोपण कर और इसके प्रति लोगों को सचेत कर पर्यावरण संरक्षण में योगदान देने की अपील की। 
जोधपुर मंडल के प्रवर डाक अधीक्षक श्री बी. आर. सुथार ने कहा कि हर विभागीय डाकघर में पौधरोपण कर सम्बंधित स्टाफ को उसकी देखभाल हेतु भी जिम्मेदारी दी जाएगी। 
इस अवसर पर  सीनियर पोस्टमास्टर, जोधपुर प्रधान डाकघर शंकर लाल मीणा, जोधपुर मंडल के डाकघर  उपाधीक्षक आर. पी. कुशवाहा, सहायक डाक अधीक्षक उदय शेजू, विनय खत्री, राजेन्द्र सिंह भाटी, पाल सिंह सिद्धू, डाकघर निरीक्षक पारसमल सुथार, संदीप मोदी,  शास्त्रीनगर पोस्टमास्टर महेश कुमार शर्मा  सहित डाक विभाग के तमाम अधिकारियों-कर्मचारियों ने पौधरोपण कर उनके संरक्षण का संकल्प लिया। 




प्रधानमंत्री के 'डिजिटल इण्डिया' और 'वित्तीय समावेशन' में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है डाक विभाग - डाक निदेशक कृष्ण कुमार यादव

डाक विभाग प्रधानमंत्री मोदी जी की "डिजिटल इण्डिया" और "वित्तीय समावेशन" संकल्पना को समाज के अंतिम व्यक्ति तक पहुँचाने के लिए प्रतिबद्ध है। देश के हर कोने में, हर दरवाजे पर डाक विभाग की पहुँच है और वह लोगों के सुख-दुःख में बराबर रूप से जुड़ा हुआ है। डाक सेवाएं नवीनतम टेक्नालॉजी  अपनाते हुए नित्य नए आयाम रच रही हैं। उक्त उद्गार श्री कृष्ण कुमार यादव, निदेशक डाक सेवाएं, राजस्थान पश्चिमी क्षेत्र, जोधपुर ने 26 अगस्त, 2017  को शास्त्री नगर मुख्य डाकघर, जोधपुर  में आयोजित वृहद डाक मेले में व्यक्त किये। 
"डिजिटल इण्डिया" और "वित्तीय समावेशन" के क्षेत्र में डाक विभाग की योजनाओं की चर्चा करते हुए डाक निदेशक श्री कृष्ण कुमार यादव ने कहा कि डाक विभाग अपनी बचत बैंक और बीमा सेवाओं को ऑनलाइन करने के बाद अब बैंकिंग क्षेत्र में भी कदम रखने जा रहा है।  डाकघर और बैंकों के एटीएम को आपस में जोड़ने  (interoperable) से लोगों को काफी सहूलियत हो गई है। डाक विभाग को पेमेंट बैंक का दर्जा मिलने के बाद इसकी सेवा और पहुँच में और भी इजाफा होगा। जोधपुर  प्रधान डाकघर में भी इंडिया पोस्ट पेमेंट बैंक की शाखा खोली जाएगी।
डाक निदेशक श्री कृष्ण कुमार यादव ने कहा  कि ई-काॅमर्स को बढ़ावा देने हेतु कैश ऑन डिलीवरी, बाइक द्वारा पार्सलों का वितरण, लेटर बाक्स से नियमित डाक निकालने हेतु नन्यथा मोबाईल एप एवं डाकियों द्वारा एण्ड्रोयड बेस्ड स्मार्ट फोन आधारित डिलीवरी जैसे तमाम कदम विभाग की "डिजिटल इण्डिया" के तहत की गई पहल हैं। आधार कार्ड का वितरण करने वाला डाक विभाग अब आधार अपडेट भी कर रहा है और शीघ्र ही जोधपुर  प्रधान डाकघर में आधार कार्ड इनरोलमेंट  सेन्टर भी खोला जाएगा। श्री यादव ने डाकघर में खुले समस्त खातों को आधार और मोबाईल नंबर से जोड़ने पर भी जोर दिया, जिससे भविष्य मे आने वाली सभी सरकारी योजनाओं का लाभ ग्राहकों को मिल सके।
डाक निदेशक श्री कृष्ण कुमार यादव ने कहा कि आर्थिक और सामाजिक समावेशन के तहत ग्रामीण पोस्टमैन चलते-फिरते  एटीएम  के रूप में नई भूमिका निभाएगा। ग्रामीण सूचना एवं संचार प्रौद्योगिकी प्रोजेक्ट के तहत जोधपुर के ग्रामीण शाखा डाकघरों को भी शीघ्र हाईटेक किया जायेगा और वहाँ पर  हैण्डहेल्ड डिवाइस  दिया जायेगा। इसके तहत  शाखा डाकघरों को ऑनलाइन और डिजिटल बनाने के लिए सोलर चार्जिंग उपकरणों से जोडने के साथ-साथ मोबाइल थर्मल प्रिन्टर, स्मार्ट कार्ड रीडर, फिंगर प्रिन्ट स्कैनर, डिजिटल कैमरा एवं सिगनेचर व दस्तावेज स्कैनिंग के लिये यन्त्र भी मुहैया कराया जायेगा ताकि ग्रामीण लोगों को इन सुविधाओं के लिये शहरों की तरफ न भागना पडे और घर बैठे ही वे अपना भुगतान प्राप्त कर सकें। शाखा डाकघरों में स्पीड पोस्ट बुकिंग सुविधा का आरंभ भी किया गया है।



वित्तीय समावेशन की पहल पर डाक निदेशक श्री कृष्ण कुमार यादव ने कहा कि डाकघरों में हर वर्ग और उम्र के हर पड़ाव के लिए अलग-अलग बचत और बीमा योजनाएँ हैं। 'बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ' अभियान के तहत प्रधानमंत्री श्री मोदी जी द्वारा 10 साल तक की बालिकाओं के लिए आरम्भ सुकन्या समृद्धि योजना की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि इससे बालिकाओं का आर्थिक सशक्तिकरण होगा और उनकी उच्च शिक्षा और  विवाह में काफी सुविधा होगी। देश में मुख्यधारा से वंचित लोगों व उनके परिवारों को आर्थिक सुरक्षा प्रदान करने के उद्देश्य से आरम्भ अटल पेंशन योजना, प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना एवं प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना के सफलतापूर्वक क्रियान्वयन में भी डाकघरों द्वारा  सक्रिय भूमिका के  निर्वहन का श्री यादव ने उल्लेख किया।


जोधपुर मंडल के प्रवर डाक अधीक्षक श्री बी. आर. सुथार ने कहा कि डाक विभाग अपने ग्राहकों को बेहतर सेवा देने के लिए तत्पर है और इस दिशा में लोगों से समय-समय पर संवाद के साथ-साथ विभाग ने अपनी सेवाओं के व्यापक प्रचार-प्रसार पर भी जोर दिया है। 

श्री कृष्ण कुमार यादव, निदेशक डाक सेवाएं, राजस्थान पश्चिमी क्षेत्र, जोधपुर ने इस अवसर पर बच्चियों को सुकन्या पासबुकें दे कर उनके सुखी व समृद्ध भविष्य की कामना की। श्री यादव ने माई स्टैम्प शीट, डाक जीवन बीमा, ग्रामीण डाक जीवन बीमा, अटल पेंशन योजना, प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना, प्रधानमंत्री जीवन ज्योति योजना के लाभार्थियों को पासबुक/बॉन्ड भी प्रदान किये।

इस अवसर पर डाक उपाधीक्षक आर. पी. कुशवाहा, सीनियर पोस्टमास्टर शंकर लाल मीणा, सहायक डाक अधीक्षक उदय शेजू, विनय खत्री, राजेन्द्र सिंह भाटी, डाक निरीक्षक पारसमल सुथार, संदीप मोदी,  शास्त्रीनगर पोस्टमास्टर महेश कुमार शर्मा  सहित डाक विभाग के तमाम अधिकारी-कर्मचारी, बचत अभिकर्तागण व नागरिकजन उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन सहायक अधीक्षक विनय कुमार खत्री  ने किया।

'डिजिटल इण्डिया' और 'वित्तीय समावेशन' में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है डाक विभाग - डाक निदेशक कृष्ण कुमार  यादव

 'वित्तीय समावेशन' में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है डाक विभाग - डाक निदेशक कृष्ण कुमार  यादव

Saturday, August 26, 2017

अब बैंकिंग के क्षेत्र में कदम रखेगा डाक विभाग, डाकघरों में खुलेंगे इंडिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक

डाक विभाग अपनी बचत बैंक और बीमा सेवाओं को ऑनलाइन करने के बाद अब बैंकिंग क्षेत्र में भी कदम रखने जा रहा है। डाक विभाग को रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया द्वारा पेमेंट्स  बैंक आरंभ करने का लाइसेंस मिल चुका है और इसके तहत सभी जिला मुख्यालयों पर इंडिया पोस्ट पेमेंट्स  बैंक खुलेगा। इसी क्रम में राजस्थान पश्चिमी क्षेत्र के निदेशक डाक सेवाएं श्री कृष्ण कुमार यादव ने राजस्थान पश्चिमी क्षेत्र में प्रस्तावित भारतीय डाक भुगतान बैंक हेतु तैयारियों का जायजा लेने हेतु जालोर, सिरोही और पाली प्रधान डाकघर का 24 व 25 अगस्त, 2017 को निरीक्षण किया।
डाक निदेशक श्री कृष्ण कुमार यादव ने बताया कि प्रथम फेज में राजस्थान पश्चिमी क्षेत्र के अधीन के 7 जिलों- जोधपुर, जैसलमेर, बाड़मेर, बीकानेर, श्रीगंगानगर, सीकर व झुञ्झुनु एवं द्वितीय फेज में 6 जिलों-पाली, सिरोही,जालौर, नागौर, चुरू व हनुमानगढ़ के प्रधान डाकघरों में इंडिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक खुलेंगे।


डाक निदेशक श्री कृष्ण कुमार यादव ने कहा कि सरकार ने डाकघर और बैंकों के एटीएम को आपस में जोड़ दिया है, इससे लोगों को काफी सहूलियत हो गई है।  इंडिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक आरंभ होने के के बाद इसकी सेवा और पहुँच में और भी इजाफा होगा। इंडिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक से उपभोक्ताओं के लिए आसान, कम कीमतों, गुणवत्तायुक्त वित्तीय सेवाओं की आसानी से पहुंच के लिए विभाग के विस्तृत नेटवर्क और संसाधनों का लाभ मिलेगा।


डाक निदेशक श्री कृष्ण कुमार यादव ने बताया कि इण्डिया पोस्ट पेमेंट्स  बैंक  गांवों, कस्बों और दूरदराज के इलाकों में बैंकिंग सुविधाओं से वंचित तथा कम बैंकिंग वाले इलाकों में भुगतान बैंक के जरिए लोगों में अपनी पैठ बनाएगा। ये बैंक ग्राहकों से जमा ले सकते हैं किंतु लोन नहीं दे सकते। ये बैंक अपने ग्राहक से एक लाख रुपये तक की राशि जमा कर सकते हैं। ये एटीएम/डेबिट कार्ड जारी करेंगे, लेकिन क्रेडिट कार्ड नहीं। ये अपने ग्राहकों को इंटरनेट बैंकिंग के द्वारा भुगतान और धन भेजने की सेवाएं मुहैया कराएँगे। पेमेंट्स बैंक से डाक विभाग देश भर के सुदूर ग्रामीण हिस्सों तक अपने 1.55  लाख डाकघरों के जरिये पहुंच बनाएगा। डाक निदेशक श्री यादव ने कहा कि इंडिया पोस्ट पेमेंट्स  बैंक से मूल बैंकिंग, भुगतान और प्रेषण सेवाएं प्रदान करने के द्वारा वित्तीय समावेशन और बीमा, म्युचुअल फंड, पेंशन और ग्रामीण क्षेत्रों एवं बैंक रहित और बैंक के अंतर्गत कार्य करने वाले क्षेत्रों पर विशेष रूप से ध्यान देते हुए तीसरे पक्ष के वित्तीय प्रदाताओं के साथ समन्वय के माध्यम से ऋण तक पहुंच जैसी सुविधाएं भी मिलेंगी।

गौरतलब है कि केंद्रीय मंत्रिमंडल ने 1 जून, 2016 को भारत सरकार की 100 प्रतिशत इक्विटी के साथ डाक विभाग के अंतर्गत एक सार्वजनिक लिमिटेड कंपनी के रूप में भारतीय डाक भुगतान बैंक (इण्डिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक)  की स्थापना को अपनी स्वीाकृति  दी । इस परियोजना का कुल व्यय 800 करोड़ रुपये है। इंडिया पोस्ट पेमेंट बैंक  को 17 अगस्त, 2016 को रजिस्ट्रार ऑफ़ कंपनीज, भारत द्वारा निगमन प्रमाणपत्र (Certificate of incorporation) प्रदान करने के बाद भारतीय डाक विभाग के अधीन संचालित यह प्रथम सार्वजनिक क्षेत्र का उपक्रम : Public sector undertaking (PSU) बन गया है। इंडिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक (India Post Payments Bank IPPB) के दो पायलट ब्रांच 30 जनवरी, 2017 को रांची (झारखण्ड) और रायपुर (छत्तीसगढ़) में आरंभ हो चुकी हैं। इस योजना के तहत देश भर में सितंबर 2017 तक 650 शाखाओं में पेमेंट बैंक शुरू किए जाएंगे। देश के सभी 1.55 लाख पोस्ट ऑफिसेज, जिनमें 1.39 लाख ग्रामीण क्षेत्र  में हैं, को जिला मुख्यालय के आईपीपीबी ब्रांच के साथ अटैच किया जाएगा।


क्या है इंडिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक (आईपीपीबी)

- देशभर में फैले पोस्ट ऑफिस नेटवर्क के जरिए बैंकिंग सुविधाओं  को दूर-दराज के लोगों तक पहुंचाने के मकसद से यह प्रोजेक्ट शुरू किया गया है।
- रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के ऑर्डर के मुताबिक, इण्डिया पोस्ट पेमेंट बैंक के जरिए बेसिक फाइनेंशियल फेसेलिटीज दी जाएंगी।
- इसके तहत सोशल सिक्युरिटी समेत सभी तरह के पेमेंट्स आसान हो जाएंगे, जो बैंकिंग के जरिए कठिनाई से हो पाते थे।
- इनके अलावा इंश्योरेंस, म्यूचुअल फंड्स, पेंशन प्रोडक्ट्स के साथ-साथ दूसरे बैंकों के क्रेडिट प्रोडक्ट्स भी यहां से बेचे जाएंगे।
- अकाउंट होल्डर को एक डेबिट कार्ड देगा, जिससे एटीएम से पैसे निकाले जा सकेंगे और खरीददारी की जा सकेगी।

India Post Payments bank दूसरे बैंक से कैसे अलग है?

- इण्डिया पोस्ट पेमेंट बैंक तकनीक आधारित बैंकिंग सिस्टम है, जिसमें सेविंग अकाउंट में ज्यादा से ज्यादा एक लाख रुपए जमा कराए जा सकते हैं। ये बैंक कर्ज नहीं दे सकते।
- इसमें पोस्टमैन हैंडहेल्ड मशीन के जरिए घर-घर जाकर पैसों का लेनदेन करेंगे।
- जल्द ही पोस्ट ऑफिस के 1000 एटीएम भी खोले जाएंगे। शुरुआत में 1 लाख अकाउंट्स खोलने का टारगेट रखा गया है।
- एयरटेल और पेटीएम के बाद इण्डिया पोस्ट पेमेंट बैंक  तीसरी बैंक है, जिसे पेमेंट बैंक का परमिट मिला है।


सिरोही प्रधान डाकघर में खुलेगा इंडिया पोस्ट पेमेंट बैंक

पाली प्रधान डाकघर में खुलेगा इंडिया पोस्ट पेमेंट बैंक

जालोर  में खुलेगा इंडिया पोस्ट पेमेंट बैंक

पाली के प्रधान डाकघर में खुलेगा इंडिया पोस्ट पेमेंट बैंक

पाली प्रधान डाकघर में खुलेगा इंडिया पोस्ट पेमेंट बैंक

सिरोही प्रधान डाकघर में खुलेगा इंडिया पोस्ट पेमेंट बैंक