सावन के मौसम में भगवान शिव की पूजा होती है। बनारस को भगवान शिव की नगरी कहा जाता है और काशी विश्वनाथ मंदिर यहाँ का प्रमुख धार्मिक स्थल है। डाक विभाग और काशी विश्वनाथ मंदिर ट्रस्ट के बीच वर्ष 2006 में हुए एक एग्रीमेण्ट के तहत काशी विश्वनाथ मंदिर का प्रसाद डाक द्वारा भी लोगों को उपलब्ध कराया जा रहा है। इसके तहत साठ रूपये का मनीआर्डर प्रवर डाक अधीक्षक, बनारस (पूर्वी) के नाम भेजना होता है और बदले में वहाँ से काशी विश्वनाथ मंदिर ट्रस्ट के सौजन्य से मंदिर की भभूति, रूद्राक्ष, भगवान शिव की लेमिनेटेड फोटो और शिव चालीसा प्रेषक के पास प्रसाद रूप में भेज दिया जाता है।
काशी विश्वनाथ मंदिर के अलावा उज्जैन के प्रसिद्ध श्री महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग मंदिर का प्रसाद भी डाक द्वारा मंगाया जा सकता है। इसके लिए प्रशासक, श्री महाकालेश्वर मंदिर प्रबन्धन कमेटी, उज्जैन को 151 रूपये का मनीआर्डर करना पड़ेगा और इसके बदले में वहाँ से स्पीड पोस्ट द्वारा प्रसाद भेज दिया जाता है। इस प्रसाद में 200 ग्राम ड्राई फ्रूट, 200 ग्राम लड्डू, भभूति और भगवान श्री महाकालेश्वर जी का चित्र शामिल है।
इस प्रसाद को प्रेषक के पास एक वाटर प्रूफ लिफाफे में स्पीड पोस्ट द्वारा भेजा जाता है, ताकि पारगमन में यह सुरक्षित और शुद्ध बना रहे। तो अब आप भी घर बैठे भोले जी का प्रसाद ग्रहण कीजिये और मन ही मन में उनका पुनीत स्मरण कर आशीर्वाद लीजिए !!
बहुत अच्छी जानकारी दी है आपने, हमें मालूम ही नहीं था की महाकाल का प्रसाद भी डाक द्वारा मँगवाया जा सकता है...आभार आपका इस जानकारी के लिए.
ReplyDeleteनीरज
baba vishvnath ke nagari se hone ke nate thoda bahut pata hai..
ReplyDeletepar mahaakal ji ke bare me jo jaankari di aapne wo ek dam nayi thi..
bahut dhanywaad..
aise hi nit jnyan badhate rahiye..
badhayi
डाकिया बाबू!
ReplyDeleteबड़ी अच्छी चिट्ठी दी है आज तो...
कल ही मनीआर्डर कर देते हैं।
धन्यवाद!
आपके ब्लॉग पर शायद पहली बार आकर अच्छा लगा
ReplyDeleteआपकी पोस्ट ज्ञानवर्धक रही
शुक्रिया !
एक अलग सा बेहतरीन ब्लोग है आपका। अब आना जाना लगा रहेगा।
ReplyDeleteआज सावन के प्रथम सोमवार के दिन विश्वनाथ बाबा का प्रसाद ग्रहण करके हम धन्य हुए...माथे चढ़ाते हैं...जब गाँव जाते थे तो बाबा के दर्शन हो जाते थे परन्तु अभी कई वर्षों से जाना नहीं हो सका...धन्यवाद
ReplyDeleteये तो हमें ज्ञात न था. अच्छी सुविधा है. वैसे विदेश भेजने का भी प्रबंध है क्या?
ReplyDeleteदेखिये आपकी एक खबर ने आज आपके कई एक नये पाठक पैदा कर दिए ,यह सब बाबा भोले भंडारी की कृपा है . मेरा क्या मैं तो आपका पुराना प्रशंसक हूँ ,वाकई आप डाक -विभाग के बारे में ऐसी जानकारी देते हैं जो कहीं भी देखने -सुनने को नहीं मिल पाती हैं .
ReplyDeleteबहुत खुब डाकिया बाबू जी अच्छी जानकारी दी आप ने.
ReplyDeleteधन्यवाद
@Udan Tasdari !
ReplyDeleteVidesh bhejane ka to filhal koi prabandh nahin hai.
Bahut achhi bat batai apne..ab main bhi dak se prasad magaunga.
ReplyDeleteजय हो भोले भंडारी की.
ReplyDeleteचलिये फिर वहीं आकर साक्षात दर्शन करेंगे और प्रसाद तो प्राप्त हो ही जायेगा फिर.
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ReplyDeleteMain to baba Vishvanath ka prasad Speed post ke madhyam se manga bhi chuki hoon...is sundar jankari hetu abhar.
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