Monday, April 25, 2022

International Day of Yoga- 2022 के क्रम में डाक विभाग ने आयोजित किया काउंटडाउन्स, देश भर के 50 हजार पोस्टऑफिस जुड़े ऑनलाइन

'अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस-2022' के क्रम में डाक विभाग ने 25 अप्रैल को काउंटडाउन्स आरंभ किया, जिसमें देश भर के 50 हजार पोस्ट ऑफिस ऑनलाइन जुड़े। इसमें उत्तर प्रदेश के 5637 डाकघर 28,187 लोगों के साथ, वहीं वाराणसी परिक्षेत्र में 663 डाकघर 7,335 लोगों के साथ जुड़े। नई दिल्ली में केंद्रीय संचार एवं रेलवे मंत्री श्री अश्विनी वैष्णव, संचार राज्य मंत्री श्री देवुसिंह चौहान, सचिव डाक विभाग श्री विनीत पांडेय ने देश के विभिन्न भागों से जुड़े लोगों को योग हेतु प्रोत्साहित किया। वहीं, वाराणसी परिक्षेत्र के पोस्टमास्टर जनरल श्री कृष्ण कुमार यादव ने मालवीय भवन, काशी हिन्दू विश्वविद्यालय में कैण्ट विधायक श्री सौरभ श्रीवास्तव, निदेशक मालवीय भवन डॉ. उपेंद्र पाठक और प्रवर डाक अधीक्षक श्री राजन राव संग इस अभियान में भाग लेते हुए लोगों को 'अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस-2022' से जुड़ने हेतु प्रोत्साहित किया। सारनाथ में आयोजित कार्यक्रम में श्री सुमेधा टेरो, विहाराधिपति, जम्बूदीप मंदिर, डाक अधीक्षक श्री पीसी तिवारी, सामाजिक कार्यकर्ता श्री शशिकांत राय सहित तमाम लोगों ने योग के प्रति प्रेरित किया। विभिन्न डाक मंडलों और डाकघरों में हजारों लोग इस अभियान से जुड़े।

 इस अवसर पर कैण्ट विधायक श्री सौरभ श्रीवास्तव ने कहा कि भारतीय संस्कृति की अमूल्य और विलक्षण धरोहर एवं मानव के उत्तम स्वास्थ्य का आधार योग है। यह प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी की दूरदर्शी सोच का परिणाम है कि अब वैश्विक स्तर पर योग दिवस को उत्सव के रूप में मनाया जाता है।











पोस्टमास्टर जनरल  श्री कृष्ण कुमार यादव ने कहा कि, योग न सिर्फ हमें नकारात्मकता से दूर रखता है अपितु हमारे मनोमस्तिष्क में अच्छे विचारों का निर्माण भी करता है। कोरोना महामारी के दौर में योग का महत्त्व और अधिक बढ़ गया है, जिसे अपनाकर हम सभी को स्वस्थ भारत के निर्माण में सहभागी बनना चाहिए।

 बीएचयू में मालवीय भवन के निदेशक डॉ. उपेंद्र पाठक ने डाक विभाग की इस पहल की सराहना करते हुए कहा कि योग जीवन का वह दर्शन है,जो मनुष्य को उसकी आत्मा से जोड़ता है और मनुष्य के मानसिक, शारीरिक व आध्यात्मिक ऊर्जा को बढ़ाता है।

जम्बूदीप मंदिर, सारनाथ के विहाराधिपति श्री सुमेधा टेरो ने कहा कि भारतीय संस्कृति प्राचीन काल से ही विश्वव्यापी है। महात्मा बुद्ध द्वारा प्रतिपादित बौद्ध धर्म में भी योग के अष्टांग योग की भांति निर्वाण के लिए अष्टांग मार्ग का वर्णन है, जिसमें यम और नियम का भी समावेश है।

 सारनाथ में श्री इंदल विश्वकर्मा और बीएचयू में मालवीय भवन में आयोजित कार्यक्रम में योग प्रशिक्षक डॉ. योगेश भट्ट ने योगासनों की जानकारी दी। सौम्या मिश्रा, उन्नति उपाध्याय, शिव शंकर पांडेय ने कुलगीत प्रस्तुत किया। इस अवसर पर सहायक डाक अधीक्षक आरके चौहान, सुरेश चंद्र, पंकज कुमार, अजय मौर्या, निरीक्षक श्रीकांत पाल, नरेश बारा, पोस्टमास्टर रमाशंकर वर्मा, जेपी सिंह, राम रतन पांडेय, कुलभूषण तिवारी, श्री प्रकाश गुप्ता, राजेंद्र यादव, राहुल वर्मा, अजिता, अभिलाषा सहित तमाम लोग उपस्थित रहे।








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