Wednesday, October 16, 2019

Dak Sewa Award Function in Uttar Pradesh Circle : महानिदेशक डाक ने प्रदान किये डाक सेवा अवार्ड

उत्तर प्रदेश डाक परिमंडल में उत्कृष्ट कार्य करने वाले डाक अधिकारियों व कर्मियों को डाक सेवा अवार्ड से सम्मानित करने के साथ मंगलवार, 15 अक्तूबर  को राष्ट्रीय डाक सप्ताह समारोह का समापन हो गया। लखनऊ जीपीओ में आयोजित समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में महानिदेशक डाक नई दिल्ली मीरा हॉण्डा मौजूद रहीं। जबकि अध्यक्षता चीफ पोस्ट मास्टर जनरल उप्र परिमंडल कौशलेंद्र कुमार सिन्हा ने की। मुख्य अतिथि मीरा हॉण्डा व चीफ पोस्टमास्टर जनरल कौशलेंद्र ने प्रशस्ति-पत्र देकर सभी को सम्मानित किया। 
डाक सेवा अवार्ड के तहत मुजफ्फरनगर कुतेरसा के ग्रामीण शाखा डाकपाल सुदेश चंद्र जैन, मेरठ कैंट में पोस्टमैल प्रदीप कुमार, उप्र परिमंडल लखनऊ में स्टैनोग्राफर दिनेश बाबू, हापुड़ में पोस्टमास्टर अरुण मोहन शंखधर, बीएनपीएल केंद्र नोएडा में मैनेजर अभय सिंह, सर्तकता अधिकारी लखनऊ मंडल शशि कुमार उत्तम, प्रवर अधीक्षक डाकघर कानपुर हिमांशु कुमार मिश्र, डाक सहायक बस्ती प्रियंका श्रीवास्तव को विभिन्न श्रेणियों में पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया। इस अवसर पर स्वच्छता पुरस्कार श्रेणी में बरेली प्रधान डाकघर, नेशनल सॉर्टिँग हब कानपुर और  नेशनल सॉर्टिंग हब लखनऊ को पुरस्कार प्रदान किया गया। 

समारोह में पोस्टमास्टर जनरल गोरखपुर त्रिशलजीत सेठी, पोस्टमास्टर जनरल इलाहाबाद सुवेंदु कुमार स्वेन, पोस्टमास्टर जनरल बरेली संजय सिंह, पोस्टमास्टर जनरल कानपुर विनोद कुमार वर्मा, पोस्टमास्टर जनरल आगरा अग्बेष उपमन्यु, निदेशक डाक सेवाएं मुख्यालय राजीव उमराव, निदेशक डाक सेवाएं मुख्यालय परिक्षेत्र केके यादव, निदेशक डाक सेवाएं गाजियाबाद सुप्रियो घोष, प्रवर अधीक्षक डाक लखनऊ मंडल आलोक कुमार ओझा और चीफ पोस्ट मास्टर जीपीओ आरएन यादव उपस्थित रहे। 
समारोह के अंत में निदेशक डाक सेवाएं (मुख्यालय) परिक्षत्र कृष्ण कुमार  यादव ने अतिथियों का धन्यवाद करते हुए डाक सेवाओं से अधिक से अधिक लोगों को जोड़ने का आह्वान किया। 


Sunday, October 13, 2019

Philately Day : National Postal Week : बच्चों में डाक टिकट संग्रह की अभिरुचि ज्ञानवर्धन के लिए जरूरी : डाक निदेशक केके यादव

डाक टिकट किसी भी राष्ट्र की सभ्यता, संस्कृति एवं विरासत के संवाहक हैं। तभी तो डाक टिकट को नन्हा राजदूत कहा जाता है। उक्त उद्गार लखनऊ (मुख्यालय) परिक्षेत्र के निदेशक डाक सेवायें श्री कृष्ण कुमार यादव ने राष्ट्रीय डाक दिवस के क्रम में लखनऊ जीपीओ में 12 अक्तूबर को आयोजित फिलेटली दिवस का शुभारंभ करते हुए व्यक्त किये। इस अवसर पर विभिन्न स्कूलों के बच्चों ने फिलेटली म्यूज़ियम का भ्रमण करके डाक टिकटों के बारे में जानकारी ली।  फिलेटली डिपाजिट एकाउंट, माई स्टैम्प, दीन दयाल स्पर्श छात्रवृत्ति योजना, ढाई आखर पत्र लेखन प्रतियोगिता के बारे में विद्यार्थियों को विस्तार से बताया गया। माई स्टैम्प के तहत डाक टिकटों पर अपनी फोटो देखकर बच्चे खूब प्रफुल्लित हुए।
 डाक निदेशक श्री कृष्ण कुमार यादव ने विद्यार्थियों को सम्बोधित करते हुए कहा कि फिलेटली को "किंग आफ हाबी व हाबी आफ किंग" के रूप में जाना जाता है, जिसमें रूचि रखने पर अनंत विषयों पर डाक टिकटों का संग्रह कर सकते हैं। साथ ही कहा कि  संचार के बदलते दौर में आज की युवा पीढ़ी सोशल मीडिया को अधिक तरजीह दे रही है, पर  बच्चों को फिलेटली (डाक टिकट संग्रह) से जरूर जुड़ना चाहिए। इससे उनका सामान्य ज्ञान खूब विकसित होगा।

लखनऊ जीपीओ के चीफ पोस्टमास्टर आर एन यादव ने बताया कि मात्र 200 रुपये में फिलेटली डिपाजिट एकाउंट खोलकर   घर बैठे डाक टिकटें प्राप्त की जा सकती हैं।

प्रवर अधीक्षक रेल डाक सेवा बीपी त्रिपाठी ने कहा कि माई स्टैम्प के तहत डाक टिकटों पर अब लोगों की फोटो भी हो सकती है।

सीनियर फिलेटलिस्ट दिनेश चंद्र शर्मा ने बच्चों को डाक टिकट संग्रह और उनके फायदों के बारे में बताया।

इन्हें मिला सम्मान :

इस अवसर पर डाक टिकट डिजाइन प्रतियोगिता हेतु तान्या, प्रियंका व नाजिया बानो, फिलेटलिक क्विज सीनियर ग्रुप में शिवा पाठक, अथर्व चौरसिया व सीतू यादव, जूनियर ग्रुप में अर्पिता गुप्ता, वैभवी मिश्रा व अलहमद को क्रमशः प्रथम, द्वितीय व तृतीय पुरस्कार से डाक निदेशक श्री कृष्ण कुमार यादव ने सम्मानित किया।

 इस अवसर पर बीपी त्रिपाठी, दिनेश शर्मा, उमेश कुमार, अखंड प्रताप सिंह, मधु जायसवाल, सुनील गुप्ता सहित तमाम लोग उपस्थित रहे।





बच्चों में डाक टिकट संग्रह की अभिरुचि ज्ञानवर्धन के लिए जरूरी : डाक निदेशक केके यादव

स्कूली बच्चों ने लखनऊ जीपीओ में फिलेटली म्यूज़ियम का भ्रमण कर डाक टिकटों के बारे में ली जानकारी

फिलेटली डे पर डाक टिकटों पर अपनी फोटो देखकर बच्चे हुए प्रफुल्लित


Friday, October 11, 2019

National Postal Week-Banking Day : भारत में हर चौथा व्यक्ति डाकघर का खाताधारक-डाक निदेशक केके यादव

भारतीय डाक विभाग द्वारा 'राष्ट्रीय डाक सप्ताह' के तहत 10 अक्टूबर, 2019 को  बैंकिंग दिवस के रूप में मनाया गया। चीफ पोस्टमास्टर जनरल, उत्तर प्रदेश  कार्यालय स्थित मंथन हॉल  में आयोजित कार्यक्रम में लखनऊ मुख्यालय परिक्षेत्र के निदेशक डाक सेवाएँ श्री कृष्ण कुमार यादव ने इसका शुभारम्भ किया और ग्राहकों  से संवाद किया। इस अवसर पर खाताधारकों को सम्मानित भी किया गया। श्री कृष्ण कुमार यादव  ने कहा कि आज भी डाकघरों की बचत योजनाएं सर्वाधिक लोकप्रिय हैं और इनमें लोग पीढ़ी दर पीढ़ी पैसे जमा करते हैं। डाकघरों को नई टेक्नालॉजी से जोड़कर उन्हें कस्टमर-फ्रेंडली बनाया जा रहा है।  
निदेशक डाक सेवाएँ श्री कृष्ण कुमार यादव Krishna Kumar Yadav ने कहा कि वर्ष 1882 में आरम्भ हुई डाकघर बचत सेवाएं विस्तृत नेटवर्क और विश्वसनीयता की बदौलत  आज नए मुकाम पर खड़ी हैं।  भारत में डाकघर में 36 करोड़ 52 लाख ग्राहकों के खाते संचालित है यानी हर चौथे व्यक्ति का डाकघर में खाता है। उत्तर प्रदेश में 3 करोड़ 97 लाख खाते संचालित हैं। बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ के तहत 16 लाख से अधिक बेटियों के सुकन्या समृद्धि खाते उत्तर प्रदेश में खोले जा चुके हैं। अकेले लखनऊ रीजन में 576 गाँवों को 'सम्पूर्ण सुकन्या समृद्धि ग्राम' बनाया जा चुका है। कोर बैंकिंग और एटीएम के बाद डाकघरों में पेमेंट बैंकिंग का आगाज हो चुका है। 73 पेमेंट्स बैंक शाखाओं व 17,664 एक्सेस पॉइंट्स के द्वारा उत्तर प्रदेश  में अब तक लगभग 15 लाख आई.पी.पी.बी. खाते खुल चुके हैं। प्रधानमंत्री द्वारा आरम्भ जनसुरक्षा योजना - अटल पेंशन योजना, प्रधानमंत्री जीवन ज्योति योजना, प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना में भी डाकघरों के माध्यम से निवेश किया जा सकता है।  
लखनऊ मंडल के प्रवर अधीक्षक डाकघर आलोक ओझा ने कहा कि डाकघरों में निवेश सबसे सुरक्षित है।  नागरिकों द्वारा की गयी छोटी-छोटी बचत भी समाज के आर्थिक विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती  है।
सहायक निदेशक (बचत बैंक) राकेश कुमार वर्मा ने डाकघर में निवेश की तमाम योजनाओं के बारे में बताते हुए सभी डाकघर खाताधारकों से अपने खातों को मोबाईल से लिंक कराने के लिए कहा।
इस अवसर पर, उप निदेशक राष्ट्रीय बचत  राजेश वत्स ने बताया डाक विभाग और बचत विभाग का बहुत पुराना नाता है। डाक विभाग लम्बे समय से लोगों को बचत करने के लिए प्रेरित करता  रहा है। उन्होंने यह भी कहा कि बचत विभाग भविष्य में भी डाक विभाग की लघु बचत योजनाओं के व्यापक प्रचार प्रसार के लिए कृत संकल्पित है।  


इस अवसर पर लखनऊ जी.पी.ओ. के  चीफ पोस्टमास्टर आर. एन. यादव, आई.पी.पी.बी. सर्किल मैनेजर अविनाश कुमार सिन्हा, रीजनल मैनेजर स्मृति श्रीवास्तव, सहायक निदेशक बचत लख्ननऊ अनिल जोशी, ए.पी. अस्थाना, आई.के. शुक्ल, ससुनील कुमार, रोहिताश्व बाजपेयी, प्रभाकर वर्मा, प्रियम गुप्ता सहित  डाक विभाग के तमाम अधिकारी-कर्मचारी, बचत अभिकर्तागण व खाताधारक मौजूद रहे।







आज भी डाकघरों की बचत योजनाएं सर्वाधिक लोकप्रिय - डाक निदेशक केके यादव 

भारत में हर चौथा व्यक्ति  डाकघर का खाताधारक, कुल 36 करोड़ 52 लाख खाते संचालित -डाक निदेशक केके यादव 

‘राष्ट्रीय डाक सप्ताह’ के तहत  ‘बैंकिंग दिवस’ का आयोजन 

Thursday, October 10, 2019

World Post Day : विश्व डाक दिवस' पर लखनऊ में जागरूकता रैली का आयोजन

50वें 'विश्व डाक दिवस' के अवसर पर डाक सेवाओं के बारे में जन-जागरूकता लाने और व्यापक प्रचार-प्रसार के क्रम में डाक विभाग द्वारा 9 अक्टूबर को राजधानी लखनऊ में एक विशाल रैली का आयोजन किया गया। उत्तर प्रदेश के चीफ पोस्टमास्टर जनरल श्री कौशलेन्द्र कुमार सिन्हा ने निदेशक डाक सेवाएं श्री कृष्ण कुमार यादव और श्री राजीव उमराव की उपस्थिति में परिमण्डल कार्यालय से हरी झंडी दिखाकर रैली को रवाना किया। 

इस संबंध में जानकारी देते हुए लखनऊ मुख्यालय परिक्षेत्र के निदेशक डाक सेवाएं श्री कृष्ण कुमार यादव ने बताया कि, रैली के दौरान डाक विभाग की तमाम योजनाओं को पोस्टर एवं बैनर के माध्यम से प्रदर्शित किया गया। रैली के दौरान डाककर्मियों द्वारा डाकघरों में दी जा रही  तमाम सेवाओं- स्पीड पोस्ट, बिजनेस पार्सल, बचत बैंक, डाक जीवन बीमा, इंडिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक, सुकन्या समृद्धि योजना,  फिलेटली, आधार नामांकन और अपडेशन, पोस्ट ऑफिस पासपोर्ट सेवा केंद्र अटल पेंशन योजना, प्रधानमंत्री जीवन ज्योति योजना, प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना,इत्यादि से संबंधित जानकारी देकर लोगों का ध्यान आकृष्ट किया गया। डाक निदेशक श्री यादव ने बताया कि, रैली का उद्देश्य डाक सेवाओं के साथ-साथ भारत सरकार द्वारा चलाई जा रही अन्य योजनाओं- स्वच्छता अभियान, बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ, डिजिटल इंडिया, वित्तीय समावेशन, सिंगल यूज प्लास्टिक से मुक्ति के बारे में भी जागरूक करना था। 

हजरतगंज स्थित चीफ पोस्टमास्टर जनरल कार्यालय से निकलकर हजरतगंज मेट्रो स्टेशन, अटल चौक, जीपीओ, विधान भवन, भाजपा कार्यालय, नॉवेल्टी, लालबाग होते हुए   रैली चीफ पोस्टमास्टर जनरल कैम्पस में समाप्त हुई। इस अवसर पर चीफ पोस्टमास्टर आर एन यादव, प्रवर डाक अधीक्षक आलोक ओझा, सतर्कता अधिकारी शशि कुमार उत्तम, सहायक निदेशक भोला शाह, एपी अस्थाना, आरके वर्मा, विजेंद्र सहित तमाम अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित रहे।
डाक निदेशक श्री कृष्ण कुमार यादव ने बताया कि लखनऊ रीजन के सभी मंडलों में 9 से 15 अक्टूबर तक राष्ट्रीय डाक सप्ताह का आयोजन किया जाएगा और इस दौरान विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किये जायेंगे। इस क्रम में 9 अक्टूबर  को  ’विश्व डाक दिवस’, 10 अक्टूबर को बैंकिंग दिवस, 11  अक्टूबर को डाक जीवन बीमा दिवस, 12 अक्टूबर को फिलेटली दिवस, 14 अक्टूबर को व्यवसाय विकास दिवस और 15 अक्टूबर को मेल दिवस के रूप में मनाया जायेगा।

चीफ पोस्टमास्टर आर एन यादव ने बताया कि विश्व डाक दिवस पर विभिन्न स्कूलों के बच्चों ने जीपीओ और चौक प्रधान डाकघर का भ्रमण कर डाक सेवाओं और उनमें आ रहे परिवर्तन के बारे में जाना।











Wednesday, October 9, 2019

Happy World Post Day

विश्व डाक दिवस (9 अक्टूबर) पर आप सभी को हार्दिक बधाईयाँ और शुभकामनायें !!
Happy World Post Day.





World Post day & National Postal week : विश्व डाक दिवस और राष्ट्रीय डाक सप्ताह का आयोजन

डाक विभाग देश के सबसे पुराने विभागों में से एक है जो कि देश के सामाजिक-आर्थिक विकास में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। यह एक ऐसा संगठन है जो न केवल देश के भीतर बल्कि देश की सीमाओं से बाहर अन्य देशों तक पहुँचने में भी हमारी  मदद करता है। भूमंडलीकरण की अवधारणा सबसे पहले दुनिया भर में भेजे जाने वाले पत्रों के माध्यम से ही साकार हुई। पूरे विश्व में हर वर्ष 9 अक्टूबर को "अंतर्राष्ट्रीय डाक दिवस" और उसी क्रम में 9-15 अक्टूबर तक भारत में राष्ट्रीय डाक सप्ताह मनाया जायेगा। उक्त जानकारी लखनऊ मुख्यालय परिक्षेत्र के निदेशक डाक सेवाएँ कृष्ण कुमार यादव ने दी। 


इसलिए मनाया जाता है विश्व डाक दिवस-
9 अक्टूबर को "अंतर्राष्ट्रीय डाक दिवस" मनाये जाने के बारे में लखनऊ (मुख्यालय) परिक्षेत्र के निदेशक डाक सेवाएं कृष्ण कुमार यादव ने कहा  कि 'एक विश्व-एक डाक प्रणाली' की अवधारणा को साकार करने हेतु 9 अक्टूबर, 1874 को 'यूनिवर्सल पोस्टल यूनियन' की स्थापना बर्न, स्विटजरलैण्ड में की गई, जिससे विश्व भर में एक समान डाक व्यवस्था लागू हो सके। भारत प्रथम एशियाई राष्ट्र था, जो कि 1 जुलाई 1876 को इसका सदस्य बना। कालांतर में वर्ष 1969 में टोकियो, जापान में सम्पन्न यूनिवर्सल पोस्टल यूनियन कांग्रेस में इस स्थापना दिवस को "विश्व डाक दिवस" के रूप में मनाने हेतु घोषित किया गया।  तब से पूरी दुनिया में  इस दिन को प्रतिवर्ष धूमधाम मनाया जाता है। विश्व डाक दिवस के क्रम में ही पूरे सप्ताह को राष्ट्रीय डाक सप्ताह के रूप में मनाया जायेगा, जिस दौरान तमाम कार्यक्रम आयोजित किये जायेंगे।
विश्व डाक दिवस के क्रम में राष्ट्रीय डाक सप्ताह का आयोजन-
डाक निदेशक कृष्ण कुमार यादव, ने बताया कि लखनऊ परिक्षेत्र के डाक मंडलों में भी 'विश्व डाक दिवस' और तदन्तर 9 से 15 अक्टूबर तक 'राष्ट्रीय डाक सप्ताह' का आयोजन किया जा रहा है। इस क्रम में 9 अक्टूबर  को  ’विश्व डाक दिवस’, 10 अक्टूबर को बैंकिंग दिवस, 11  अक्टूबर को डाक जीवन बीमा दिवस, 12 अक्टूबर को फिलेटली दिवस, 14 अक्टूबर को व्यवसाय विकास दिवस और 15 अक्टूबर को मेल दिवस के रूप में मनाया जायेगा।  श्री यादव ने कहा कि इस दौरान जहाँ  सेवाओं के व्यापक प्रचार-प्रसार एवं राजस्व अर्जन में वृद्धि पर जोर दिया जायेगा, वहीं उत्कृष्टता हेतु डाक कर्मियों का सम्मान, कस्टमर मीट, डाक टिकट प्रदर्शनी, माई स्टैम्प, डाक सेवाओं की कार्य-प्रणाली को समझने हेतु स्कूली बच्चों द्वारा डाकघरों  का भ्रमण, पत्र लेखन प्रतियोगिता, बचत बैंक, सुकन्या समृद्धि योजना, इण्डिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक व डाक जीवन बीमा मेला, इत्यादि तमाम कार्यक्रम आयोजित किये जायेंगे। 

बदल रहा है डाकघरों का चेहरा और भूमिका -
वक्त के साथ पत्रों का स्वरूप भी बदल गया है। व्यक्तिगत पत्रों का स्थान बिजनेस डाक और पार्सल ने ले लिया। ऐसे में डाक विभाग ने भी नई टेक्नालाजी आधारित सेवाएं शुरू की हैं । डाक निदेशक कृष्ण कुमार यादव ने बताया कि, ट्रेक एंड ट्रेस सुविधा, ई-कामर्स को बढ़ावा देने हेतु कैश ऑन डिलीवरी, लेटर बाक्स से नियमित डाक निकालने हेतु नन्यथा मोबाईल एप एवं डाकियों द्वारा एण्ड्रोयड बेस्ड स्मार्ट फोन आधारित डिलीवरी जैसे तमाम कदम डाक विभाग की अभिनव  पहल हैं। डाकघरों में कोर बैंकिंग के बाद इंडिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक के माध्यम से वित्तीय समावेशन को बढ़ावा दिया जा रहा है । आधार इनेब्ल्ड पेमेंट सिस्टम लागू कर डाक विभाग ने बैंकिंग क्षेत्र में नई क्रांति ला दी है । डाक निदेशक श्री यादव ने कहा कि, डाकघरों की ब्रांडिंग के लिए  'प्रोजेक्ट एरो' के बाद टेकनालजी स्तर पर डाक विभाग अपने कार्यालयों में कोर सिस्टम इंटीग्रेशन प्रोजेक्ट लागू कर उन्हें पूर्ण रूप से डिजिटल और पेपरलेस बनाने की ओर अग्रसर है। ग्रामीण क्षेत्र के डाकघरों को दर्पण प्रोजेक्ट के माध्यम  से हाइटेक बनाकर डिजिटल इंडिया की संकल्पना को साकार किया जा रहा है । डाकघरों में जनसुविधा के मद्देनजर तमाम नई सेवाएं आरम्भ हुई हैं। आधार नामांकन व अपडेशन केंद्र, पोस्ट ऑफिस पासपोर्ट सेवा केंद्र, रेलवे के टिकटों की बिक्री,  गंगाजल की बिक्री, ऊर्जा संरक्षण हेतु एलईडी बल्बों की बिक्री जैसे तमाम कार्य आज डाकघरों के माध्यम से हो रहे हैं। 

सोशल मीडिया के दौर में भी पत्रों का क्रेज-
डाक निदेशक कृष्ण कुमार यादव ने बताया कि, सोशल मीडिया ने भले ही संवाद के माध्यम बदल दिए हैं, पर आज भी पत्र लिखने वालों के उत्साह में कमी नहीं आई है। राजधानी लखनऊ के डाकघरों से प्रति माह औसतन 6 हजार अंतर्देशीय पत्र, 9 हजार लिफाफे और 10 हजार पोस्टकार्ड की बिक्री होती है। अंतर्देशीय पत्र  2.50 ₹ में, साधारण लिफाफा 5 ₹ में और साधारण पोस्टकार्ड 50 पैसे में मिलते हैं।

 2009 ईसा पूर्व लिखा गया था दुनिया का पहला पत्र -
पत्रों की अपनी एक खूबसूरत दुनिया है।  सभ्यता के आरंभ से ही मानव किसी न किसी रूप में पत्र लिखता रहा है। डाक निदेशक कृष्ण कुमार यादव ने बताया कि दुनिया का सबसे पहला खत 2009 ईसा पूर्व बेबीलोन के खंडरों से मिला था, जो एक प्रेमी ने अपनी प्रेमिका के विरह के भाव से ओतप्रोत होकर लिखा था। भावनाओं की बयार इस कद थी कि प्रेमी ने मिट्टी के फर्श को खोदते हुए ‘मैं तुमसे मिलने आया था, पर तुम नहीं मिली’ का संदेश जाने से पहले प्रेमिका के लिए छोड़ा। इस संदेश में कितनी तड़प थी इसका अंदाजा वही लगा सकता है जिसके लिए वह लिखा गया।

विश्व डाक दिवस : समय के साथ बदल रहा डाकघर 

विश्व डाक दिवस : चिट्ठी-पत्री के सिवा डाकघर का लोगों से ढेरों सरोकार 


विश्व डाक दिवस : खत देखकर समझ आ जाता था मजमून 

देश के सामाजिक-आर्थिक विकास में डाकघर की अहम भूमिका-डाक निदेशक केके यादव