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Tuesday, June 6, 2017

डाकघर ही क्यों ?

उस गरीब रिक्शा चालक ने पाई-पाई जोड़कर बैंक में खाता खुलवाया था। बड़े जतन से ₹2000 खाते में जमा किये थे। एक साल आठ महीने बाद आज उसकी लड़की को लड़के वाले देखने आ रहे हैं । पूरी उम्मीद है कि उन्हें उसकी संस्कारी बिटिया जरूर पसन्द आयेगी। "लड़के वालों के स्वागत सत्कार में कोई कमी नहीं आनी चाहिए। अच्छे से अच्छा नाश्ता लाऊंगा, लड़के वालों को उपहार भी दूंगा, पैसे मैनें बचा रखे हैं इस दिन के लिए ,वो कब काम आएंगे, पूरे दो हजार रुपए हैं और कुछ ब्याज भी तो मिलेगा बीस महीने का" यही सोचते-सोचते एक धावक की भांति वह चला जा रहा था। दूर से ही बैंक का बोर्ड देख कर गजब की फुर्ती आ गई थी उसके पैरों में। वह जल्दी से भीतर दाखिल हुआ, तुरन्त विड्राल फार्म भरकर लाईन में लग गया। आज उसे अपने साक्षर होने पर सबसे ज्यादा गर्व हो रहा था। किसी की मान-मनौव्वल जो नहीं करनी पड़ी फार्म भरवाने के लिए। अपना नंबर आते ही उसने लपक कर फार्म और पासबुक उस छोटी सी खिड़की में प्रविष्ट करा दिए और इन्तजार करने लगा रुपए या यूं कह लें अपनी बेटी के सुनहरे दिन हाथ में आने का।

"आपके खाते में जमा रकम शून्य है, पैसे जमा कराइए नहीं तो खाता बन्द हो जाएगा"- क्लर्क की ये आवाज उसने भी सुनी पर वो पलट कर इधर उधर वाले व्यक्ति को देखने लगा कि शायद ये कथन उसके लिए कहा गया है, क्योंकि उसके अपने खाते में तो पूरे दो हजार रूपए जमा हैं ।

"मैं आप ही से कह रहा हूं रामस्वरूप जी, आपके खाते में चौदह रुपए पिचहत्तर नये पैसे हैं " 

सुनकर वो ऐसे स्तब्ध था मानो किसी ने पिघला हुआ कांच डाल दिया हो उसके कान में, "ऐसा कैसे हो सकता है बाबू जी, आप ठीक से देखिए पूरे दो हजार रूपए हैं मेरे खाते में"

इस बार क्लर्क थोडा़ मुखर हुआ, बोला-" आप दुरुस्त फरमा रहे हैं पर सरकार ने नियम बदल दिए हैं। अब आपको खाते में न्यूनतम जमाराशि ₹ 5000 रखनी होगी नहीं तो दण्डस्वरूप आपके खाते से प्रतिमाह 100 रुपए की राशि काट ली जाएगी। आपके साथ यही हुआ है रामस्वरूप जी! न्यूनतम राशि न होने से आपके खाते से भी प्रतिमाह 100 रूपया इस प्रकार 20 महीने में 2000 रुपए की कटौती की गयी है, रामस्वरूप जी"- कहकर क्लर्क उसके पीछे खड़े ग्राहक को पुकारने लगा।

संज्ञाशून्य उस गरीब को भीड़ ने कब लाईन के बाहर कर दिया उसे पता ही नहीं चला।

टूटे कदमों से वह बैंक से बाहर निकल ही रहा था कि उसे चिर परिचित आवाज सुनाई दी "राम राम भैया" 

अरे! राम राम बंशी काका !

उसने उखड़े मन से कहा ! 

बंशी काका की अनुभवी निगाहों से रामस्वरूप का दुख छुप न सका, बोले - क्या हुआ भैया? इतने दुखी क्यों हो?

क्या बताऊं काका, बड़े जतन से दो हजार रुपये बचाकर बैंक में जमा कराये थे, आज बेटी के लिये रिश्ता आनेवाला है तो सोचा थोड़ा पैसा निकाल आऊं, मेहमानों की आवभगत में काम आयेगा लेकिन....

इसके आगे उसके मुंह से बोल तो न फूटे पर हां आंखों से आंसू जरुर छलक पड़े। 

लेकिन हुआ क्या? यह तो बताओ? बंशी काका ने दिलासा देते हुए पूछा !

आंसुओं को काबू करने का प्रयास करते हुए उसने बताया कि कैसे उसके पसीने की कमाई बैंक डकार गया ! 

उसकी बात सुनकर बंशी काका के सामने अपने गांव के डाकिये की सूरत तैरने लगी ।

थोड़ा ठहर कर वे बोले- भैया पिछले साल ही मेरा डाकिया मेरे घर आया था और समझा रहा था कि आजकल डाकघर भी बैंक बन गये है। और हां यह भी बता रहा था कि डाकघर में बचत खाता खुलवाने के फायदे ही फायदे हैं जैसे कि डाकघर बचत खाता केवल पचास रुपये से खोल सकते हैं, हजारों रुपये बेलेंस रखने की बंदिश नहीं है। वह तो यह भी बता रहा था कि केवल 12 रुपये की सालाना किश्त कटती है और हमारा बीमा भी है अपने गांव के मेरे डाकघर खाते से देशभर में कहीं भी लेनदेन कर सकते हैं, डाकघर इसकी कोई फीस भी नहीं लेता है और हां, आजकल तो डाकघर बचत खाते पर एटीएम कार्ड भी फ्री मिल रहा है । बैंकों में चार पांच से ज्यादा लेनदेन कर लो तो उसका भी पैसा काट लेते हैं पर डाकघर में आप रोज लेनदेन करो तो भी एक धेला तक नहीं कटता । सबसे बड़ी बात तो यह है कि इस एटीएम कार्ड से किसी भी बैंक की एटीएम मशीन से पैसा निकाल सकते हैं.... चहकते हुए बंशी काका ने रामस्वरुप का हाथ पकड़ा और कहा आओ मेरे साथ ! 

बंशी काका की बातों से रामस्वरुप प्रभावित हो चला था, वह प्रतिकार न कर सका और न ही यह पूछ पाया कि कहां चलना है?

बैंक परिसर में लगे बैंक के एटीएम में जाकर बंशी काका ने अपनी जेब से डाकघर का एटीएम कार्ड निकाला और देखते ही देखते अपने डाकघर खाते से पांच सौ रुपये निकाले और धीरे से पांच सौ की वह नोट रामस्वरूप के हाथ में थमाते हुए बोले- ये लो और जाओ, मेहमानों का खुशी-खुशी स्वागत करो ! 

"पर काका.... " वह अचकचाते हुए बोला लेकिन बंशी काका तो अपनी सायकल पर सवार हो चुके थे । वह सोचने लगा इस बार तो बंशी काका भगवान बनकर आ गये वरना इन बैंक वालों ने तो नाक कटवाने में कोई कसर ना रखी थी और जरुरी नहीं कि हर बार बंशी काका जैसा फरिश्ता मिल ही जाये। उसने निश्चय किया कि वह आज ही डाकघर में अपना बचत खाता खुलवाकर रहेगा । बड़े आत्मविश्वास से अब वह अपने घर की ओर चल दिया था....!!

Sunday, January 8, 2017

डाकघरों और बैंकों के एटीएम आपस में जुड़े, डाकघरों के बचतखाता धारकों में एटीएम की मांग तेजी से बढ़ी

नए साल में एक अभिनव पहल करते हुए सरकार ने डाकघर और बैंकों के एटीएम को आपस में जोड़ दिया (interoperable) है। इससे जहाँ डाकघरों के एटीएम धारक बैंकों के एटीएम से पैसे निकल सकेंगे, वहीँ बैंकों के एटीएम धारक  डाकघरों के एटीएम से पैसे निकल सकेंगें। नोटबंदी के बाद उत्पन्न हुई स्थिति में इससे आमजन को काफी सहूलियत होगी।  इस सम्बन्ध में जानकारी देते हुए राजस्थान पश्चिमी क्षेत्र, जोधपुर के निदेशक डाक सेवाएं श्री कृष्ण कुमार यादव ने बताया कि डाकघरों को पहले ही कोर बैंकिंग सॉल्यूशन से जोड़ा जा चुका है, जिसके तहत देश भर में स्थित किसी भी सीबीएस प्रधान डाकघर और उपडाकघर से बचत खाता धारक अपने पैसे निकल सकते हैं, ऐसे में डाकघरों और बैंक के एटीएम को आपस में जोड़ने से लोगों को काफी सुविधा प्राप्त होगी।

डाक निदेशक श्री कृष्ण कुमार यादव ने बताया कि पूरे भारत में डाकघरों के 969 एटीएम कार्यरत हैं, जिनमें राजस्थान में 64 और जोधपुर रीजन में 24 एटीएम हैं। डाक विभाग ने पूरे  देश में 9 लाख से ज्यादा एटीएम कार्ड जारी किये हैं, वहीँ राजस्थान में 36,000 और जोधपुर रीजन में 15,000 से ज्यादा एटीएम कार्ड जारी किये गए हैं। डाक निदेशक श्री कृष्ण कुमार यादव ने कहा कि डाकघर और बैंकों के एटीएम की इंटर कनेक्टिविटी के बाद डाकघरों के बचतखाता धारकों में एटीएम की मांग भी  तेजी से बढ़ गई है। डाकघरों के पुराने बचत खाता धारक भी एक आवेदन द्वारा अपना केवाईसी अपडेट कराके एटीएम प्राप्त कर सकते हैं। उपडाकघरों के खाताधारक भी एटीएम के लिए आवेदन कर सकते हैं। फ़िलहाल, डाक विभाग सिर्फ डेबिट कार्ड जारी कर रहा है। आरंभिक चरण में ये सभी  एटीएम पर इस्तेमाल किये जा सकते हैं। कालांतर में इसे  बाज़ार मे खरीदारी के लिए पोस (पॉइंट ऑफ सेल) मशीन से भी जोड़ा जायेगा।

गौरतलब है कि राजस्थान पश्चिमी क्षेत्र, जोधपुर के अधीन 24  डाकघरों में एटीएम कार्यरत हैं, जिनमें जोधपुर, जैसलमेर, बीकानेर, बाड़मेर, पाली मारवाड़, मारवाड़ जंक्शन, सिरोही, जालोर, सीकर, श्रीमाधोपुर, झुंझुनू, चिरावा, चूरू, रतनगढ़, नागौर, डीडवाना, मकराना, श्रीगंगानगर, हनुमानगढ़ स्थित प्रधानडाकघर और  आबू रोड, फतेहपुरी शेखावटी, चोहटन, पिलानी, सुमेरपुर स्थित उपडाकघर शामिल हैं।

Saturday, June 11, 2016

DIGITAL INDIA : बैंक की तरह काम करेगा डाक विभाग, डाकियों को मिलेंगे मूविंग एटीएम

केन्द्र सरकार डाक विभाग के अंतर्गत भारतीय डाक भुगतान बैंक (पोस्टल पेमेंट बैंक) की स्थापना करने जा रही है। राजस्थान में इस योजना के तहत जोधपुर, जयपुर, अजमेर, बीकानेर, अलवर, सवाई माधोपुर, टोंक व दौसा सहित कुल 8 स्थानों का चयन किया गया है। जोधपुर में शास्त्रीनगर प्रधान डाकघर में पेमेंट बैंक मार्च 2017 से कार्य करने लगेगा।

पोस्टल पेमेंट बैंक ग्रामीण इलाकों में बैंकिंग सुविधाएं उपलब्ध कराएगा। इसके लिए अधिकारियों और कर्मचारियों की अलग से नियुक्ति होगी। इस योजना के तहत देश भर में सितंबर 2017 तक 670 शाखाओं में पेमेंट बैंक शुरू किए जाएंगे। डाक विभाग देश में पोस्टल पेमेंट बैंक के साथ 5 हजार एटीएम भी स्थापित करेगा। अभी डाक विभाग के देश में 900 से अधिक एटीएम हैं। इन एटीएम का उपयोग बैंक के खाताधारक भी कर सकेंगे।

डाकियों को मिलेंगे हैण्ड हैल्ड डिवाइस
डाक विभाग की ओर से ग्रामीण सूचना व संचार प्रौद्योगिकी कार्यक्रम लागू किया जाएगा, यह अलवर जिले से शुरू होगा। इसके अंतर्गत डाकियों को शीघ्र ही हैंड हेल्ड डिवाइस और मोबाइल दिए जाएंगे। ये डिवाइस मूविंग एटीएम की तरह काम करेंगे। कोई भी ग्रामीण इस डिवाइस से पैसा निकाल व जमा कर सकेगा। साथ ही विभिन्न तरह के बिलों का भुगतान व ऑनलाइन शॉपिंग की जा सकेगी।


बैंक जैसा बैंक होगा
पोस्टल पेमेंट बैंक में लोगों को अलग से खाता खोलना पड़ेगा। इसमें एक व्यक्ति अधिकतम 1 लाख रुपए रख सकेगा। बैंक से यह दो मामले में भिन्न होगा। एक तो पेमेंट बैंक से लोन नहीं मिलेगा, दूसरा यह क्रेडिट कार्ड जारी नहीं करेगा। पोस्टल पेमेंट बैंक से डाक विभाग देश भर के सुदूर ग्रामीण हिस्सों तक अपने 1.50 लाख डाकघरों के जरिये पहुंच बनाएगा।

-कृष्ण कुमार यादव, निदेशक डाक सेवाएं, राजस्थान पश्चिमी क्षेत्र, जोधपुर


Thursday, June 9, 2016

डाकघरों को भी मिला बैंक का दर्जा, अब बनेगा भारतीय डाक भुगतान बैंक (India Post Payment Bank)



प्रधानमंत्री श्री नरेन्‍द्र मोदी की अध्‍यक्षता में केंद्रीय मंत्रिमंडल ने 1 जून, 2016 को भारत सरकार की 100 प्रतिशत इक्विटी के साथ डाक विभाग के अंतर्गत एक सार्वजनिक लिमिटेड कंपनी के रूप में भारतीय डाक भुगतान बैंक (इण्डिया पोस्ट पेमेंट बैंक)  की स्‍थापना को अपनी स्‍वीकृति दे दी है। 

इस परियोजना का कुल व्‍यय 800 करोड़ रुपये है। देश में औपचारिक बैंकिंग की परिधि से बाहर जनसंख्‍या के करीब 40 प्रतिशत नागरिक इस परियोजना से लाभान्वित होंगे। परियोजना को चरणबद्ध तरीके से पूरे देश में लागू किया जाएगा। आईपीपीबी (India Post Payment Bank IPPB) मार्च 2017 तक भारतीय रिजर्व बैंक से बैंकिंग लाइसेंस प्राप्‍त कर लेगा और सितंबर 2017 तक इसकी सेवाएं 670 भुगतान बैंक शाखाओं के माध्‍यम से देशभर में उपलब्‍ध होंगी और यह शाखाएं मोबाइल, एटीएम, पीओएस/एम-पीओएस उपकरणों एवं साधारण डिजिटल भुगतानों सहित अत्‍याधुनिक तकनीकों के साथ डाक घरों और वैकल्पिक चैनलों से संबद्ध होंगी। 

इस प्रस्‍ताव से मूल बैंकिंग, भुगतान और प्रेषण सेवाएं प्रदान करने के द्वारा वित्‍तीय समावेशन और बीमा, म्‍युचुअल फंड, पेंशन और ग्रामीण क्षेत्रों एवं बैंक रहित और बैंक के अंतर्गत कार्य करने वाले क्षेत्रों पर विशेष रूप से ध्‍यान देते हुए तीसरे पक्ष के वित्‍तीय प्रदाताओं के साथ समन्‍वय के माध्‍यम से ऋण तक पहुंच जैसी वित्‍तीय सुविधाएं भी मिलेंगी। इससे कुशल बैंकिंग पेशेवरों के लिए रोजगार के नये अवसर पैदा होंगे और देशभर में वित्‍तीय साक्षरता के प्रचार के अवसर पैदा होंगे। इससे पहुंच और समय के संदर्भ में दुनिया में सबसे बड़े बैंक की सुविधा का सृजन होगा। 

पृष्‍ठभूमि 

वर्ष 2015-16 के दौरान वित्‍तीय समावेशन के रूप में आईपीपीबी की स्‍थापना भी बजटीय घोषणाओं का एक अंग था। डाक विभाग ने भारतीय डाक भुगतान बैंक की स्‍थापना के लिए सितंबर 2015 में भारतीय रिजर्व बैंक की ‘सैद्धांतिक रूप में स्‍वीकृति’ प्राप्‍त कर ली थी। भारतीय डाक भुगतान बैंक से देशभर में उपभोक्‍ताओं के लिए आसान, कम कीमतों, गणवत्‍ता युक्‍त वित्‍तीय सेवाओं की आसानी से पहुंच के लिए विभाग के नेटवर्क और संसाधनों का लाभ मिलेगा। 












Wednesday, June 8, 2016

'विकास पर्व' में डाक विभाग की सुकन्या समृद्धि योजना की बालिकाओं से मिलकर संचार मंत्री रविशंकर प्रसाद ने बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ का दिया सन्देश

केन्द्र सरकार के दो वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य पर देश भर में मनाये जा रहे “विकास पर्व” के परिप्रेक्ष्य में 6 जून, 2016 को  ताज हरी महल होटल, जोधपुर में डाक विभाग, बीएसएनएल एवं आईटी विभाग द्वारा आयोजित एक संयुक्त कार्यक्रम में संचार एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री, भारत सरकार श्री रविशंकर प्रसाद  ने सरकार द्वारा आरंभ की गयी विभिन्न योजनाओं के बारे में विस्तारपूर्वक बताया। संचार एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री श्री रविशंकर प्रसाद ने अपने जोधपुर दौरे के दौरान केन्द्र सरकार द्वारा संचालित की जा रही विभिन्न योजनाओं के लाभार्थियों से संवाद किया एवं उन्हें पासबुकें, पॉलिसी बांड एवं सर्टिफिकेट प्रदान किए।  
इस अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा आरंभ की गयी महत्वाकांक्षी “बेटी बचाओ – बेटी पढ़ाओ” अभियान की चर्चा करते हुए  संचार एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री श्री रविशंकर प्रसाद ने  डाकघरों द्वारा संचालित की जा रही सुकन्या समृद्धि योजना की पासबुकें बालिकाओं को प्रदान की। इस अवसर पर उन्होनें सुकन्या समृद्धि योजना से अधिकाधिक बालिकाओं को जोड़ने की अपील करते हुए कहा कि डाक विभाग द्वारा अब तक पूरे देश में 91 लाख  सुकन्या समृद्धि खाते खोले जा चुके हैं।  प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना के अंतर्गत प्रारंभ की गयी अटल पेंशन योजना, प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा  योजना, प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना के लाभार्थियों को भी उन्होनें प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया। इस अवसर पर डाक विभाग द्वारा संचालित डाक जीवन बीमा एवं ग्रामीण डाक जीवन बीमा सेवाओं के लाभार्थियों को भी संचार एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री श्री रविशंकर प्रसाद ने पॉलिसी बांड प्रदान किए।

डाक विभाग की कोर बैंकिंग की चर्चा करते हुए संचार एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री श्री रविशंकर प्रसाद ने कहा कि डाक विभाग को भी हाल ही में पेमेंट बैंक का दर्जा मिल गया हैं, जिसे “भारतीय डाक भुगतान बैंक” के नाम से जाना जाएगा।  इसके तहत सितंबर, 2017 तक पूरे देश भर में 670 शाखाओं को इस योजना से जोड़ा जाएगा।  इस योजना के तहत राजस्थान में जोधपुर, जयपुर, अजमेर, बीकानेर, अलवर, सवाईमाधोपुर, टोंक एवं दौसा कुल 8 स्थानों का चयन किया गया है।

इस अवसर पर संचार एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री श्री रविशंकर प्रसाद ने ग्रामीण क्षेत्र में भी तकनीक के द्वारा  जनता को बेहतर सुविधाएं प्रदान करने हेतु डाक विभाग द्वारा ग्रामीण सूचना एवं संचार प्रौद्योगिकी का जिक्र किया, जिसका प्रारम्भ राजस्थान प्रदेश में अलवर जिले से किया जाना प्रस्तावित है।  डाकियो को शीघ्र ही हैंड हेल्ड डिवाइस एवं मोबाइल आदि विशेष उपकरण दिये जायेंगे।

इस अवसर पर मुख्य पोस्टमास्टर जनरल, राजस्थान परिमंडल , श्री सीताराम मीणा ने डाक विभाग द्वारा पिछले 2 वर्षो में विभाग द्वारा प्राप्त की गई उपलब्धियों पर विस्तार से प्रकाश डाला एवं कहा कि  सरकार की दूरदर्शिता व भारतीय डाक विभाग के अथक परिश्रम की बदौलत ही आज के इस प्रतिस्पर्धा के युग में भी डाक विभाग जनता के लिए संचार का सबसे विश्वसनीय माध्यम बना हुआ है। संचार के साथ ही आज बैंकिंग व बीमा क्षेत्र में भी अपनी पहल के फलस्वरूप डाक विभाग देश की गरीब जनता के लिए बचत के अवसर भी प्रदान करवा रहा है तथा नई-नई पारियोजनाओं के फलस्वरूप यह विभाग इस देश के जनमानस का मुख्य आधार बन चुका है।
इस अवसर पर डाक विभाग द्वारा अपनी सभी योजनाओं के स्टाल लगाए गए व जिसका संचार एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री श्री रविशंकर प्रसाद  जी ने व अन्य अतिथियों ने अवलोकन किया। इस अवसर पर संचार एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री श्री रविशंकर प्रसाद एवं अन्य गणमान्य अतिथियों को को डाक विभाग की ओर से माई स्टाम्प योजना के तहत उनके छायाचित्र लगी माई स्टाम्प की प्रति भी भेंट की गई।   

इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में केन्द्रीय संचार एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री श्री रविशंकर प्रसाद के साथ श्री सुदर्शन भगत, ग्रामीण विकास राज्य मंत्री भारत सरकार, श्री जसवंत सिंह, अध्यक्ष, ऊन विकास बोर्ड, श्री गजेन्द्र सिंह शेखावत, सांसद, लोकसभा, जोधपुर संसदीय क्षेत्र, श्री पी. पी. चौधरी, सांसद लोकसभा, पाली संसदीय क्षेत्र, श्री रामनारायण ड़ूडी, सांसद राज्यसभा, श्रीमती सरोज पाण्डे, पूर्व सांसद एवं राष्ट्रीय महामंत्री, भारतीय जनता पार्टी, श्रीमती शिउली बर्मन, पोस्टमास्टर जनरल, पश्चिमी क्षेत्र राजस्थान, श्री कृष्ण कुमार यादव, निदेशक डाक सेवाए, पश्चिमी क्षेत्र राजस्थान, श्री दुष्यंत मुदगल, निदेशक डाक सेवाए (मुख्यालय) जयपुर, श्री विष्णु चरण मल्लिक, जिला कलेक्टर जोधपुर इत्यादि सहित तमाम जन प्रतिनिधि, अधिकारीगण एवं विदवतजन  भी उपस्थित थे। 


 Shri Ravi Shankar Prasad, Hon'ble Minister of Communications & IT, Government of India  visiting the India Post stall at Taj Hari Mahal Hotel, Jodhpur during Vikas Parv function at Jodhpur on 6th June, 2016. Mr. SR Meena, Chief Postmaster General Rajasthan Circle, Ms. Sheuli Burman, Postmaster General  and Krishna Kumar Yadav, Director Postal Services, Rajasthan Western Region, Jodhpur were also present during the visit.
 Shri Ravi Shankar Prasad, Hon'ble Minister of Communications & IT, Government of India  putting his view in Visitor Book at the stall of India Post at Taj Hari Mahal Hotel, Jodhpur during Vikas Parv celebration at Jodhpur on 6th June, 2016.


Krishna Kumar Yadav, Director Postal Services, Rajasthan Western Region, Jodhpur at India Post stall at Taj Hari Mahal Hotel, Jodhpur during Vikas Parv function at Jodhpur on 6th June, 2016. 
Mr. SR Meena, Chief Postmaster General Rajasthan Circle  and Krishna Kumar Yadav, Director Postal Services, Rajasthan Western Region, Jodhpur presenting 
My Stamp sheet to  Shri Ravi Shankar Prasad, Hon'ble Minister of Communications & IT, Government of India  during Vikas Parv function at Jodhpur on 6th June, 2016.
Krishna Kumar Yadav, Director Postal Services, Rajasthan Western Region, Jodhpur presenting 
My Stamp sheet to  Shri Sudarshan Bhagat, Hon'ble Minister (State) of Rural Development, Government of India  duringVikas Parv function at Jodhpur on 6th June, 2016.

 Shri Ravi Shankar Prasad, Hon'ble Minister of Communications & IT, Government of India distributed Post Office Passbook of Sukanya Samriddhi Schemes to Girls during Vikas Parv function at Jodhpur on 6th June, 2016. Mr. SR Meena, Chief Postmaster General Rajasthan Circle, Ms. Sheuli Burman, Postmaster General  and Krishna Kumar Yadav, Director Postal Services, Rajasthan Western Region, Jodhpur were also present during the function.

Shri Ravi Shankar Prasad, Hon'ble Minister of Communications & IT, Government of India with Shri Sudarshan Bhagat, Hon'ble Minister (State) of Rural Development, Government of India, Shri Surendra Goyal, Minister, Government of Rajasthan, Shri Gajendra Singh Shekhawat, MP, Jodhpur, Shri PP Chaudhary, MP Pali, Ms. Saroj Pandey, Ex MP, Durg, and other dignitaries with Sukanya Samriddhi Scheme Girls during Vikas Parv function at Jodhpur on 6th June, 2016. Mr. SR Meena, Chief Postmaster General Rajasthan Circle, Ms. Sheuli Burman, Postmaster General  and Krishna Kumar Yadav, Director Postal Services, Rajasthan Western Region, Jodhpur were also present during the function.



Address by Minister of Communications & IT Mr. Ravi Shankar Prasad



Krishna Kumar Yadav, Director Postal Services, Jodhpur receiving Minister of Communications & IT Mr. Ravi Shankar Prasad at Jodhpur, during his arrival in c/w Vikas Parv.















Tuesday, March 15, 2016

अब डाकघरों के एटीएम को बैंकों के एटीएम से जोड़ने की पहल

देश के डाकघरों में भी अब एटीएम का संचालन बखूबी होगा। डाक विभाग जल्द ही रिजर्व बैंक से अपने एटीएम की वाणिज्यिक बैंकों के साथ इंटरऑपरेबिल्‍टी (पारस्परिकता) के लिए मंजूरी मांगने के लिए आवेदन करेगा। भारतीय डाक विभाग ने इस साल के अंत तक 10,000 एटीएम लगाने की योजना बनाई है। इंटरऑपरेबिल्‍टी की सुविधा से दूसरे बैंक के एटीएम कार्ड का प्रयोग अन्य  बैंक के एटीएम में संभाव होता है।

डाक विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि संचार एवं आईटी मंत्री रविशंकर प्रसाद ने विभाग से यह प्रस्ताव प्राथमिकता के आधार पर रिजर्व बैंक के पास ले जाने को कहा है। इससे ग्रामीण क्षेत्रों में बैंकिंग को लोकप्रिय बनाने में मदद मिलेगी। अधिकारी ने कहा कि इस साल के अंत तक डाक विभाग देशभर में 10,000 एटीएम और 20,000 माइक्रो एटीएम लगाएगा। इंटरऑपरेबिल्‍टी से डाक विभाग के एटीएम से लोग अपने बैंक खाते का भी पैसा निकाल सकेंगे। अभी तक इस तरह के एटीएम का इस्तेमाल सिर्फ वही व्यक्ति कर सकते हैं जिनका डाक विभाग में खाता है।

वित्त मंत्री अरुण जेटली ने भी अपने 2016-17 के बजट भाषण में कहा है कि विशेष रूप से ग्रामीण क्षेत्रों में वित्तीय सेवाओं तक बेहतर पहुंच उपलब्ध कराने के लिए सरकार अगले तीन साल में डाकघरों में राष्ट्रीय स्तर पर एटीएम और माइक्रो एटीएम लगाएगी। डाक विभाग पहले ही मार्च, 2016  तक 1,000 एटीएम लगाने की योजना की घोषणा कर चुका है।

2017 तक आएगा पेमेंट बैंक

वित्तीय समावेशन को प्रोत्साहित करने के लिए डाक विभाग मार्च, 2017 तक भुगतान बैंक भी स्थापित करने जा रहा है, जिसके लिए वह इस महीने के अंत तक सलाहकार के नाम को अंतिम रूप दे देगा। भुगतान बैंक ग्राहकों को भुगतान सेवाएं देने के साथ साथ एक ग्राहक से अधिकतम 1 लाख रुपए तक की जमा राशि भी प्राप्त कर सकते हैं। इतना ही नहीं ये इंटरनैट बैंकिंग, धन हस्तांतरण सुविधा और बीमा एवं म्यूचुअल फंड की बिक्री भी कर सकेंगे। वे एटीएम और डैबिट कार्ड जारी कर सकते हैं पर क्रेडिट कार्ड जारी करने की उन्हें छूट नहीं होगी।

Sunday, March 13, 2016

पोस्टमैन लेकर आएगा माइक्रो-एटीएम, अब घर से ही निपटा सकेंगे बैंक के काम

डाकघर अपने को नई भूमिका के लिए तैयार कर रहा है।  अब आपको पैसा निकालने के लिए एटीएम नहीं जाना पड़ेगा। साथ ही बैंक में पैसा जमा कराने के लिए ब्रांच के चक्कर काटने की भी जरूरत नहीं होगी। जल्द ही लोगों को घर पर ही पैसा निकालने और जमा करने की सुविधा  मिल सकती है। इसके लिए माइक्रो-एटीएम आपके घर पर आएगा। इसके लिए खाता किसी भी बैंक में हो सकता है। डाक विभाग  सितंबर 2016 से इस सर्विस को आरम्भ  करेगा। माइक्रो एटीएम हाथ से चलाने वाला इक्विपमेंट होगा। इसका ज्यादा इस्तेमाल गांवों में किया जाएगा, इसलिए इसे सोलर एनर्जी से चार्ज होने योग्य बनाया जाएगा। इसे इस्तेमाल करने के लिए पोस्टमैन्स को बाकायदा ट्रेनिंग दी जाएगी। 

संचार मंत्री रविशंकर प्रसाद ने बताया कि माइक्रो एटीएम को बैंकों के सीबीएस सिस्टम से भी जोड़ा जाएगा। इसके चलते किसी भी बैंक अकाउंट से पैसा निकाला और जमा किया जा सकेगा। इस साल करीब 20 हजार माइक्रो एटीएम पोस्टमैन को दिए जाएंगे, जबकि अगले साल मार्च 2017 तक देश में करीब 1 लाख 30 हजार माइक्रो एटीएम उपलब्ध होंगे। सितंबर 2016 तक लोगों को यह सुविधा मिलने लगेगी। खास बात यह है कि इसके लिए ग्राहक को किसी तरह का शुल्क  नहीं देना होगा। इससे आपको ही नहीं बैंकों को भी फायदा होगा। फिलहाल देश में 1.55 लाख पोस्ट ऑफिस हैं और इनमें से एक हजार में बड़े एटीएम लगाए जा रहे हैं। घर पर माइक्रो-एटीएम पहुंचने से बैंकों को दूरदराज के इलाकों में एटीएम नहीं लगाने होंगे। एटीएम के लिए कर्मचारी और सिक्योरिटी गार्ड रखने का खर्च भी बचेगा।

Friday, March 11, 2016

डाक विभाग लोगों के सुख-दुःख में बराबर रूप से जुड़ा हुआ है - डाक निदेशक कृष्ण कुमार यादव

 डाक विभाग देश के पुरातन विभागों में से है, जो लोगों के सुख-दुःख में बराबर रूप से जुड़ा हुआ है। आज भी देश के हर कोने में, हर दरवाजे पर डाक विभाग की पहुँच है और वह लोगों की विश्वसनीयता पर खरा उतरा है। उक्त उद्गार राजस्थान पश्चिमी क्षेत्र,जोधपुर के निदेशक डाक सेवाएं श्री कृष्ण कुमार यादव ने  राजस्थान के सीकर मंडल में 11 मार्च, 2016  को आयोजित डाक मेले का उद्घाटन करते हुये कहा। 

उन्होंने कहा कि व्यवसायिकता के इस दौर में बिना प्रतिस्पर्धा के कोई भी संगठन उन्नति नहीं कर सकता और डाक विभाग भी इस क्षेत्र में तमाम नये कदम उठा रहा है। अपने को एक व्यावसायिक और उत्तरदायी संगठन में तब्दील करने और अपनी सेवाओं को ग्राहकों के लिए और विविधतापूर्णए गुणवत्तापूर्ण और तत्पर सेवा में बदलने की पहल के तहत डाकघरों को ऐसी जगह के रूप में विकसित किया जा रहा हैए जहाँ ग्राहकों को एक ही जगह पर जनोपयोगी सेवाएँ मिल सकें और आम आदमी को अपने दरवाजे पर ही आसानी से और सस्ती सेवाएँ प्रदान की जा सकें। इसके लिए डाक सम्प्रेषण प्रणाली में आवश्यकतानुसार परिवर्तन के साथ डाक सेवाओं को आधुनिकतम टेक्नालजी और आईटी से जोड़ा जा रहा है।

 डाक निदेशक श्री कृष्ण कुमार यादव ने कहा कि डाक विभाग सिर्फ चिट्ठी.पत्री और मनीऑर्डर ही नहीं बाँटता बल्कि बचत और बीमा सेवाओं से भी लम्बे समय से जुड़ा हुआ है। आई टी मॉडर्नाइजेशन के तहत सभी डाकघरों को कोर बैंकिंग (सीबीएस) से जोड़ा जा रहा है। आने वाले दिनों में नेट बैंकिंग, मोबाइल बैंकिंग एवं एटीएम सुविधाओं का डाकघरों में भी लाभ उठा सकेंगे। सीकर के 68 डाकघरों को  कोर बैंकिंग से जोडा जा चुका है और सीकर प्रधान डाकघर, श्रीमाधोपुर प्रधान डाकघर एवं फतेहपुर शेखावाटी मुख्य डाकघर में एटीएम सेवा भी आरम्भ हो चुकी है।  श्री यादव ने कहा कि आने वाले दिनों में ग्रामीण डाक सेवकों सहित विभाग के सभी कर्मचारियों को सूचना प्रौद्योगिकी  के माहौल में प्रभावकारी तरीके से कार्य करने के लिए तैयार करना है। इसी क्रम में ग्रामीण शाखा डाकघरों को भी तकनीकी तौर पर दक्ष बनाने के उद्देश्य से ग्रामीण आईसीटी के तहत  हाईटेक किया जायेगा और वहाँ पर नेटबुक व हैण्डहेल्ड डिवाइस भी दिया जायेगा । शाखा डाकघरों को सोलर चार्जिंग उपकरणों से जोडने के साथ.साथ मोबाइल थर्मल प्रिन्टर, स्मार्ट कार्ड रीडर, फिंगर प्रिन्ट स्कैनर, डिजिटल कैमरा एवं सिगनेचर व दस्तावेज स्कैनिंग के लिये यन्त्र भी मुहैया कराया जायेगा ताकि ग्रामीण लोगों को इन सुविधाओं के लिये शहरों की तरफ न भागना पडे।


डाक विभाग की योजनाओं की चर्चा करते हुए डाक निदेशक श्री कृष्ण कुमार यादव ने कहा कि डाक विभाग का उद्देश्य समावेशी विकास के तहत शहरों के साथ-साथ सुदूर ग्रामीण अंचल स्थित लोगों को भी इन सभी योजनाओं के तहत लाना है। 10 साल तक की बालिकाओं के लिए आरम्भ सुकन्या समृद्धि योजना की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि इससे बालिकाओं का आर्थिक सशक्तिकरण होगा और उनकी उच्च शिक्षा और  विवाह में काफी सुविधा होगी। देश में मुख्यधारा से वंचित लोगों व उनके परिवारों को आर्थिक सुरक्षा प्रदान करने के उद्देश्य से आरम्भ अटल पेंशन योजना, प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना एवं प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना के सफलतापूर्वक क्रियान्वयन में भी डाकघरों द्वारा एक मुख्य व सक्रिय भूमिका का निर्वहन किया जा रहा है। डाक विभाग के व्यापक नेटवर्क को देखते हुए हाल ही में राजस्थान सरकार ने डाकघरों द्वारा ई-मित्र सेवाएं देने के लिए भी एग्रीमेंट किया है। डाक निदेशक श्री यादव ने विद्यार्थियों को डाक टिकटों के संग्रह अर्थात फिलेटली से जोड़ने का भी आह्वान किया। उन्होंने कहा कि डाक टिकट किसी भी देश की सभ्यताए, संस्कृति और वहाँ के महत्वपूर्ण व्यक्तित्वों और घटनाक्रम से भी अवगत कराते हैं।  मात्र 200 रूपये में फिलेटली डिपाजिट खाता खोलकर  घर बैठे हर माह नई डाक टिकटें प्राप्त की जा सकती हैं।  डाक विभाग की “माई स्टैम्प” सेवा के तहत हर कोई मात्र 300 रूपये में अपनी और अपने प्रियजनों की फोटो डाक टिकट पर लगवा सकता है।

सीकर मंडल के डाक अधीक्षक श्री बिहारी लाल ने कहा कि डाक विभाग अपने ग्राहकों को बेहतर सेवा देने के लिए तत्पर है और इस दिशा में लोगों से समय-समय पर संवाद के साथ-साथ विभाग ने अपनी सेवाओं के व्यापक प्रचार-प्रसार पर भी जोर दिया है। उन्होंने कहा कि डाकघरों में निवेश की तमाम योजनायें हैं, जिनमें बचत खाता, आवर्ती जमा, सावधि जमा, मासिक आय योजना, पीपीएफ़, वरिष्ठ नागरिक बचत योजना, सुकन्या समृद्धि योजना एवं राष्ट्रीय बचत पत्र व किसान विकास पत्र में निवेश किया जा सकता है। डाक जीवन बीमा में 50 लाख और ग्रामीण डाक जीवन बीमा में 20 लाख रूपये तक का जीवन बीमा कराया जा सकता है। मेला कार्यक्रम की विशिष्ट अतिथि श्रीमती शोभा सक्सेना, प्रधानाचार्या, एज्युब्रैन ग्लोबल एकेडमी, सीकर ने भी अपने विचार व्यक्त करते हुए अपने शिक्षण संस्थान के छात्र-छात्राओं के सुकन्या समृद्धि खाते और  माय स्टॉम्प आदि बनवाने का आश्वासन दिया । 

कार्यक्रम में अतिथियों का स्वागत अधीक्षक डाकघर सीकर श्री बिहारी लाल, आभार ज्ञापन सहायक डाक अधीक्षक श्री आरए सोनी और संचालन श्री एमपी जैन ने किया। इस अवसर पर क्षेत्रीय कार्यालय से डाक निरीक्षक श्री राजेन्द्र सिंह भाटी, निरीक्षक डाक श्री राजेन्द्र प्रसाद सैनी, श्री सीताराम सैनी, संदीप पूनिया, तारा चन्द पुरोहित एवं विनोद कुमार सहित तमाम स्थानीय डाककर्मी, बचत अभिकर्तागण व नागरिकजन उपस्थित रहे।