पत्र लेखन विधा को प्रोत्साहित करने के लिए हर वर्ष यूनिवर्सल पोस्टल यूनियन द्वारा अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर पत्र लेखन प्रतियोगिता का आयोजन किया जाता है। इस संबंध में जानकारी देते हुए इलाहाबाद परिक्षेत्र के निदेशक डाक सेवाएं श्री कृष्ण कुमार यादव ने बताया कि 15 वर्ष (31 मार्च 2014 के अनुसार) तक के बच्चों के लिए वैश्विक स्तर पर 5 जनवरी 2014, रविवार को 10.00 बजे से 11.00 बजे तक ”संगीत जीवन को कैसे छूता है।’’ (How music can touch lives) विषय पर 43वीं यूपीयू पत्र लेखन प्रतियोगिता का आयोजन किया जायेगा। पत्र अंग्रेजी या संविधान की आठवीं सूची में निर्दिष्ट किसी भी भाषा में 800 शब्दों की सीमा में लिखना होगा।
सर्किल व सभी क्षेत्रीय मुख्यालयों पर होगा आयोजन
इस प्रतियोगिता का आयोजन सभी डाक सर्किल /परिक्षेत्रों के मुख्यालय पर किया जायेगा। श्री यादव ने बताया कि इलाहाबाद डाक परिक्षेत्र में यह परीक्षा इलाहाबाद मुख्यालय पर आयोजित की जायेगी, जिसमें इलाहाबाद, कौशाम्बी, प्रतापगढ, वाराणसी, भदोही, चन्दौली, सोनभद, मिर्जापुर, गाजीपुर एवं जौनपुर जनपदों के प्रतियोगी शामिल होंगे। प्रतियोगिता हेतु आवेदन करने की अन्तिम तिथि 21 दिसम्बर 2013 है। प्रतियोगिता हेतु आवेदन करने का प्रारूप सम्बन्धित प्रवर अधीक्षक/अधीक्षक कार्यालय से प्राप्त किया जा सकता है, हालांकि सभी मण्डलीय अधीक्षकों को व्यापक प्रचार व प्रमुख स्कूलों को प्रारूप उपलब्ध कराने के निर्देश दिये गये हैं।
प्रतियोगिता करा सकते हैं स्कूल-कॉलेज
डाक निदेशक श्री कृष्ण कुमार यादव ने कहा कि यदि स्कूल-कालेज के प्रधानाचार्य चाहें तो उक्त प्रतियोगिता डाक विभाग से मिलकर अपने स्तर पर भी स्वतंत्र रूप से करा सकते है। डाक विभाग प्रतियोगी प्रविष्टियों को उनसे एकत्र कर परिमंडलीय कार्यालय, लखनऊ को भेजेगा।
डाक निदेशालय भेजे जाएंगे श्रेष्ठ तीन पत्र
निदेशक श्री यादव ने बताया कि पत्र लेखन प्रतियोगिता का मूल्यांकन परिमण्डलीय स्तर पर लखनऊ में किया जायेगा तथा श्रेष्ठ तीन पत्र लेखन को राष्ट्रीय स्तर पर सम्मिलित करने हेतु डाक निदेशालय, नई दिल्ली भेजा जायेगा। राष्ट्रीय स्तर पर श्रेष्ठ तीन प्रतियोगियों को क्रमशः रू0 2000, रू0 1500 व रू0 1000 का प्रथम, द्वितीय व तृतीय पुरस्कार प्रमाणपत्र सहित दिया जायेगा। राष्ट्रीय स्तर के श्रेष्ठ पत्र लेखन को यूनिवर्सल पोस्टल यूनियन के पास आधिकारिक प्रविष्टि के रूप में भेजा जायेगा।
साभार : दैनिक जागरण, 13 दिसंबर 2013
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