डाकघरों की पूरे विश्व में एक समृद्ध परंपरा है। देश-दुनिया के हर कोने में डाकघर अपनी सेवाओं से लोगों से जुड़े हुए हैं। भारत के राष्ट्रपति भवन में भी डाक घर आरम्भ से ही स्थापित है और अपनी सेवाएं दे रहा है। इसी क्रम में भारत के राष्ट्रपति श्री प्रणब मुखर्जी ने 24 जुलाई 2014 को नए भवन में राष्ट्रपति भवन डाकघर की राष्ट्रपति एस्टेट शाखा का उद्घाटन किया। डाकघर को राष्ट्रपति एस्टेट के व्यापक संरक्षण प्रबंधन योजना के तहत एक हिस्से के रूप में एतिहासिक इमारत से दूसरी जगह स्थापित किया गया।
गौरतलब है कि राष्ट्रपति भवन डाकघर ने 10 जून, 1904 को शिमला में वायसराय शिविर डाकघर के रूप में कार्य करना शुरू कर दिया था। वर्ष 1948 में, राष्ट्रपति भवन डाकघर का नाम गवर्नर जनरल पोस्ट ऑफिस कर दिया गया था। वर्ष 1950 में इसे फिर से राष्ट्रपति शिविर डाकघर के रूप में नाम दिया गया था। अंत में, 7 दिसंबर 1950 को, यह राष्ट्रपति भवन डाकघर नामित किया गया। यह डाकघर राष्ट्रपति के सचिवालयों के साथ राष्ट्रपति एस्टेट के निवासियों की जरूरतों को भी पूरा करता है।
( चित्र में : राष्ट्रपति श्री प्रणब मुखर्जी 24 जुलाई, 2014 को राष्ट्रपति संपदा स्थित राष्ट्रपति भवन डाकघर के नए भवन का उद्घाटन करते हुए। इस अवसर पर साथ में केंद्रीय संचार, सूचना तकनीक तथा विधि एवं न्याय मंत्री श्री रवि शंकर प्रसाद भी उपस्थित रहे।)
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