Tuesday, February 10, 2015

डाक विभाग का पहला एटीएम वाराणसी में

वाराणसी : भारतीय डाक विभाग ने पोस्टल बैंक की तरफ कदम बढ़ा दिए हैं। देश के सभी डाकघर जल्द ही बैंक की तरह काम करेंगे। इसी क्रम में केंद्रीय संचार एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री रविशकर प्रसाद ने रविवार, 8 फरवरी 2015  को उत्तर प्रदेश में डाक विभाग के पहले एटीएम का शुभारंभ वाराणसी कैंट प्रधान डाकघर में किया।

मुख्य अतिथि रविशंकर प्रसाद ने कहा कि देश में लगभग डेढ लाख डाकघर मौजूद होने के बावजूद इस संस्था का भरपूर उपयोग नहीं हुआ।  उन्होंने कहा डाक विभाग में सूचना प्रौद्योगिकी आधुनिकीकरण परियोजना के तहत नई प्रौद्योगिकी का समावेश किया जा रहा है, जिसमें भविष्य में सभी ग्रामीण क्षेत्रों के सभी शाखा डाकघरों में भी ऑनलाइन सेवा शुरू हो जाएगी।  
प्रसाद ने कहा कि एटीएम का बटन दबाने से आज डाक विभाग बैंकों के साथ प्रतिस्पर्धा में खड़ा हो
गया है।  डाक विभाग पोस्टल बैंक की तरफ मजबूती से बढ़ रहा है। डेढ़ लाख डाक घरों में पोस्टल बैंक होगा जिससे ग्रामीण क्षेत्रों में पकड़ और मजबूत होगी। बोले, डाक विभाग में सूचना प्रौद्योगिकी आधुनिकीकरण परियोजना (आईटी माडर्नाइजेशन) के तहत नई प्रौद्योगिकी का समावेश किया जा रहा है। भारतीय डाक विभाग का नेटवर्क विश्व में सबसे बड़ा नेटवर्क है और मुझे लगता है कि संचार क्रांति के बाद डाकघरों की यह नेटवर्किंग दूसरी बड़ी क्रांति होगी। उन्होंने आश्वासन भी दिया कि आधुनिक प्रौद्योगिकी के कारण किसी डाककर्मी की नौकरी नहीं जाएगी। डाक कर्मी पारपंरिक कार्य करने के साथ  ही नए कार्य करनें की आदत डालें।

ई-कॉमर्स कारोबार 70 हजार करोड़

आज देश में ई- कॉमर्स का कारोबार 70 हजार करोड़ का है जिसमें डाक विभाग ने भी अपनी भागीदारी बढ़ा दी है। कैश ऑन डिलीवरी की सुविधा भी दे रहा है। रविशंकर प्रसाद ने बताया कि मंत्रालय संचार के क्षेत्र में ऐतिहासिक काम कर रहा है जिसके तहत देशभर के ग्राम पंचायतों को ऑप्टिकल फाइबर नेटवर्क से जोड़ा जाएगा जहा एक कॉमन सर्विस सेंटर के तहत कई काम किए जा सकेंगे। वही ई-कैश ट्रासफर की सुविधा भी मिल सकेगी जिससे दूर दराज का कोई भी व्यक्ति अपने परिजन को पैसा भेज सकता है।

डाक विभाग की उत्तर प्रदेश की प्रमुख पोस्टमास्टर जनरल डा.सरिता सिंह ने कहा कि जल्द ही उत्तर प्रदेश में 88 एटीएम स्थापित किए जाएंगे। बोलीं, बचत बैंक और बचत पत्रों से प्राप्त राजस्व के क्षेत्र में उत्तर प्रदेश भारत का सर्वाधिक राजस्व अर्जित करने वाला परिमंडल है। इस अवसर पर विशिष्ट अतिथि विधायक श्यामदेव राय चौधरी, रवींद्र जायसवाल, संचार सचिव राकेश गर्ग, मण्डलायुक्त आर. एम. श्रीवास्तव,  पोस्टमास्टर जनरल कर्नल एफ़ एस रिजवी आदि मौजूद रहे। कार्यक्रम का संचालन इलाहाबाद परिक्षेत्र के  निदेशक डाक सेवाएं कृष्ण कुमार यादव ने किया।

इलाहाबाद परिक्षेत्र के  निदेशक डाक सेवाएं कृष्ण कुमार यादव ने बताया कि डाक विभाग ने आईटी मार्डनाइजेशन प्रोजेक्ट के तहत डाकघरों को कोर बैंकिंग से जोड़ने की पहल की है। कोर बैंकिंग से जुड़ने के बाद ऐनीव्हेयर एनीटाइम बैंकिंग के तहत क्रमबद्ध रूप से धीरे-धीरे डाक घर के ग्राहकों को आनलाइन बैंकिंग, मोबाइल बैंकिंग, नेट बैंकिंग और एटीएम आदि का लाभ देने की तैयारी है। उन्होंने बताया कि कैंट स्थित प्रधान डाकघर में प्रदेश का पहला डाक एटीएम लगा है। अब तक प्रदेश के 262 डाकघर कोर बैंकिंग सिस्टम से जुड़े चुके हैं। जिनमें वाराणसी डाक मंडल के आठ डाकघर शामिल हैं। इनमें कैंट प्रधान डाकघर के अलावा विशेश्वरगंज प्रधान डाकघर, काशी विद्यापीठ, बीएचयू हास्पिटल, डीरेका, बड़ागांव, भदोही और औराई डाकघर शामिल हैं। 





















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