डाक विभाग ‘‘डाक पत्रिका‘‘ नाम से एक त्रैमासिक हाउस जर्नल का प्रकाशन करता है। ग्लेज्ड पेपर पर खूबसूरत कवर पृष्ठ के साथ इस पत्रिका में जहाँ डाक सेवाओं के विविध आयामों पर रचनाएं प्रकाशित होती हैं, वहीं साहित्य एवं स्वास्थ्य जैसी विधाओं में भी अक्सर रचनाएं देखने को मिलती हैं। डाक विभाग वैसे भी साहित्यिक रूप से समृद्व है, अतएव डाक पत्रिका में ऐसे तमाम रचनाकार प्रायः पढ़ने को मिलते हैं जिन्हें हम-आप विभिन्न प्रतिष्ठित साहित्यिक पत्र-पत्रिकाओं में पढ़ते रहते हैं। पत्रिका में अंग्रेजी एवं हिन्दी दोनों ही भाषाओं में लेख, कविताएं, पुस्तक समीक्षा कहानियाँ इत्यादि प्रकाशित होती हैं। अतीत के पन्नों से एवं अखबार कहते हैं जैसे स्तम्भ पत्रिका को रोचक बनाते हैं। डाक रस के बहाने गुदगुदाती रचनाएं भी इसमें शामिल हैं। देश के विभिन्न अंचलों से प्राप्त पाठकों के पत्र पत्रिका के बहुआयामी रूप को प्रतिबिम्बित करते हैं। समय-समय पर जारी डाक टिकटों एवं विभिन्न प्रदर्शनियों व कार्यक्रमों की तस्वीरें पत्रिका को जीवंत बनाती हैं। बस जरूरत है इस त्रैमासिक पत्रिका के नियमित एवं सतत् प्रकाशन की। (चित्र में प्रकाशित आवरण पृष्ठ डाक पत्रिका के जनवरी-मार्च 2005 अंक का है)
3 comments:
पहली बार इस पत्रिका की चर्चा पढ़ी..अच्छी लगी.
Nice Magazine.
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