Wednesday, November 29, 2017

राजस्थान का प्रथम 'संपूर्ण बीमा ग्राम' बना जोधपुर का शिकारपुरा गाँव

जीवन बीमा आज के दौर की एक अनिवार्य आवश्यकता है। डाक विभाग अपने सामाजिक सरोकारों के तहत ग्रामीण लोगों को भी जीवन बीमा देने के लिए प्रतिबद्ध है । उक्त उद्गार राजस्थान पश्चिमी क्षेत्र, जोधपुर के निदेशक डाक सेवाएं श्री कृष्ण कुमार यादव ने जोधपुर के शिकारपुरा गाँव को 'संपूर्ण बीमा ग्राम' घोषित करने के अवसर पर आयोजित समारोह में  बतौर मुख्य अतिथि 28 नवंबर को व्यक्त किए।  गाँव में सभी परिवारों को न्यूनतम एक ग्रामीण डाक जीवन बीमा पॉलिसी जारी कर शिकारपुरा न सिर्फ जोधपुर बल्कि सम्पूर्ण राजस्थान का प्रथम संपूर्ण बीमा ग्राम बन गया है।  'संपूर्ण बीमा ग्राम' योजना को अक्टूबर माह में ही संचार मंत्री श्री मनोज सिन्हा ने आरम्भ किया था।  गौरतलब है कि इससे पूर्व शिकारपुरा गाँव "सम्पूर्ण सुकन्या समृद्धि ग्राम" भी बन चुका है। 
इस अवसर पर निदेशक डाक सेवाएं  श्री कृष्ण कुमार यादव ने कहा कि डाक विभाग ने यह कदम सामाजिक सुरक्षा कवरेज को बढ़ाने के साथ-साथ वित्तीय समावेशन में अभिवृद्धि के  प्रयासों के तहत किया है। इससे गाँव में रह रहे किसान एवं गरीब परिवारों को काफी फायदा होगा और उन्हें  जीवन सुरक्षा मिलेगी। श्री यादव ने कहा कि 'सम्‍पूर्ण बीमा ग्राम योजना' के तहत प्रत्‍येक जिले में कम से कम सौ परिवारों वाले एक गाँव का चयन कर हर परिवार के एक व्‍यक्ति को ग्रामीण डाक जीवन बीमा योजना के अंतर्गत लाया जाएगा। इसके साथ ही सभी सांसद आदर्श ग्रामों को भी इसके तहत लिया जायेगा। डाक निदेशक श्री कृष्ण कुमार यादव ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्र के लोगों हेतु विशेष रूप से  1995 में  'ग्रामीण डाक जीवन बीमा' आरम्भ की गई थी, ताकि बिना शहर जाये घर बैठे उन्हें इसका लाभ मिल सके।  
डाक  निदेशक श्री कृष्ण कुमार यादव ने कहा कि डाक विभाग ने नवीन टेक्नालॉजी अपनाते हुए कोर इंश्योरेंस सर्विस के तहत मैककेमिश सॉफ्टवेयर के माध्यम से बीमा सेवाओं को भी ऑनलाइन बनाया है। हाल ही में  'डाक जीवन बीमा' योजना का दायरा भी बढ़ा दिया है। पहले मात्र सरकारी व अर्द्धसरकारी कर्मचारियों तक सीमित  डाक जीवन बीमा अब निजी शिक्षण संस्थाओं /विद्यालयों/महाविद्यालयों आदि के कर्मचारियों, डॉक्टरों, इंजीनियरों, प्रबंधन सलाहकारों, चार्टेड एकाउंटेंट, वास्तुकारों, वकीलों, बैंकर  जैसे पेशेवरों और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज तथा बम्बई स्टॉक एक्सचेंज के सूचीबद्ध कम्पनी के कर्मचारियों के लिए भी उपलब्ध होगी। श्री यादव ने बताया कि जोधपुर रीजन में वर्तमान में कुल 7 लाख, 92 हजार पॉलिसियाँ संचालित हैं, जिनमें  डाक जीवन बीमा और ग्रामीण डाक जीवन बीमा में क्रमश: 78,067 और 7,13,933 पॉलिसियाँ हैं। वर्तमान वित्तीय वर्ष में कुल 5,248 पॉलिसियाँ जारी की गईं, जिनमें कुल बीमित राशि 1 अरब 57 करोड़ 88 लाख के सापेक्ष 5 करोड़ 49 लाख रूपये का नया प्रीमियम अर्जित किया गया।
जोधपुर  मंडल के प्रवर डाक अधीक्षक बी. आर. सुथार ने कहा कि लोगों की आयु और आवश्यकता के हिसाब से ग्रामीण डाक जीवन बीमा की ग्राम संतोष, ग्राम सुमंगल, ग्राम सुरक्षा, ग्राम सुविधा, ग्राम प्रिया योजनायें हैं। न्यूनतम 10 हजार रूपये  से अधिकतम 10 लाख रूपये तक का बीमा इसमें किया जा सकता है। इसमें निवेश की सुरक्षा पर सरकार की गांरटी, आयकर में छूट, कम प्रीमियम व अधिक बोनस, पालिसी पर लोन की सुविधा, ऑनलाइन प्रीमियम जमा कराने की सुविधा और अग्रिम प्रीमियम पर छूट दी जाती है।

इस अवसर पर शिकारपुरा के सरपंच श्री ढला राम और राजाराम आश्रम के महंत श्री दयाराम ने डाक विभाग द्वारा  शिकारपुरा ग्राम को "सम्पूर्ण बीमा ग्राम योजना" से जोड़ने की पहल की सराहना की। डाक निदेशक श्री कृष्ण कुमार यादव ने इस अवसर पर अतिथियों संग बीमाधारकों को ग्रामीण डाक जीवन बीमा के पॉलिसी बांड भी सौंपे।  सहायक डाक अधीक्षक विनय खत्री, राजेंद्र सिंह भाटी, संदीप मोदी, मुकेश सोनी, पारसमल सुथार, ग्राम सेवक महेंद्र सिंह, शाखा डाकपाल गिरिधर शेजू सहित तमाम अधिकारीगण, स्थानीय जनप्रतिनिधि और ग्रामवासी उपस्थित रहे।






Sunday, November 26, 2017

पहल : सांसद आदर्श ग्रामों को ‘संपूर्ण बीमा ग्राम’ बनाएगा डाक विभाग

डाक विभाग देश भर के सांसदों द्वारा चयनित आदर्श ग्राम को अब संपूर्ण बीमा ग्राम बनाएगा। हाल ही में संचार मंत्री श्री मनोज सिन्हा द्वारा आरंभ की गई “संपूर्ण बीमा ग्राम योजना” के तहत सांसद आदर्श ग्राम योजना के अंतर्गत आने वाले सभी गाँवों को सम्मलित किया जाना है।  इसके साथ ही प्रत्येक राजस्व जिले के अंतर्गत न्यूनतम 100 परिवारों वाले कम से कम एक गाँव की पहचान की जानी है, जिसके प्रत्येक परिवार को न्यूनतम एक ग्रामीण डाक जीवन बीमा पॉलिसी देने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। 

इसी क्रम में राजस्थान पश्चिमी क्षेत्र जोधपुर के निदेशक डाक सेवाएं श्री कृष्ण कुमार यादव ने जोधपुर से सांसद एवं केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण राज्य मंत्री, श्री गजेंद्र सिंह शेखावत से मुलाक़ात कर इस योजना के बारे में जानकारी दी। श्री यादव ने संचार मंत्री श्री मनोज सिन्हा द्वारा इस संबंध में सांसदों को संबोधित पत्र की प्रति भी सौंपी। 
श्री शेखावत ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी द्वारा वित्तीय समावेशन के क्षेत्र में उठाए गए इस कदम से गाँव में रह रहे किसान एवं गरीब परिवारों को काफी फायदा होगा और उन्हें  जीवन सुरक्षा मिलेगी। डाक विभाग द्वारा इसे जमीनी स्तर पर क्रियान्वित करने के पहल की उन्होंने सहराना की। गौरतलब है कि श्री शेखावत द्वारा रामदेवरा एवं भांडुकला गाँव को सांसद आदर्श ग्राम के रूप में चयनित किया गया है।
डाक निदेशक श्री कृष्ण कुमार यादव ने सांसद आदर्श ग्राम की सभी योग्य बालिकाओं के खाते खुलवाकर संपूर्ण सुकन्या समृद्धि ग्राम बनाने की डाक विभाग की पहल  के बारे में भी चर्चा की। जिस पर श्री शेखावत ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी की महत्वाकांक्षी योजना “बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ” के तहत यह पहल बालिकाओं के उज्जवल भविष्य के लिए बेहद लाभकारी साबित होगी। सांसद ने भारत सरकार द्वारा डाक विभाग के माध्यम से चलाई जा रही तमाम जन-कल्याणकारी योजनाओं की सराहना करते हुए आदर्श ग्राम के साथ-साथ अन्य गाँवों में भी प्राथमिकता के साथ क्रियान्वयन करवाने का आश्वासन दिया। 
इस अवसर पर जोधपुर मंडल के प्रवर डाक अधीक्षक श्री बी. आर. सुथार, सहायक अधीक्षक डाकघर श्री विनय खत्री, डाक निरीक्षक श्री पारस मल सुथार सहित तमाम विभागीय अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित रहे।




सांसद आदर्श ग्रामों को डाक विभाग बनाएगा ‘संपूर्ण बीमा ग्राम’, जोधपुर में रामदेवरा एवं भांडुकला गाँव बनेंगे संपूर्ण बीमा ग्राम 

डाक निदेशक कृष्ण कुमार यादव ने कृषि राज्य मंत्री व सांसद गजेंद्र सिंह शेखावत से मुलाक़ात कर दी जानकारी


Friday, November 24, 2017

डाक-टिकटों के प्रति अभिरूचि व शोध कार्य हेतु "दीन दयाल स्पर्श योजना" छात्रवृत्ति देगा डाक विभाग

डाक टिकटों के संग्रह और उनके अध्ययन (फिलेटली) के प्रति स्कूली विद्यार्थियों में अभिरुचि पैदा करने तथा इस क्षेत्र में शोध के प्रचार-प्रसार हेतु डाक विभाग ने "दीन दयाल स्पर्श योजना" नामक छात्रवृत्ति  योजना आरंभ की है। इस सम्बन्ध में जानकारी देते हुए राजस्थान पश्चिमी क्षेत्र, जोधपुर के निदेशक डाक सेवाएं श्री कृष्ण कुमार यादव ने बताया कि कक्षा 6 से 9 तक के बच्चों के लिए आरम्भ इस योजना में  उन मेधावी छात्रों को  6000/- रूपये वार्षिक छात्रवृत्ति प्रदान करने का प्रस्ताव है, जिनका शैक्षणिक  रिकार्ड अच्छा है और जिन्होंने शौक के तौर पर फिलैटली को अपनाया है।  

डाक निदेशक श्री कृष्ण कुमार यादव ने बताया कि इसके तहत अखिल भारतीय स्तर पर विद्यार्थियों को 920 छात्रवृत्तियाँ प्रदान की जाएंगी और प्रत्येक डाक परिमंडल कक्षा 6, 7, 8, और 9 के 10-10 विद्यार्थियों को, अधिकतम 40 छात्रवृत्तियाँ  प्रदान करेगा। छात्रवृत्ति  की राशि, 500/- रूपये प्रतिमाह की दर से 6000/- रूपये प्रतिवर्ष होगी, जो कि  तिमाही आधार पर देय  होगी। डाक निदेशक श्री यादव ने कहा कि छात्रवृत्ति की अहर्ता हेतु भारत में मान्यता प्राप्त विद्यालय का विद्यार्थी होना चाहिए। संबंधित विद्यालय का फिलैटली क्लब होना चाहिए और उम्मीदवार क्लब का सदस्य होना चाहिए। यदि विद्यालय में फिलैटली क्लब नहीं है, तो उस विद्यालय के ऐसे विद्यार्थी जिसका अपना फिलैटली जमा खाता है, के नाम पर भी विचार किया जा सकता है। छात्रवृत्ति देने लिए चयन करते समय इस बात का ध्यान रखा जाए कि उम्मीदवार ने विगत अंतिम परीक्षा में कम से कम 60 प्रतिशत अंक अथवा समकक्ष ग्रेड/ग्रेड प्वांइट प्राप्त किए हों। अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति के उम्मीदवारों के लिए 5 प्रतिशत की छूट होगी। 

डाक निदेशक श्री कृष्ण कुमार यादव ने बताया कि छात्रवृत्ति हेतु चयन विद्यार्थियों  द्वारा फिलैटली संबंधी प्रोजेक्ट कार्य के मूल्यांकन अथवा परिमण्डलों द्वारा आयोजित फिलैटली क्विज में प्रदर्शन के आधार पर किया जाएगा। इसके लिए  परिमंडल स्तर पर डाक अधिकारी और प्रतिष्ठित फिलैटलीविदों की एक  समिति भी गठित की जाएगी। चयनित विद्यार्थियों को, इंडिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक अथवा डाकघर बचत बैंक की कोर बैंकिंग सुविधा वाली शाखा में, अपने अभिभावकों के साथ एक संयुक्त खाता खुलवाना होगा।

डाक निदेशक श्री कृष्ण कुमार यादव ने कहा कि इस छात्रवृत्ति का उद्देश्य बच्चों  में छोटी आयु से ही फिलैटली के शौक को इस प्रकार बढ़ावा देना है, ताकि यह रूचिकर कार्य, उन्हें सुकून भरा अनुभव और तनाव-मुक्त जीवन प्रदान करने के साथ-साथ उनके लिए शिक्षाप्रद भी सिद्ध हो।



Thursday, November 23, 2017

डाक विभाग की समीक्षा बैठक : राजस्व में वृद्धि हेतु ग्राहकों के प्रति संवेदनशीलता और नियमित संवाद की जरूरत- डाक निदेशक केके यादव

डाक विभाग ने टेक्नोलोजी  के साथ अपने को अपडेट करते हुये कस्टमर-फ्रेंडली सेवाओं का दायरा बढ़ाया है। शहर से लेकर ग्रामीण स्तर तक डाक सेवाओं में आमूलचूल परिवर्तन किए गए हैं। ऐसे में राजस्व में उत्तरोत्तर वृद्धि हेतु सेवाओं की व्यापक पहुँच सुनिश्चित करने के साथ-साथ ग्राहकों से नियमित संवाद की भी जरूरत है। उक्त उद्गार राजस्थान पश्चिमी क्षेत्र, जोधपुर के निदेशक डाक सेवाएं श्री कृष्ण कुमार यादव ने वरिष्ठ डाक अधिकारियों की समीक्षा बैठक के दौरान व्यक्त किये।
जोधपुर कलेक्ट्रेट स्थित कांफ्रेंस हॉल में 22 नवंबर को आयोजित बैठक में पश्चिमी राजस्थान के सभी 11 मंडलों के डाक अधीक्षकों के साथ-साथ सभी सहायक अधीक्षक, निरीक्षक और 19 प्रधान डाकघरों के हेड पोस्टमास्टर शामिल हुए। इस अवसर पर विभिन्न डाक सेवाओं के बारे में पावर प्वाइंट द्वारा प्रस्तुति देकर डाक अधिकारियों को अद्यतन व प्रोत्साहित किया गया। 
डाक निदेशक श्री कृष्ण कुमार यादव ने डाक वितरण, बचत और बीमा सेवाओं, प्रधानमंत्री जन सुरक्षा योजनाओं, जन परिवाद, आई. टी. मॉडर्नाइजेशन, बजट इत्यादि की सिलसिलेवार समीक्षा के साथ इस वित्तीय वर्ष में अब तक अर्जित लक्ष्यों की समीक्षा की तथा इसे बढ़ाने हेतु विस्तारपूर्वक रणनीति पर चर्चा की। ग्रामीण स्तर पर पहल करते हुए ज्यादा से ज्यादा गॉंवों को सम्पूर्ण बीमा ग्राम, बचत ग्राम व सुकन्या ग्राम बनाने पर जोर दिया।
डाक निदेशक श्री कृष्ण कुमार यादव ने कहा कि जोधपुर रीजन के डाकघरों में लगभग 74  लाख 80  हजार खाते संचालित हैं, जिनमें इस  वित्तीय वर्ष में 2  लाख 84 हजार से ज्यादा खाते खोले जा चुके हैं । सुकन्या समृद्धि योजना के तहत 1 लाख 86 हजार खाते खोले गये हैं, जिनमें 97 करोड़ रूपये जमा हो चुके हैं। जोधपुर क्षेत्र के 116  गाँवों में सभी योग्य बच्चियों के खाते खोलकर इन्हें  “सम्पूर्ण सुकन्या समृद्धि ग्राम” बनाया जा चुका है। डाक जीवन बीमा योजना को निजी क्षेत्र के प्रोफेशनल्स के लिए खोलने के साथ-साथ "सम्पूर्ण बीमा ग्राम" नामक योजना आरम्भ की गई है।   

"डिजिटल इण्डिया" के तहत डाक निदेशक श्री कृष्ण कुमार यादव ने बताया कि लेटर बाक्स से नियमित डाक निकालने हेतु नन्यथा मोबाईल एप, डाकियों द्वारा एण्ड्रोयड बेस्ड स्मार्ट फोन आधारित डिलीवरी, शाखा डाकघरों को ग्रामीण संचार एवं सूचना प्रौद्योगिकी के तहत  हाइटेक बनाने जैसे तमाम कदम उठाये गए  हैं। डाकघरों में कोर इंश्योरेंस, कोर बैंकिंग, एटीएम जैसी तमाम आधुनिक सेवाओं के बाद अब इंडिया पोस्ट पेमेंट बैंक भी आरंभ किया जाएगा, जिसकी शाखा हर जिला मुख्यालय पर खोली जाएगी। श्री यादव ने कहा कि डाकघरों में आधार कार्ड अपडेशन, पोस्टऑफिस पासपोर्ट सेवा केंद्र, इंटरनेशनल ट्रैक्ड पैकेट सर्विस, ई-कामर्स को बढ़ावा देने हेतु कैश ऑन डिलीवरी, डाकघरों द्वारा पवित्र गंगाजल बिक्री, एलईडी बल्ब, ट्यूब लाइट, पंखों की अनुदानित दर पर बिक्री, सोवेरन गोल्ड बॉन्ड, पोस्ट शोपी, माई स्टैम्प, शाखा डाकघरों में स्पीड पोस्ट की बुकिंग  जैसी तमाम अभिनव पहल द्वारा सेवाओं का दायरा बढ़ाया गया है।

फील्ड स्तर के डाक अधिकारियों से रूबरू होते  हुए राजस्थान पश्चिमी क्षेत्र, जोधपुर के निदेशक डाक सेवाएं श्री कृष्ण कुमार यादव ने कहा कि फील्ड में उनकी कार्य गतिविधियाँ ही विभाग के प्रति लोगों की अवधारणा (इमेज) बनाती हैं, ऐसे में उन्हें ग्राहकों के प्रति ज्यादा संवेदनशील होने की जरुरत है। राजस्व में उत्तरोत्तर वृद्धि हेतु उनसे नियमित संवाद स्थापित करते हुए उन्हें सेवाओं और गुणवत्ता के बारे में जागरूक करना होगा, तभी लक्ष्यों की प्राप्ति हो सकेगी।
इस अवसर पर सहायक निदेशक इशरा राम, सहायक निदेशक बी. आर. राठौड, सहायक डाक अधीक्षक पुखराज राठौड़, अनिल कौशिक, राजेंद्र सिंह भाटी, सुदर्शन सामरिया, डाक निरीक्षक पारसमल सुथार, चतुर्भुज पालीवाल  इत्यादि ने विभिन्न सेवाओं के संबंध में जानकारी दी।
राजस्थान पश्चिमी क्षेत्र, जोधपुर के निदेशक डाक सेवाएं श्री कृष्ण कुमार यादव ने इस अवसर पर विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट कार्य करने वाले अधिकारियों को सम्मानित भी किया।


जोधपुर मंडल के प्रवर डाक अधीक्षक बी आर सुथार, रेलवे डाक अधीक्षक एल आर परिहार, पोस्टल स्टोर डिपो अधीक्षक बिहारी लाल, सीनियर पोस्टमास्टर आर. पी. कुशवाहा के अलावा विभिन्न डाक मंडलों के अधीक्षक सर्वश्री कान सिंह राजपुरोहित, के एल सैनी, डी आर सुथार, जीएल माली, बी आर भीरानिया, देवा राम पुरोहित, जी एन कनवरिया, गुमान सिंह शेखावत इत्यादि तमाम अधिकारी मौजूद रहे।







राजस्थान पश्चिमी क्षेत्र के सभी  11 डाक मंडलों  के कार्यों की डाक निदेशक कृष्ण कुमार यादव ने की समीक्षा
राजस्व में  वृद्धि हेतु ग्राहकों के प्रति संवेदनशीलता और नियमित संवाद की जरूरत- डाक निदेशक केके यादव

Tuesday, November 21, 2017

अब डिजिटल होगी आपकी लोकेशन, ई-एड्रेस योजना के लिए सरकार ने डाक विभाग को सौंपा जिम्मा

अब आधार के बाद जल्द ही आवासीय या प्रफेशनल अड्रेस डिजिटल होने जा रहा है। केंद्र सरकार आधार की तरह ही लोगों के अड्रेस को भी डिजिटल करना चाह रही है। डाक विभाग को इस पायलट प्रॉजेक्ट की जिम्मेदारी दी गई है। इस प्रॉजेक्ट के तहत 3 पिन कोड लोकेशन वाली प्रॉपर्टी के लिए एक 6 अक्षरों वाला डिजिटल अड्रेस दिया जाएगा।

विभिन्न अड्रेस के लिए ई-लोकेशन के आइडिया का मकसद इसे प्रॉपर्टी संबंधी विभिन्न प्रकार की जानकारियों से जोड़ना है। इससे प्रॉपर्टी टाइटल और मालिकाना हक, प्रॉपर्टी टैक्स रिकॉर्ड, बिजली, पानी और गैस जैसी चीजों के उपभोग की जानकारी मिल सकेगी। अगर इस प्रॉजेक्ट को सफलता मिली तो सरकार इसे राष्ट्रीय स्तर पर लागू कर सकती है। 

नोएडा और दिल्ली में पायलट प्रोजेक्ट की होगी शुरुआत 

फ़िलहाल, ई-लोकेशन (eLoc) पायलट प्रॉजेक्ट की मंजूरी दिल्ली और नोएडा को दो पोस्टल पिन कोड के लिए दी गई है। इसके बाद इसका राष्ट्रीय स्तर पर विस्तार किया जाएगा। डिजिटल पहचान के ई-अड्रेस का इस्तेमाल मौजूदा पोस्टल अड्रेस के लिए भी किया जा सकेगा। डाक विभाग ने निजी मैपिंग कंपनी 'मैपमाईइंडिया' को इस पायलट प्रॉजेक्ट की जिम्मेदारी दी है।  डाक विभाग द्वारा जारी परिपत्र के अनुसार इस योजना में जुटाए गए साक्ष्यों का इस्तेमाल डाक विभाग डिजिटल अड्रेस के लिए कर सकता है। यह राष्ट्रीय स्तर के लिए प्रॉजेक्ट के लिए भी सही होगा। सभी तरह के डेटा डाक  विभाग के पास रहेंगे और निजी कंपनी इसका व्यवसायिक इस्तेमाल नहीं कर पाएगी।
कॉम्प्लेक्स अड्रेसस की पहचान करना होगा आसान

मैपमाईइंडिया के एमडी राकेश वर्मा ने कहा कि ई-लिंकेज के जरिए कॉम्प्लेक्स अड्रेसस की पहचान करना आसान होगा और उसे अन्य सेवाओं से भी जोड़ा जा सकता है। मौजूदा समय में देश में कई हिस्सों के अड्रेस का पता करना मुश्किल होता है। इस परियोजना का उदेश्य डिजिटल अड्रेसिंग सिस्टम के प्रभाव को दर्शाना भी है। डाक विभाग इस प्रक्रिया में डेटा शेयर कर मदद करेगा। 

इसरो और भुवन की सहायता से होगी मैपिंग 

मैपमाईइंडिया ने एक बयान जारी कर दावा किया है कि उसने डिजिटल अड्रेस के लिए प्रक्रिया शुरू कर दी और डेटा जुटाना शुरू हो चुका है। कंपनी इसरो और नैशनल सैटलाइट इमैजरी सर्विस 'भुवन' के सहयोग से प्रभावकारी मैपिंग करेगी।

Now Government of India start mapping of E-address digitally, Postal Department has been given responsbility

Government of India to start e-address scheme for e-location of address

Monday, November 20, 2017

India Post ventures into banking sector : India Post Payments Bank

After introduction of online savings and insurance services, the postal department is going to venture into the banking sector under the name, India Post Payments Bank. Following RBI approval, the branches have already started functioning in Raipur and Ranchi. More branches will come up in other parts of the country soon. In total, 650 branches of payments bank will be set up.

Krishna Kumar  Yadav, director, Postal Services-Western Rajasthan Zone, said that India Post Payments Bank is a service which will focus on banking facilities in small towns, villages and remote areas, which are deprived of banking facilities.
"It will have one branch office in every district headquarters, which will function through post offices. Rajasthan will have 33 such branches in every district headquarters," Yadav said, adding that the construction of Jodhpur branch at the main post office has already begun.

Describing the process of the bank, Director KK Yadav said that these banks will be able to take deposits only upto Rs 1 lakh and will also be able to issue ATM/debit cards to customers. Moreover, the banks will provide net banking facility for payments and transfer of money.

"But, these banks will not be able to provide any loan facility or issue credit cards," Yadav said, terming it to be a major step towards financial inclusiveness of rural areas.

Friday, November 17, 2017

डाक विभाग की पहल : 'बेटी बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ' के तहत सीकर के 15 गाँव बने सम्पूर्ण सुकन्या समृद्धि ग्राम, रेटा गाँव बना 15 वाँ ग्राम

आज का दौर बेटियों का है । बेटियाँ समाज में नित नये मुकाम हासिल कर रही हैं । बेटियाँ पढेंगी तो बेटियां बढ़ेंगी, पर इसके लिए जरुरी है कि उनकी उच्च शिक्षा के लिए पर्याप्त प्रबंध किये जाएँ । 'बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ' के तहत  डाकघरों में आरम्भ सुकन्या समृद्धि योजना से बेटियों का भविष्य संवरेगा।

उक्त उदगार राजस्थान पश्चिमी क्षेत्र, जोधपुर के निदेशक डाक सेवाएं श्री कृष्ण कुमार यादव ने मुख्य अतिथि के रूप में सीकर जिले के रेटा गाँव को “सम्पूर्ण सुकन्या समृद्धि योजना ग्राम” घोषित करने के अवसर पर 4  नवंबर को आयोजित कार्यक्रम में व्यक्त किये । इसके अलावा सिहोट बड़ी, गोवटी, पृथ्वीपुरा एवं डाँसरोली गाँव को भी “सम्पूर्ण सुकन्या समृद्धि ग्राम” घोषित किया गया । श्री यादव ने कहा कि सभी योग्य 125 बालिकाओं के सुकन्या खाते खोलकर सीकर  के पन्द्रहवाँ एवं राजस्थान पश्चिमी क्षेत्र के 116 वें  “सम्पूर्ण सुकन्या समृद्धि योजना ग्राम” के रूप में रेटा गाँव, अन्य गाँवों के लिए एक नजीर बनेगा।


डाक निदेशक श्री कृष्ण कुमार यादव ने  कहा कि सुकन्या समृद्धि योजना सिर्फ निवेश का एक माध्यम ही नहीं है, बल्कि यह बालिकाओं के उज्ज्वल व समृद्ध भविष्य से भी जुड़ा हुआ है । इस योज़ना के आर्थिक के साथ-साथ सामाजिक आयाम भी महत्वपूर्ण हैं । इसमे जमा धनराशि पूर्णतया बेटियों के लिए ही होगी, जो उनकी शिक्षा, कैरियर  एवं विवाह में उपयोगी होगी ।
डाक निदेशक श्री कृष्ण कुमार यादव ने कहा कि डाक विभाग का उद्देश्य समावेशी विकास के तहत शहरों के साथ-साथ सुदूर ग्रामीण अंचल स्थित लोगों को भी सभी योजनाओं के तहत लाना है ।  ग्रामीण सूचना एवं संचार प्रौद्योगिकी प्रोजेक्ट के तहत सीकर के ग्रामीण शाखा डाकघरों को भी शीघ्र हाईटेक किया जायेगा और वहाँ पर  हैण्डहेल्ड डिवाइस  दिया जायेगा । इसके तहत  शाखा डाकघरों को ऑनलाइन और डिजिटल बनाने के लिए सोलर चार्जिंग उपकरणों से जोडने के साथ-साथ मोबाइल थर्मल प्रिन्टर, स्मार्ट कार्ड रीडर, फिंगर प्रिन्ट स्कैनर, डिजिटल कैमरा एवं सिगनेचर व दस्तावेज स्कैनिंग के लिये यन्त्र भी मुहैया कराया जायेगा ताकि ग्रामीण लोगों को इन सुविधाओं के लिये शहरों की तरफ न भागना पडे और घर बैठे ही वे अपना भुगतान प्राप्त कर सकें । 

इस अवसर पर सीकर  मण्डल के अधीक्षक डाकघर बी. आर. भिराणिया ने कहा कि सुकन्या समृद्धि योजना में अब तक सीकर में कुल 21,000 से अधिक बालिकाओं के खाते खोले जा चुके हैं एवं इस वित्तीय वर्ष में ज्यादा से ज्यादा बालिकाओं  को सुकन्या समृद्धि योजना से जोड़ा जायेगा । रेटा गाँव की  सरपंच श्रीमती दीपा गहलोत ने कहा कि बालिकाओं के आर्थिक सशक्तिकरण की दिशा में उठाया गया यह प्रयास एक मील का पत्थर साबित होगा । ग्रामवासियों के लिए यह अत्यन्त गर्व की बात है कि  “सम्पूर्ण सुकन्या समृद्धि योजना ग्राम” बनकर रेटा गाँव  “बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ” अभियान को मूर्त रूप दे रहा है। इस अवसर पर डाक निदेशक श्री कृष्ण कुमार यादव ने बालिकाओं को पासबुकें व उपहार देकर उनके सुखी व समृद्ध भविष्य की कामना की ।


इस अवसर पर जिला परिषद सदस्य ममता सिंह, प्रधानाचार्य उमाशंकर चेजारा, सहायक डाक अधीक्षक मोहन लाल बिजारणिया, राजेंद्र सिंह भाटी, डाक निरीक्षक संदीप पुनिया, विकास सैनी, प्रहलाद राय मील, राजेन्द्र सैनी, विनोद कुमार, पोस्टमास्टर सीकर सी. आर. चौधरी, जनसंपर्क निरीक्षक वीरेंद्र कुमार सिंह, शाखा डाकपाल श्री सीता राम सैनी, सुरेन्द्र शर्मा,  सहित तमाम  अधिकारी-कर्मचारी, स्थानीय जनप्रतिनिधि व ग्रामवासी उपस्थित रहे ।




सुकन्या समृद्धि योजना से सँवरेगा बेटियों का भविष्य-डाक निदेशक कृष्ण कुमार यादव