Wednesday, January 1, 2014

ई-कामर्स के दौर में डाक विभाग की ’बिजनेस पार्सल’ सेवा

वक्त के साथ कदम ताल करते हुए डाक विभाग ने ई-कामर्स के दौर में पार्सल सेवाओं पर भी अपना ध्यान केंद्रित किया है। आजकल टीवी पर उत्पाद बेचने वाले कई चैनल चल रहे हैं और अब लोग टीवी पर उत्पाद देख आर्डर कर रहे हैं। इस कारण पिछले कुछ वर्षो में पार्सल के कारोबार में काफी वृद्धि हुई है। ऐसे में डाक विभाग ने ऑनलाइन शापिंग के बढ़ते चलन के मद्देनजर ’बिजनेस पार्सल’ सेवा की शुरुआत की है।

इस सम्बन्ध में जानकारी देते हुए इलाहाबाद परिक्षेत्र के निदेशक डाक सेवाएं कृष्ण कुमार यादव ने बताया कि बिजनेस पार्सल सेवा केवल बल्क ग्राहकों के लिये ही है और यह एक प्रकार की संविदा संबंधी सेवा है जो कि कारपोरेट ग्राहकों की आवश्यकता के अनुरूप बनाई गयी है। श्री यादव ने कहा कि डाक विभाग साधारण और रजिस्टर्ड पार्सल सेवाएं देता है, जिसमें अधिकतम 4 और 20 किलोग्राम तक के पार्सल बुक कराये जा सकते हैं, पर बिजनेस पार्सल सेवा के तहत न्यूनतम 2 किलो एवं अधिकतम 35 किलोग्राम तक के पार्सल बुक कराये जा सकते हैं और देश भर में कहीं भी भेजे जा सकते हैं।

डाक निदेशक श्री कृष्ण कुमार यादव ने बताया कि बिजनेस पार्सल सेवा का उद्देश्य भारत में विश्वसनीय एवं
दूरदराज व ग्रामीण इलाकों तक भी कम लागत में शीघ्र वितरण सेवा देकर ई-कामर्स बाजार को बढ़ावा देना है। बिजनेस पार्सल सेवा धरातल पर तेज, सुरक्षित और सस्ता पारवहन उपलब्ध करायेगी। यह सेवा कैश ऑन डिलीवरी सेवा हैं जोकि आज की ई-वाणिज्य सेवा के लिए एक अपेक्षित शर्त है। श्री यादव ने कहा कि इस सेवा के अन्तर्गत उपभोक्ताओं को कुछ विशेष मूल्यवर्धित सेवायें जैसे आन-लाइन ट्रैकिंग, कैश आन डिलेवरी एवं बीमा इत्यादि सेवायें भी प्रदान की जायेंगी। व्यापारियों और कॉरपोरेट ग्राहकों की सुविधा के मद्देनजर शुरू की गई इस सेवा के माध्यम से भेजे गए पार्सल पर बार कोडिंग लगाई जाएगी। पार्सल की लोकेशन को डाक विभाग की वेबसाइट पर पार्सलनेट पोर्टल पर अपडेट किया जाएगा। इससे पार्सल भेजने वाला किसी भी समय यह पता कर सकेगा कि पार्सल कहां तक पहुंचा है।

निदेशक डाक सेवाएं श्री यादव ने बताया कि कारपोरेट ग्राहकों को उनके प्रांगण से डाक वस्तुएं संग्रहित करने की सुविधा भी दी जायेगी। भुगतान हेतु कारपोरेट कस्टमर द्वारा अग्रिम जमा सुविधा, उधार सुविधा अथवा प्रेषण के समय भुगतान की सुविधा चुनी जा सकती है। बल्क ग्राहकों को अत्यधिक मूल्यवान वस्तुओं के बदले कैश आन डिलेवरी सुविधा जो की ई-कामर्स पार्सल वस्तुओं के लिए आज अत्यधिक महत्वपूर्ण है, भी प्रदान किये जाने का प्रावधान है। कैश आन डिलेवरी सुविधा के अन्तर्गत वितरण के समय प्राप्तकर्ता से 50,000 रुपये तक संग्रहित किये जाने का प्रावधान है। 

डाक निदेशक श्री यादव ने बताया कि बिजनेस पार्सल के तहत ग्राहकों को 2 किलोग्राम तक के वजन के लिए 45 से 115 रूपए देने होंगे। वहीं 5 किलोग्राम तक प्रत्येक अतिरिक्त एक किलोग्राम पर 12 से 30 रूपए ज्यादा लिए जाएंगे, जबकि उसके बाद प्रत्येक एक किलोग्राम पर 14 से 32 रूपए अतिरिक्त लिए जाएंगे, जो कि दूरी पर निर्भर होगा।


No comments:

Post a Comment