Wednesday, April 8, 2009

हिन्दुस्तान अख़बार में ब्लॉग की चर्चा

आज ८ अप्रैल, २००९ के दैनिक हिंदुस्तान अख़बार में ब्लॉग वार्ता के अंतर्गत "डाकिया डाक लाया" ब्लॉग की चर्चा की गई है। रवीश कुमार जी ने इसे बेहद रोचक रूप में प्रस्तुत किया है.....आभार !! ( उपरोक्त सामग्री को स्पष्ट देखने के लिए इस पर चटका लगायें)

24 comments:

Himanshu Pandey said...

बधाई हो ।

Unknown said...

अरे मुबारक हो डाकिया बाबू! आप तो छुपे रुस्तम निकले.

हिंदी साहित्य संसार : Hindi Literature World said...

मुबारक हो! आज सुबह ही मैंने भी पढ़ा.रवीश जी ने बड़ी तबियत से आपके ब्लॉग की चर्चा की है...आप अच्छा कार्य भी तो कर रहे हैं.

हिंदी साहित्य संसार : Hindi Literature World said...

मुबारक हो! आज सुबह ही मैंने भी पढ़ा.रवीश जी ने बड़ी तबियत से आपके ब्लॉग की चर्चा की है...आप अच्छा कार्य भी तो कर रहे हैं.

अभिषेक मिश्र said...

Maine bhi padha, accha laga. Badhai ho.

Ram Shiv Murti Yadav said...

अच्छे कार्य की हर तरफ सराहना होती है...बधाई.

Amit Kumar Yadav said...

अरे जनाब! हमारी भी नजरों ने देख लिया. क्या खूब लिखा है रवीश जी ने आपके ब्लॉग पर.

शरद कुमार said...

Heart toching collection about historical events.

Amit Kumar Yadav said...
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Bhanwar Singh said...

'हिंदुस्तान' अख़बार में 'ब्लॉग वार्ता' में चर्चा होने पर कोटिश: बधाई. इसे यथावत जारी रखें.

Dr. Brajesh Swaroop said...

सुन्दर चीजों के कद्रदान लोग आपने आप बन जाते हैं. आपका ब्लॉग तमाम खूबसूरत चीजों से भरा पड़ा है..फिर इसकी चर्चा क्यों ना हो.

Akanksha Yadav said...

'हिंदुस्तान' अख़बार में 'ब्लॉग वार्ता' में इस ब्लॉग की अनुपम चर्चा के बाद ब्लॉग पर तमाम नई चीजों के दर्शन होंगे..ऐसी आशा की जानी चाहिए.आखिरकार अब आप चर्चित लोगों की श्रेणी में हैं.

Anonymous said...

हिंदुस्तान के सम्पादकीय पेज पर हमने भी आपके ब्लॉग पर वार्ता पढ़ी थी...सुखद और सराहनीय लगा.

Anonymous said...
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Anonymous said...

बधाई हो. ऐसे ही छपते रहिये.

एस. बी. सिंह said...

बधाई .

रश्मि प्रभा... said...

काश डाकिया मेरे घर चिठ्ठियाँ लेकर आए,इस तृप्ति के लिए
मैं मोबाइल पर msg अधिक करती हूँ,चिठ्ठी की तरह.......
बधाई हो.

मोहन वशिष्‍ठ said...

आपको बहुत बहुत बधाई हो डाकिया बाबू वैसे रविश जी भी बहुत ही अच्‍छा लिखते हैं

डॉ. मनोज मिश्र said...

बधाई हो ।

कडुवासच said...

निश्चिततौर पर रविश जी बधाई के पात्र हैं जिन्होने आपके ब्लाग की गंभीरता को समझा व अपने अखबार मे ब्लाग पर इतनी महत्वपूर्ण टिप्पणी / लेख प्रकाशित किये, आपके उज्जवल भविष्य की कामना करता हूँ तथा रविश जी का शुक्रिया ।

बाल भवन जबलपुर said...

मुबारक हो!

Unknown said...

i will write in roman........dak late ho thik he,,,,hm to retired hogaye suru me kam kya tha dakye ke roop me,,,,day time me house wife weight karti he to accha lagata he,,,,,,,village me to lettre padhne ke bahana chher chhar bhi hoti he,,,,,,,thora khulna parta he,,,,,,,

दर्पण साह said...

badhai...

Udan Tashtari said...

बहुत बहुत बधाई हो. बहुत बेहतरीन कवरेज हुई है.