Thursday, April 30, 2020

Corona Fighters Postman : पुलिस उपायुक्त ने लखनऊ जीपीओ पहुँचकर डाकियों को किया सम्मानित

वैश्विक कोरोना महामारी और तदनुसार लागू लॉक डाउन की स्थिति से निपटने के लिए भारत सरकार के साथ-साथ राज्य सरकारों के तमाम विभाग भी आपस में समन्वय स्थापित करके कार्य कर रहे हैं। कोरोना के इलाज के लिए जहाँ डॉक्टर्स, नर्सेस व अन्य स्वास्थ्यकर्मी जुटे हुए हैं, वहीं इससे उत्पन्न विपदा से निपटने में  जिला प्रशासन, पुलिस प्रशासन, डाक विभाग सभी एकजुट होकर कार्य कर रहे हैं। 
इसी क्रम में "मित्र पुलिस" की भूमिका निभाते हुए लखनऊ पुलिस के पुलिस उपायुक्त (मध्य), लखनऊ श्री दिनेश सिंह ने एडीसीपी श्री चिरंजीव नाथ सिन्हा, सर्विलांस प्रभारी श्री संजय शुक्ला, इंस्पेक्टर हजरतगंज श्री संतोष सिंह इत्यादि  के साथ लखनऊ जीपीओ पहुँचकर पोस्टमैन और अन्य डाककर्मियों को सम्मानित किया। पुलिस विभाग की तरफ से सम्मानस्वरूप पोस्टमैन स्टाफ को मास्क, फेस कवर, हैण्ड ग्लव्स, सेनिटाइजर, साबुन, फ़ूड पैकेट और फल प्रदान किये गए। 


इस अवसर पर लखनऊ (मुख्यालय) परिक्षेत्र के निदेशक डाक सेवाएँ श्री कृष्ण कुमार यादव ने चीफ पोस्टमास्टर श्री आरएन यादव संग पुलिस उपायुक्त और एडीसीपी को डाक टिकटों का एक खूबसूरत सेट भेंटकर उन्हें भी सम्मानित किया।  

इस अवसर पर पुलिस उपायुक्त (मध्य), लखनऊ श्री दिनेश सिंह ने कहा कि कोरोना फाइटर्स के रूप में डाककर्मियों की भूमिका अहम है। संकट की इस घड़ी में लोगों तक जरुरी दवाएँ पहुँचाने के साथ-साथ वे घर बैठे किसी भी बैंक से पैसे निकालने की सुविधा प्रदान कर रहे हैं।

लखनऊ (मुख्यालय) परिक्षेत्र के निदेशक डाक सेवाएँ श्री कृष्ण कुमार यादव ने कहा कि कोरोना की इस विपदा में सभी विभागों का समन्वय बेहद जरुरी है, ताकि लॉक डाउन और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए आमजन को उनके डोर-स्टेप पर सेवाएं दी जा सकें।

इस अवसर पर लखनऊ जीपीओ के चीफ पोस्टमास्टर श्री आर. एन. यादव, अतिरिक्त पुलिस आयुक्त (एडीसीपी) श्री चिरंजीव नाथ सिन्हा, डिप्टी चीफ पोस्टमास्टर श्री राम बिलास, सर्विलांस प्रभारी श्री संजय शुक्ला, इंस्पेक्टर हजरतगंज श्री संतोष सिंह, डाक निरीक्षक श्री सचिन कुमार ने भी लोगों की हौसला आफजाई की।







पुलिस उपायुक्त ने लखनऊ जीपीओ पहुँचकर डाककर्मियों को किया सम्मानित 

कोरोना फाइटर्स के रूप में डाककर्मियों की भूमिका अहम

Uttar Pradesh Police has acknowledged services of Postman as CoronaWarriors to fight with Covid19 during lockdown. Mr. Dinesh Singh, Deputy Commissioner of Police (Central), Lucknow along with Mr. Chiranjeev Nath Sinha, ADCP honoured the Postmen staff in Lucknow GPO in the gracious presence of Mr. Krishna Kumar Yadav, Director Postal Services, Lucknow HQ Region & Mr. R.N. Yadav, Chief Postmaster, Lucknow GPO.

COVID19 संकट: डाक कर्मियों के लिए बड़ा फैसला, कोरोना से हुई मौत तो मिलेगा 10 लाख का मुआवजा


कोरोना महामारी की इस वैश्विक विपदा में भारत सरकार द्वारा डाक सेवाओं को आवश्यक सेवाओं में रखने के बाद अब सरकार ने निर्णय लिया है कि, ग्रामीण डाक सेवकों समेत डाक विभाग के सभी कर्मचारियों को कोविड-19 के कारण मृत्यु होने की स्थिति में 10 लाख रुपये की क्षतिपूर्ति दी जाएगी। 

डाक विभाग आवश्यक सेवाओं के तहत आता है।  ग्रामीण डाक सेवक सहित डाक कर्मचारी जनता को डाक पहुंचाने के साथ ही डाक घर बचत बैंक, डाक जीवन बीमा सेवाएं देने के अलावा इस वक्त खाने के पैकेट, राशन और जरूरी दवाओं के साथ ही अन्य जरूरी चीजों की आपूर्ति कर रहे हैं। डाककर्मियों द्वारा स्थानीय प्रशासन एवं पुलिस अधिकारियों के साथ संपर्क कर देशभर में कोविड-19 किट, फूड पैकेट, राशन एवं अनिवार्य दवाओं आदि की आपूर्ति भी की जा रही है।  

संचार मंत्रालय ने एक बयान में कहा, ‘‘कोविड-19 की स्थिति के परिप्रेक्ष्य में फैसला किया गया है कि ग्रामीण डाक सेवक (जीडीएस) सहित सभी डाक कर्मचारियों को कर्तव्य निवर्हन के दौरान कोविड- 19 बीमारी का शिकार हो जाने पर 10 लाख रुपये की क्षतिपूर्ति का भुगतान किया जाएगा. ये दिशानिर्देश जल्द प्रभावी हो जाएंगे और कोविड-19 के संकट की समाप्ति तक पूरी अवधि तक के लिए लागू रहेंगे.’’

Friday, April 17, 2020

Post Office as Corona Fighter : बैंक से पैसा निकालना है ! चिंता छोड़िए, डाकिया है न

देश में कोरोना महामारी से उत्पन्न संकट काल में डाकियों की जिम्मेदारी बढ़ गई है। सरकार ने कोरोना के संक्रमण से समाज के अंतिम व्यक्ति को बचाने की पहल करते हुए उनके घर पर ही पैसे निकालने की सुविधा दी है और इसमें डाक विभाग इसमें अहम भूमिका निभा रहा है। लखनऊ मुख्यालय परिक्षेत्र के निदेशक डाक सेवाएँ  कृष्ण कुमार यादव ने बताया कि, यदि आपका किसी भी बैंक में खाता है और आप लॉकडाउन के चलते वहाँ पैसे निकालने के लिए नहीं जा पा रहे हैं तो निराश होने की जरूरत नहीं है। अब आप घर बैठे अपने इलाके के डाकिया के माध्यम से अपने बैंक खाते से पैसे निकाल सकते हैं।
डाक निदेशक  कृष्ण कुमार यादव ने कहा कि, भारतीय डाक विभाग के अधीन इंडिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक की "आधार इनेबल्ड पेमेंट सिस्टम (AEPS) सेवा" के तहत इसका लाभ उठाया जा सकता है। डाकिया अपने माइक्रो एटीएम के माध्यम से यह डोर-स्टेप सुविधा प्रदान कर रहा है। बस आपका खाता आधार और मोबाईल नंबर से लिंक होना चाहिए। इसमें एक दिन में अधिकतम दस हजार रूपये निकाले जा सकते हैं। इसके लिए किसी भी प्रकार का चार्ज नहीं लिया जायेगा।
गौरतलब है कि केंद्र सरकार और राज्य सरकार द्वारा कोविड-19 महामारी के दृष्टिगत विभिन्न योजनाओं में डीबीटी के तहत इस समय लोगों के खातों में राशि जमा कर रही है। पर लॉकडाउन  के चलते तमाम लोग  इसे बैंक या एटीएम जाकर तुरंत निकालने की स्थिति में नहीं हैं। ऐसे में उत्तर प्रदेश शासन  के कृषि उत्पादन आयुक्त आलोक सिन्हा ने अपने पत्र के माध्यम से  शासकीय योजनाओं में लाभान्वित लाभार्थियों को डोर-स्टेप /अपने ग्राम में धनराशि आहरण हेतु इस सेवा का लाभ उठाने हेतु सभी जिलाधिकारियों को निर्देश जारी किए हैं। यह व्यवस्था लॉक डाउन के दौरान लोगों की आर्थिक आवश्यकताओं की पूर्ति तथा बैंकों में भीड़ को रोकने के दृष्टिगत की गई है। तदनुसार जिलाधिकारियों द्वारा ग्राम प्रधानों, ग्राम पंचायत सचिवों को संबंधित डाकघर से समन्वय कर सहयोग करने व अधिक से अधिक लाभार्थियों को लाभान्वित करने हेतु ग्रामवासियों को इसकी जानकारी देने के निर्देश दिए गए हैं। 

उत्तर प्रदेश में लॉक डाउन के दौरान अब तक 65 हजार से अधिक लाभार्थियों ने लगभग 13 करोड़ की राशि डाक विभाग के माध्यम से अपने विभिन्न बैंक खातों से निकाली। डाक निदेशक  कृष्ण कुमार यादव ने बताया कि, माइक्रो एटीएम से गाँव में पैसे निकासी के समय सोशल डिस्टेंसिंग का विशेष ध्यान रखने तथा इस दौरान डाककर्मियों के साथ-साथ लाभार्थियों को मास्क या तौलिया के द्वारा मुँह ढके रहने और हैण्डवाश हेतु साबुन व हैण्ड सैनिटाइजर की उपलब्धता भी सुनिश्चित करने के निर्देश जारी किये गए हैं।    

सामाजिक सुरक्षा योजनाओं के लाभार्थी घर बैठे उठा रहे लाभ :-
डाक निदेशक कृष्ण कुमार यादव  ने बताया कि  इंडिया पोस्ट पेमेंट बैंक के माध्यम से  विभिन्न सरकारी योजनाओं में सहायता राशि लाभार्थियों को उनके घर पर प्रदान की जा रही है। सामाजिक सुरक्षा पेंशन योजना के अंतर्गत संचालित वृद्धावस्था / किसान पेंशन, निराश्रित महिला पेंशन एवं दिव्यांगजन पेंशन योजना सहित भारत सरकार द्वारा संचालित कल्याणकारी योजनाओं यथा-प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना, किसान समृद्धि योजना, मनरेगा, उज्ज्वला, निक्षय भारत योजना के अंतर्गत टी.बी के मरीज़, प्रधान मंत्री मातृत्व वंदन योजना के अंतर्गत गर्भवती महिलायें, पंजीकृत श्रमिक, जनधन योजना के के खाताधारक डाक विभाग की इस अनूठी पहल का घर बैठे लाभ उठा रहे हैं।  


माइक्रो एटीएम से ऐसे निकलती है राशि :-
 निदेशक डाक सेवाएँ कृष्ण कुमार यादव  ने बताया कि  इस सुविधा हेतु डाकिया सबसे पहले लाभार्थी का मोबाइल नंबर अपने मोबाइल फोन के एप माइक्रो एटीएम इंड यूजर में दर्ज करेगा। नंबर दर्ज होते ही लाभार्थी के पास एक ओटीपी आएगा, जिससे उसका सत्यापन होगा। डाकिया इस ओटीपी को पूछकर अपने मोबाइल एप पर डालेगा। इसके बाद लाभार्थी का आधार नंबर लेकर डाकिया माइक्रो एटीएम पर दर्ज करेगा और इस पर लाभार्थी का थंब इम्प्रेशन लेकर उस बैंक का नाम पूछेगा, जिसमें उसका खाता है। बैंक का नाम दर्ज होते ही खाते की पूरी डिटेल डाकिया के मोबाइल फोन में खुल जाएगी, जिसके बाद लाभार्थी से रकम पूछने के बाद उसे अपने मोबाइल फोन में दर्ज करेगा और थम्ब इम्प्रेशन लेते ही रकम उसे थमा देगा। इसके बाद लाभार्थी के बैंक खाते में दर्ज मोबाइल फोन पर कितना पैसा निकाला है, उसकी जानकारी आ जाएगी।







लॉकडाउन में डाकिया बना चलता-फिरता एटीएम, माइक्रो-एटीएम के माध्यम से लोग घर बैठे निकाल रहे अपने बैंकों से पैसे 

डाक विभाग की अनूठी पहल का लोग उठा रहे फायदा, एक दिन में 10 हजार रुपये तक निकालने की सुविधा, कोई अतिरिक्त चार्ज नहीं

उत्तर प्रदेश सरकार ने सभी जिलाधिकारियों को डाक विभाग की  इस अनूठी सेवा का उपयोग करने के दिए निर्देश, बैंकों में भीड़ से बचने और सोशल डिस्टेंसिंग में फायदेमंद  


Thursday, April 9, 2020

India Post delivered COVID-19 testing kit to SGPGI Lucknow

At a time when almost everything is under lock down, Postal department has come out as a "messenger of God" as it is delivering at the door step medicines and testing kits for COVID-19 apart from other essential commodities.  Due to Lock down most of the means of transport across the country are stopped and courier companies have also surrendered. In such a situation, Department of Posts is playing important role in door to door delivery of essential Services.
Director Postal Services, Lucknow HQ Region Mr. Krishna Kumar Yadav said that medicines and life saving equipment are being booked and delivered through Post offices across the country. In this sequence, the testing Kits of Covid-19 were also delivered through the Post office in Lucknow for the first time in Uttar Pradesh.

Director Mr.Krishna Kumar Yadav informed that Sanjay Gandhi Post Graduate Institute of Medical Sciences (SGPGI), Lucknow wrote a letter to the Department of Posts requesting to make arrangements for transportation of Covid-19 testing kits from National Institute of Malaria Research (NIMR)-Dwarka, New Delhi to the SGPGI, Lucknow. India Post, take quick action and booked these Kits at New Delhi and deliver them to SGPGI in Lucknow just in 18 hours.

Senior Superintendent of Post Offices, Lucknow Division, Mr. Alok Ojha said that these Kits were safely delivered to SGPGI at 5:30 AM on 8th, April. These Kits were brought under Cold Chain System from New Delhi to Lucknow.
Director Postal Services, Lucknow HQ Region Mr. KK Yadav said that at present, booking and delivery of medicines and medical equipment are being done by the Department of Posts on a priority basis. e-Commerce companies such as Netmeds and Indian Drugs Manufacturing Association are sending medicines from Capital Lucknow to across the country. India Post is discharging its role in door to door delivery of essential services in remote areas with full devotion. 


(From delivering medicines to kits Postal Department turns lifesaver in COVID crisis)


डाक विभाग ने संभाला कोविड-19 टेस्टिंग किट पहुँचाने का जिम्मा, एसजीपीजीआई लखनऊ में हुआ पहला वितरण

डाक विभाग इस समय मरीजों  से लेकर हॉस्पिटल्स तक के लिए देवदूत की भूमिका में है। लॉक डाउन के चलते  देशभर में ट्रांसपोर्ट के अधिकतर साधन बंद  हैं और कूरियर कंपनियों ने भी अपने हाथ खड़े कर दिए हैं।  ऐसे में डाक विभाग आवश्यक सेवाओं की डोर टू डोर डिलीवरी में अपनी अहम  भूमिका निभा रहा है।
 लखनऊ मुख्यालय परिक्षेत्र के निदेशक डाक सेवाएं श्री कृष्ण कुमार यादव ने बताया कि आपदा के इस दौर में दवायें और जीवन रक्षक उपकरण डाकघरों के माध्यम से बुक होकर देश भर में वितरित किये जा रहे हैं।  इसी क्रम में उत्तर प्रदेश में पहली बार कोविड-19 की टेस्टिंग किट भी लखनऊ में डाकघर के माध्यम से वितरित हुई। 
डाक निदेशक श्री कृष्ण कुमार यादव ने बताया कि संजय गांधी स्नातकोत्तर आयुर्विज्ञान संस्थान (एसजीपीजीआई), लखनऊ की तरफ से इस संबंध में पत्र मिला था।  इसमें नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ़ मलेरिया रिसर्च, द्वारका, नई दिल्ली से कोविड-19 की टेस्टिंग किट यहाँ मंगाने का अनुरोध किया गया था।  इस पर त्वरित कार्यवाही करते हुए डाक विभाग ने 18 घण्टे के भीतर इसे दिल्ली से लाकर लखनऊ में वितरित कर दिया।
 लखनऊ मंडल के प्रवर डाक अधीक्षक श्री आलोक ओझा ने बताया कि, सम्बंधित किट 8 अप्रैल की सुबह 5: 30 बजे एसजीपीजीआई में सुरक्षित रूप में वितरित कर दी गई। इसे कोल्ड चेन सिस्टम के अंतर्गत दिल्ली से लखनऊ तक लाया गया है।  

डाक निदेशक श्री कृष्ण कुमार यादव ने कहा कि,इस समय दवाओं और मेडिकल उपकरणों की बुकिंग और वितरण डाक विभाग द्वारा प्राथमिकता के आधार पर किया जा रहा है। इंडियन ड्रग्स मैनुफैक्चर एसोसिएशन से लेकर नेटमेड्स जैसी ई-कॉमर्स कंपनियां लखनऊ से दवाएँ पूरे देश में भेज रही हैं और डाक विभाग इन्हें दूरदराज तक लोगों के दरवाजे तक पहुंचा रहा है।






Director Postal KK Yadav with family lights lamp to show unity in fight against Corona COVID-19 Virus



प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी की अपील पर लखनऊ (मुख्यालय) परिक्षेत्र के निदेशक डाक सेवाएँ कृष्ण कुमार यादव ने भी 5 अप्रैल, 2020 को अपनी पत्नी आकांक्षा और बेटियों अक्षिता व अपूर्वा संग अपने आवास की बालकनी में खड़े होकर शाम को 9 बजे, 9 मिनट तक मोमबत्ती जलाकर रोशनी की। वैश्विक आपदा की इस घड़ी में कोरोना महामारी को  खत्म करने हेतु ईश्वर से प्रार्थना भी की।





(India lights lamp to show unity in fight against Corona COVID-19 Virus)

Wednesday, April 8, 2020

India Post Payments Bank : लॉकडाउन में घर से निकलने की जरूरत नहीं, डाकिया के माध्यम से घर बैठे अपने बैंक खाते से निकालें पैसे- डाक निदेशक केके यादव

यदि आपका किसी बैंक में खाता है और आप लॉकडाउन के चलते वहाँ पैसे निकालने के लिए नहीं जा पा रहे हैं तो निराश होने की जरूरत नहीं है। अब आप घर बैठे अपने इलाके के डाकिया के माध्यम से अपने बैंक खाते से पैसे निकाल सकते हैं। लखनऊ मुख्यालय परिक्षेत्र के निदेशक डाक सेवाएँ श्री कृष्ण कुमार यादव ने बताया कि, भारतीय डाक विभाग के अधीन इंडिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक की "आधार इनेबल्ड पेमेंट सिस्टम (AEPS) सेवा" के तहत इसका लाभ उठाया जा सकता है। बस आपका खाता आधार और मोबाईल नंबर से लिंक होना चाहिए। इसमें एक दिन में अधिकतम दस हजार रूपये निकाले जा सकते हैं। इसके लिए किसी भी प्रकार का चार्ज नहीं लिया जायेगा। डाक निदेशक श्री यादव ने बताया कि लॉक डाउन की अवधि में लखनऊ परिक्षेत्र में करीब 1300 लोगों ने इस सुविधा के माध्यम से लगभग 28 लाख रुपये घर बैठे निकाले। 


गौरतलब है कि केंद्र सरकार और राज्य सरकार विभिन्न योजनाओं में डीबीटी के तहत इस समय लोगों के खातों में राशि जमा कर रही है। पर लॉकडाउन  के चलते तमाम लोग  इसे बैंक या एटीएम जाकर तुरंत निकालने की स्थिति में नहीं हैं।  ऐसे में डाकिया के माध्यम से  'आधार इनेबल्ड पेमेंट सिस्टम' द्वारा पैसे निकलने से लोगों को काफी सहूलियत होगी।

लखनऊ मुख्यालय परिक्षेत्र के डाक निदेशक श्री कृष्ण कुमार यादव  ने बताया कि  इंडिया पोस्ट पेमेंट बैंक के माध्यम से  विभिन्न सरकारी योजनाओं में सहायता राशि लाभार्थियों को उनके घर पर प्रदान की जा रही है, जिनमें  प्रमुख रूप से निक्षय भारत योजना के अंतर्गत टी.बी के मरीज़, प्रधान मंत्री मातृत्व वंदन योजना के अंतर्गत गर्भवती महिलाओं, दिव्यांग पेंशन योजना, वृद्धावस्था योजना, किसान सम्मान निधि  के लाभार्थी शामिल हैं।  इन लाभार्थियों को  जिनको पहले बैंक में या एटीएम में  देर तक लाइन लगाकर लेनदेन करना पड़ता था अब उनके आधार के माध्यम से खाता खोलने के साथ जमा निकासी की सुविधा भी डाकिये द्वारा उनके घर पर प्रदान की जा रही है।  आईपीपीबी न सिर्फ अपने खातों से बल्कि अन्य बैंको के आधार लिंक्ड खातों से भी ग्राहकों को धनराशि आहरित करने की सुविधा प्रदान कर रहा है।







लॉकडाउन में घर से निकलने की जरूरत नहीं, डाकिया के माध्यम से घर बैठे अपने बैंक खाते से निकालें पैसे- डाक निदेशक केके यादव

एक दिन में 10 हजार रुपये तक तक की राशि निकालने की सुविधा, कोई अतिरिक्त चार्ज नहीं- डाक निदेशक केके यादव