डाक विभाग ने तमाम प्रसिद्ध विभूतियों को पल्लवित-पुष्पित किया है। अमेरिका के राष्ट्रपति रहे अब्राहम लिंकन पोस्टमैन तो भारत में पदस्थ वायसराय लार्ड रीडिंग डाक वाहक रहे। विश्व प्रसिद्ध वैज्ञानिक व नोबेल पुरस्कार विजेता सी0वी0 रमन भारतीय डाक विभाग में अधिकारी रहे वहीं प्रसिद्ध साहित्यकार व ‘नील दर्पण‘ पुस्तक के लेखक दीनबन्धु मित्र पोस्टमास्टर थे। ज्ञानपीठ पुरस्कार से सम्मानित लोकप्रिय तमिल उपन्यासकार पी0वी0अखिलंदम, राजनगर उपन्यास के लिए साहित्य अकादमी पुरस्कार से सम्मानित अमियभूषण मजूमदार, फिल्म निर्माता व लेखक पद्मश्री राजेन्द्र सिंह बेदी, मशहूर फिल्म अभिनेता देवानन्द डाक कर्मचारी रहे हैं। उपन्यास सम्राट मुंशी प्रेमचन्द जी के पिता अजायबलाल डाक विभाग में ही क्लर्क रहे।
ज्ञानपीठ पुरस्कार विजेता मशहूर लेखिका महाश्वेता देवी ने आरम्भ में डाक-तार विभाग में काम किया था तो प्रसिद्ध बाल साहित्यकार डा0 राष्ट्रबन्धु भी पोस्टमैन रहे। उर्दू अदब की बेमिसाल शख्सियत पद्मश्री शम्सुररहमान फारूकी,केंद्रीय हिन्दी संस्थान, आगरा के उपाध्यक्ष और वरिष्ठ साहित्यकार डा. कमल किशोर गोयनका, शायर कृष्ण बिहारी नूर, महाराष्ट्र के प्रसिद्ध किसान नेता शरद जोशी,जोशी, सुप्रसिद्ध साहित्यकार डॉ कमल किशोर गोयनकाजोशी जजोशीजोशी सहित तमाम विभूतियाँ डाक-तार विभाग से जुड़ी रहीं। स्वयं उ0प्र0 की मुख्यमंत्री सुश्री मायावती के पिता डाक-तार विभाग में ही थे।
साहित्य जगत में अपनी पहचान स्थापित करने वाले तमाम नाम- कवि तेजराम शर्मा, कर्नल तिलक राज, सुजाता चौधरी , कहानीकार दीपक कुमार बुदकी, कथाकार ए. एन. नन्द, ब्लॉगर और साहित्यकार कृष्ण कुमार यादव, शायर अब्दाली, गीतकार राम प्रकाश शतदल, गणेश गम्भीर, गजलकार केशव शरण, कहानीकार गोवर्धन यादव, बाल साहित्यकार डा0 राष्ट्रबंधु, लघु कथाकार बलराम अग्रवाल, कालीचरण प्रेमी, अनुराग लाक्षाकर, मंचीय कवि जवाहर लाल जलज, शारदानंद दुबे, जितेन्द्र कुमार, शायर आलम, हास्यकवि जैमिनी हरियाणवी , बंधु कुशावर्ती (लखनऊ), वंदना सक्सेना (इटावा), खुर्शीद, हास्यकवि जैमिनी हरियाणवी, बंधु कुशावर्ती(लखनऊ), वंदना सक्सेना(इटावा), इत्यादि भारतीय डाक विभाग की समृद्ध परंपरा के ही अंग हैं। बी एम नेगी (देहरादून), लगभग हर पत्रिका जिनके रेखाचित्रों से युक्त रहती है, भी इसी परिवार के अंग रहे हैं ।
यह तो सिर्फ उन लोगों की सूची है, जिनके नाम जाहिर हैं । इससे परे भी तमाम लोग साहित्य-कला-संस्कृति में अपना जौहर दिखा रहे हैं। स्पष्ट है कि डाक विभाग सदैव से एक समृद्ध विभाग रहा है और तमाम मशहूर शख्सियतें इस विशाल विभाग की गोद में अपनी काया का विस्तार पाने में सफल रहीं।
यह तो सिर्फ उन लोगों की सूची है, जिनके नाम जाहिर हैं । इससे परे भी तमाम लोग साहित्य-कला-संस्कृति में अपना जौहर दिखा रहे हैं। स्पष्ट है कि डाक विभाग सदैव से एक समृद्ध विभाग रहा है और तमाम मशहूर शख्सियतें इस विशाल विभाग की गोद में अपनी काया का विस्तार पाने में सफल रहीं।