सरकार ने सब्सिडी का दुरुपयोग रोकने की मुहिम क्या छेड़ी, भारतीय डाक को बैंक में तब्दील करने की अब तक लटकी पुरानी योजना भी ठंडे बस्ते से अचानक निकल आई है। पूर्व वित्त मंत्री प्रणब मुखर्जी की तरफ से खास तवज्जो नहीं मिलने से यह योजना लटक गई थी। वित्तमंत्री पी चिदंबरम ने पिछले दिनों अपने अधिकारियों को इस बारे में साफ निर्देश दे दिया है कि चालू वित्त वर्ष 2012-13 के दौरान ही भारतीय डाक को बतौर बैंक काम करने की इजाजत मिल जानी चाहिए। वित्त मंत्रालय और डाक विभाग के कुछ अधिकारियों को मिलाकर एक टीम बनाई गई है। इन्हें मार्च, 2013 तक कैबिनेट नोट तैयार करने को कहा गया है।
वित्त मंत्रालय को अब यह लग रहा है कि सब्सिडी पर नियंत्रण पाने की कोशिशों में भारतीय डाक [इंडिया पोस्ट] को बैंक में तब्दील करने का कदम काफी उपयोगी साबित हो सकता है। सरकार खाद्य, उर्वरक व पेट्रोलियम सब्सिडी कम करने के लिए सीधे जनता के हाथों में नकदी देने की योजना लागू कर रही है। इस योजना की सफलता के लिए हर घर में बैंक खाता और हर गांव में बैंक शाखा का होना जरूरी है। इस दिशा में कदम उठाया जा रहा है, लेकिन इसमें अभी काफी समय लग सकता है। ऐसे में भारतीय डाक को बैंक में बदलने पर देश के 1.55 लाख से ज्यादा डाकघर तुरंत बैंक ब्रांच के तौर पर काम करना शुरू कर सकते हैं। इससे सरकार के लिए आम जनता तक सब्सिडी पहुंचाना आसान हो जाएगा।
वित्त मंत्रालय यह भी मान रहा है कि गरीबों को वित्तीय सेवा पहुंचाने में भारतीय डाक सबसे अहम भूमिका निभा सकता है। अभी डाक विभाग जमा और बीमा स्कीम जैसी कई तरह की वित्तीय सेवाएं मुहैया कराता है। मगर वह कर्ज वितरण नहीं कर सकता। गांव वाले डाकघरों में पैसे तो जमा कर देते हैं, लेकिन कर्ज लेने के लिए उसे दूरदराज के गांवों में संपर्क करना पड़ता है। बैंक सेवा शुरू होने के बाद इन्हें गांवों में भी सभी तरह की सेवाएं मिलने लगेंगी।
अगर सब कुछ योजना के मुताबिक हुआ तो भारतीय डाक के तहत पोस्ट बैंक ऑफ इंडिया के नाम से एक नया बैंक काम करने लगेगा। इस बैंक को स्थापित करने की योजना उस समय बनी थी, जब रिजर्व बैंक ने नए बैंकिंग लाइसेंस देने की अपनी मंशा जताई थी। आरबीआइ इस बारे में अपनी नीति बना चुका है और माना जा रहा है कि बहुत जल्द ही कुछ नए बैंकों को लाइसेंस दिए जाएंगे। बैंक में तब्दील होते ही 'पोस्ट बैंक ऑफ इंडिया' देश का सबसे अधिक शाखाओं और जमाकर्ताओं वाला बैंक बन जाएगा। फिलहाल डाकघरों में बचत खाता चलाने वालों की संख्या 23.7 करोड़ के करीब है।
Really..It will be fantastic step of Postal Dept.
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