Tuesday, December 31, 2019

India Post Payments Bank : No need to visit ATM for cash withdrawls anymore, Daakiya Bank laya


यदि आप सुदूर क्षेत्र में रह रहे हैं, जहाँ पर बैंक की शाखा या एटीएम सुविधा नहीं है तो अब आपको पैसे निकालने के लिए परेशान होने की जरूरत नहीं है। शहरों में भी बैंक या एटीएम की लाईन में लगने की बजाय अब आप घर बैठे अपने इलाके के डाकिया के माध्यम से अपने बैंक खाते से पैसे निकाल सकते हैं। बस आपका खाता आधार और मोबाईल नंबर से लिंक होना चाहिए। इंडिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक की "आधार इनेबल्ड पेमेंट सिस्टम (AEPS) सेवा" के तहत इसका लाभ उठाया जा सकता है। यह जानकारी लखनऊ व बरेली परिक्षेत्र के निदेशक डाक सेवाएँ श्री कृष्ण कुमार यादव ने दी। "आपका बैंक आपके द्वार" के तहत कार्य करते हुए इंडिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक ने  जनमानस में अपनी सुदृढ़ उपस्थिति दर्ज कराई है। उत्तर प्रदेश में इसके 19 लाख से अधिक खाते खुले हैं। इसमें खाता खुलवाना भी बेहद आसान है। चंद मिनटों में ही पोस्ट ऑफिस में या घर बैठे डाकिया के माध्यम से खाता खुलवा सकते हैं।
डाक निदेशक श्री कृष्ण कुमार यादव ने बताया कि, इंडिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक द्वारा आरम्भ "आधार इनेबल्ड पेमेंट सिस्टम (AEPS) के माध्यम से अब कोई भी व्यक्ति अपने  बैंक के आधार-लिंक्ड खाते से धनराशि डाकघर के काउंटर्स या डाकिया के माध्यम से निकाल सकता है। अक्टूबर में आरम्भ होने के बाद, उत्तर प्रदेश में लगभग 58 हजार लोगों ने इसका लाभ उठाया है। इसमें एक दिन में अधिकतम दस हजार रूपये निकाले जा सकते हैं। इसके लिए किसी भी प्रकार का चार्ज नहीं लिया जायेगा। ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले लोग अपने इलाके के डाकिये के माध्यम से भी किसी बैंक से पैसे निकाल सकते हैं, बशर्ते खाता आधार से लिंक होना चाहिए। इस सुविधा के आने से घर-घर तक डाक पहुँचाने वाला डाकिया अब चलता फिरता एटीएम हो गया है। 
डाक निदेशक श्री कृष्ण कुमार यादव  ने बताया कि  इंडिया पोस्ट पेमेंट बैंक के माध्यम से  विभिन्न सरकारी योजनाओं में सहायता राशि लाभार्थियों को उनके घर पर प्रदान की जा रही है, जिनमें  प्रमुख रूप से निक्षय भारत योजना के अंतर्गत टी.बी के मरीज़, प्रधान मंत्री मातृत्व वंदन योजना के अंतर्गत गर्भवती महिलाओं, दिव्यांग पेंशन योजना, वृद्धावस्था योजना, किसान सम्मान निधि  के लाभार्थी शामिल हैं।  इन लाभार्थियों को  जिनको पहले बैंक में  देर तक लाइन लगाकर लेनदेन करना पड़ता था अब उनके आधार के माध्यम से खाता खोलने के साथ जमा निकासी की सुविधा भी डाकिये द्वारा उनके घर पर प्रदान की जा रही है।  इसके अतिरिक्त अन्य सभी सरकारी योजनाओं के खाते भी बड़ी संख्या में खोले जा रहे हैं। आईपीपीबी न सिर्फ अपने खातों से बल्कि अन्य बैंको के आधार लिंक्ड खातों से भी ग्राहकों को धनराशि आहरित करने की सुविधा प्रदान कर रहा है।

'इंडिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक' की अनूठी पहल, डाकिया बनेगा चलता-फिरता एटीएम 
डाकिये  के माध्यम से  खाते से निकालें राशि : दैनिक जागरण, मेरठ 


बैंक की लंबी लाइन से मुक्ति, डाकिया बना अब चलता-फिरता एटीएम : दैनिक हिंदुस्तान, शाहजहाँपुर 

इंडिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक दे रहा भीड़ से राहत : दैनिक जागरण, मुरादाबाद 

डाकिया के माध्यम से घर बैठे निकालें धनराशि : दैनिक जागरण, हरदोई 

अब घर बैठे-बैठे  डाकिया के माध्यम से बैंक  खाते से निकालें अपना रुपया : दैनिक हिंदुस्तान, हरदोई 

बैंक के एटीएम को टक्कर दे रहे डाकिया -डाक निदेशक केके यादव : दैनिक हिंदुस्तान, मुरादाबाद 

Sunday, December 15, 2019

'Nanyatha' makes Letter Boxes smart : Post Offices begin e-monitoring of letter boxes by ‘Nanyatha’ in Lucknow

In the era of new technology now Letter Boxes will be getting smart. This is now possible with the implementation of the Electronic Monitoring of Letter Box Clearance through the Nanyatha software developed by Department of Posts. The programme helps to know the status of letters dropped in the box and functioning of the delivery system in the postal network through Internet.

Mr. Krishna Kumar Yadav, Director Postal Services, Lucknow HQ Region told that Real time based and GPS enabled mobile software ‘Nanyatha’ is aimed at monitoring the clearance of letter boxes planted at various locations attached to post offices. This application helps in uploading the data about the location of  Letter Box, date and time of clearance, Number of letters and the person who has cleared  to the web MIS having the address https://appost.in/nanyatha, when  the bar code is scanned using a smart phone.  
Explaining the system, Director Mr. Krishna Kumar Yadav said that in Lucknow City there are 201 letter boxes, each letter box is assigned a unique barcode consisting of a pin code followed by a twelve-digit serial number. After capturing the location, letter box attendant opens it, counts the number of letters inside, and scans the barcode fixed inside through the hand set by using the installed android application. Then the attendant enters his/her name and the number of articles cleared through the app on the smartphone, which gets uploaded on the server, said Mr. Yadav.

This software also facilitates the members of public to know the states of letter clearance which is posted in a particular letter box. With this software, customers by a click of mouse can know whether the letters dropped by them in letter boxes are collected or not. It is also possible to know the date, time and name of the postman who picked up the letters, said Mr. Yadav. It also provides MIS to the Postal department to know the volume of letters posted in a letter box and thereby to rationalize the letter boxes. 
'Nanyatha' makes Postal Letter Boxes smart (Courtesy : The Pioneer, Lucknow)

Department of Posts begins e-monitoring of letter boxes by ‘Nanyatha’ in Lucknow

Mobile app ‘Nanyatha’ for electronics clearance of letter boxes in Lucknow

Friday, December 13, 2019

Director Postal Services Krishna Kumar Yadav review the Postal Services in Kheri Division, Lakhimpur

डाक सेवायें नवीनतम टेक्नोलॉजी अपनाते हुए नित्य अपने को कस्टमर फ्रेण्डली बना रही हैं। डाक सेवाओं ने अपनी विविधता के साथ नित्य नये आयाम रचे हैं। उक्त उद्गार 12 दिसंबर, 2019 को खीरी डाक मण्डल, लखीमपुर के दौरे पर आये लखनऊ एवं बरेली परिक्षेत्र के निदेशक डाक सेवायें श्री कृष्ण कुमार यादव ने व्यक्त किये। खीरी मण्डल के डाक अधीक्षक श्री मुकेश कुमार सिंह ने डाक निदेशक का स्वागत कर मण्डल में डाक सेवाओं की प्रगति की जानकारी दी।
डाक निदेशक श्री कृष्ण कुमार यादव ने खीरी मंडल के अधीक्षक डाकघर कार्यालय के वार्षिक निरीक्षण के साथ-साथ प्रधान डाकघर, खीरी का विजिट भी किया। इस दौरान उन्होंने रिकार्ड के समुचित रख-रखाव एवं स्वच्छता पर जोर दिया। डाकघर के कार्य की समीक्षा करते हुए डाक निदेशक श्री केके यादव ने सभी कर्मचारियों से ग्राहकों  से अच्छे व्यवहार और आवंटित लक्ष्य की प्राप्ति पर जोर दिया।

डाक निदेशक श्री कृष्ण कुमार यादव ने कहा कि डाक विभाग पत्रों के साथ-साथ बचत बैंक, डाक जीवन बीमा, सुकन्या समृद्धि खाता, इण्डिया पोस्ट पेमेन्ट्स बैंक, डाकघर पासपोर्ट सेवा केन्द्र, आधार नामांकन एवं अद्यतनीकरण जैसे तमाम जनोन्मुखी कार्य कर रहा है। इसके साथ ही आधार इनेबल्ड पेमेन्ट सिस्टम के माध्यम से घर बैठे अपने बैंक खाते से रू0 10000/- बिना किसी अतिरिक्त चार्ज के निकाले जाने की सुविधा भी दी जा रही है। श्री कृष्ण कुमार यादव ने बताया कि डाकघर की बचत योजनाएं आज भी सर्वाधिक लोकप्रिय हैं। खीरी मण्डल के डाकघरों में सात  लाख से अधिक खाते बचत योजनाओ के अन्तर्गत संचालित हैं। इण्डिया पोस्ट पेमेन्ट्स बैंक के तहत अब तक कुल 6,943 खाते खोले जा चुके हैं। ‘बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ‘ के तहत 75 गाँवों  को सम्पूर्ण सुकन्या समृद्धि ग्राम बनाया जा चुका है। खीरी प्रधान डाकघर पासपोर्ट सेवा केन्द्र के माध्यम से अब तक कुल 1721 लोगों के पासपोर्ट जारी हो चुके हैं। 
डाक निदेशक श्री यादव ने कहा कि बदलते परिवेश में डाक विभाग नयी भूमिका निभाने के लिए तत्पर है। ई-कामर्स को बढ़ावा देने हेतु कैश ऑन डिलीवरी, लेटर बाक्स से नियमित डाक निकालने हेतु नन्यथा मोबाइल एप्स, ग्रामीण शाखा डाकघरों को ’दर्पण’ प्रोजेक्ट के तहत हाई टेक बनाने जैसे तमाम कदम विभाग की ‘‘डिजिटल इंडिया’’ के तहत की गयी पहल हैं। 
खीरी मंडल के डाकघरअधीक्षक श्री मुकेश कुमार सिंह ने बताया कि खीरी डाक मण्डल में ग्राहकों से संवाद कर एवं मेले व कैम्प लगाकर विभिन्न क्षेत्रों में ज्यादा से ज्यादा व्यवसाय अर्जित किया जायेगा। इस अवसर श्री प्रदीप किशोर अग्रवाल, सहायक डाकघर अधीक्षक (मु0) खीरी, श्री मनोज कुमार शर्मा, सीनियर मैनेजर आई0पी0पी0बी0 खीरी, डाक निरीक्षक संवर्ग के अमित कुमार, अमित कुमार जैन तथा प्रधान डाकघर खीरी के पोस्टमास्टर श्री एन0सी0 अग्रवाल सहित तमाम अधिकारी व कर्मचारी मौजूद रहे। 




डाक निदेशक कृष्ण कुमार यादव ने खीरी में लिया डाक सेवाओं का जायजा

नवीन टेक्नॉलाजी के साथ डाक सेवाएं बन रही कस्टमर फ्रेंडली - डाक निदेशक केके यादव

खीरी में 75 गाँव बने सम्पूर्ण सुकन्या समृद्धि ग्राम -डाक निदेशक केके यादव 



Thursday, December 12, 2019

Letter Box clearance by Nanyatha : 'नन्यथा' द्वारा अब स्मार्ट हुई लखनऊ में लेटर बॉक्स से पत्रों की निकासी

वक़्त के साथ कदमताल करते हुए डिजिटल इण्डिया (Digital India) और स्मार्ट गवर्नेंस (Smart Governance) की तरफ कदम बढ़ाते हुए डाक विभाग अब लेटर बॉक्स को भी स्मार्ट बना रहा है। अब लेटर बॉक्स से  पत्रों की निकासी को सॉफ्टवेयर आधारित करके  इसे नई टेक्नालॉजी से जोड़ा जा रहा है। लखनऊ मुख्यालय परिक्षेत्र के निदेशक डाक सेवाएं श्री कृष्ण कुमार यादव (Mr. Krishna Kumar Yadav, Director Postal Services, Lucknow HQ Region) ने  बताया  कि 'नन्यथा' (Nanyatha) सॉफ्टवेयर के जरिये लेटर बॉक्स की मेकेनाइज्ड निकासी व्यवस्था आरम्भ की गई है। श्री यादव ने कहा कि रीयल टाइम आधारित और जीपीएस से लैस इस सॉफ्टवेयर के माध्यम से जहाँ पत्रों की निकासी की नियमित मॉनिटरिंग हो सकेगी, वहीं आम जन भी http://www.appost.in/nanyatha/ वेबसाइट पर जाकर अपने क्षेत्र के लेटर बॉक्स की अवस्थिति के साथ-साथ यह देख सकेंगे कि उनके क्षेत्र का लेटर बॉक्स प्रतिदिन नियमित रूप से खुलता है या नहीं और इसमें से कितने पत्र निकलते हैं। पारदर्शिता के साथ-साथ इससे डाक विभाग को लेटर बाक्सों के औचित्य स्थापन में भी सुविधा मिलेगी।  

डाक निदेशक श्री कृष्ण कुमार यादव ने इसकी कार्यप्रणाली के बारे में बताया कि, इसके तहत हर लेटर बॉक्स (Letter Box) के अंदर 12 अंकों  का यूनिक बार कोड लगाया जाता है, जिसमें प्रारम्भिक 6 अंक पिनकोड (Pincode) को दर्शाते हैं। डाककर्मी किसी भी लेटर बॉक्स से पत्रों की निकासी करेगा तो पहले वह अपने पास स्थित एंड्रायड बेस्ड स्मार्ट मोबाइल फोन में  स्थित 'नन्यथा एप' (NANYATHA Mobile App) से उस लेटर बॉक्स के बार कोड को स्कैन करके उसमें निकले  कुल पत्रों की संख्या को उसी स्थान से अपलोड करेगा। इससे लेटर बॉक्स की लोकेशन सहित पत्रों की संख्या व निकासी की तारीख और समय सॉफ्टवेयर के माध्यम से तुरंत अपलोड हो जायेगा। फिलहाल, इसे नगरीय सीमा के भीतर अवस्थित डाकघरों में आरम्भ किया गया है। लखनऊ (Lucknow) में इस तरह के कुल 201 लेटर बॉक्स हैं, जिनमें से 155 लखनऊ मंडल के अधीन और 46 जीपीओ के अधीन हैं।  

निदेशक श्री कृष्ण कुमार यादव ने कहा कि लेटर बॉक्स निकासी की इस  व्यवस्था से  आम जनता को यह आसानी से पता लग जाएगा कि जिस लेटर बॉक्स में पत्र डाला गया है उसकी निकासी कितने बजे हुई। इसके अलावा किसी क्षेत्र विशेष में  स्थित लेटर बॉक्स की निकासी प्रतिदिन समयानुसार हो रही है अथवा नहीं की सूचना विभाग के साथ साथ जनता को भी उपलब्ध हो जाएगी, जिससे इस कार्य  में  और अधिक पारदर्शिता आएगी।  यही नहीं इस व्यवस्था से प्रत्येक लेटर बॉक्स में  कितने पत्र (Letters) पोस्ट किए गए इत्यादि से संबंधित आँकड़ों का डाटाबेस उपलब्ध हो सकेगा तथा डाक विभाग (Department of Posts) को यह सुनिश्चित करने में आसानी रहेगी कि किस क्षेत्र में  लेटर बॉक्स लगवाने की अधिक आवश्यकता है। इससे जनता की शिकायतों में भी  कमी आएगी।











अब स्मार्ट हुई  लेटर बॉक्स से पत्रों की निकासी : 'नन्यथा' सॉफ्टवेयर के माध्यम से लेटर बॉक्स की मेकेनाइज्ड निकासी व्यवस्था

संचार के सबसे पुराने माध्यम 'लेटर बॉक्स' का नवीनतम माध्यम 'स्मार्ट फोन' से हुआ मिलन

पारदर्शिता के साथ-साथ डाक विभाग को लेटर बाक्सों के औचित्य स्थापन में भी हुई सुविधा-डाक निदेशक केके यादव



Wednesday, December 11, 2019

Director Postal Services Krishna Kumar Yadav inaugurated Daak mela in Raebareli Head Post Office Campus

डाक विभाग ने डिजिटल टेक्नालाजी के साथ अपने को अपडेट करते हुये कस्टमर-फ्रेंडली (Customer Friendly Services in Post Offices) सेवाओं का दायरा बढ़ाया है। शहर से लेकर ग्रामीण स्तर तक डाक सेवाओं में आमूलचूल परिवर्तन किए गए हैं। उक्त उद्गार लखनऊ मुख्यालय परिक्षेत्र के निदेशक डाक सेवाएँ श्री कृष्ण कुमार यादव (Krishna Kumar Yadav, Director Postal Services, Lucknow HQ Region) ने बतौर मुख्य अतिथि रायबरेली डाक मंडल द्वारा आयोजित वृहद् डाक मेले का शुभारम्भ करते हुये 10 दिसंबर, 2019 को व्यक्त किये। 

इस अवसर पर सहायक निदेशक बचत कमला कांत, नाबार्ड की एजीएम रजनी पांडेय ने भी अपने विचार व्यक्त किये। अतिथियों का स्वागत रायबरेली मंडल के डाक अधीक्षक सुनील कुमार सक्सेना ने किया। विभिन्न सेवाओं के ग्राहकों को पासबुक और बांड्स देने के साथ-साथ विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट कार्य करने वाले डाक कर्मियों को भी डाक निदेशक श्री कृष्ण कुमार यादव ने सम्मानित कर उनकी पीठ थपथपाई। 



डाक निदेशक श्री कृष्ण कुमार यादव ने कहा कि, चिट्ठी-पत्री और मनीऑर्डर के लिये जाना जाने वाला डाक विभाग अब डिजिटल टेक्नालॉजी (Digital Technology)  और वित्तीय समावेशन (Financial inclusion) के लिये भी प्रतिबद्ध है।  केंद्र सरकार की तमाम अग्रणी योजनाओं को डाकघरों (Post Offices)  के माध्यम से प्रमुखता से लागू किया जा रहा है। रायबरेली में 5 लाख 60 हजार बचत खातों के साथ डाकघर की लगभग हर घर में पहुँच है। 

33 हजार से ज्यादा बेटियों के सुकन्या समृद्धि खाते (Sukanya Samriddhi Yojana) खुलवाकर प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी (Prime Minister Shri Narendra Modi) द्वारा आरम्भ "बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ" (Beti Bachao Beti Padhao) अभियान को मूर्त दे रहे हैं। डाक निदेशक श्री कृष्ण कुमार यादव ने कहा कि रायबरेली के 100 गाँवों में 10 साल तक की सभी बेटियों के सुकन्या खाते डाकघरों में खुलवाए जा चुके हैं। 
डाक निदेशक श्री कृष्ण कुमार यादव ने कहा कि वित्तीय समावेशन के तहत 47 हजार लोगों को इण्डिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक (India Post Payments Bank) से जोड़ा जा चुका है और 9 गाँवों को आईपीपीबी (IPPB Saksham Gram)  सक्षम ग्राम बनाया जा चुका है। 13 ग्रामों को सम्पूर्ण बीमा ग्राम बनाया गया है। रायबरेली (Raebareli Head Post Office) में 55 हजार लोगों ने इस वर्ष  डाकघरों के माध्यम से आधार नामांकन और अपडेशन का कार्य कराया है। रायबरेली पोस्ट ऑफिस  पासपोर्ट सेवा केंद्र द्वारा लगभग 1200 लोगों के पासपोर्ट (Passport) बनाये जा चुके हैं। 

डाक निदेशक श्री यादव ने कहा कि बदलते परिवेश में डाक विभाग नई भूमिका निभाने के लिए तत्पर है। ई-कामर्स को बढ़ावा देने हेतु कैश ऑन डिलीवरी, लेटर बाक्स से नियमित डाक निकालने हेतु नन्यथा मोबाईल एप, ग्रामीण शाखा डाकघरों को 'दर्पण' (DARPAN) प्रोजेक्ट के तहत  हाइटेक बनाने जैसे तमाम कदम विभाग की "डिजिटल इण्डिया" के तहत की गई पहल हैं।


डाककर्मियों से रूबरू होते हुए डाक निदेशक श्री कृष्ण कुमार यादव ने कहा कि फील्ड में उनकी कार्य गतिविधियाँ ही विभाग के प्रति लोगों की अवधारणा (इमेज) बनाती हैं, ऐसे में उन्हें ग्राहकों के प्रति ज्यादा संवेदनशील होने की जरुरत है। लोगों से नियमित संवाद स्थापित करते हुए उन्हें सेवाओं और गुणवत्ता के बारे में जागरूक करना होगा, तभी लक्ष्यों की प्राप्ति हो सकेगी। सहायक निदेशक बचत, रायबरेली  श्री कमला कांत ने  कहा कि डाक विभाग देश के सबसे पुराने  विभागों में है। उन्होंने अल्प बचत योजनाओं के माध्यम से समाज कल्याण की योजनाओं से लोगों को जोड़ने में डाकघरों की भूमिका को अहम बताया।  नाबार्ड की एजीएम सुश्री रजनी पांडेय ने कहा कि वक्त के साथ अपनी सेवाओं में बदलाव करते हुये डाक विभाग ने महत्वपूर्ण आयाम स्थापित किये हैं। 
    इस अवसर पर अधीक्षक डाकघर, रायबरेली मंडल श्री सुनील कुमार सक्सेना ने कहा कि डाक सेवाओं को लोगों के और करीब लाने हेतु इस प्रकार के तमाम  मेलों और जागरूकता कैम्प का आयोजन करते हुये विभागीय लक्ष्यों की प्राप्ति सुनिश्चित की जाएगी। इण्डिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक के मैनेजर सुमित भट्नागर ने आभार ज्ञापन किया। 



रायबरेली प्रधान डाकघर में आयोजित डाक मेले का डाक निदेशक केके यादव ने किया शुभारम्भ 

डाकघरों में बढ़ रहा वित्तीय समावेशन और कस्टमर-फ्रेंडली सेवाओं का दायरा - डाक निदेशक केके यादव 

ग्राहकों के प्रति ज्यादा संवेदनशील होने और नियमित संवाद पर डाक निदेशक कृष्ण कुमार यादव ने दिया जोर 

Friday, December 6, 2019

India Post Payments Bank : घर बैठे डाकिया के माध्यम से अपने बैंक खाते से निकालें राशि, डाकिया बना अब चलता-फिरता एटीएम

यदि आप सुदूर क्षेत्र में रह रहे हैं, जहाँ पर बैंक की शाखा या एटीएम सुविधा नहीं है तो अब आपको पैसे निकालने के लिए परेशान होने की जरूरत नहीं है। शहरों में भी बैंक या एटीएम की लाईन में लगने की बजाय अब आप घर बैठे अपने इलाके के डाकिया के माध्यम से अपने बैंक खाते से पैसे निकाल सकते हैं। बस आपका खाता आधार और मोबाईल नंबर से लिंक होना चाहिए। इंडिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक की "आधार इनेबल्ड पेमेंट सिस्टम सेवा"  (Aadhaar Enabled Payment System (AePS) ) के तहत इसका लाभ उठाया जा सकता है। यह जानकारी लखनऊ मुख्यालय परिक्षेत्र के निदेशक डाक सेवाएँ कृष्ण कुमार यादव (Krishna Kumar Yadav, Director Postal services, Lucknow HQ Region) ने दी। "आपका बैंक आपके द्वार" के तहत कार्य करते हुए इंडिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक (India Post Payments Bank)ने  जनमानस में अपनी सुदृढ़ उपस्थिति दर्ज कराई है। उत्तर प्रदेश में इसके 18 लाख से अधिक खाते खुले हैं। इसमें खाता खुलवाना भी बेहद आसान है।






डाक निदेशक श्री कृष्ण कुमार यादव ने बताया कि, इंडिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक द्वारा आरम्भ "आधार इनेबल्ड पेमेंट सिस्टम (AEPS) के माध्यम से अब कोई भी व्यक्ति अपने  बैंक के आधार-लिंक्ड खाते से धनराशि डाकघर के काउंटर्स  (Post Office Counters) या डाकिया (Postman) के माध्यम से निकाल सकता है। अक्टूबर में आरम्भ होने के बाद, उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) में लगभग 50 हजार लोगों ने इसका लाभ उठाया है। इसमें एक दिन में अधिकतम दस हजार रूपये निकाले जा सकते हैं। इसके लिए किसी भी प्रकार का चार्ज नहीं लिया जायेगा। ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले लोग अपने इलाके के डाकिये के माध्यम से भी किसी बैंक से पैसे निकाल सकते हैं, बशर्ते खाता आधार से लिंक होना चाहिए। इस सुविधा के आने से घर-घर तक डाक पहुँचाने वाला डाकिया अब चलता फिरता एटीएम (ATM) हो गया है।

डाक निदेशक श्री कृष्ण कुमार यादव ने बताया कि इंडिया पोस्ट पेमेंट बैंक के माध्यम से  विभिन्न सरकारी योजनाओं में सहायता राशि लाभार्थियों को उनके घर पर प्रदान की जा रही है, जिनमें  प्रमुख रूप से निक्षय भारत योजना के अंतर्गत टी.बी के मरीज़, प्रधान मंत्री मातृत्व वंदन योजना के अंतर्गत गर्भवती महिलाओं, दिव्यांग पेंशन योजना, वृद्धावस्था योजना, किसान सम्मान निधि  के लाभार्थी शामिल हैं। आईपीपीबी उत्तर प्रदेश के एजीएम अविनाश सिन्हा ने बताया कि इन लाभार्थियों को  जिनको पहले बैंक में  देर तक लाइन लगाकर लेनदेन करना पड़ता था अब उनके आधार के माध्यम से खाता खोलने के साथ जमा निकासी की सुविधा भी डाकिये द्वारा उनके घर पर प्रदान की जा रही है।  इसके अतिरिक्त अन्य सभी सरकारी योजनाओं के खाते भी समस्त प्रदेश में बड़ी संख्या में खोले जा रहे हैं। आईपीपीबी न सिर्फ अपने खातों से बल्कि अन्य बैंको के आधार लिंक्ड खातों से भी ग्राहकों को धनराशि आहरित करने की सुविधा प्रदान कर रहा है।