Friday, March 11, 2016

डाक विभाग लोगों के सुख-दुःख में बराबर रूप से जुड़ा हुआ है - डाक निदेशक कृष्ण कुमार यादव

 डाक विभाग देश के पुरातन विभागों में से है, जो लोगों के सुख-दुःख में बराबर रूप से जुड़ा हुआ है। आज भी देश के हर कोने में, हर दरवाजे पर डाक विभाग की पहुँच है और वह लोगों की विश्वसनीयता पर खरा उतरा है। उक्त उद्गार राजस्थान पश्चिमी क्षेत्र,जोधपुर के निदेशक डाक सेवाएं श्री कृष्ण कुमार यादव ने  राजस्थान के सीकर मंडल में 11 मार्च, 2016  को आयोजित डाक मेले का उद्घाटन करते हुये कहा। 

उन्होंने कहा कि व्यवसायिकता के इस दौर में बिना प्रतिस्पर्धा के कोई भी संगठन उन्नति नहीं कर सकता और डाक विभाग भी इस क्षेत्र में तमाम नये कदम उठा रहा है। अपने को एक व्यावसायिक और उत्तरदायी संगठन में तब्दील करने और अपनी सेवाओं को ग्राहकों के लिए और विविधतापूर्णए गुणवत्तापूर्ण और तत्पर सेवा में बदलने की पहल के तहत डाकघरों को ऐसी जगह के रूप में विकसित किया जा रहा हैए जहाँ ग्राहकों को एक ही जगह पर जनोपयोगी सेवाएँ मिल सकें और आम आदमी को अपने दरवाजे पर ही आसानी से और सस्ती सेवाएँ प्रदान की जा सकें। इसके लिए डाक सम्प्रेषण प्रणाली में आवश्यकतानुसार परिवर्तन के साथ डाक सेवाओं को आधुनिकतम टेक्नालजी और आईटी से जोड़ा जा रहा है।

 डाक निदेशक श्री कृष्ण कुमार यादव ने कहा कि डाक विभाग सिर्फ चिट्ठी.पत्री और मनीऑर्डर ही नहीं बाँटता बल्कि बचत और बीमा सेवाओं से भी लम्बे समय से जुड़ा हुआ है। आई टी मॉडर्नाइजेशन के तहत सभी डाकघरों को कोर बैंकिंग (सीबीएस) से जोड़ा जा रहा है। आने वाले दिनों में नेट बैंकिंग, मोबाइल बैंकिंग एवं एटीएम सुविधाओं का डाकघरों में भी लाभ उठा सकेंगे। सीकर के 68 डाकघरों को  कोर बैंकिंग से जोडा जा चुका है और सीकर प्रधान डाकघर, श्रीमाधोपुर प्रधान डाकघर एवं फतेहपुर शेखावाटी मुख्य डाकघर में एटीएम सेवा भी आरम्भ हो चुकी है।  श्री यादव ने कहा कि आने वाले दिनों में ग्रामीण डाक सेवकों सहित विभाग के सभी कर्मचारियों को सूचना प्रौद्योगिकी  के माहौल में प्रभावकारी तरीके से कार्य करने के लिए तैयार करना है। इसी क्रम में ग्रामीण शाखा डाकघरों को भी तकनीकी तौर पर दक्ष बनाने के उद्देश्य से ग्रामीण आईसीटी के तहत  हाईटेक किया जायेगा और वहाँ पर नेटबुक व हैण्डहेल्ड डिवाइस भी दिया जायेगा । शाखा डाकघरों को सोलर चार्जिंग उपकरणों से जोडने के साथ.साथ मोबाइल थर्मल प्रिन्टर, स्मार्ट कार्ड रीडर, फिंगर प्रिन्ट स्कैनर, डिजिटल कैमरा एवं सिगनेचर व दस्तावेज स्कैनिंग के लिये यन्त्र भी मुहैया कराया जायेगा ताकि ग्रामीण लोगों को इन सुविधाओं के लिये शहरों की तरफ न भागना पडे।


डाक विभाग की योजनाओं की चर्चा करते हुए डाक निदेशक श्री कृष्ण कुमार यादव ने कहा कि डाक विभाग का उद्देश्य समावेशी विकास के तहत शहरों के साथ-साथ सुदूर ग्रामीण अंचल स्थित लोगों को भी इन सभी योजनाओं के तहत लाना है। 10 साल तक की बालिकाओं के लिए आरम्भ सुकन्या समृद्धि योजना की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि इससे बालिकाओं का आर्थिक सशक्तिकरण होगा और उनकी उच्च शिक्षा और  विवाह में काफी सुविधा होगी। देश में मुख्यधारा से वंचित लोगों व उनके परिवारों को आर्थिक सुरक्षा प्रदान करने के उद्देश्य से आरम्भ अटल पेंशन योजना, प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना एवं प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना के सफलतापूर्वक क्रियान्वयन में भी डाकघरों द्वारा एक मुख्य व सक्रिय भूमिका का निर्वहन किया जा रहा है। डाक विभाग के व्यापक नेटवर्क को देखते हुए हाल ही में राजस्थान सरकार ने डाकघरों द्वारा ई-मित्र सेवाएं देने के लिए भी एग्रीमेंट किया है। डाक निदेशक श्री यादव ने विद्यार्थियों को डाक टिकटों के संग्रह अर्थात फिलेटली से जोड़ने का भी आह्वान किया। उन्होंने कहा कि डाक टिकट किसी भी देश की सभ्यताए, संस्कृति और वहाँ के महत्वपूर्ण व्यक्तित्वों और घटनाक्रम से भी अवगत कराते हैं।  मात्र 200 रूपये में फिलेटली डिपाजिट खाता खोलकर  घर बैठे हर माह नई डाक टिकटें प्राप्त की जा सकती हैं।  डाक विभाग की “माई स्टैम्प” सेवा के तहत हर कोई मात्र 300 रूपये में अपनी और अपने प्रियजनों की फोटो डाक टिकट पर लगवा सकता है।

सीकर मंडल के डाक अधीक्षक श्री बिहारी लाल ने कहा कि डाक विभाग अपने ग्राहकों को बेहतर सेवा देने के लिए तत्पर है और इस दिशा में लोगों से समय-समय पर संवाद के साथ-साथ विभाग ने अपनी सेवाओं के व्यापक प्रचार-प्रसार पर भी जोर दिया है। उन्होंने कहा कि डाकघरों में निवेश की तमाम योजनायें हैं, जिनमें बचत खाता, आवर्ती जमा, सावधि जमा, मासिक आय योजना, पीपीएफ़, वरिष्ठ नागरिक बचत योजना, सुकन्या समृद्धि योजना एवं राष्ट्रीय बचत पत्र व किसान विकास पत्र में निवेश किया जा सकता है। डाक जीवन बीमा में 50 लाख और ग्रामीण डाक जीवन बीमा में 20 लाख रूपये तक का जीवन बीमा कराया जा सकता है। मेला कार्यक्रम की विशिष्ट अतिथि श्रीमती शोभा सक्सेना, प्रधानाचार्या, एज्युब्रैन ग्लोबल एकेडमी, सीकर ने भी अपने विचार व्यक्त करते हुए अपने शिक्षण संस्थान के छात्र-छात्राओं के सुकन्या समृद्धि खाते और  माय स्टॉम्प आदि बनवाने का आश्वासन दिया । 

कार्यक्रम में अतिथियों का स्वागत अधीक्षक डाकघर सीकर श्री बिहारी लाल, आभार ज्ञापन सहायक डाक अधीक्षक श्री आरए सोनी और संचालन श्री एमपी जैन ने किया। इस अवसर पर क्षेत्रीय कार्यालय से डाक निरीक्षक श्री राजेन्द्र सिंह भाटी, निरीक्षक डाक श्री राजेन्द्र प्रसाद सैनी, श्री सीताराम सैनी, संदीप पूनिया, तारा चन्द पुरोहित एवं विनोद कुमार सहित तमाम स्थानीय डाककर्मी, बचत अभिकर्तागण व नागरिकजन उपस्थित रहे।



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