प्रस्तुत पुस्तक में विभिन्न छटाओं के इंद्रधनुषी डाक टिकट एवं उनके संबंध में ज्ञानप्रद जानकारियाँ दी गई हैं। इन डाक टिकटों पर इतिहास, भूगोल, राजनीति, व्यक्ति, संस्कृति-सभ्यता, साहित्य-विज्ञान, जीव-जंतु, खेल-कूद, स्थापत्य-मूर्ति, चित्र-कलाओं आदि के विविध रंग-रूप देखने को मिलते हैं। स्वतंत्र भारत के डाक टिकटों पर शुरू से ही विभिन्न राष्ट्रीय विषय उभारे जाते रहे हैं। विश्व के अनेकानेक देशों ने अपने-अपने डाक टिकटों में सप्तवर्णी रंग भरे हैं। सामयिक विषयों और घटनाओं पर निकले डाक टिकट ऐतिहासिक दस्तावेज बन गए हैं। भारत समेत विश्व के विविध विषयों वाले डाक टिकटों ने फिलेटली (डाक टिकटों का विज्ञान व अध्ययन) लेखकों का ध्यान अपनी ओर आकर्षित किया है। यह इंद्रधनुषी पुस्तक उसी अभाव की पूर्ति करती है।
पुस्तक-इंद्रधनुषी डाक टिकट
लेखक-गोपीचंद श्रीनागर
पृष्ठ- 104,
संस्करण-2007,
मूल्य- 125 रूपये
प्रकाशक-ग्रंथ अकादमी, 1659 पुराना दरियागंज, नई दिल्ली-110002
इन डाक टिकटों पर इतिहास, भूगोल, राजनीति, व्यक्ति, संस्कृति-सभ्यता, साहित्य-विज्ञान, जीव-जंतु, खेल-कूद, स्थापत्य-मूर्ति, चित्र-कलाओं आदि के विविध रंग-रूप देखने को मिलते हैं।
ReplyDelete.....Bahut Sundar Pustak hai !!
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ReplyDeleteNice Collection of Stamps.
ReplyDeleteपुस्तक मेरी नज़रों से गुजरी है.....अच्छा प्रयास है.
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