tag:blogger.com,1999:blog-6653099707070063796.post5248770430564031566..comments2024-03-22T16:18:55.202+05:30Comments on डाकिया डाक लाया: जनसत्ता में भी 'डाकिया डाक लाया'www.dakbabu.blogspot.comhttp://www.blogger.com/profile/04376997074873178876noreply@blogger.comBlogger7125tag:blogger.com,1999:blog-6653099707070063796.post-91214815475301772011-10-21T12:50:28.063+05:302011-10-21T12:50:28.063+05:30वाह-वाह...उत्तम लेखन..उत्तम चर्चा..बधाई.वाह-वाह...उत्तम लेखन..उत्तम चर्चा..बधाई.मन-मयूरhttps://www.blogger.com/profile/17368103957948539533noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6653099707070063796.post-31274450030294941022011-10-17T13:32:19.869+05:302011-10-17T13:32:19.869+05:30जनसत्ता में पोस्ट प्रकाशित होने पर बधाई.जनसत्ता में पोस्ट प्रकाशित होने पर बधाई.S R Bhartihttps://www.blogger.com/profile/16535000568157262183noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6653099707070063796.post-14265270274926622822011-10-17T13:32:07.154+05:302011-10-17T13:32:07.154+05:30कृष्ण कुमार सर की लेखनी का कायल हूँ. विषय पर अद्भु...कृष्ण कुमार सर की लेखनी का कायल हूँ. विषय पर अद्भुत पकड़, सुन्दर प्रस्तुति, रोचक तथ्य...वाकई शानदार लेख लिखा है उन्होंने...बधाई.S R Bhartihttps://www.blogger.com/profile/16535000568157262183noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6653099707070063796.post-12576556655831980882011-10-14T11:04:16.132+05:302011-10-14T11:04:16.132+05:30अच्छे लेखन की सर्वत्र चर्चा होती है..के.के. जी को ...अच्छे लेखन की सर्वत्र चर्चा होती है..के.के. जी को बधाई.Shyamahttps://www.blogger.com/profile/15780650583480468092noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6653099707070063796.post-72248590728915443782011-10-14T11:04:07.577+05:302011-10-14T11:04:07.577+05:30अच्छे लेखन की सर्वत्र चर्चा होती है..के.के. जी को ...अच्छे लेखन की सर्वत्र चर्चा होती है..के.के. जी को बधाई.Shyamahttps://www.blogger.com/profile/15780650583480468092noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6653099707070063796.post-15443006234358088582011-10-06T21:09:21.768+05:302011-10-06T21:09:21.768+05:30प्रिय कृष्ण कुमार जी
नमस्कार
कुशलोपरांत विदित हो...प्रिय कृष्ण कुमार जी<br />नमस्कार<br />कुशलोपरांत विदित हो कि मैं उद्योग मंत्रालय, नई दिल्ली में कार्यरत होने के साथ-साथ कृषि एवं पर्यावरण विषयों पर स्वतंत्र लेखन करता हूं । मैं आपके ब्लॉग का नियमित पाठक हूं । 3 अक्तूबर को हिंदी के विचार पत्र जनसत्ता के समांतर कॉलम में संदेश की संवेदना पढ़कर मन आह्लादित हो उठा । इसके लिए हार्दिक धन्यवाद । पूर्ण विश्वास है कि आगे भी ऐसी रचनाएं पढ़ने को मिलती रहेंगी ।<br /><br />सादर <br /><br />रमेश कुमार दुबे<br />दिल्लीRamesh Dubeyhttps://www.blogger.com/profile/10812154814586308125noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6653099707070063796.post-41322294228698233652011-10-05T13:21:54.397+05:302011-10-05T13:21:54.397+05:30हमने भी पढ़ा. जनसत्ता में पोस्ट प्रकाशित होने पर बध...हमने भी पढ़ा. जनसत्ता में पोस्ट प्रकाशित होने पर बधाई.Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/09269049661721803881noreply@blogger.com