Saturday, April 11, 2009

ब्रिटेन में मोटर गाड़ी में सवार होकर अब पत्र बाँटेंगे डाकिये

अपने देश में डाकियों को आपने डाक बाँटते हुए आज तक साइकिल पर देखा होगा। कुछेक क्षेत्रों मे स्पीड पोस्ट का वितरण मोपेड या आटो रिक्शा द्वारा भी होता है। पर अभी तक कभी यह नहीं सुना गया कि डाकिया मोटर गाड़ी से डाक बाँटेगा। पर अब ऐसा ही होने जा रहा है। यह भारत में नहीं बल्कि सात समुन्दर पार ब्रिटेन में होने जा रहा है।

ब्रिटेन में डाकिये अब मोटरसाइकिलों की बजाय फ्रैंच लुक वाली मोटर गाड़ियों (बग्घी) में सवार होकर पत्र बाँटेंगे। रायल मेल सेवा ने अंडे के आकार के इस वाहन का इस्तेमाल करने की अनुमति दे दी है। वाहन की अधिकतम गति 25 मील प्रति घंटे होगी। इससे ब्रिटेन में डाक सेवा में साइकिलों के युग का अंत हो जाएगा। माट्रा माडल फ्रांस में तैयार किया गया है। ब्रिटिश डाकियों ने इस कदम का गर्मजोशी से स्वागत किया है। बैटरी चालित यह गाड़ी एक बार चार्ज होने पर 30 से 35 मील की यात्रा कर सकती है। अन्य वाहनों की तरह इस गाड़ी में नंबर प्लेट की जरूरत नहीं होगी।.....अब इन्तजार कीजिए कि अपने देश में भी मोटर गाड़ियों में सवार होकर डाकिये पत्र बाँटेंगे।

9 comments:

हिंदी साहित्य संसार : Hindi Literature World said...

वाह बहुत खूब..तब तो बड़ा मजा आयेगा डाकिया बाबू.

Ram Shiv Murti Yadav said...

काश इंडिया में ऐसा होता तो डाक भी जल्दी मिलती....खैर इंतजार.

Anonymous said...

नैनो कार के आने के बाद भारत में भी डाक विभाग को इस तरफ सोचना चाहिए.

Dr. Brajesh Swaroop said...

डाकिया बाबू ने बताया और बाजीगर साहब ने रास्ता भी दिखा दिया...यही तो है इंडियन दिमाग...दाद देता हूँ.

Akanksha Yadav said...

Adbhut! Par pahle India men to aye.

Harshvardhan said...

aapka blog bahut achcha hai.. mera pahli baar aana hua ....

Science Bloggers Association said...

अपनी अपनी किस्‍मत।

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तस्‍लीम
साइंस ब्‍लॉगर्स असोसिएशन

Amit Kumar Yadav said...

वह..काश मैं भी ब्रिटिश डाकिया होता तो कम से कम कार में रोज घूमने का मौका तो मिलता.

शरद कुमार said...

फिर तो डाकियों की बल्ले-बल्ले है.