Thursday, October 22, 2009

2009 ईसा पूर्व में लिखा गया दुनिया का पहला पत्र

हममें से हर किसी ने अपने जीवन में किसी न किसी रूप में पत्र लिखा होगा। पत्रों का अपना एक भरा-पूरा संसार है। दुनिया की तमाम मशहूर शख्सियतों ने पत्र लिखे हैं- फिर चाहे वह नेपोलियन हों, अब्राहम लिंकन, क्रामवेल, बिस्मार्क या बर्नाड शा हों। महात्मा गाँधी तो रोज पत्र लिखा करते थे. अमेरिकी राष्ट्रपति ओबामा को आज भी रोज ४०,०० से ज्यादा पत्र प्राप्त होते हैं.आज ये पत्र एक धरोहर बन चुके हैं। ऐसे में यह जानना अचरज भरा लगेगा कि दुनिया का सबसे पुराना पत्र बेबीलोन के खंडहरों से मिला था, जो कि मूलत: एक प्रेम-पत्र था. बेबीलोन की किसी युवती का प्रेमी अपनी भावनाओं को समेटकर उससे जब अपने दिल की बात कहने बेबीलोन तक पहुँचा तो वह युवती तब तक वहां से जा चुकी थी। वह प्रेमी युवक अपनी भावनाओं पर काबू नहीं रख पाया और उसने वहीं मिट्टी के फर्श पर खोदते हुए लिखा- ''मैं तुमसे मिलने आया था, तुम नहीं मिली।'' यह छोटा सा संदेश विरह की जिस भावना से लिखा गया था, उसमें कितनी तड़प शामिल थी। इसका अंदाजा सिर्फ वह युवती ही लगा सकती थी जिसके लिये इसे लिखा गया। भावनाओं से ओत-प्रोत यह पत्र 2009 ईसा पूर्व का है और आज हम वर्ष 2009 में जी रहे हैं. ...तो आइये पत्रों के इस सफर का स्वागत करते हैं और अपने किसी को एक खूबसूरत पत्र लिखते हैं !!

11 comments:

Akanksha Yadav said...

Its interesting....!!

Jandunia said...

आपने काफी अच्छी और महत्वपूर्ण जानकारी दी है

हिंदी साहित्य संसार : Hindi Literature World said...

बेहद दिलचस्प जानकारी...आभार.

Bhanwar Singh said...

दुनिया का पहला पत्र 2009 ईसा पूर्व का है और आज हम वर्ष 2009 में जी रहे हैं.....खूबसूरत सफ़र पर बधाई.

Shyama said...

अजी पढ़कर दिल खुश हो गया.

P.N. Subramanian said...

बहुत ही आश्चर्यजनक. यदि चित्र का जुगाड़ हो जाता तो वाकई मजा आ जाता. हमने भी एक प्रविष्टि डाली थी. अब लगता है हमारे इस लेख का नंबर द्वितीय हो गया. कृपया यहाँ देखें:
http://mallar.wordpress.com/2008/08/09/%E0%A4%B5%E0%A4%BF%E0%A4%B6%E0%A5%8D%E0%A4%B5-%E0%A4%95%E0%A4%BE-%E0%A4%AA%E0%A5%8D%E0%A4%B0%E0%A4%A5%E0%A4%AE-%E0%A4%89%E0%A4%A4%E0%A5%8D%E0%A4%95%E0%A5%80%E0%A4%B0%E0%A5%8D%E0%A4%A3-%E0%A4%AA/

इष्ट देव सांकृत्यायन said...

दिलचस्प जानकारी है. शुक्रिया.

Anonymous said...

hello... hapi blogging... have a nice day! just visiting here....

Sulabh Jaiswal "सुलभ" said...

चिट्ठी हमारे लिए बहुत अनमोल है
- सुलभ

Ram Shiv Murti Yadav said...

पत्रों की बात आते ही पुराने दिनों की याद ताजा हो जाती है. बहुत मूल्यवान पोस्ट.

संजय भास्‍कर said...

बेहद दिलचस्प जानकारी..