Sunday, May 31, 2015

मोदी सरकार के 'साल एक शुरुआत अनेक' में सुकन्या समृद्धि योजना

मोदी सरकार के एक वर्ष पूरे होने पर ''साल एक शुरुआत अनेक" की कड़ी में 'बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ' के अन्तर्गत 'हमारी बेटियाँ हमारा गौरव' के तहत सुकन्या समृद्धि योजना को लेकर विज्ञापन एवं दृश्य प्रचार निदेशालय (DAVP) द्वारा जारी पोस्टर में प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में आयोजित एक कार्यक्रम में सुकन्या समृद्धि खाते की पासबुक लिए बच्चियों के साथ भारतीय डाक सेवा के अधिकारी कृष्ण कुमार यादव, तत्कालीन निदेशक डाक सेवाएं इलाहाबाद परिक्षेत्र एवं सम्प्रति  निदेशक डाक सेवाएँ, राजस्थान पश्चिमी क्षेत्र, जोधपुर एवं अन्य। यह चित्र वाराणसी प्रधान डाकघर में सुकन्या समृद्धि मेले के दौरान लिया गया था और इसे "डाकिया डाक लाया" ब्लॉग से लिया गया है। 






Tuesday, May 12, 2015

अब एटीएम मशीन से कर सकेंगे स्पीड पोस्ट

एटीएम मशान से पैसे तो सभी निकालते हैं. अब एटीएम मशीन की मदद से आप अपने पार्सल और लेटर भी भेज पाएंगे. जी हां, भारतीय डाक  का आंध्र प्रदेश सर्किल जल्द  ही यह सेवा शुरू करने पर विचार कर रहा है. इसके लिए डाक विभाग स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के साथ करार करेगा. अभी हाल ही में डाक विभाग ने  पोस्ट ऑफिस  सेविंग बैंक सेवा एटीएम के लिए स्टेट बैंक ऑफ इंडिया से करार किया है. इसके लिए एसबीआई ने आंध्र प्रदेश में 95 एटीएम उपलब्ध कराए हैं. इस बात की जानकारी आध्र प्रदेश सर्किल के चीफ पोस्ट मास्टर जनरल बी वी सुधाकर ने दी. 

इस नई योजना के तहत आपको स्पीड पोस्ट करने के लिए लिए डाक घर जाने के बजाए अपने नजदीकी एटीएम तक जाना होगा. एटीएम से स्पीड पोस्ट भेजने की प्रक्रिया में महज दो मिनट का समय लगेगा. व्यक्ति को एटीएम पर पहुंचकर उसमें स्पीड बुकिंग का विकल्प चुनना होगा। इसके बाद एटीएम मशीन से ही लगी एक मशीन से लेटर या पार्सल का भार मापा जाएगा।इसके तुंरत बाद एटीएम स्क्रीन पर जरूरी फीस दिखाई देगी, जिसका भुगतान क्रेडिट या डेबिट कार्ड से करना होगा। भुगतान के बाद बारकोड वाली दो रसीद मिल जाएंगी। इन दोनों रसीदों में से एक को पार्सल के साथ लगाना होता है और दूसरा रिकॉर्ड के लिए अपने पास रखना होगा। प्रक्रिया पूरी होने पर पार्सल को वहां इसके लिए बने बॉक्स में डालना होगा।  इसके बाद डाकिया वहां आएगा और भारतीय स्टेट बैंक के एटीएम से लेटर या पार्सल ले जाएगा और निर्धारित पते पर पहुंचा देगा। 

Monday, May 11, 2015

भारतीय डाक ऎप और ई-कॉमर्स केन्द्र शुरू

नई दिल्ली। संचार एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री रविशंकर प्रसाद ने लोगों को स्मार्टफोन पर डाक विभाग की सेवाओं से जुड़ी जानकारियां उपलब्ध कराने के उद्देश्य से भारतीय डाक मोबाइल ऎप और ऑनलाइन कारोबार या खुदरा कारोबारियों के ग्राहकों तक त्वरित डिलिवरी के लिए देश के पहले ई-कॉमर्स केन्द्र का शुभारंभ किया। प्रसाद ने कहा कि देश में ई-कॉमर्स कारोबार तेजी से बढ़ रहा है और इस क्षेत्र में विश्वसनीयता के साथ समय पर आपूर्ति करने वालों की जरूरत है।

भारतीय डाक का 1.54 लाख केन्द्रों का विशाल नेटवर्क है और इसमें से 1.34 लाख डाकघर ग्रामीण क्षेत्रों में है जहां किसी की पहुंच नहीं है। उन्होंने कहा कि डाक विभाग ने ई-कॉमर्स आपूर्ति शुरू करने के साथ ही कैश ऑन डिलिवरी भी शुरू कर किया है, क्योंकि लोगों को माल मिलने पर भुगतान करने की आदत है। भारतीय डाक का कैश ऑन डिलिवरी अभी 500 करोड़ रूपए का है और आने वाले दिनों में इसमें भारी बढ़ोतरी की उम्मीद है। प्रसाद ने भारतीय डाक के कर्मचारियों से लोगों के बीच डाकघरों की विश्वसनीयता बढ़ाने, प्रौद्योगिकी का उपयोग बढ़ाने के साथ समय के हिसाब से बदलाव में भागीदार बनने का आ±वान किया और कहा कि इस प्रक्रिया में एक भी कर्मचारी की नौकरी नहीं जाएगी।

उन्होंने कहा कि समय के साथ बदलाव जरूरी है और ऎसा नहीं होने पर समय के साथ चलना संभव नहीं हो पाता है। प्रसाद ने कहा कि ई-कॉमर्स डिलिवरी में भारतीय डाक की सबसे बड़ी हिस्सेदारी होनी चाहिए और ग्रामीण क्षेत्रों में स्थित सभी डाकघरों के बाहर एक महीने के भीतर आकर्षक एवं बड़ा बोर्ड लग जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि अब हर कोई मोबाइल फोन पर सभी तरह की जानकारी चाहता है और इसके मद्देनजर सेंटर फॉर एक्सलेंस इन पोस्टल टेक्नोलॉजी, मैसूर ने मोबाइल ऎप बनाया है जिसे एंड्रॉयड ऑपरेटिंग सिस्टम वाले स्मार्टफोन पर डाउनलोड किया जा सकता है। इसमें भारतीय डाक में बुक कराई गई वस्तुओं की ट्रैकिंग, डाकघरों के बारे में जानकारी, डाक टिकट का आंकलन, डाक जीवन बीमा के प्रीमियम की गणना के साथ ही डाक विभाग द्वारा संचालित लघु बचत योजनाओं पर ब्याज दरों की गणना करने की सुविधा उपलब्ध है।

इस मौके पर डाक विभाग की सचिव कावेरी बनर्जी ने कहा कि संफदरजंग एयरपोर्ट स्थित इस ई-कॉमर्स केन्द्र की क्षमता प्रतिदिन 30 हजार पैकेटों के हैंडलिंग की है और विमान एवं ट्रेन के माध्यम से 24 घंटे में पैकटों को गन्तव्य तक पहुंचाने की व्यवस्था की गई है। उन्होंने बताया कि डाक विभाग अमेजन, पेटीएम, येपमी, स्नैपडील, फ्लिपकार्ट जैसे ऑनलाइन कारोबार करने वाली कंपनियों के पैकटों की आपूर्ति की जा रही है और उनकी शिकायतों के निवारण की ऑनलाइन व्यवस्था की गई है। इसके तहत बुक पैकटों को बीमा कवर भी दिया जाता है और ग्राहकों के पास से पैकटों को यहां लाने की भी व्यवस्था की गई है।

स्पीड पोस्ट फ़ास्ट है कूरियर कंपनियों से : कैग का अध्ययन

डाक विभाग को इसकी सेवाओं के लिए कठघरे में खड़ा करने वालों के सामने स्पीड पोस्ट ने उजली तस्वीर पेश की है। कैग (नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक) ने अपनी एक हालिया रपट में कहा है कि निजी कूरियर कंपनियों के मुकाबले स्पीड पोस्ट ने केवल समय से पहले माल डिलीवर किया है बल्कि इसका डिलीवरी प्रतिशत भी उनके मुकाबले काफी बेहतर है। कैग ने यह आकलन आठ सर्किल में एक अध्ययन के माध्यम से किया है।  निजी कूरियर कंपनी और डाक विभाग के स्पीड पोस्ट के बीच पत्र-माल डिलीवरी को लेकर किए गए इस अध्ययन में कैग ने गुजरात, महाराष्ट्र, राजस्थान, तमिलनाडु, दिल्ली, आंध्र प्रदेश, उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश सर्किल को शामिल किया गया था। 

इस तरह किया गया अध्ययन 

 सभी डाक सर्किल में एक निश्चित संख्या में परीक्षण पत्र भेजे गए थे। इसमें चुनिंदा निजी कूरियर कंपनियों को शामिल किया गया था और उसी के आधार पर यह अध्ययन तैयार किया गया था। डाक विभाग के स्पीड पोस्ट की बात करें तो वर्ष 1986 में स्थापित इस सेवा की पहुंच अब देश के सभी बड़े स्थान तक है। डाक विभाग की कुल आय में करीब 10 प्रतिशत से अधिक का योगदान स्पीड पोस्ट से आता है। 

यह निकाले गए निष्कर्ष 

स्थानीय स्तर पर जहां पत्र-माल डिलीवरी में स्पीड पोस्ट का प्रतिशत 98 प्रतिशत था, वहीं कोरियर सेवा का प्रतिशत 93.55 प्रतिशत था। 

बड़े शहर के मामलों में डाक विभाग ने जहां डिलीवरी में 99.05 प्रतिशत लक्ष्य हासिल किया तो कूरियर कंपनियों का प्रतिशत 92.17 प्रतिशत रहा। 

तहसील स्तर पर स्पीड पोस्ट की डिलीवरी का आंकड़ा 100 प्रतिशत रहा तो वहीं कूरियर कंपनियों ने 83.54 प्रतिशत डिलीवरी का आंकड़ा हासिल किया। 

सभी स्तर पर डिलीवरी की बात करें तो स्पीड पोस्ट का आंकड़ा जहां 98.94 प्रतिशत रहा तो वहीं कूरियर कंपनियों का डिलीवरी प्रतिशत 90.24 प्रतिशत रहा।

Saturday, May 9, 2015

राजस्थान पश्चिमी क्षेत्र के सौंवें सीबीएस डाकघर का जोधपुर स्थित नंदन वन डाकघर में उद्घाटन

 राजस्थान पश्चिमी क्षेत्र के 100वें सीबीएस (कोर बैंकिंग सोल्यूशन) डाकघर का उद्घाटन जोधपुर डाक मण्डल स्थित नन्दनवन उपडाकघर में राजस्थान पश्चिमी क्षेत्र की पोस्टमास्टर जनरल श्रीमती शिउली बर्मन और निदेशक डाक सेवाएँ श्री कृष्ण कुमार यादव द्वारा शिलापट्ट का अनावरण एवं फीता काटकर 08 मई 2015 को किया गया।  उद्घाटन पश्चात् अब यह डाकघर कोर बैंकिंग सोल्यूशन के अन्तर्गत फिनाॅकल साॅफ्टवेयर पर काम करेगा और मुम्बई स्थित सेन्ट्रल सर्वर से सीधे जुड़ जायेगा जिसके फलस्वरूप ग्राहकों को अब आॅनलाइन सेवा की सुविधा प्राप्त होगी।  इस अवसर पर डाक निदेशक श्री कृष्ण कुमार यादव ने इलाहाबाद जीपीओ स्थित अपने खाते से यहाँ पैसे निकालकर सीबीएस लेनदेन की पुष्टि भी की।

इस अवसर पर राजस्थान पश्चिमी क्षेत्र की पोस्टमास्टर जनरल श्रीमती शिउली बर्मन ने कहा कि डाक विभाग अपनी महत्वाकांक्षी परियोजना आईटी माॅडर्नाइजेशन प्रोजेक्ट के तहत् स्वयं को तकनीकी क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाते हुये ग्राहकों को वर्तमान परिप्रेक्ष्य के मद्देनज़र उच्च कोटि की सेवायें मुहैया करवाने के लिए कटिबद्ध है।  श्रीमती बर्मन ने बताया कि सीबीएस से जुड़ने के बाद खाताधारकों को भविष्य में आॅनलाइन बैंकिंग, मोबाईल बैंकिंग, नेट-बैंकिंग और एटीएम सुविधा इत्यादि का लाभ मिल सकेगा तथा माइग्रेशन के पश्चात् अब सभी खाते 10 नंबरों के हो जायेंगे और सभी ग्राहकों को कम्प्यूटराइज्ड पासबुक मिलेगी। श्रीमती बर्मन ने बताया कि शीघ्र ही बचे हुये डाकघरों का भी सीबीएस माइग्रेशन किया जायेगा, जिसके फलस्वरूप शहरी क्षेत्र के साथ-साथ ग्रामीण एवं दूर-दराज इलाकों में स्थित लोगों को भी सीबीएस के तहत् मिलने वाली सुविधाओं का फायदा मिल सकेगा।  


राजस्थान पश्चिमी क्षेत्र के निदेशक डाक सेवाएं श्री कृष्ण कुमार यादव ने अपने सम्बोधन में कहा कि नन्दनवन उपडाकघर, राजस्थान पश्चिमी क्षेत्र का सीबीएस से जुड़ने वाला 100वाँ डाकघर है।  उन्होंने बताया कि राजस्थान पश्चिमी क्षेत्र में 14 और राजस्थान परिमण्डल में 32 डाकघरों के सीबीएस से जुडने के बाद राजस्थान पश्चिमी क्षेत्र में कुल 109 डाकघर और पूरे राजस्थान में कुल 415 डाकघर आज सीबीएस से जुड़ जायेंगे। श्री यादव ने बताया कि सीबीएस के बाद नन्दनवन डाकघर में स्थित 26 हजार से ज्यादा खाताधारक लाभान्वित होंगे, जिनमें खाताधारकों के 55 करोड़ से ज्यादा रूपये जमा हैं।  श्री यादव ने इस अवसर पर कहा कि सीबीएस से जुड़ने पर अब बचत अभिकर्ताओं को भी सहूलियत होगी और वे पोर्टल पर जाकर घर बैठे लोगों का पैसा जमा कर सकेंगे और तद्नुसार उत्पन्न कोड डाकघर आकर बताने पर, वह लिंक हो जायेगा।  यही नहीं अब अभिकर्ताओं का कमीशन उनके डाकघर बचत खाता में सीधे जायेगा। 

कार्यक्रम में प्रवर डाक अधीक्षक जोधपुर श्री पी.आर. कडेला, सहायक निदेशक श्री कान सिंह राजपुरोहित, सहायक अधीक्षक डाकघर श्री तरूण कुमार शर्मा एवं विनय कुमार खत्री, डाक निरीक्षक श्री राजेन्द्र सिंह भाटी, सुदर्शन सामरिया, उपडाकपाल डी.एस. भाटी, एनआईएसजी प्रोजेक्ट एक्जीक्यूटिव श्री मनोज पानिग्राही सहित तमाम अधिकारी, कर्मचारी, बचत बैंक अभिकर्तागण एवं नागरिक उपस्थित थे।





Friday, May 8, 2015

डाक विभाग अब खोलेगा ई-कामर्स केंद्र

भारत में ऑनलाइन शापिंग के बढ़ते रुझान का उठाने के लिए भारतीय डाक विभाग सोमवार से दिल्ली में अपना ई-कामर्स केंद्र शुरू करने जा रही है। गौरतलब है कि हाल के समय में देश में ई-कामर्स क्षेत्र में हुई तेज वृद्धि को देखते हुए डाक विभाग ने दिल्ली डाक सर्किल के जरिये सफदरजंग, नयी दिल्ली में ई-कामर्स परियोजना स्थापित की है।’ यह प्रोसेसिंग केंद्र विशिष्ट रूप से सभी ई-कामर्स कारोबार को देखेगा। संचार एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री रविशंकर प्रसाद 11 मई, 2015 को सफदरजंग में ई-कामर्स केंद्र को राष्ट्र को समर्पित करेंगे। यह केंद्र प्रतिदिन 30,000 पार्सलों की देखरेख करने में सक्षम होगा। ई-कामर्स ग्राहकों से ये पार्सल जुटाए जाएंगे और इन्हें 24 घंटे में संभावित गंतव्य के लिए भेज दिया जाएगा।