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Sunday, October 6, 2019

महात्मा गांधी पर पाकिस्तान और चीन ने आज तक जारी नहीं किया डाक टिकट

दुनिया के ऐसे देश जिनका आपने शायद कभी नाम भी नहीं सुना होगा उन्होंने भी राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के जीवन और कार्यों से प्रभावित होकर समय-समय पर डाक टिकट जारी किए हैं। अमेरिका, ब्रिटेन, फ्रांस, रूस, जर्मनी, ऑस्ट्रेलिया, सऊदी अरब जैसे वो शक्तिशाली राष्ट्र हैं जिन्होंने बापू पर डाक टिकट जारी किए हैं। लेकिन पाकिस्तान और चीन उन कुछ राष्ट्रों में शामिल हैं, जिन्होंने आज तक बापू पर कोई डाक टिकट जारी नहीं किया।
डाक टिकट का विश्व इतिहास करीब 175 साल पुराना है। भारत में स्वतंत्रता के बाद पहला डाक टिकट 21 नवंबर 1947 को जारी हुआ था। जबकि महात्मा गांधी वह पहली शख्सियत थे, जिन पर भारत में पहला डाक टिकट 15 अगस्त 1948 को जारी किया। तब से लेकर दुनिया भर में महात्मा गांधी पर पांच सौ प्रकार के डाक टिकट जारी हो चुके हैं। भारत के बाद अमेरिका वह पहला विदेशी राष्ट्र था, जिसने बापू पर 26 जनवरी 1961 को डाक टिकट जारी किया। उसके बाद कांगो ने डाक टिकट जारी किया। जिस देश ब्रिटेन से बापू ने आजादी की लड़ाई लड़ी, उसने भी उनके निधन के 21 साल बाद डाक टिकट जारी किया।

1969 में करीब चालीस देशों ने बापू की जन्मशती मनाते हुए सत्तर प्रकार के डाक टिकट जारी किए। दक्षिण अफ्रीका जहां से गांधी के महात्मा बनने की शुरूआत हुई, उस महाद्वीप के भी तकरीबन सभी देशों ने बापू पर डाक टिकट जारी किए। इनके अलावा बांग्लादेश, श्रीलंका, भूटान, नेपाल, अफगानिस्तान, रुस, जर्मनी, फ्रांस, सऊदी अरब, तजाकिस्तान, डोमनिक गणराज्य जैसे देशों ने बापू पर डाक टिकट जारी कर सम्मान प्रकट किया है। रिटायर्ड आईएएस व बापू पर चार सौ से अधिक डाक टिकटों के प्रमुख संग्रहकर्ता एसके दास के अनुसार, कई अंजान देशों ने बापू पर डाक टिकट जारी किए हैं। लेकिन पाकिस्तान, चीन का ऐसा न करना हैरत में डालता है।

पाक, चीन में है प्रतिमा
विदेश मंत्रालय की वेबसाइट के अनुसार, बापू की 84 देशों में 110 स्थानों पर प्रतिमाएं स्थापित हैं। इनमें पाक और चीन भी शामिल हैं। जर्मनी-ब्रिटेन में 11-11, अमेरिका में आठ, दक्षिण अफ्रीका व कनाडा में 3-3 स्थानों पर बापू की प्रतिमाएं हैं। चीन में एकमात्र मूर्ति बीजिंग में लगी है। पाक के कराची में एक प्रतिमा बताई जाती है।

भारत ने सीमांत गांधी खान अब्दुल गफ्फार खान, मार्टिन लूथर किंग और नेल्सन मंडेला जैसी शख्सियतों पर भी टिकट जारी किए। दूसरे देशों की लोकप्रिय शख्सियत को सम्मान देने के लिए डाक टिकट जारी करने की परंपरा पूरे विश्व में है। तकरीबन सभी देशों ने बापू को सम्मान दिया है। 

ये अनजान देश भी जारी कर चुके डाक टिकट :

माइक्रोनेशिया (पैसाफिक ओशन में द्वीपों का समूह राष्ट्र), गिनी बिसाऊ, बेनिन, सोलोमन आईलैंड, जिब्राल्टर, सेंट विंसेंट, सांडा आईलैंड, स्कॉटलैंड(यूके अधिपत्य वाला राष्ट्र), बारामूडा, गुयाना, बाराबडोस, बहामास, सेंट लूसिया, जमैका, त्रिनिडाड एंड टोबेगो, एंटिगुआ(वेस्टइंडीज द्वीप समूह) 

उत्तराखंड के पूर्व मुख्य सचिव के पास डाक टिकटों का खजाना :

करीब 65 साल से डाक टिकटों का संग्रह कर रहे उत्तराखंड के पूर्व मुख्य सचिव सुरजीत के. दास के पास बापू से जुड़े करीब चार सौ डाक टिकट हैं। इनमें 1948 में बापू की हत्या के कुछ समय बाद एक साथ जारी चार बहुमूल्य टिकट भी हैं। इसमें आठ आना, 12 आना से लेकर दस रूपये तक के टिकट हैं। इस तरह के कुल 16 संग्रह प्रकाशित हुए थे। विदेश में ये संग्रह पांच लाख पाउंड (414 करोड़ रूपये) में बिक चुके हैं।

ये भी जानें-

-देश की 53 बड़ी व असंख्य छोटी सड़कें बापू के नाम से हैं
-विदेश में 48 सड़कें महात्मा गांधी के नाम पर हैं
-महात्मा गांधी ऐसे विदेशी शख्सियत हैं जिन पर सर्वाधिक डाक टिकट अनेकों देशों ने जारी किए हैं
-नोबल के लिए गांधी पांच पर बार नामांकित हुए, मगर उन्हें एक बार भी नहीं मिला
-गांधी पर डाक टिकट जारी करने का सिलसिला लगातार जारी है
- बापू और कस्तूरबा वह पहले दम्पत्ति थे जिन पर 1963 में भारत ने 20 पैसे का डाक टिकट जारी किया

Pakistan and China have not released any Postage stamp on Mahatma Gandhi till date.

Saturday, October 5, 2019

डाक टिकटों के माध्यम से विश्व में बढ़ रही गाँधी जी की विरासत - उप मुख्यमंत्री डॉ. दिनेश शर्मा

महात्मा गाँधी विश्व के उन महान नेताओं में शामिल हैं जिन्होंने अपने विचार और कर्म से पूरी दुनिया का ध्यान अपनी ओर आकर्षित किया। दुनिया के तमाम देशों ने बापू की 150वीं जयंती पर डाक टिकट जारी करके उनकी विरासत व मूल्यों को  आगे बढ़ाने का कार्य किया है। गाँधी जी पर जारी डाक टिकटों के माध्यम से युवा पीढ़ी उनके व्यक्तित्व के तमाम आयामों से रूबरू हो प्रेरणा पा रही है। उक्त उद्गार उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री डॉ. दिनेश शर्मा ने लखनऊ जीपीओ में आयोजित तीन दिवसीय गाँधी डाक टिकट प्रदर्शनी "अहिंसापेक्स-2019" के समापन समारोह में बतौर मुख्य अतिथि व्यक्त किये। 


उत्तर प्रदेश के चीफ पोस्टमास्टर जनरल श्री कौशलेन्द्र कुमार सिन्हा और निदेशक डाक सेवाएं श्री कृष्ण कुमार यादव के साथ उप मुख्यमंत्री डॉ. दिनेश शर्मा ने महात्मा गाँधी के चारबाग, लखनऊ में प्रथम आगमन और स्वच्छता ही सेवा (एक कदम प्लास्टिक मुक्त भारत की ओर) पर विशेष आवरण व विरूपण भी जारी किया। 
उप मुख्यमंत्री डॉ दिनेश शर्मा ने कहा कि, हिंसा को परम धर्म मानते हुए गाँधी जी ने शांति, बंधुत्व, सहिष्णुता, विकास और एकता पर जोर दिया। समाज के हर वर्ग के प्रति उनकी संवेदना में सर्वहित की भावना झलकती है। सतत विकास के साथ-साथ उन्होंने समावेशी विकास पर भी जोर दिया। 'स्वच्छ्ता ही सेवा' के प्रति लोगों को जागरूक करके गाँधी जी के विचारों को सरकार मूर्त रुप दे रही है। 

उत्तर प्रदेश परिमण्डल के चीफ पोस्टमास्टर जनरल श्री कौशलेन्द्र कुमार सिन्हा ने कहा कि, गाँधी जी का जीवन दर्शन समग्रता और समता का जीवन दर्शन है। समाज में सकारात्मक बदलाव के लिए गाँधी जी के विचार आवश्यक हैं।


लखनऊ मुख्यालय परिक्षेत्र के निदेशक डाक सेवाएँ श्री कृष्ण कुमार यादव ने कहा कि, गाँधी जी पर जारी  डाक टिकट पूरी दुनिया में घूमते हुए उनके विचारों व संदेशों का प्रसार कर रहे हैं। पीढ़ी दर पीढ़ी ये डाक टिकट बापू की सोच को नवाचार के साथ प्रस्तुत करते हैं।

ये हुए सम्मानित :-




इस अवसर पर उप मुख्यमंत्री ने फिलेटली में श्रेष्ठ प्रदर्श हेतु पूनम गुप्ता, के.सी. गुप्ता आदित्य सिंह सीनियर वर्ग तथा अर्पिता जूनियर वर्ग में प्रथम  को क्रमशः प्रथम, द्वितीय व तृतीय सम्मान से पुरस्कृत किया। फिलेटली सेमिनार राज, स्नेहा, सृष्टि, प्रतियोगिता क्रमशः प्रथम, द्वितीय व तृतीय सम्मान से पुरस्कृत में एवं प्रश्नोत्तरी में प्रत्युष, अवि तथा साक्षी क्रमशः प्रथम, द्वितीय व तृतीय सम्मान से पुरस्कृत डिजाइन प्रतियोगिता में विवेक, चेष्टा, आस्तित्व, क्रमशः प्रथम, द्वितीय व तृतीय सम्मान से पुरस्कृत पिक द स्टैम्प एन्ड स्पीक प्रतियोगिता अनुभव सृष्टि लक्षित वर्मा क्रमशः प्रथम, द्वितीय व तृतीय सम्मान से पुरस्कृत सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति हेतु जवाहर नवोदय विद्यालय, लखनऊ के विद्यार्थियों को सम्मानित किया गया।





कार्यक्र्म के अंत में लखनऊ मुख्यालय परिक्षेत्र के निदेशक डाक सेवाएं श्री कृष्ण कुमार यादव ने उप मुख्यमंत्री डॉ दिनेश शर्मा को स्मृतिस्वरूप चरखा भेंट किया । 

इस दौरान सभी अतिथियों का स्वागत लखनऊ जी.पी.ओ. के चीफ पोस्टमास्टर आर.एन.यादव ने किया तथा सहायक लखनऊ मंडल के प्रवर अधीक्षक डाकघर आलोक ओझा, प्रवर अधीक्षक रेल डाक सेवा बी.पी.त्रिपाठी,  सहायक अधीक्षक रत्ना कुमारी, सुनील कुमार, उमेश कुमार, धर्मेन्द्र मिश्रा, सचिन कुमार, कोमल दयाल,  सहित सैकड़ों लोग मौजूद रहे |











डाक टिकटों के माध्यम से विश्व में बढ़ रही गाँधी जी की विरासत - उप मुख्यमंत्री डॉ. दिनेश शर्मा

लखनऊ जीपीओ में 3 दिवसीय गाँधी डाक टिकट प्रदर्शनी "अहिंसापेक्स" का उप मुख्यमंत्री ने किया समापन

गाँधी जी के प्रथम लखनऊ आगमन की स्मृति में जारी हुआ विशेष डाक आवरण



Friday, October 4, 2019

महात्मा गांधी की 150वीं जयंती पर पोलैंड ने जारी किया स्मारक डाक टिकट

महात्मा गांधी की 150वीं जयंती के अवसर पर पोलैंड ने 3 अक्टूबर, 2019 को एक स्मारक डाक टिकट जारी किया।  इस ऐतिहासिक दिन को फ्रांस, उज्बेकिस्तान और तुर्की जैसे देशों में भी याद किया गया। 

पोलैंड ने 3 अक्टूबर को महात्मा गांधी की 150वीं जयंती के अवसर पर एक स्मारक डाक टिकट जारी किया। पोलैंड में भारतीय दूतावास ने ट्वीट किया, 'पोलिश पोस्ट (पोकज़्टा पोल्स्का) ने महात्मा गांधी की 150वीं जयंती पर एक स्मारक डाक टिकट जारी किया, जो गांधी जयंती के अवसर पर जारी किया गया था। '

इस ऐतिहासिक दिन को फ्रांस, उज्बेकिस्तान और तुर्की जैसे देशों में भी याद किया गया।  इससे पहले महात्मा गांधी की 150वीं जयंती के मौके पर रूस ने एक विशेष डाक टिकट जारी किया है।  इस डाक टिकट को भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मौजूदगी में रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने 4 सितंबर को लॉन्च किया था। 

Polish Post (Poczta Polska )issued a Commemorative Stamp on the 150th Birth Anniversary of Mahatma Gandhiji which was released on the occasion of Gandhi Jayanti.

दुनिया में सबसे ज्यादा डाक टिकट महात्मा गांधी पर हुए जारी : डाक निदेशक कृष्ण कुमार यादव

महात्मा गाँधी एक सच्चे समाजसेवी थे. सेवा भाव को इन्होने सदैव व्यापक अर्थों में लिया और लोगों को भी इसके लिए प्रेरित किया।  सामाजिक बुराइयों के उन्नमूलन में उन्होंने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई आज पूरी दुनिया गांधी जी के दिखाए रास्ते पर चलना चाहती है।  यही कारण है कि दुनिया में सबसे ज्यादा डाक टिकट महात्मा गांधी पर जारी हुए।  यह उद्गार  लखनऊ मुख्यालय परिक्षेत्र के निदेशक डाक सेवाएँ श्री कृष्ण कुमार यादव ने लखनऊ जीपीओ में तीन दिवसीय डाक टिकट प्रदर्शनी अहिंसापेक्स–2019 में कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए 3 अक्टूबर को व्यक्त किया।  

डाक निदेशक श्री कृष्ण कुमार यादव ने कहा  कि गाँधी जी का सम्पूर्ण जीवन ही मानवता की सेवा में समर्पित रहा।  श्री यादव ने प्रदर्शनी के मुख्य अतिथि पुलिस महानिदेशक, आर्थिक अपराध अनुसंधान संगठन डॉ. राजेन्द्र पाल सिंह के साथ “जो जीवन सेवा में व्यतीत होता है वही फलदायी है” विषय पर विशेष डाक आवरण का विमोचन भी किया। .
कार्यक्रम में  बतौर मुख्य अतिथि पुलिस महानिदेशक डॉ. राजेन्द्र पाल सिंह ने कहा कि हम सबके लिए सत्य, अहिंसा, सौहार्द, नैतिकता और सादगी, अस्पृश्यता व त्याग की प्रतिमूर्ति गांधी जी हैं उनके आदर्शों के प्रति स्वयं को समर्पित करने का अवसर है । उनकी शिक्षाएं पूरी मानवता के लिए आज भी प्रासंगिक है वह सदैव हमारे पथ-प्रदर्शक रहेंगे । साथ ही उन्होंने कहा कि गाँधी का इस दृष्टि से देशभक्तों की पंक्ति में सबसे ऊँचा स्थान है। इतना होते हुए भी गाँधी की देशभक्ति मंजिल नहीं, अनन्त शान्ति तथा जीव मात्र के प्रति प्रेमभाव की मंजिल तक पहुँचने के लिए यात्रा का एक पड़ाव मात्र है ।
कार्यक्रम की शुरुआत गांधी जी के चित्र पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्वलन कर किया गया । इस अवसर पर आज भी प्रदर्शनी में देश-विदेश में गाँधी जी पर जारी हजारों डाक टिकटों से लोग रूबरू हुए ।  इस दौरान डाक विभाग द्वारा आयोजित प्रतियोगिताओं में जवाहर नवोदय विद्यालय, लखनऊ सहित तमाम स्कूलों  के विद्यार्थियों ने फिलेटली कार्यशाला, डाक टिकट डिजाइन, ढाई आखर पत्र लेखन, पिक द स्टैम्प एन्ड स्पीक, ग्राहक प्रश्नोत्तरी तथा डाक सेवाओं पर सत्र में सम्मलित होकर विद्यार्थियों ने महात्मा गांधी के आदर्शों, स्वच्छता अभियान जैसे विषयों पर अपने विचार चित्रकारी, एवं अन्य माध्यम से व्यक्त करके प्रदर्शनी को और भी रोचक बना दिया। 


इस दौरान लखनऊ जीपीओ के चीफ पोस्टमास्टर आर एन यादव ने अतिथियों का स्वागत करते हुए कहा कि इस प्रकार की डाक प्रदर्शनी से लोगों में ज्ञान का संचार होने के साथ महात्मा गाँधी के आदर्शो से रूबरू होने का अवसर होगा । कार्यक्रम का संचालन डॉ. जे के अवस्थी ने किया । अतिथियों का धन्यवाद सहायक निदेशक ए.पी.अस्थाना ने ज्ञापित किया । इस अवसर पर प्रवर अधीक्षक रेल डाक सेवा बी.पी.त्रिपाठी, सहायक निदेशक ए.पी.अस्थाना,  डा. सुधा पाठक, फिलेटलिक सोसाइटी के अध्यक्ष बी.एस.भार्गव, राम बिलास, सहायक अधीक्षक रत्ना कुमारी, कोमल दयाल, सत्येंद्र प्रताप सिंह, दिनेश शर्मा, शान्तनु तिवारी, गोपाल गुप्ता, सुरेश मौर्या सहित डाक विभाग के तमाम अधिकारी-कर्मचारी गण, फिलेटलिस्ट्स, विभिन्न स्कूलों के विद्यार्थी व अध्यापक मौजूद रहे।