Thursday, October 3, 2019

राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी पर आधारित तीन दिवसीय डाक टिकट प्रदर्शनी 'अहिंसापेक्स' का लखनऊ जीपीओ में शुभारम्भ

राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी पर आधारित तीन दिवसीय डाक टिकट प्रदर्शनी अहिंसापेक्स–2019 का लखनऊ जीपीओ में  गाँधी जयंती की 150 वीं वर्षगांठ के दिन  शुभारम्भ किया गया।  उत्तर प्रदेश परिमंडल के चीफ पोस्टमास्टर जनरल श्री कौशलेन्द्र कुमार सिन्हा, लखनऊ मुख्यालय परिक्षेत्र के निदेशक डाक सेवाएँ श्री कृष्ण कुमार यादव, पुलिस महानिदेशक, आर्थिक अपराध अनुसंधान संगठन डॉ. राजेन्द्र पाल सिंह ने दीप प्रज्वलन कर इसका शुभारम्भ किया। 



 इस अवसर पर देश-विदेश में गाँधी जी पर जारी हजारों डाक टिकटों से लोग रूबरू हुए। “अन्तराष्ट्रीय अहिंसा दिवस” एवं कैलीग्राफी चिकनकारी पर विशेष आवरण एवं विशेष विरूपण का विमोचन भी किया गया। 


जवाहर नवोदय विद्यालय, पिपरसंड, लखनऊ के विद्यार्थियों ने बापू की सीख और स्वच्छता अभियान जैसे विषयों पर सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत कर प्रदर्शनी को और भी रोचक बना दिया।

बतौर मुख्य अतिथि उत्तर प्रदेश के चीफ पोस्टमास्टर जनरल श्री कौशलेन्द्र कुमार सिन्हा ने कहा कि, गाँधी जी हमेशा से ही हम सबके आदर्श रहे हैं। आज जरूरत है उनके विचारों को जानने और वर्तमान परिवेश में उन्हें क्रियान्वित करने की। पूरी दुनिया में गाँधी जी पर जारी डाक टिकट उनकी व्यापकता और विचारों की सार्वभौमिकता को दर्शाते हैं। सत्य और अहिंसा के रास्ते पर चलते हुए गाँधी जी ने देश को आजादी दिलाई। गाँधीजी  को सच्ची श्रद्धांजलि उनके सिद्धांतों पर चल कर ही दिया जा सकता है।


लखनऊ मुख्यालय परिक्षेत्र के निदेशक डाक सेवाएँ श्री कृष्ण कुमार यादव ने कहा कि,  महात्मा गाँधी सिर्फ एक नाम ही नहीं, बल्कि विचारधारा का नाम है। आज युवा पीढ़ी को भी गाँधी जी के इन विचारों से जोड़ने की जरूरत है।  गाँधी जी के सिद्धांतों और आदर्शों से प्रभावित होकर  दुनिया के 100 से अधिक राष्ट्रों ने उन पर स्मारक डाक-टिकट जारी किये हैं।  यहाँ तक कि भारत में भी सबसे ज्यादा डाक-टिकट गाँधी जी पर ही जारी हुए हैं। सत्याग्रह, सत्य व अहिंसा, स्वदेशी, स्वच्छता, सेवा भाव, स्वानुशासन की जो सीख गाँधी जी ने दी, आज सम्पूर्ण दुनिया इसकी कायल है और इन पर शोध कर रही है।
उत्तर प्रदेश के पुलिस महानिदेशक, आर्थिक अपराध अनुसंधान संगठन डॉ. राजेन्द्र पाल सिंह ने डाक टिकट प्रदर्शनी की सराहना करते हुए कहा कि इससे गाँधी जी के व्यक्तित्व के तमाम पहलुओं को जानने का मौका मिला। गाँधी जी ने स्वच्छता को काफी अहम स्थान दिया और उनकी इस परम्परा को आत्मसात करके ही सरकार भी इसके लिए जागरूकता अभियान चला रही है।  
डाक टिकट प्रदर्शनी के दौरान विभिन्न स्कूलों के विद्यार्थियों ने डाक टिकटों के माध्यम से गाँधी जी, उनकी विरासत और विचारों को समझा और प्रोत्साहित हुए।  इस दौरान स्कूली बच्चों हेतु फिलेटली वर्कशॉप, फिलेटली सेमिनार, फिलेटली क्विज, ढाई आखर पत्र लेखन प्रतियोगिता, डाक टिकट डिजाइन प्रतियोगिता जैसे तमाम कार्यक्रम आयोजित किये गए। 







इस दौरान लखनऊ जीपीओ के चीफ पोस्टमास्टर आर एन यादव, सेवानिवृत चीफ पोस्टमास्टर जनरल चन्द्र प्रकाश, मेजर जनरल के.के. श्रीवास्तव,  लखनऊ मंडल के प्रवर अधीक्षक डाकघर आलोक ओझा, सतर्कता अधिकारी शशि  कुमार उत्तम,  प्रवर अधीक्षक रेल डाक सेवा बी.पी.त्रिपाठी, सहायक महानिदेशक (आधार) विवेक दक्ष, लखनऊ फिलेटलिक सोसाइटी के अध्यक्ष बी.एस.भार्गव,सहायक निदेशक ए.पी.अस्थाना, आई.के.शुक्ल, भोला शाह, राम बिलास, सहायक अधीक्षक रत्ना कुमारी, सुनील कुमार, उमेश कुमार, अनुज सिंह, प्रभाकर वर्मा, सत्येंद्र प्रताप सिंह, दिनेश शर्मा सहित डाक विभाग के तमाम अधिकारी-कर्मचारी गण, फिलेटलिस्ट्स, विभिन्न स्कूलों के विद्यार्थी व अध्यापक मौजूद रहे। कार्यक्रम का संचालन डॉ. एके अवस्थी ने किया।






राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी पर आधारित तीन दिवसीय डाक टिकट प्रदर्शनी 'अहिंसापेक्स' का लखनऊ जीपीओ में  शुभारम्भ

लखनऊ जीपीओ में डाक टिकट प्रदर्शनी में दिखे देश-विदेश में गाँधीजी पर जारी हजारों डाक टिकट

“अन्तराष्ट्रीय अहिंसा दिवस” एवं कैलीग्राफी चिकनकारी पर जारी हुआ विशेष डाक आवरण

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