Tuesday, October 14, 2014

’राष्ट्रीय डाक सप्ताह’ के तहत मना ’व्यवसाय विकास’ दिवस : राजस्व वृद्धि हेतु ग्राहकों से नियमित संवाद पर जोर

भारतीय डाक विभाग द्वारा राष्ट्रीय डाक सप्ताह के तहत 14 अक्टूबर 2014 को व्यवसाय विकास दिवस के रूप में मनाया गया। इसका उद्देश्य डाक विभाग की प्रीमियम सेवाओं के संबंध में लोगों को जागरूक करना एवं अधिकतम लोगों  तक अपनी पहुँच  सुनिश्चित करना रहा। इस संबंध में इलाहाबाद परिक्षेत्र के निदेशक डाक सेवाएं श्री कृष्ण कुमार यादव ने कहा कि व्यवसायिकता के इस दौर में बिना स्वस्थ्य प्रतिस्पर्धा के कोई भी संगठन उन्नति नहीं कर सकता और डाक विभाग भी इस क्षेत्र में तमाम नये कदम उठा रहा है। डाक विभाग जहाँ नित् नई सेवायें लागू कर रहा है, वहीं विभाग ने अपनी परम्परागत छवि को प्रतिस्पर्धा के तहत कारपोरेट इमेज में भी तब्दील करने का प्रयास किया है। संचार क्रान्ति के दौर में अपनी सेवाओं को त्वरित बनाने और उनकी गुणवत्ता में वृद्वि हेतु डाक विभाग ने जहाँ सभी डाकघरों को  कम्प्यूटरीकृत  किया है, वहीं ग्राहकों की वर्तमान एवं भावी आवश्यकताओं को पूरा करने के लिये प्रौद्योगिकी आधारित नये उत्पाद एवं सेवायें भी आरम्भ की हैं। 

   डाक निदेशक श्री कृष्ण कुमार यादव ने सेवाओं के बारे में विस्तार से बताते हुए कहा कि जहाँ स्पीड पोस्ट निश्चित समय के भीतर सुनिश्चित वितरण की गारण्टी देता है, वहीं डाक विभाग ने ई-कामर्स के दौर में ऑनलाइन शापिंग के बढ़ते चलन के मद्देनजर बल्क ग्राहकों के लिये कैश आन डिलेवरी सुविधा के साथ ’बिजनेस पार्सल’ सेवा भी आरंभ की है। बिजनेस पोस्ट के अन्र्तगत सारी प्रीमेलिंग गतिविधियों को आसान तारीके से निपटाया जाता है। मीडिया पोस्ट के अंतर्गत डाक स्टेशनरी, लेटर बाक्स, मेल गाड़ी व डाकघरों में विज्ञापन लगाने की सुविधा प्राप्त है तो रिटेल पोस्ट की मार्फत डाकघर अपने काउन्टरों पर फार्म बेचने और बिल जमा करने की सुविधा प्रदान करते हैं। बिल मेल सेवा हर तिमाही न्यूनतम 5000 प्रपत्र व बिल एक ही जिले में प्रेषित करने वालों हेतु सामान्य दरों से कम पर सुविधा उपलब्ध कराता है वहीं डायरेक्ट पोस्ट के तहत बिना पता लिखी डाक के लक्षित जनता के दरवाजे पर डाकियों द्वारा वितरण सुनिश्चित किया जाता है।  श्री  यादव ने कहा कि  बुक नाउ-पे लेटर, बल्क मेल पर छूट, फ्री पिकअप जैसी स्कीमों के तहत डाक सेवाओं को और आकर्षक बनाया गया है। इसके अलावा ई-पोस्ट, ई-पेमेण्ट, लाॅजिस्टिक पोस्ट, इत्यादि के संबंध में भी जानकरी दी। 

डाक निदेशक श्री यादव ने बताया कि वर्तमान वित्तीय वर्ष में इलाहाबाद परिक्षेत्र में व्यवसाय विकास सेवाओं से 14 करोड़ 75 लाख रूपये राजस्व अर्जित हुआ है। निदेशक डाक सेवायें श्री कृष्ण कुमार यादव ने डाक अधिकारियों  से रूबरू होते हुए कहा कि फील्ड में उनकी कार्य गतिविधियाँ ही विभाग के प्रति अवधारणा (इमेज) बनाती हैं, ऐसे में उन्हें ग्राहकों के प्रति ज्यादा संवेदनशील होने की जरुरत है। आज के प्रतियोगी दौर में यह सोचना कि  मात्र काउंटर पर सेवाएँ देकर जनता को आकर्षित किया जा सकता है, उचित नहीं है। ज्यादा राजस्व के लिए हमें खुद लोगों के पास जाना होगा, नियमित संवाद स्थापित करते हुए उन्हें सेवाओं और गुणवत्ता के बारे में जागरूक करना होगा, तभी लक्ष्यों की प्राप्ति हो सकेगी।

इस अवसर पर डाक निदेशक श्री कृष्ण कुमार यादव ने इलाहाबाद परिक्षेत्र में व्यवसाय विकास सेवाओं में सर्वाधिक राजस्व देने वाले मार्केटिंग एक्जीक्यूटिव श्री रजनीश श्रीवास्तव को पुरस्कृत भी किया।

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