Monday, September 15, 2014

साहित्य-कला-संस्कृति की त्रिवेणी को एकाकार करती है हिन्दी

हिन्दी-पखवाड़ा के अवसर पर पोस्टमास्टर जनरल, इलाहाबाद परिक्षेत्र कार्यालय में 15 सितम्बर को एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस अवसर पर दीप प्रज्जवलित कर कार्यक्रम का शुभांरभ किया गया। 

अपने उद्बोधन में पोस्टमास्टर जनरल श्री एम ई हक ने कहा कि हिन्दी एक ऐसी भाषा है जिसमें अपनी भावनाओं को हम बखूबी व्यक्त कर सकते हैं। सरकारी कार्य-व्यवहार में हिन्दी भाषा के अधिकाधिक प्रयोग किये जाने पर उन्होंने जोर दिया। उन्होंने कहा कि हिंदी साहित्य के साथ-साथ बोलचाल की भी भाषा है अतः इसे सरलीकरण रूप में आगे बढ़ाने की जरूरत है। हिंदी-उर्दू की साझी विरासत  उन्होंने विस्तृत प्रकाश डाला। 


कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए इलाहाबाद परिक्षेत्र के निदेशक डाक सेवाएं एवं साहित्यकार श्री कृष्ण कुमार यादव ने कहा कि डिजिटल क्रान्ति के इस युग में हिन्दी इन्टरनेट की दुनिया में भी तेजी से पाँव पसार रही है। आज की युवा पीढ़ी सोशल मीडिया और ब्लाॅगिंग के माध्यम से हिन्दी को नये रूप में स्वीकार रही है। हिन्दी हमारी अन्तरात्मा और भावनाओं की भाषा है जो साहित्य-कला-संस्कृति की त्रिवेणी को एकाकार करती है। श्री यादव ने हिन्दी की समृद्ध परपंरा पर प्रकाश डालते हुये कहा कि इलाहाबाद का हिन्दी को समृद्ध करने में और हिन्दी का इलाहाबाद को समृद्ध करने में बड़ा योगदान रहा है। प्रयाग और हिन्दी एक दूसरे के पूरक हैं । उन्होंने कहा कि इलाहाबाद में सिर्फ साहित्य, कला व संस्कृति ही नहीं बल्कि यहाँ से निकले सिविल सेवकों और न्यायविदों ने भी हिन्दी को देश-विदेश में प्रतिष्ठा दिलायी। ऐसे में हिन्दी की प्रतिष्ठा के लिये सरकारी कार्यक्रमों से परे अगर हर हिन्दी भाषी ठान ले कि उसे हिन्दी में ही कार्य करना है तो हिन्दी को आगे बढ़ने से कोई नहीं रोक सकता। 

सहायक निदेशक (राजभाषा) तेज बहादुर सिंह ने कहा कि हिंदी हमारी मातृ भाषा के साथ-साथ राजभाषा भी है और लोगों तक पहुँच स्थापित करने के लिए टेक्नॅालाजी स्तर पर इसका व्यापक प्रयोग करने की जरूरत है। इस अवसर पर श्री राधे श्याम पांडेय और विभु कुमार ने हिन्दी में काव्य पाठ किया और सर्वश्री राम शुक्ल, एम एस कुशवाहा व विक्रम सिंह ने हिन्दी के सम्बन्ध में उद्गार व्यक्त किये।कार्यक्रम में स्वागत भाषण सहायक निदेशक श्री मुधसूदन मिश्र एवं आभार सीनियर पोस्टमास्टर श्री ओ बी सिंह द्वारा किया गया। इस अवसर पर सर्वश्री आरएल यादव, आशीष श्रीवास्तव, अखिलेश वर्मा, बृजेश कुमार शर्मा, विनीत टन्डन, राजेन्द्र यादव, रविशंकर मिश्रा, सहित तमाम अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित थे।





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