इंतजार कर रहा हूँ
वर्षों से......
दोस्तों के खतों का
नाते-रिश्तेदारों के हाल-समाचार का
महसूसना चाहता हूँ फिर से
सजीव संबंधों की गर्माहट को
लेटर बाक्स से मिलता है सिर्फ
बिजली का बिल
काॅरपोरेशन का टैक्स
बैंक का स्टेटमेंट
या फिर
विज्ञापन के निर्जीव पर्चे !!
राज्यवर्धन
सचिव प्रलेस (पश्चिम बंगाल), एकता हाईट्स, ब्लाक-2/11 ई0, 56,राजा एस. सी. मल्लिक रोड, कोलकाता-700032
कित्ता प्यारा लेटर बाक्स...
ReplyDeleteमहसूसना चाहता हूँ फिर से
ReplyDeleteसजीव संबंधों की गर्माहट को
लेटर बाक्स से मिलता है सिर्फ
बिजली का बिल
...बेहतरीन कविता..राज्यवर्धन जी को बधाई.
kitna sach kaha aapne...........badhai..:)
ReplyDeletesunder letter box hai.
ReplyDeleteराज्यवर्धन जी को बधाई.
ReplyDeleteइंतजार कर रहा हूँ
ReplyDeleteवर्षों से......
दोस्तों के खतों का
नाते-रिश्तेदारों के हाल-समाचार का
महसूसना चाहता हूँ फिर से
सजीव संबंधों की गर्माहट को
...खूबसूरत कविता..सुन्दर भाव...राज्यवर्धन जी को बधाई.
इंतजार कर रहा हूँ
ReplyDeleteवर्षों से......
दोस्तों के खतों का
नाते-रिश्तेदारों के हाल-समाचार का
महसूसना चाहता हूँ फिर से
सजीव संबंधों की गर्माहट को
...खूबसूरत कविता..सुन्दर भाव...राज्यवर्धन जी को बधाई.
इस प्रस्तुति की सराहना के लिए आप सभी का आभार.
ReplyDeleteआज भी लेटर बाक्स लोगों को भावनात्मक रूप से जोड़ता है. सुन्दर कविता..बधाई.
ReplyDeleteके.के. सर जी,
ReplyDeleteजिस तरह से आप डाक विभाग से जुडी बातों और रचनाओं को यहाँ स्थान दे रहे हैं, आपकी सक्रियता को सिर्फ नमन ही कर सकता हूं
सच्चाई को बयां करती सुन्दर कविता..बधाई.
ReplyDelete