जब फागुन रँग झमकते हो तब देख बहारेँ होली की | गुलजार खिले हो परियोँ के और मजलिस की तैयारी हो | कपड़ो पर रँग के छीटोँ से खुश रँग अजब गुलकारी हो | मुँह लाल, गुलाबी आँखे हो और हाथोँ मेँ पिचकारी हो | उस रँग भरी पिचकारी को अँगिया पर तक कर मारी हो | सीनो से रँग ढलकतेँ हो तब देख बहारेँ होली की . -"नजीर अकबराबादी"
होली की शुभकामनायें.
ReplyDeleteआपको होली की रंग भरी शुभकामनाएँ !
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ReplyDeleteरंग-बिरंगी होली की बधाई.
!! होली की शुभकामनायें !! रंगकामनाएं स्वीकार हों !!
ReplyDeleteआपको भी होली की शुभकामनायें.
ReplyDeleteये रंग भरा त्यौहार, चलो हम होली खेलें
ReplyDeleteप्रीत की बहे बयार, चलो हम होली खेलें.
पाले जितने द्वेष, चलो उनको बिसरा दें,
गले लगा लो यार, चलो हम होली खेलें.
आप एवं आपके परिवार को होली मुबारक.
-समीर लाल ’समीर’
होली की शुभकामनायें.
ReplyDeleteडाकिया बाबू आपको भी लौटती डाक से शुभकामनायें ।
ReplyDeleteजब फागुन रँग झमकते हो तब देख बहारेँ होली की |
ReplyDeleteगुलजार खिले हो परियोँ के और मजलिस की तैयारी हो |
कपड़ो पर रँग के छीटोँ से खुश रँग अजब गुलकारी हो |
मुँह लाल, गुलाबी आँखे हो और हाथोँ मेँ पिचकारी हो |
उस रँग भरी पिचकारी को अँगिया पर तक कर मारी हो |
सीनो से रँग ढलकतेँ हो तब देख बहारेँ होली की . -"नजीर अकबराबादी"
होली की रंगारंग शुभकामनाए
आपको और आपके परिवार को होली की हार्दिक बधाईयाँ एवं शुभकामनायें !
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