Monday, December 5, 2016

बिस्तर पर लेटे 600 मरीजों के नोट बदलने खुद पहुँच गए डाक निदेशक


नोटबंदी से परेशान लोगों की मदद के लिए कई लोग कार्य कर रहे थे, लेकिन ये तीन अफ़सर ऐसे थे जिन्होंने आउट ऑफ़ वे जाकर न केवल हजारों लोगों की अपने-अपने तरीके से मदद की बल्कि नोटबंदी से परेशान लोगों की मदद के लिए दफ़्तरों से निकल उन्हीं के सामने पहुँच गए।
(बिस्तर पर लेटे 600 मरीजों के नोट बदलने खुद पहुँच गए डाक निदेशक) 

राजस्थान पश्चिम क्षेत्र डाक सेवा के निदेशक क़ृष्ण कुमार यादव के पास नोटबंदी मे जोधपुर सहित 13 जिलों  के 4452 डाकघरों की जिम्मेदारी थी। लोग करेंसी बदलवाने एटीएम और बेंकों की लाइनों मे खड़े थे तो सवाल उठा कि अस्पताल मे भर्ती मरीज कैसे नकदी लाएंगे? बस अगले दिन टीम के साथ पोस मशीन लेकर पहुँच गए जोधपुर के महात्मा गांधी राजकीय अस्पताल। 600 मरीजों को उनके बेड पर जाकर मनी एक्स्चेंज कर मुस्कान दी। फिर उम्मेद अस्पताल में  400 गर्भवतियों के पास जाकर मनी एक्स्चेंज की। ग्रामीणों की मदद के लिए भी जमा विड्राल की खास सुविधा की। 19 दिन में 50 हजार नए खाते खुलवा दिये।

(साभार : दैनिक भास्कर, 5 दिसंबर 2016)

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