Saturday, July 22, 2017

डाक विभाग की अनूठी पहल : ’सुंदर भारत’ थीम पर कीजिये फोटोग्राफी, चयनित होने पर 'स्वतंत्रता दिवस-2017' पर जारी होने वाले डाक टिकट पर पायेगा स्थान

यदि आप फोटोग्राफी का शौक रखते हैं तो आप द्वारा लिया गया फोटो भी डाक टिकट पर स्थान पा सकता  है।  भारतीय डाक विभाग ऐसे लोगों के लिए इस 'स्वतंत्रता दिवस' पर  एक सुनहरा मौका लेकर आया है, जहाँ डाक टिकट पर आप द्वारा क्लिक किया गया मौलिक फोटोग्राफ स्थान पा सकता है। 

इस संबंध में जानकारी देते हुए राजस्थान पश्चिमी क्षेत्र, जोधपुर  के निदेशक डाक सेवाएं श्री कृष्ण कुमार यादव ने बताया कि  स्वतंत्रता  दिवस-2017  के लिए डाक विभाग ने ’सुंदर भारत’ थीम पर फोटोग्राफी कम्पटीशन की घोषणा की है, जिसके तहत 18 वर्ष से ऊपर का कोई भी भारतीय नागरिक इस विषय पर डाक टिकट व अन्य फिलेटेलिक सामग्री हेतु अपना मौलिक फोटोग्राफ भेज सकता है। उक्त फोटो ऐसी होनी चाहिए कि जिसे भारत के स्वतंत्रता दिवस पर डाक टिकट जारी करने बाबत् चयन किया जा सके और ऐसा डाक-टिकट संग्रह करने लायक हो। डाक निदेशक श्री कृष्ण कुमार यादव ने बताया कि इस प्रतियोगिता के लिए राष्ट्रीय स्तर पर क्रमशः 10,000, 6000 व 4000 रूपये का प्रथम, द्वितीय व तृतीय पुरस्कार भी दिया जायेगा।

डाक निदेशक श्री कृष्ण कुमार यादव ने बताया कि प्रतिभागियों को भारत की सुंदरता दर्शाते, चित्रित करती हुई एक ऐसी मौलिक और वास्तविक तस्वीर लेकर भेजनी है, जो कि अन्य व्यक्ति द्वारा ली गई तस्वीर से भिन्न हों, यानि बिल्कुल नई हो। संबंधित प्रतिभागी स्पीड पोस्ट के माध्यम से 25 जुलाई, 2017  तक ए-4 साईज के  फोटो वाले कागज पर अपनी प्रविष्टि और उसकी सॉफ्ट कॉपी एक सीडी में डालकर सहायक महानिदेशक (फिलेटली), कक्ष संख्या 108 (बी), डाक भवन, पार्लियामेंट स्ट्रीट, नई दिल्ली-110001 पर भेज सकते हैं। मूल फोटो प्रिंट के पिछले हिस्से में प्रतिभागी का नाम, उम्र, लिंग,राष्ट्रीयता, पिनकोड सहित पूर्ण पता, फोन/मोबाईल नं. और  ई-मेल लिखा होना चाहिए। प्रतिभागियों को लिफाफे पर ‘‘फोटोग्राफ़ी प्रतियोगिता - स्वतंत्रता दिवस’’ का उल्लेख अवश्य करना होगा ।  प्रविष्टियां ईमेल के द्वारा philatelycompetition@gmail.com पर सीधे भी भेजी जा सकती हैं। 

(Photography Competition by India Post on "Beautiful India" theme for Commemorative stamps on the ocassion of Independence Day 2017)

No comments:

Post a Comment