Monday, February 27, 2023

Postmaster General Krishna Kumar Yadav felicitated by Zee Uttar Pradesh - Uttarakhand

प्रतिष्ठित मीडिया समूह जी न्यूज ग्रुप, उत्तर प्रदेश-उत्तराखण्ड द्वारा रविवार, 26 फरवरी, 2023 को आयोजित "उत्तर प्रदेश की बात : आज़मगढ़ से" में आज़मगढ़ से जुडी तमाम शख़्शियत को सम्मानित किया गया। इसी क्रम में वाराणसी परिक्षेत्र के पोस्टमास्टर जनरल श्री कृष्ण कुमार यादव को भी सम्मानित किया गया। यह सम्मान उत्तर प्रदेश सरकार के कैबिनेट मंत्री (श्रम एवं सेवायोजन, समन्वय विभाग) श्री अनिल राजभर ने प्रदान किया। 

गौरतलब है कि श्री कृष्ण कुमार यादव लोकप्रिय प्रशासक के साथ ही सामाजिक, साहित्यिक और समसामयिक मुद्दों से सम्बंधित विषयों पर प्रमुखता से लेखन करने वाले साहित्यकार, विचारक और ब्लॉगर भी हैं। आज़मगढ़ जनपद के तहबरपुर निवासी एवं जवाहर नवोदय विद्यालय, जीयनपुर, आज़मगढ़ और तत्पश्चात इलाहाबाद विश्वविद्यालय से उच्च शिक्षा ग्रहण कर भारत सरकार की प्रतिष्ठित सिविल सेवाओं में चयनित श्री कृष्ण कुमार यादव का बहुआयामी व्यक्तित्व है। देश-विदेश की तमाम पत्र-पत्रिकाओं में प्रकाशन के साथ विभिन्न विधाओं में आपकी सात पुस्तकें प्रकाशित हो चुकी हैं और आपके जीवन पर भी एक पुस्तक "बढ़ते चरण शिखर की ओर : कृष्ण कुमार यादव" प्रकाशित हो चुकी है। 

देश-विदेश में विभिन्न प्रतिष्ठित सामाजिक-साहित्यिक संस्थाओं द्वारा विशिष्ट कृतित्व, रचनाधर्मिता और प्रशासन के साथ-साथ सतत् साहित्य सृजनशीलता हेतु आपको शताधिक सम्मान और मानद उपाधियाँ प्राप्त हैं। उ.प्र. के मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव द्वारा ’’अवध सम्मान’’, पश्चिम बंगाल के राज्यपाल श्री केशरीनाथ त्रिपाठी द्वारा ’’साहित्य-सम्मान’’, छत्तीसगढ़ के राज्यपाल श्री शेखर दत्त द्वारा ’’विज्ञान परिषद शताब्दी सम्मान’’ से विभूषित आपको अंतर्राष्ट्रीय ब्लॉगर्स सम्मेलन, नेपाल, भूटान और श्रीलंका में भी सम्मानित किया जा चुका है। विभागीय दायित्वों और हिन्दी के प्रचार-प्रसार के क्रम में अब तक श्री यादव  लंदन, फ़्रांस, जर्मनी, नीदरलैंड, दक्षिण कोरिया, भूटान, श्रीलंका, नेपाल जैसे देशों की यात्रा कर चुके हैं। आपके परिवार को यह गौरव प्राप्त है कि साहित्य में तीन पीढ़ियाँ सक्रिय हैं। आपके पिताजी श्री राम शिव मूर्ति यादव के साथ-साथ आपकी पत्नी श्रीमती आकांक्षा भी चर्चित ब्लॉगर और साहित्यकार हैं, वहीं बड़ी बेटी अक्षिता (पाखी) अपनी उपलब्धियों हेतु भारत सरकार द्वारा सबसे कम उम्र में राष्ट्रीय बाल पुरस्कार से सम्मानित हैं।




No comments:

Post a Comment