Thursday, April 27, 2023

India Post Payments bank में उत्कृष्ट कार्य करने वाले डाककर्मियों को पोस्टमास्टर जनरल कृष्ण कुमार यादव ने किया सम्मानित

वित्तीय सशक्तिकरण और अंत्योदय में डाक विभाग अहम भूमिका निभा रहा है। वर्तमान डिजिटल युग में नवीनतम टेक्नोलॉजी का प्रयोग कर इण्डिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक के माध्यम से डाक विभाग तमाम बैंकिग सेवाएँ और जनकल्याणकारी योजनाओं का लाभ घर बैठे ही समाज के अंतिम व्यक्ति तक पहुँचा रहा है।  उक्त उद्गार वाराणसी परिक्षेत्र के पोस्टमास्टर जनरल श्री कृष्ण कुमार यादव ने वाराणसी प्रधान डाकघर के सभागार में इण्डिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक द्वारा आयोजित उत्कृष्ट डाककर्मियों के सम्मान समारोह में व्यक्त किये। उन्होंने सी.ई.एल.सी. प्रतियोगिता के विजेता ग्रामीण डाक सेवकों को रेफ्रिजरेटर और लैपटॉप देकर सम्मानित किया और उनकी हौसला आफजाई की। इस अवसर पर वाराणसी के 11 और चंदौली जनपद के 06 कर्मचारी सम्मानित हुए।


पोस्टमास्टर जनरल श्री कृष्ण कुमार यादव ने कहा कि डाकिया और ग्रामीण डाक सेवक चलते-फिरते बैंक बन गए हैं। किसानों और विभिन्न लाभार्थियों के बैंक खातों में आने वाली डीबीटी राशि की निकासी के लिए अब किसी को भी बैंक या एटीएम जाने की जरूरत नहीं, बल्कि घर बैठे ही अपने आधार लिंक्ड बैंक खाते से डाकिया के माध्यम से निकासी कर सकते हैं। घर बैठे डाकिया के माध्यम से ही आधार में  मोबाइल नम्बर अपडेशन और 5 साल तक के बच्चों का आधार इनरोलमेंट कराया जा सकता है। ई-श्रम, प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना, वाहनों का बीमा, स्वास्थ्य बीमा, दुर्घटना बीमा, पेंशनर्स हेतु जीवित प्रमाण पत्र, प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना जैसी तमाम सेवाओं का लाभ भी डाकिया के माध्यम से घर बैठे लिया जा सकता है।

पोस्टमास्टर जनरल श्री कृष्ण कुमार यादव ने बताया कि वाराणसी परिक्षेत्र में वित्तीय वर्ष 2022-23 में इण्डिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक के कुल 1.20 लाख खाते खोले गए, जिनमें 50 हजार प्रीमियम खाते खुले। वहीं आधार इनेबल्ड पेमेंट सिस्टम के माध्यम से 3.37 लाख लोगों को घर बैठे 132 करोड़ रूपये का भुगतान किया गया। आईपीपीबी के द्वारा घर बैठे 4.60 लाख व्यक्तियों का आधार नामांकन और अपडेशन किया गया। जनरल इंश्योरेंस के तहत 22.25 लाख रूपये का प्रीमियम अर्जित किया गया।    



ये हुए सम्मानित : वाराणसी जनपद के अंतर्गत ब्रांच पोस्टमास्टर लमही अवलेश, ब्रांच पोस्टमास्टर तपोवन आश्रम श्यामलाल, ब्रांच पोस्टमास्टर कोनिया सीताराम, ब्रांच पोस्टमास्टर कुरु वैभव,  ब्रांच पोस्टमास्टर खोचवा संतोष कुमार, ब्रांच पोस्टमास्टर शिवरामपुर शिवपूजन, ब्रांच पोस्टमास्टर कनकपुर निशांत, ब्रांच पोस्टमास्टर पुरी कलां सुशीला देवी, पोस्टमैन शिवपुर कमल, ब्रांच पोस्टमास्टर शहंशाहपुर दीपू कुमार शर्मा, पोस्टमैन वाराणसी कैंट प्रधान डाकघर रविन्द्र कुमार सम्मानित हुए।

इस अवसर पर प्रवर डाक अधीक्षक वाराणसी पूर्वी मंडल राजन, डाक अधीक्षक वाराणसी पश्चिमी मंडल हेमन्त कुमार, सहायक निदेशक राम मिलन, बृजेश कुमार शर्मा, आईपीपीबी सीनियर मैनेजर सुबलेश सिंह, मैनेजर अमित सिंह व मुक्ता चटर्जी, सहायक डाक अधीक्षक एसके चौधरी, आरके चौहान, निरीक्षक डाकघर इंद्रजीत पाल, श्रीकान्त पाल, सर्वेश सिंह, रमेश यादव सहित तमाम अधिकारी- कर्मचारी उपस्थित रहे।






इण्डिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक के माध्यम से घर बैठे मिल रहीं बैंकिंग व जनकल्याणकारी सेवाएं - पोस्टमास्टर जनरल कृष्ण कुमार यादव

Tuesday, April 25, 2023

विश्व क्षय रोग दिवस : टीबी रोग के उन्मूलन में स्वास्थ्य विभाग के साथ-साथ डाक विभाग भी निभा रहा अहम भूमिका

टीबी रोग के उन्मूलन में स्वास्थ्य विभाग के साथ-साथ डाक विभाग भी अहम भूमिका निभा रहा है। डाकिया के माध्यम से टीबी मरीजों के बलगम के नमूने तेजी से स्वास्थ्य विभाग के लैब तक पहुंच रहे हैं, जिससे मरीजों के चिन्हीकरण और उनके त्वरित उपचार में भी तेजी आई है। इसके अलावा तमाम चिन्हित एवं उपचारित क्षय रोगियों को 500 रूपये प्रतिमाह का भुगतान भी डीबीटी के माध्यम से उनके इण्डिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक खातों में किया जा रहा है।

  'विश्व क्षय रोग दिवस' (24 मार्च) पर उक्त जानकारी देते हुए वाराणसी परिक्षेत्र के पोस्टमास्टर जनरल श्री कृष्ण कुमार यादव ने बताया कि भारतीय डाक विभाग और चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग, उत्तर प्रदेश द्वारा क्षय रोग को जड़ से समाप्त करने की दिशा में संयुक्त पहल के तहत टी०बी० रोगियों के स्पुटम एवं अन्य सैम्पुल को डिजिगनेटेड माइक्रोस्कोपी सेंटर (डीएमसी) से पैकिंग कर डाक विभाग के माध्यम से जनपद के संबंधित सीबीनाट (कार्टेज बेस्ड न्यूक्लिकएसिड एम्प्लिफिकेशन टेस्ट) लैब/ कल्चर एण्ड डीएसटी (ड्रग सेंसिटिविटी  टेस्टिंग) लैब तक पहुँचाया जाता है। दूरदराज़ के सामुदायिक और प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों से नमूनों को प्रयोगशाला तक 24 से 48 घंटे के भीतर डाकिये पहुँचाते हैं, ताकि इनकी शुद्धता बनी रहे। पोस्टमास्टर जनरल श्री कृष्ण कुमार यादव ने बताया कि वाराणसी परिक्षेत्र में अब तक 13,390 नमूनों को एकत्र कर डाकिया टेस्टिंग लैब तक पहुँचा चुके हैं। वाराणसी परिक्षेत्र के अधीन वाराणसी जनपद में 21, भदोही में 2, चंदौली में 8, जौनपुर में 25, गाजीपुर में 24 और बलिया जनपद में 24 डाकघरों को बुकिंग के लिए अधिकृत किया गया है। 

 गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश के 4 जनपदों - लखनऊ,चंदौली आगरा, और बदायूं में ये पायलट प्रोजेक्ट 15 जुलाई, 2019 से आरम्भ हुआ, जो कि बाद में सभी जनपदों में 1 मई, 2020 से विस्तारित कर दिया गया। राजधानी लखनऊ में आयोजित एक कार्यक्रम में लखनऊ मुख्यालय परिक्षेत्र के तत्कालीन निदेशक डाक सेवाएँ श्री कृष्ण कुमार यादव ने स्टेट टीबी ऑफिसर डॉ. संतोष गुप्ता के साथ इस साझा पहल का शुभारम्भ किया था।






डाक विभाग द्वारा टीबी रोगियों के स्पुटम पहुँचाने के साथ-साथ, आईपीपीबी खातों में भेजी जा रही डीबीटी राशि -पोस्टमास्टर जनरल कृष्ण कुमार यादव

Tuesday, April 4, 2023

Mahila Samman Savings Certificate : महिलाओं के वित्तीय समावेशन व सशक्तिकरण की दिशा में अहम् भूमिका निभाएगी महिला सम्मान बचत पत्र - पोस्टमास्टर जनरल कृष्ण कुमार यादव

वित्त मंत्रालय  द्वारा महिला सम्मान बचत पत्र के लिए राजपत्र अधिसूचना जारी करने के साथ ही इसे तत्काल प्रभाव से डाकघरों में उपलब्ध कराया गया है। इस योजना की घोषणा 2023-24 के बजट में केंद्रीय वित्त मंत्री द्वारा 'आजादी का अमृत महोत्सव' के उपलक्ष्य में की गई थी और यह लड़कियों सहित महिलाओं के वित्तीय समावेशन और सशक्तिकरण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। उक्त जानकारी वाराणसी परिक्षेत्र के पोस्टमास्टर जनरल श्री कृष्ण कुमार यादव ने दी। इसके तहत वाराणसी परिक्षेत्र के डाकघरों में तत्काल महिलाओं ने पहुँचकर जानकारी लेना शुरू किया और निवेश आरम्भ भी कर दिया। पहले दिन ही वाराणसी के डाकघरों से 25 से ज्यादा 'महिला सम्मान बचत पत्र' जारी किये गए। 

वाराणसी में पहली खाताधारक के रूप में श्रीमती जया शर्मा ने बीएचयू हॉस्पिटल डाकघर से 'महिला सम्मान बचत पत्र' प्राप्त किया।  


 पोस्टमास्टर जनरल श्री कृष्ण कुमार यादव ने बताया कि दो साल की अवधि की यह योजना लचीले निवेश और आंशिक निकासी के विकल्पों के साथ दो लाख रुपये की अधिकतम सीमा के साथ त्रैमासिक चक्रवृद्धि ब्याज 7.5 प्रतिशत का आकर्षक और निश्चित ब्याज प्रदान करती है। यह योजना 31 मार्च, 2025 तक दो साल की अवधि के लिए वैध है। इसमें न्यूनतम रुपये 1,000/- व अधिकतम रुपये 2 लाख का निवेश किया जा सकता है। यह खाता एकल होगा तथा 3-3 माह के अंतराल पर कई खाते खोले जा सकते हैं परन्तु सभी खातों में जमाराशि मिलाकर रुपये 2 लाख से अधिक नहीं होगी। खाते में जमा रकम पर 7.5 % की दर से चक्रवृद्धि ब्याज देय है जो प्रत्येक तिमाही पर खाते में जमा कर दिया जाएगा। खाताधारक 1 वर्ष के पश्चात जमा राशि का अधिकतम 40% तक भुगतान प्राप्त कर सकती हैं  तथा 6 माह बाद आवश्यकता होने पर समय से पूर्व भी भुगतान प्राप्त किया जा सकता है जिस पर 5.5 % की दर से ब्याज दिया जाएगा। इस योजना में निवेश पर धारा 80-सी के तहत आयकर में छूट का भी प्रावधान है।







डाकघरों से मिलना आरम्भ हुआ महिला सम्मान बचत पत्र, महिलाओं में दिखा इस योजना के प्रति उत्साह

महिलाओं के वित्तीय समावेशन व सशक्तिकरण की दिशा में अहम् भूमिका निभाएगी महिला सम्मान बचत पत्र - पोस्टमास्टर जनरल कृष्ण कुमार यादव

Mahila Samman Savings Certificate started issuing from Post Offices, Women showed enthusiasm towards this scheme

With the issuance of Gazette notification for Mahila Samman Savings Certificates by the Ministry of Finance, it has been made available in Post Offices with immediate effect. The scheme was announced by the Union Finance Minister in the Budget 2023-24 on the occasion of 'Azadi Ka Amrit Mahotsav' and it is a significant step towards financial inclusion and empowerment of women including girls. The above information was given by Shri Krishna Kumar Yadav, Postmaster General, Varanasi Region. On the first day, more than 25 Mahila Samman Savings Certificates were issued from the Post Offices of Varanasi.  Mrs. Jaya Sharma received 'Mahila Samman Bachat Patra' from BHU Hospital Post Office as the first customer in Varanasi district.

 Postmaster General Shri Krishan Kumar Yadav said that the scheme offers an attractive and fixed interest of 7.5 percent compounded quarterly with a maximum limit of Rs 2 lakh with flexible investment and partial withdrawal options for a period of two years. The scheme is valid for a period of two years till March 31, 2025. A minimum investment of Rs 1,000/- and a maximum of Rs 2 lakh can be invested in this scheme. This account will be single and multiple accounts can be opened at an interval of 3 months, but the deposit in all the accounts together will not exceed Rs. 2 lakh. Compound interest at the rate of 7.5% is payable on the amount deposited in the account, which will be credited to the account every quarter. Account holders can get payment up to a maximum of 40% of the deposit amount after 1 year and after 6 months, if required, premature payment can also be received, on which interest will be given at the rate of 5.5%. There is also a provision for income tax exemption under Section 80-C on investment in this scheme, said shri Yadav.


Mahila Samman Savings Certificate will play an important role in the financial inclusion and empowerment of women - Postmaster General Krishna Kumar Yadav

Monday, April 3, 2023

उत्तर प्रदेश हिंदी संस्थान में 'उपनिधि' पत्रिका के डाक विभाग की साहित्यिक विभूतियां विशेषांक का हुआ लोकार्पण

ज्ञान गरिमा सेवा न्यास के तत्वावधान में उत्तर प्रदेश हिंदी संस्थान के निराला सभागार में 'उपनिधि' पत्रिका के डाक विभाग की साहित्यिक विभूतियां विशेषांक एवम गौरीशंकर वैश्य विनम्र की बाल पुस्तक फुर्र फुर्र का लोकार्पण, कवि सम्मान एवं काव्य संगम समारोह का आयोजन 2 अप्रैल, 2023 दिन रविवार को किया गया। 


पत्रिका व पुस्तक का लोकार्पण उत्तर प्रदेश के पूर्व चीफ पोस्टमास्टर जनरल श्री कौशलेन्द्र कुमार सिन्हा, वाराणसी परिक्षेत्र के पोस्टमास्टर जनरल श्री कृष्ण कुमार यादव, समाज कल्याण विभाग के निदेशक श्री पवन कुमार, संयुक्त आयुक्त जीएसटी श्री पंकज के. सिंह और सम्पादक श्री सुबोध कुमार दुबे ने किया। इस अवसर पर डाक विभाग से जुड़े साहित्यकारों और उनके परिजनों को सम्मानित भी किया गया।

बतौर मुख्य अतिथि पूर्व चीफ पोस्टमास्टर जनरल श्री कौशलेन्द्र कुमार सिन्हा ने कहा कि डाक विभाग का जनसरोकारों से अटूट नाता है। डाक विभाग के तमाम अधिकारी -कर्मचारी साहित्य सृजन के क्षेत्र में भी महत्वपूर्ण भूमिका अदा कर रहे हैं।  'उपनिधि' पत्रिका ने डाक विभाग की साहित्यिक विभूतियों पर विशेषांक प्रकाशित कर महनीय कार्य किया है। डाक कर्मियों के साहित्य का राष्ट्रीय स्तर पर भी एक संकलन लाए जाने की आवश्यकता है।

चर्चित साहित्यकार एवं वाराणसी परिक्षेत्र के पोस्टमास्टर जनरल श्री कृष्ण कुमार यादव ने बतौर मुख्य वक्ता कहा कि साहित्य और सृजन के क्षेत्र में डाक विभाग की विभूतियों का योगदान अहम् है। साहित्य और चिट्ठियों दोनों का ही संवेदनाओं से अटूट रिश्ता है। यही कारण है कि साहित्य, कला, संस्कृति की तमाम मशहूर शख्सियतें डाक विभाग की गोद में अपनी काया का विस्तार पाने में सफल रहीं। आज़ादी के अमृत काल में डाक टिकटों के माध्यम से साहित्यिक विभूतियों और सांस्कृतिक विरासत से युवा पीढ़ी को जोड़ने में डाक विभाग की अहम भूमिका है। पत्र-लेखन के माध्यम से भी डाक विभाग ने साहित्य को नए आयाम दिए। श्री यादव ने कहा कि देश की संचार व्यवस्था के साथ सामाजिक व्यवस्था, अर्थव्यवस्था, साहित्य, कला और संस्कृति के प्रसार और स्वाधीनता आंदोलन में भी डाक विभाग की अहम भूमिका रही है। जिस प्रकार से डाक विभाग देश भर के लोगों को जोड़ने का कार्य करता है, उसी प्रकार साहित्य भी संवेदना और संवाद के वाहक के रूप में लोगों को जोड़ने का कार्य करता है। साहित्य और प्रशासन दोनों ही पत्रों के बिना अधूरे हैं। इन पत्रों में छुपा मर्म कई बार नई राह दिखाता है। 

कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए उत्तर प्रदेश शासन में निदेशक समाज कल्याण श्री पवन कुमार ने कहा कि डाक सेवाएँ आम जन से जुड़ी हुई हैं। पत्रों के माध्यम से न सिर्फ संवाद होता है बल्कि लोगों की कई समस्याओं का निस्तारण भी होता है। डाक विभाग की तत्परता और संवेदनशीलता के चलते सरकार की तमाम कल्याणकारी योजनाओं का लाभ समाज के अंतिम व्यक्ति तक पहुँच रहा है। उन्होंने डाक विभाग के वरिष्ठ अधिकारी रहे शमशुर्रहमान फारूकी की स्मृतियों को ताजा करते हुए बताया की उन्होंने उनकी पहली पुस्तक पर आशीर्वचन स्वरूप प्राक्कथन लिखा था।






ज्ञान गरिमा सेवा न्यास अध्यक्ष श्री सुबोध कुमार दुबे ने बताया कि उपनिधि पत्रिका ने अपने 24 वर्षों के सफर में तमाम महत्वपूर्ण विषयों पर अंक प्रकाशित किये। उत्तर प्रदेश डाक परिमंडल की साहित्यिक विभूतियाँ विशेषांक में स्मरण खंड के तहत कृष्ण बिहारी नूर, पद्मश्री शम्सुर्रहमान फ़ारूक़ी, डॉ. रामाश्रय सविता, राम देव लाल विभोर तो प्रेरणा खंड में सेवानिवृत्त हो चुके दयानंद जड़िया, राम किशोर तिवारी, ज्योति शेखर, गौरीशंकर वैश्य विनम्र और संभावना खंड के तहत वर्तमान में सेवारत पोस्टमास्टर जनरल कृष्ण कुमार यादव, अखंड प्रताप सिंह इत्यादि के साहित्यिक कृतित्व को सहेजा गया है।     


कार्यक्रम के अंत में कवि सम्मान एवं काव्य संगम समारोह का भी आयोजन किया गया। तमाम कवियों ने अपनी रचनाओं से शमां बांधा और श्रोताओं को मन्त्र मुग्ध कर दिया। संचालन राम किशोर तिवारी ने किया। इस दौरान  शुभम दुबे, विनोद सिंह, आकाश सिंह, श्रीकांत पाल, संदीप यादव सहित तमाम लोग उपस्थित रहे।









साहित्य के क्षेत्र में डाक विभाग की विभूतियों का योगदान अहम् - पोस्टमास्टर जनरल कृष्ण कुमार यादव

साहित्य और चिट्ठियों दोनों का ही संवेदनाओं से अटूट रिश्ता - पोस्टमास्टर जनरल कृष्ण कुमार यादव

उत्तर प्रदेश हिंदी संस्थान में 'उपनिधि' पत्रिका के डाक विभाग की साहित्यिक विभूतियां विशेषांक का हुआ लोकार्पण