Monday, July 31, 2023

डाककर्मी के पुत्र मुंशी प्रेमचंद ने लिखी साहित्य की नई इबारत – पोस्टमास्टर जनरल कृष्ण कुमार यादव

हिन्दी साहित्य के इतिहास में उपन्यास सम्राट के रूप में प्रसिद्ध मुंशी प्रेमचंद के पिता अजायब राय श्रीवास्तव लमही, वाराणसी में डाकमुंशी (क्लर्क) के रूप में कार्य करते थे। ऐसे में प्रेमचंद का डाक-परिवार से अटूट सम्बन्ध था। मुंशी प्रेमचंद को पढ़ते हुए पीढ़ियाँ बड़ी हो गईं। उनकी रचनाओं से बड़ी आत्मीयता महसूस होती है। ऐसा लगता है मानो इन रचनाओं के  पात्र हमारे आस-पास ही मौजूद हैं। प्रेमचंद जयंती (31 जुलाई) की पूर्व संध्या पर उक्त उद्गार चर्चित ब्लॉगर व साहित्यकार एवं वाराणसी परिक्षेत्र  के पोस्टमास्टर जनरल श्री कृष्ण कुमार यादव ने व्यक्त किये।

पोस्टमास्टर जनरल श्री कृष्ण कुमार यादव ने कहा कि लमही, वाराणसी में जन्मे डाककर्मी के पुत्र मुंशी प्रेमचंद ने साहित्य की नई इबारत  लिखी। हिंदी कहानी तथा उपन्यास के क्षेत्र में 1918 से 1936  तक के कालखंड को 'प्रेमचंद युग' कहा जाता है। प्रेमचंद साहित्य की वैचारिक यात्रा आदर्श से यथार्थ की ओर उन्मुख है। मुंशी प्रेमचंद स्वाधीनता संग्राम के भी सबसे बड़े कथाकार हैं। श्री कृष्ण कुमार यादव ने बताया कि, प्रेमचंद की स्मृति में भारतीय डाक विभाग की ओर से 30 जुलाई 1980 को उनकी जन्मशती के अवसर पर 30 पैसे मूल्य का एक डाक टिकट भी जारी किया जा चुका है।

पोस्टमास्टर जनरल श्री कृष्ण कुमार यादव ने कहा कि, प्रेमचन्द के साहित्यिक और सामाजिक विमर्श आज भूमंडलीकरण के दौर में भी उतने ही प्रासंगिक हैं। उनकी कृतियों के तमाम चरित्र, मसलन- होरी, मैकू, अमीना, माधो, जियावन, हामिद कहीं-न-कहीं वर्तमान समाज के सच के सामने फिर से तनकर खड़े हो जाते हैं। प्रेमचंद ने साहित्य को सच्चाई के धरातल पर उतारा। प्रेमचन्द जब अपनी रचनाओं में समाज के उपेक्षित व शोषित वर्ग को प्रतिनिधित्व देते हैं तो निश्चिततः इस माध्यम से वे एक युद्ध लड़ते हैं और गहरी नींद सोये इस वर्ग को जगाने का उपक्रम करते हैं। श्री यादव ने कहा कि प्रेमचन्द ने अपने को किसी वाद से जोड़ने की बजाय तत्कालीन समाज में व्याप्त ज्वलंत मुद्दों से जोड़ा। उनका साहित्य शाश्वत है और यथार्थ के करीब रहकर वह समय से होड़ लेती नजर आती हैं। (चित्र में : मुंशी प्रेमचंद की जन्मस्थली लमही, वाराणसी में पोस्टमास्टर जनरल श्री कृष्ण कुमार यादव)












Saturday, July 29, 2023

PM Kisan Samman Nidhi : Farmers need not to go to the Bank/ATM, get the DBT at doorstep through the Postman

As Prime Minister Shri Narendra Modi released the highly anticipated 14th installment of the 'Pradhan Mantri Kisan Samman Nidhi Yojana' in a program organized in Sikar, Rajasthan, the beneficiaries farmer and their families were pleased. The government transferred more than Rs 17,000 crore to the accounts of 8.5 crore beneficiary farmers across the country through DBT. Now, these farmers can get this amount directly at their doorstep. Postmaster General, Varanasi Region Mr. Krishna Kumar Yadav told that beneficiary farmers can withdraw the DBT amount received in their bank accounts through postman at their doorstep. For this, farmers need not to visit any bank branch or ATM. An amount of up to Rs. 10,000 can be withdrawn in a day from any Mobile & Aadhaar linked bank account through Aadhaar Enabled Payment System at doorstep. The Post Office does not charge any fee for this.

Under the Pradhan Mantri Kisan Samman Nidhi, beneficiary farmers receives financial assistance of Rs 6,000 every year. This amount is transferred to their bank accounts through DBT in three installments of Rs 2,000 each at an interval of every 4 months.

“Farmers can withdraw the DBT amount received in their accounts under 'Pradhan Mantri Kisan Samman Nidhi Yojana' through the postman at their doorstep. An amount of up to Rs 10,000 can be withdrawn in a day through Aadhaar Enabled Payment System. They do not have to visit to any bank or ATM for the same” - Postmaster General Mr. Krishna Kumar Yadav

किसानों को बैंक या एटीएम जाने की जरुरत नहीं, घर बैठे डाकिया के माध्यम से प्राप्त करें प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि की राशि

प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने राजस्थान के सीकर में आयोजित एक कार्यक्रम में ज्यों ही 'प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना' की बहुप्रतीक्षित 14वीं किस्त जारी की तो किसानों और उनके परिवारजनों की बांछें खिल गईं। सरकार ने डीबीटी माध्यम से देशभर के 8.5 करोड़ लाभार्थी किसानों के बैंक खातों में सीधे 17,000 करोड़ रूपये की धनराशि ट्रांसफर की। अब लाभार्थी किसान घर बैठे इस राशि को तुरंत प्राप्त कर सकते हैं। इस संबंध में जानकारी देते हुए वाराणसी परिक्षेत्र के पोस्टमास्टर जनरल श्री कृष्ण कुमार यादव ने बताया कि विभिन्न बैंकों के अपने खातों  में प्राप्त डीबीटी राशि को किसान घर बैठे डाकिया के माध्यम से निकाल सकते हैं। इसके लिए किसानों को किसी बैंक की शाखा या एटीएम पर जाने की जरुरत नहीं होगी। देश के किसी भी बैंक में स्थित मोबाईल और आधार लिंक्ड खाते से घर बैठे आधार इनेबल्ड पेमेंट सिस्टम के माध्यम से एक दिन में 10 हजार रूपये तक की राशि निकाली जा सकती है। इसके लिए डाक विभाग द्वारा कोई शुल्क नहीं लगेगा।     

गौरतलब है कि प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि किसानों की वित्तीय जरूरतों को पूरा करने के लिए फरवरी, 2019 में शुरू की गई थी। इसके तहत लाभार्थी किसानों को एक साल में 6,000 रुपये की राशि दी जाती है। लाभार्थी किसानों को ये राशि हर 4 महीने के अंतराल पर तीन किस्तों में दो-दो हजार रुपये करके उनके खातों में डीबीटी माध्यम से ट्रांसफर की जाती है।

'प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना' के तहत अपने खातों में प्राप्त डीबीटी राशि को लाभार्थी किसान घर बैठे डाकिया के माध्यम से निकाल सकते हैं। आधार इनेबल्ड पेमेंट सिस्टम के माध्यम से एक दिन में 10 हजार रूपये तक की राशि निकाली जा सकती है। इसके लिए किसी बैंक या एटीएम पर जाने की जरुरत नहीं होगी।" - पोस्टमास्टर जनरल कृष्ण कुमार यादव







Wednesday, July 26, 2023

Postmaster General Krishna Kumar Yadav releases Special Postal Cover on Tribal product 'Kattha' (Catechu)

Under the aegis of Azadi Ka Amrit Mahotsav 2.0, Department of Post is issuing 75 special covers on tribal products across the country. Postmaster General of Varanasi Region Mr. Krishna Kumar Yadav releases special cover and cancellation on tribal product 'Kattha' (Catechu) in a program organized at Head Post Office, Varanasi. This special cover was defaced by putting a postage stamp issued on the "International Shri Anna Year".  Padma shri Mr. Chandrashekhar and Senior Superintendent of Post Offices Rajan Rao also graced the function.

Releasing the special cover, Postmaster General Mr. Krishna Kumar Yadav said that the tribals in different areas, are not only preserving the heritage through their handicrafts and organic and natural products, but also playing a leading role in the growth of the agricultural economy. Kattha (Catechu) is the product of Kharwar tribe. This tribe was the first to start collecting its extracts as their business. Red Kattha is used in paan (betel) whereas white kattha is used in medicinal form. Because of its psychosomatic and therapeutic properties, kattha has been used in India since ancient times, said Mr. Yadav.

Postmaster General Mr. Krishna Kumar Yadav said that stamps and special covers connect the history with the present. Special covers issued on ODOP, GI and tribal products are increasing their publicity by branding them in the country and the world wide. It also promotes the concept of 'Vocal for Local' and 'Atm Nirbhar Bharat' under inclusive development. By adopting Philately as a hobby, the youth will also be able to enhance their knowledge by getting all the information through stamps and special covers.

Padma Shri Mr. Chandrashekhar Singh, a well known Progressive farmer as a special guest, said that the Department of Posts, through its vast and reliable network, is reaching out to every section of the society and connecting them with government welfare schemes. Issuing stamps and special covers on products, heritage, personalities and various aspects related to agriculture to tribal society, giving them a new identity.

On this occasion, Senior Superintendent of Post Offices, Varanasi East Division Rajan, Superintendent of Post Offices, Varanasi West Division Vinay Kumar, Senior Postmaster SP Rai, Assistant Superintendent  of Post Offices Ajay Kumar, Dilip Singh Yadav, IPPB Manager Sublesh Singh, Inspector of Post Offices Sarvesh Singh, Shrikant Pal, Shriprakash Gupta, Deepmani, Jagdish Sadeja, Sushant Singh along with Postal Officials and philatelists etc. were present.

डाक विभाग ने जनजातीय उत्पाद 'कत्था' पर जारी किया विशेष आवरण

जनजातीय उत्पादों पर जारी विशेष आवरण से देश-दुनिया में होगी इनकी ब्रांडिंग और प्रचार-पोस्टमास्टर जनरल कृष्ण कुमार यादव

आजादी का अमृत महोत्सव 2.0 के तत्वावधान में भारतीय डाक विभाग द्वारा पूरे देश में जनजातीय उत्पादों पर 75 विशेष आवरण जारी किये जा रहे हैं। इसी क्रम में वाराणसी परिक्षेत्र के पोस्टमास्टर जनरल श्री कृष्ण कुमार यादव ने वाराणसी के प्रगतिशील किसान पद्मश्री श्री चंद्रशेखर सिंह और प्रवर डाक अधीक्षक राजन राव संग जनजातीय उत्पाद 'कत्था' पर विशेष आवरण व विरूपण का विमोचन प्रधान डाकघर, वाराणसी में आयोजित एक कार्यक्रम में किया। इस विशेष आवरण पर अंतर्राष्ट्रीय श्री अन्न वर्ष पर जारी डाक टिकट लगाकर इसका विरूपण किया गया।

पोस्टमास्टर जनरल श्री कृष्ण कुमार यादव ने विशेष आवरण जारी करते हुए कहा कि विभिन्न जनजातीय क्षेत्रों के आदिवासी अपने हस्तशिल्प और जैविक व  प्राकृतिक उत्पादों के माध्यम से न सिर्फ विरासतों को सहेज रहे हैं बल्कि कृषि अर्थव्यवस्था की अभिवृद्धि में भी अग्रणी भूमिका निभा रहे हैं। कत्था खरवार जनजाति का उत्पाद है। इस जनजाति ने सबसे पहले इसके अर्क को अपने व्यवसाय के रूप में एकत्र करना शुरू किया था। लाल कत्थे का इस्तेमाल पान में तो सफ़ेद कत्थे का इस्तेमाल औषधीय रूप में किया जाता है। मनोदैहिक और चिकित्सीय गुणों के कारण प्राचीनकाल से ही भारत में कत्थे का प्रयोग किया जाता है।

पोस्टमास्टर जनरल श्री कृष्ण कुमार यादव ने कहा कि डाक टिकट और विशेष आवरण अतीत को वर्तमान से जोड़ते हैं। एक जिला-एक उत्पाद, जीआई उत्पादों से लेकर जनजातीय उत्पादों तक पर जारी विशेष आवरण देश-दुनिया में इनकी ब्रांडिंग कर प्रचार-प्रसार बढ़ाते हैं और समावेशी विकास के तहत 'वोकल फॉर लोकल' एवं 'आत्मनिर्भर भारत' की संकल्पना को मूर्त रूप देते हैं। फिलेटली को हॉबी के रूप में अपनाकर युवा वर्ग भी डाक टिकटों और विशेष आवरणों के माध्यम से तमाम जानकारियां प्राप्त कर ज्ञान में रचनात्मक अभिवृद्धि कर सकेंगे। 

विशिष्ट अतिथि के रूप में प्रगतिशील किसान पद्मश्री श्री चंद्रशेखर सिंह ने कहा कि डाक विभाग अपने विशाल और विश्वसनीय नेटवर्क के माध्यम से समाज के हर वर्ग तक पहुँचकर उन्हें सरकारी योजनाओं से जोड़ रहा है। कृषि से लेकर जनजातीय समाज से जुड़े उत्पादों, विरासतों, विभूतियों और विभिन्न पहलुओं पर डाक टिकट और विशेष आवरण जारी कर उन्हें नई पहचान दे रहा है।  

प्रवर डाक अधीक्षक राजन राव ने बताया कि उक्त विशेष आवरण मय विरूपण 25 रुपए में फिलेटलिक ब्यूरो, वाराणसी प्रधान डाकघर में उपलब्ध होगा।

इस अवसर पर प्रवर डाक अधीक्षक राजन, डाक अधीक्षक विनय कुमार, सीनियर पोस्टमास्टर एसपी राय, सहायक अधीक्षक अजय कुमार, दिलीप सिंह यादव, आइपीपीबी मैनेजर सुबलेश सिंह, डाक निरीक्षक सर्वेश सिंह, श्रीकांत पाल, दिलीप पांडेय, श्रीप्रकाश गुप्ता, दीपमणि, जगदीश सडेजा, सुशांत सिंह सहित तमाम अधिकारी, कर्मचारी, फ़िलेटलिस्ट इत्यादि उपस्थित रहे।





Tuesday, July 25, 2023

नारी सशक्तिकरण और वित्तीय समावेशन में 'महिला सम्मान बचत पत्र' महत्वपूर्ण कदम - पोस्टमास्टर जनरल कृष्ण कुमार यादव


आज़ादी के अमृत काल में महिलाओं के लिए आरम्भ 'महिला सम्मान बचत पत्र' को महिलाओं ने हाथों-हाथ लिया है। 1 अप्रैल, 2023 से आरंभ इस योजना में पूरे उत्तर प्रदेश में तीन माह में लगभग 29 हजार महिलाओं ने 3 अरब रूपये से ज्यादा का निवेश किया है। इसमें भी प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र में अवस्थित वाराणसी परिक्षेत्र में सर्वाधिक 7,065 महिलाओं ने निवेश कर रिकॉर्ड बनाया है। वाराणसी कैंट प्रधान डाकघर में आयोजित कार्यक्रम में महिला सम्मान बचत पत्र वितरित करते हुए वाराणसी परिक्षेत्र के पोस्टमास्टर जनरल श्री कृष्ण कुमार यादव ने कहा कि वाराणसी परिक्षेत्र में 'महिला सम्मान बचत पत्र' में 7,065 महिलाओं ने 40.51 करोड़ रूपये से ज्यादा का निवेश किया है।



पोस्टमास्टर जनरल श्री कृष्ण कुमार यादव ने कहा कि  'महिला सम्मान बचत पत्र' नारी सशक्तिकरण और वित्तीय समावेशन की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। दो साल की अवधि की यह योजना लचीले निवेश और आंशिक निकासी के विकल्पों के साथ दो लाख रुपये की अधिकतम सीमा के साथ त्रैमासिक चक्रवृद्धि ब्याज 7.5 प्रतिशत का आकर्षक और निश्चित ब्याज प्रदान करती है। यह योजना 31 मार्च, 2025 तक दो साल की अवधि के लिए वैध है। इसमें न्यूनतम रुपये 1,000/- व अधिकतम रुपये 2 लाख का निवेश किया जा सकता है। यह खाता एकल होगा तथा 3-3 माह के अंतराल पर कई खाते खोले जा सकते हैं परन्तु सभी खातों में जमाराशि मिलाकर रुपये 2 लाख से अधिक नहीं होगी। खाते में जमा रकम पर 7.5 % की दर से चक्रवृद्धि ब्याज देय है जो प्रत्येक तिमाही पर खाते में जमा कर दिया जाएगा। खाताधारक 1 वर्ष के पश्चात जमा राशि का अधिकतम 40% तक भुगतान प्राप्त कर सकती हैं  तथा 6 माह बाद आवश्यकता होने पर समय से पूर्व भी भुगतान प्राप्त किया जा सकता है जिस पर 5.5 % की दर से ब्याज दिया जाएगा।

इस अवसर पर प्रवर डाक अधीक्षक वाराणसी पूर्वी मंडल राजन राव, अधीक्षक डाकघर वाराणसी पश्चिमी विनय कुमार, सीनियर पोस्टमास्टर एसपी राय, सहायक निदेशक राम मिलन, बृजेश शर्मा सहित तमाम अधिकारी, कर्मी उपस्थित रहे।

उत्तर प्रदेश में परिक्षेत्रवार महिलाओं द्वारा डाकघर से लिया महिला सम्मान बचत पत्र

वाराणसी परिक्षेत्र -   7,065    

आगरा परिक्षेत्र  -     6,211

गोरखपुर परिक्षेत्र -    3,739      

बरेली परिक्षेत्र -        3,221              

लखनऊ परिक्षेत्र -    3,101      

कानपुर  परिक्षेत्र -    2,634  

प्रयागराज परिक्षेत्र -   1,373   

गाजियाबाद मंडल -   1,625   

"आज़ादी के अमृत काल बजट में आरंभ 'महिला सम्मान बचत पत्र' नारी सशक्तिकरण और वित्तीय समावेशन की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। इसके अंतर्गत डाक विभाग जनजागरूकता अभियान चलाकर महिलाओं को अपनी बचत को इस योजना में निवेश करने के लिए प्रेरित कर रहा है। इसमें न्यूनतम रुपये 1,000/- व अधिकतम रुपये 2 लाख का निवेश किया जा सकता है। यह योजना 31 मार्च, 2025 तक दो साल की अवधि के लिए वैध है।  दो साल की अवधि वाली यह योजना लचीले निवेश और आंशिक निकासी के विकल्पों के साथ दो लाख रुपये की अधिकतम सीमा के साथ त्रैमासिक चक्रवृद्धि ब्याज 7.5 प्रतिशत का आकर्षक और निश्चित ब्याज प्रदान करती है। वाराणसी परिक्षेत्र में 'महिला सम्मान बचत पत्र' में 7,065 महिलाओं ने 40.51 करोड़ रूपये से ज्यादा का निवेश किया है।" - श्री कृष्ण कुमार यादव, पोस्टमास्टर जनरल, वाराणसी परिक्षेत्र








Sunday, July 23, 2023

Dakghar Niryat Kendra inaugurated at Varanasi by Postmaster General Krishna Kumar Yadav

In the changing scenario, Postal Dept. is constantly innovating by adopting the latest technology. Now a days, parcel business is growing rapidly due to the trend of e-Commerce. Parcels are being sent not only in the country but also abroad. In this sequence, Mr. Krishna Kumar Yadav, Postmaster General, Varanasi Region inaugurated 'Dakghar Niryat Kendra' at Varanasi Head Post Office. This will enable entrepreneurs to send parcels to foreign countries and the facility of custom clearance will be available online sitting at home. On the very first day, bookings for Kuwait, Ireland and New Zealand countries were done from 'Dakghar Niryat Kendra', Varanasi. Postmaster General Mr. Krishna Kumar Yadav said that soon Dakghar Niryat Kendra will be set up at Jaunpur Head Post Office, Ballia Head Post Office, Bhadohi Mukhya Dak Ghar and Pandit Deen Dayal Upadhyay Sub Post Office of Varanasi Region for the convenience of entrepreneurs. On this occasion Yasin Khan as the first customer booked a parcel, to whom the Postmaster General symbolically presented the receipt in token of launching the service.

Postmaster General Mr. Krishna Kumar Yadav said that now entrepreneurs do not need to come to the post office to book parcels for sending abroad, they will be able to book their parcels through the portal sitting at home. For this, Dakghar Niryat Kendra  are being opened by the Department of Posts in Post Offices of district headquarters across the country. To take advantage of this service, entrepreneurs will have to register on the India Post website www.indiapost.gov.in/ or directly by visiting https://dnk.cept.gov.in/customers.web/ link. For registration, entrepreneurs will also have to give certificate of being an exporter (IEC). The demand for ODOP and GI products is also increasing day by day in foreign countries, in such a situation, these can be easily sent to abroad through Dakghar Niryat Kendra, said Mr. Yadav.

It is worth mentioned that on sending goods abroad and ordering goods from abroad, custom clearance is being done by the Customs Department located in Delhi and Mumbai. Sometimes it also takes 15 days to 1 month. Postmaster General Mr. Krishna Kumar Yadav said that special provisions have been made for custom clearance of parcels booked at the Dakghar Niryat Kendra. Now the entrepreneurs will not need to come to the post office, the notification will come to their mobile number and portal about the necessary documents related to clearance required by the Customs department. Accordingly they will be able to get the custom clearance done immediately online by sending the necessary documents by login into their account on the portal sitting at home.

Mr. Rajan, Senior Superintendent of Post Offices, Varanasi (East) Division, said that special training has been given to postal workers for the Dakghar Niryat Kendra, who will help customers from registration to booking on the portal, so that customers do not face any kind of inconvenience.

On this occasion, SSPOs Rajan, Sr. Postmaster S.P. Rai, Assistant Superintendent of Post Offices Surendra Chaudhary, Dilip Singh Yadav, IPPB Manager Sublesh Singh, Postal Inspectors Shrikant Pal, Dilip Pandey, Sadhna Mishra, Shriprakash Gupta, Deepmani, Manish Mishra and all officers, Employees and entrepreneurs were present.



'Dakghar Niryat Kendra' inaugurated at Varanasi Head Post Office by the Postmaster General Krishna Kumar Yadav


Saturday, July 22, 2023

'डाकघर निर्यात केंद्र' का शुभारंभ : घर बैठे उद्यमियों को विदेशों हेतु पार्सल बुकिंग व कस्टम क्लियरेंस की मिलेगी सुविधा

बदलते परिवेश में डाक विभाग नवीनतम टेक्नोलॉजी अपनाते हुए नित नवाचार कर रहा है। ई-कॉमर्स के चलन से पार्सल व्यवसाय में तेजी से वृद्धि हो रही है। देश ही नहीं विदेशों में भी खूब पार्सल भेजे जा रहे हैं। इसी क्रम में वाराणसी परिक्षेत्र के पोस्टमास्टर जनरल श्री कृष्ण कुमार यादव ने विशेश्वरगंज स्थित वाराणसी प्रधान डाकघर में 'डाकघर निर्यात केंद्र' का शुभारम्भ किया। अब यहाँ से विभिन्न उद्यमी विदेशों में पार्सल भेज सकेंगे और घर बैठे कस्टम क्लियरेंस की सुविधा उपलब्ध होगी। पहले ही दिन वाराणसी के डाकघर निर्यात केंद्र से  कुवैत, आयरलैंड और न्यूजीलैंड देशों के लिए बुकिंग की गई। पोस्टमास्टर जनरल श्री कृष्ण कुमार यादव ने कहा कि शीघ्र ही वाराणसी परिक्षेत्र के जौनपुर प्रधान डाकघर, बलिया प्रधान डाकघर, भदोही मुख्य डाकघर एवं पंडित दीन दयाल उपाध्याय उपडाकघर में भी उद्यमियों की सुविधा के लिए डाकघर निर्यात केंद्र की स्थापना की जाएगी।   




पोस्टमास्टर जनरल श्री कृष्ण कुमार यादव ने बताया कि विदेश भेजने हेतु पार्सल बुक करवाने के लिए अब ग्राहकों को डाकघर आने की जरूरत नहीं है, घर बैठे ही पोर्टल के माध्यम से अपना पार्सल बुक कर सकेंगे। इसके लिए डाक विभाग द्वारा देश भर के जिला मुख्यालय के प्रधान/मुख्य डाकघरों में डाकघर निर्यात केंद्र खोले जा रहे हैं। इस सेवा का लाभ लेने के लिए उद्यमियों को भारतीय डाक विभाग के पोर्टल www.indiapost.gov.in पर या सीधे https://dnk.cept.gov.in/customers.web/ लिंक पर जाकर रजिस्ट्रेशन करना होगा। रजिस्ट्रेशन करने हेतु उद्यमियों को निर्यातक होने का प्रमाण पत्र भी देना होगा। श्री यादव ने कहा कि ओडीओपी और जीआई उत्पादों की मांग भी विदेशों में दिनों-ब-दिन बढ़ रही हैं, ऐसे में डाकघर निर्यात केंद्र के माध्यम से इन्हें विदेशों से आसानी से भेजा जा सकेगा। इस अवसर पर प्रथम ग्राहक के रूप में यासिन खान ने पार्सल बुक कराया, जिन्हें पोस्टमास्टर जनरल ने प्रतीकात्मक रूप से रसीद सौंपकर शुभारंभ की घोषणा की।

गौरतलब है कि विदेशों में माल भेजने और विदेशों से माल मंगवाने पर दिल्ली तथा मुंबई में कस्टम विभाग द्वारा जाँच होती है। कई बार इसमें 15 दिन से 1 महीने का समय भी लग जाता है। पोस्टमास्टर जनरल श्री कृष्ण कुमार यादव ने कहा कि डाकघर निर्यात केंद्र में बुक किये गए पार्सलों के कस्टम क्लीयरेंस के लिए विशेष प्रावधान किये गए हैं। अब ग्राहकों को डाकघर आने की जरुरत नहीं पड़ेगी बल्कि कस्टम विभाग को क्लीयरेंस से संबंधित जिस भी आवश्यक दस्तावेज की जरुरत होगी उसका नोटिफिकेशन ग्राहकों के पास मोबाईल और पोर्टल पर आ जाएगा। तदनुसार ग्राहक घर बैठे ही पोर्टल पर अपने अकाउंट में  लॉग इन करके आवश्यक दस्तावेज भेजकर तत्काल कस्टम क्लीयरेंस करवा सकेंगे।  

वाराणसी पूर्वी मंडल के प्रवर डाक अधीक्षक श्री राजन ने बताया कि डाकघर निर्यात केंद्र के लिए डाककर्मियों को विशेष प्रशिक्षण दिया गया है, जो ग्राहकों को डाक विभाग के पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन से लेकर बुकिंग तक में मदद करेंगे, ताकि ग्राहकों को किसी भी प्रकार की असुविधा का सामना न करना पड़े।

इस अवसर पर  प्रवर डाक अधीक्षक राजन, सीनियर पोस्टमास्टर संकठा प्रसाद राय,  सहायक अधीक्षक सुरेन्द्र चौधरी, दिलीप सिंह यादव, आइपीपीबी मैनेजर सुबलेश सिंह, डाक निरीक्षक श्रीकांत पाल, दिलीप पांडेय, साधना मिश्रा, श्रीप्रकाश गुप्ता, दीपमणि, मनीष मिश्रा सहित तमाम अधिकारी, कर्मचारी और उद्यमी उपस्थित रहे।







वाराणसी प्रधान डाकघर में 'डाकघर निर्यात केंद्र' का पोस्टमास्टर जनरल कृष्ण कुमार यादव ने किया शुभारंभ

'डाकघर निर्यात केंद्र' से घर बैठे उद्यमियों को विदेशों हेतु पार्सल बुकिंग व कस्टम क्लियरेंस की मिलेगी सुविधा