Friday, May 5, 2017

अब डाक टिकट में लीजिए कॉफी की खुशबू : चंदन, गुलाब व जूही की सुगंध के बाद भारत में कॉफी की सुगंध वाले डाक टिकट जारी

दुनिया भर में डाक टिकटों का संग्रह करने वालों की कमी नहीं है। डाक टिकट सिर्फ पोस्टेज ही नहीं होते हैं बल्कि समकालीन समाज का प्रतिबिंब भी होते हैं। यही कारण है कि देश-दुनिया में विभिन्न सरकारों द्वारा समय-समय पर विभिन्न विषयों पर डाक टिकट जारी किए जाते हैं। युवाओं को डाक टिकटों के प्रति आकर्षित करने और इसके संग्रह के प्रति अभिरुचि पैदा करने के लिए तमाम अनूठे डाक टिकट भी जारी किए गए हैं। राजस्थान पश्चिमी क्षेत्र, जोधपुर के निदेशक डाक सेवाएं कृष्ण कुमार यादव ने बताया कि  भारतीय डाक विभाग ने 23 अप्रैल, 2017 को कॉफी की खुशबू वाले 2 लाख डाक टिकट जारी किए हैं। 100 रुपए मूल्य वाले इस डाक टिकट से काफी की भीनी-भीनी सुगंध आती है। जोधपुर प्रधान डाकघर स्थित पोस्ट शापी से इस डाक टिकट को प्राप्त किया जा सकता है।

निदेशक डाक सेवाएं कृष्ण कुमार यादव ने बताया कि भारतीय डाक विभाग इससे पहले 13 दिसम्बर 2006 को चंदन की खुशबू वाला एक डाक टिकट (15 रुपए),  7 फरवरी 2007 को गुलाब की खुशबू वाले चार डाक टिकट (5 और 15 रुपए) एवं 26 अप्रैल 2008 को जूही की खुशबू वाले दो डाक टिकट  (5 और 15 रुपए) जारी कर चुका है।कॉफी पर जारी डाक टिकट इस श्रेणी में चौथा सुगन्धित डाक टिकट है, पर पेय पदार्थों की सुगंध वाला यह भारत में पहला डाक टिकट जारी हुआ है। डाक निदेशक  केके यादव ने बताया कि वर्ष 1973 में सुगन्धित डाक टिकट जारी करने वाला पहला देश  भूटान बना था और फिर न्यूजीलैंड, थाईलैंड और स्विट्ज़रलैंड जैसे देशों ने भी सुगन्धित डाक टिकट जारी किए। भारत ने अपना पहला खूशबूदार डाक टिकट वर्ष 2006 में चंदन पर जारी किया।
डाक निदेशक कृष्ण कुमार यादव ने बताया कि डाक विभाग द्वारा समय-समय पर जारी नियमित डाक टिकटों के विपरीत ये सुगन्धित  डाक टिकट, स्मारक डाक टिकटों की श्रेणी के तहत जारी किये गये हैं। यही कारण है कि इन डाक टिकटों का पुनर्मुद्रण नहीं हो सकता और डाक टिकट संग्राहकों हेतु यह एक अमूल्य और रोचक निधि बन गया है। इन डाक टिकटों के प्रति फिलेटलिस्ट के अलावा युवाओं में भी काफी क्रेज होता है, जो अनूठी चीजों को अपने कलेक्शन का हिस्सा बनाना चाहते हैं। 

गौरतलब है कि कॉफी विश्व की महत्वपूर्ण पेय उपजों में से एक है। यह दक्षिणी इथोपिया की उच्चभूमि की देशी उपज है और इसका नाम भी उच्चभूमि पर स्थित काफा जिले से लिया गया है, जहाँ यह मूल रूप से पैदा होती थी। भारत में 16 किस्म की कॉफी का उत्पादन होता है। भारत में कॉफी उत्पादन में कर्नाटक राज्य अग्रणी है, उसके बाद तमिलनाडु और केरल हैं। आंध्र प्रदेश, ओडिशा और पूर्वोत्तर राज्यों में भी कॉफी उगाई जाती है।

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