डाक विभाग का इतिहास सभ्यता, संस्कृति और अर्थव्यवस्था से अभिन्न रूप से जुड़ा हुआ है। सुख-दुख के हर पल में लोगों की थाह लेने वाले डाक विभाग ने सदियों की करवटें देखी हैं और न जाने इसके आगोश में इतिहास के कितने पहलू छुपे हुये हैं। आज भले ही इंटरनेट, मोबाइल और सोशल मीडिया का जमाना हो और इनकी आड़ में तमाम सेवाएँ ख़त्म हो गई हों पर 162 साल बाद भी डाक सेवाएं नव-तकनीक के प्रवर्तन, सेवाओं में विविधता एवं व्यापक नेटवर्क के चलते लोगों के जीवन से जुडी हुई हैं। उक्त उद्गार राजस्थान पश्चिमी क्षेत्र, जोधपुर के निदेशक डाक सेवाएँ कृष्ण कुमार यादव ने जोधपुर में 'विश्व डाक दिवस' पर आयोजित एक कार्यक्रम में व्यक्त किये।
डाक निदेशक श्री कृष्ण कुमार यादव ने कहा कि डाक विभाग देश के सबसे पुराने विभागों में से एक है जो कि देश के सामाजिक-आर्थिक विकास में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। यह एक ऐसा संगठन है जो न केवल देश के भीतर बल्कि देश की सीमाओं से बाहर अन्य देशों तक पहुँचने में भी हमारी मदद करता है। भूमंडलीकरण की अवधारणा सबसे पहले दुनिया भर में भेजे जाने वाले पत्रों के माध्यम से ही साकार हुई।
डाक निदेशक कृष्ण कुमार यादव ने कहा कि 'एक विश्व-एक डाक प्रणाली' की अवधारणा को साकार करने हेतु 9 अक्टूबर, 1874 को विश्व डाक संघ की स्थापना बर्न, स्विटजरलैण्ड में की गई, जिससे विश्व भर में एक समान डाक व्यवस्था लागू हो सके। भारत प्रथम एशियाई राष्ट्र था, जो कि 1 जुलाई 1876 को इसका सदस्य बना। कालांतर में वर्ष 1969 में टोकियो, जापान में सम्पन्न यूनिवर्सल पोस्टल यूनियन, कांग्रेस में इस स्थापना दिवस को "विश्व डाक दिवस" के रूप में मनाने हेतु घोषित किया गया। तब से पूरी दुनिया में इस दिन को प्रतिवर्ष धूमधाम मनाया जाता है। विश्व डाक दिवस के क्रम में ही पूरे सप्ताह को राष्ट्रीय डाक सप्ताह के रूप में मनाया जायेगा, जिस दौरान तमाम कार्यक्रम आयोजित किये जायेंगे।
डाक निदेशक कृष्ण कुमार यादव, ने बताया कि राजस्थान पश्चिमी क्षेत्र, जोधपुर के डाक मंडलों में भी 'विश्व डाक दिवस' और तदन्तर 9 से 15 अक्टूबर तक 'राष्ट्रीय डाक सप्ताह' का आयोजन किया जा रहा है। इस क्रम में 9 अक्टूबर, 2015 को ’विश्व डाक दिवस’ एवं राष्ट्रीय डाक सप्ताह के तहत 10 अक्टूबर को बचत बैंक दिवस, 13 अक्टूबर को मेल दिवस और फिलेटली दिवस, 14 अक्टूबर को डाक जीवन बीमा दिवस व 15 अक्टूबर को व्यवसाय विकास दिवस के रूप में मनाया जायेगा। श्री यादव ने कहा कि इस दौरान जहां सेवाओं के व्यापक प्रचार-प्रसार एवं राजस्व अर्जन में वृद्धि पर जोर दिया जायेगा, वहीं उत्कृष्टता हेतु डाक कर्मियों का सम्मान, कस्टमर मीट, डाक सेवाओं की कार्य-प्रणाली को समझने हेतु स्कूली बच्चों द्वारा डाकघर का भ्रमण, पत्र लेखन प्रतियोगिता, अटल पेंशन योजना, प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना, प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना के बारे मे जागरूकता अभियान, बचत बैंक, सुकन्या समृद्धि व डाक जीवन बीमा मेला, इत्यादि तमाम कार्यक्रम आयोजित किये जायेंगे। इसके अलावा डाकघरों में स्वच्छता अभियान भी चलाया जाएगा।
9 अक्टूबर - विश्व डाक दिवस
10 अक्टूबर - बचत बैंक दिवस,
13 अक्टूबर - मेल दिवस और फिलेटली दिवस
14 अक्टूबर - डाक जीवन बीमा दिवस
15 अक्टूबर - व्यवसाय विकास दिवस
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