गौरतलब है कि वित्त मंत्री अरुण जेटली ने इस साल बजट भाषण में सॉवरेन गोल्ड बांड लाने की घोषणा की थी। आधिकारिक जानकारी के अनुसार रिजर्व बैंक की सलाह के आधार पर सरकार ने गोल्ड बांड का पूरा खाका तैयार किया है। इस बांड की एक यूनिट एक ग्राम सोने के बराबर होगी। निवेशकों को न्यूनतम दो यूनिट खरीदनी होंगी। एक वित्त वर्ष में प्रति व्यक्ति न्यूनतम 2 ग्राम और अधिकतम 500 ग्राम सोने में निवेश किया जा सकेगा। देश में सोने के नए विकल्प के रूप में पेश किए जा रहे सॉवरेन गोल्ड बांड स्कीम पर सरकार ने सालाना 2.75 फीसदी ब्याज देने की घोषणा की है। यह स्कीम सिर्फ भारतीय निवेशकों के लिए होगी, जिसमें व्यक्तिगत तौर पर भी निवेश किया जा सकता है। इसके साथ ही अविभाजित हिन्दू परिवार, न्यास, विश्वविद्यालय और धमार्थ संस्थान भी निवेश कर सकते हैं। इसकी परिपक्वता अवधि 8 वर्ष होगी। लेकिन निवेशक पांच साल के बाद ही इसे दोबारा बेच सकेंगे।
वित्त मंत्रालय के अनुसार गोल्ड बांड विभिन्न चरणों में जारी किया जाएंगे और इसकी तिथि पहले जारी की जाएगी। बांड का मूल्य भारतीय सर्राफा एवं आभूषण संघ लिमिटेड द्वारा जारी पिछले सप्ताह सोमवार से शुक्रवार के औसत बंद कीमत पर तय की जाएगी और इसको इसी मूल्य प्रणाली पर भुनाया जा सकेगा। निवेशक इलेक्ट्रॉनिक, नकद ,चेक या ड्राफ्ट के माध्यम से इसे खरीद सकते हैं। सरकार इसके बदले स्टॉक/ होल्डिंग सार्टिफिकेट जारी करेगी। सॉवरेन गोल्ड बांड को शेयर बाजारों में खरीदा और बेचा जा सकेगा।
सॉवरन गोल्ड बांड से जुड़ी खास बातें-
प्रोडक्ट का नाम–सॉवरन गोल्ड बांड
कौन-कौन खरीद सकता है–कोई भी भारतीय व्यक्ति, हिंदू अविभाजित परिवार(एचयूएफ), ट्रस्ट, यूनिवर्सिटी, चेरिटेबल संस्था।
किस रूप में मिलेगा बांड- बांड की एक यूनिट 1 ग्राम सोने के मूल्य के बराबर होगी। प्रत्येक निवेशक कम से कम 2 और अधिकतम 500 यूनिट हर साल खरीद सकता है।
कहां से खरीदें : बांड के लिए देश भर के बैंकों के साथ प्रधान डाकघरों में आवेदन कर सकते हैं।
कितना मिलेगा ब्याज : सरकार ने बांड के लिए 2.75 फीसदी सालाना ब्याज निर्धारित किया है।
No comments:
Post a Comment