Thursday, October 6, 2016

डाक टिकट प्रदर्शनी : पत्रों और डाक टिकटों का संवेदना से गहरा रिश्ता - डाक निदेशक केके यादव

हर डाक टिकट के पीछे एक कहानी छुपी हुई है और इस कहानी से आज की युवा पीढ़ी को जोड़ने की जरूरत है क्योंकि डाक टिकट उन्हें अपनी सभ्यता, संस्कृति, विरासत, पर्यावरण, महापुरुषों  और तमाम राष्ट्रीय-अंतर्राष्ट्रीय घटनाक्रमों से अवगत कराता है। उक्त उद्गार राजस्थान पश्चिमी क्षेत्र, जोधपुर के निदेशक डाक सेवाएं श्री कृष्ण कुमार यादव ने डाक विभाग द्वारा पाली जिले में आयोजित दो दिवसीय डाक टिकट प्रदर्शनी 'पालीपेक्स -2016'  के  समापन समारोह में 6 अक्टूबर  2016  को मुख्य अतिथि के रूप में अपने उद्बोधन में व्यक्त किये। 

डाक निदेशक श्री कृष्ण कुमार यादव  ने कहा कि पत्रों और डाक टिकटों का संवेदना से गहरा रिश्ता है। डाक टिकट एक छोटा सा कागज का टुकड़ा भले ही दिखता है, पर इसका महत्व और कीमत दोनों ही काफी ज्यादा है। यही कारण है कि ई-मेल और सोशल मीडिया के इस दौर में भी आज हाथों से लिखे पत्रों और डाक टिकटों की लाखों-करोड़ों में नीलामी होती है। 

डाक निदेशक श्री कृष्ण कुमार यादव  ने प्रदर्शनी में सोजत की विश्व प्रसिद्ध मेंहदी  पर एक विशेष आवरण (लिफाफा) और विरूपण भी जारी किया। श्री यादव ने कहा कि पाली का सोजत नगर भारत में मेंहदी उत्पादन के क्षेत्र में अग्रणी है और शादी-विवाह से लेकर तमाम शुभ कार्यों में इसका बहुतायत से उपयोग होता है।  दुनिया भर के पर्यटकों से लेकर तमाम नामचीन हस्तियाँ तक सोजत की मेंहदी की खुशबू और इसकी कलात्मकता की मुरीद हैं। ऐसे में  5 रूपये मूल्य वर्ग में जारी इस विशेष आवरण को देश के तमाम प्रमुख फिलेटलिक ब्यूरो  में उपलब्ध कराया जायेगा।

पाली  मंडल के  डाक अधीक्षक श्री डी.आर. सुथार  ने कहा कि डाक विभाग भारत के सबसे पुराने विभागों में है और इस प्रकार की पहल फिलेटली को युवाओं के और नजदीक लाती है। डाक टिकट संग्रहण के महत्व को उजागर करते हुए उन्होंने कहा कि दुर्लभ टिकटों का संग्रहण बेशकीमती होता है।

कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि के रूप में पधारे श्री महेंद्र बोहरा, सभापति नगर परिषद पाली ने कहा कि ऐसी प्रदर्शनियां निरंतर होती रहनी चाहिये, ताकि अधिक से अधिक लोग डाक टिकट संग्रह की अभिरुचि के प्रति आकर्षित हो सकें।







 पालीपेक्स-2016  के समापन अवसर पर डाक टिकट प्रदर्शनी प्रतियोगिता के विजेताओं को निदेशक डाक सेवाएं कृष्ण कुमार यादव द्वारा पुरस्कृत किया गया। इनमें  सीनियर सवंर्ग में  सर्वश्री शैलेष अग्रवाल, जुगल सोमानी व  मधुसूदन बिरला एवं जूनियर सवंर्ग में  सर्वश्री अमन काबरा, अनिरुद्ध  सराफ व सुखविंदर सिंह को क्रमश: प्रथम, द्वितीय व तृतीय स्थान प्राप्त हुआ। स्कूली विद्यार्थियों  हेतु आयोजित पत्र लेखन प्रतियोगिता में सीनियर वर्ग में श्रेय मुद्गल, मुस्कान आचार्य व महान  परिहार एवम जूनियर वर्ग में प्रियंका वैष्णव, विवेक सिंह व योगेश को क्रमश: प्रथम, द्वितीय व तृतीय स्थान प्राप्त हुआ। डाक टिकट डिजाइन प्रतियोगिता में कक्षा 1-5 तक के वर्ग में चंचल लालर, जाह्नवी देवरा, एकलव्य शर्मा, कक्षा 6-8  तक के वर्ग में राहुल चौधरी, कोमल प्रजापत, सानिया सोडा एवम कक्षा 9 -12   तक के वर्ग में सुनील जांगिड़, कृष्ण सोनी व भगवत सिंह को क्रमश: प्रथम, द्वितीय व तृतीय स्थान प्राप्त हुआ। 



इस अवसर पर  श्री दिलीप नवलखा, उपप्रधानाचार्य, राजकीय बांगड महाविद्यालय, पाली, ज्यूरी सदस्य  श्री जगत किशोर परिहार  व श्री आर.के. भूतड़ा, सहायक डाक अधीक्षक सर्वश्री संग्राम भंसाली, पुखराज राठौड़, धर्मपाल सिंह, तरुण शर्मा, डाक निरीक्षक श्रवण कुमार भाटी, जयदेव यादव, शहनाज़ खान सहित तमाम फिलेट्लिस्ट, स्कूली विद्यार्थी और प्रबुद्धजन उपस्थित थे। आभार ज्ञापन पोस्टमास्टर श्री जेपाराम सेंगर द्वारा किया गया।









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