कोरोना महामारी से उत्पन्न लॉकडाउन में डाक विभाग की आधार इनेबल्ड पेमेंट सिस्टम लोगों के लिए संजीवनी का कार्य कर रही है। रमजान माह में रोजा के चलते जो लोग बाहर नहीं निकल पा रहे हैं, वह भी घर बैठे डाकिया को फोन करके अपने बैंक खातों से पैसे निकाल रहे हैं। इसी प्रकार मंदिर और मठों में भी साधु-संत डाकिया के माध्यम से अपने बैंक खातों से पैसे निकाल पा रहे हैं। डाक विभाग इस समय गंगा-जमुनी तहजीब को कायम रखते हुए सभी के दरवाजे पर जाकर "आपका बैंक, आपके द्वार" को फलीभूत कर रहा है।
लखनऊ मुख्यालय परिक्षेत्र के अधीन लखनऊ से लेकर अयोध्या, बाराबंकी, सीतापुर व रायबरेली तक में लोग घर बैठे पैसे निकालने की इस सुविधा से खुश नजर आ रहे हैं। लखनऊ मुख्यालय परिक्षेत्र के निदेशक डाक सेवाएँ कृष्ण कुमार यादव ने बताया कि लॉक डाउन की अवधि में लखनऊ परिक्षेत्र में 3.15 लाख लोगों ने घर बैठे 4.25 करोड़ रूपये की राशि आहरित की।
अयोध्या में बाबरी मस्जिद के पक्षकार रहे इकबाल अंसारी को जब एटीएम होते हुए भी पैसे निकालने में समस्या हुई तो उन्होंने इंडिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक की एईपीएस सेवा के माध्यम से अपने बैंक खाते से पैसे निकाले तथा इस सेवा से प्रभावित होकर तुरंत इंडिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक का खाता भी खुलवाया। गोलाघाट, अयोध्या के शाखा डाकपाल प्रवेश यादव ने उनके घर पर पहुँचकर खाता खोला। इकबाल अंसारी इससे काफी खुश हुए और पवित्र रमज़ान माह में घर बैठे यह सुविधा उपलब्ध कराने हेतु डाक विभाग के साथ-साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और संचार मंत्री रविशंकर प्रसाद का शुक्रिया अदा किया।
लॉकडाउन में अयोध्या स्थित प्रसिद्ध हनुमानगढ़ी मंदिर परिसर में साधु-संतों को भी 'आधार इनेबल्ड पेमेंट सिस्टम' के माध्यम से डाक विभाग ने उनके बैंक खातों से राशि निकाल कर दी। श्री संजय दास, राष्ट्रीय अध्यक्ष, संकट मोचक सेना, हनुमान गढ़ी के साथ तमाम साधु-संतों ने इस सुविधा का लाभ लिया और डाकघर की इस पहल को सराहा। इस अनूठी सुविधा के लिए उन्होंने भी डाक विभाग के साथ-साथ प्रधानमंत्री व संचार मंत्री का आभार व्यक्त किया।