महात्मा गाँधी दुनिया भर के देशों में डाक टिकटों पर स्थान पाते रहे हैं और भारत में भी सबसे ज्यादा डाक टिकट गाँधी जी के ही विभिन्न रूपों, उनसे जुडी घटनाओं पर जारी हुए हैं। महात्मा गांधी आज भी दुनिया के लिए प्रेरणा का स्त्रोत हैं। लोगों के मन में उनके प्रति सम्मान में कमी नही आई है, उनसे जुड़ी चीजों के लिए उत्साह कम नहीं हुआ है। हाल ही में ब्रिटेन में भारतीय डाक टिकटों की सर्वाधिक बोली लगी है। महात्मा गांधी पर जारी दुर्लभ डाक टिकट रिकॉर्ड पांच लाख पौंड (लगभग 4.1 करोड़ रुपये) में बिका है। चार डाक टिकटों के सेट को एक ऑस्ट्रेलियाई ने खरीदा।
डाक टिकटों की खुदरा बिक्री करने वाली ब्रिटिश कंपनी स्टेनली गिबन्स ने बताया कि महात्मा गांधी पर 1948 में 10 रुपये का डाक टिकट जारी किया गया था। इसे तत्कालीन गवर्नर जनरल के सचिवालय ने आधिकारिक इस्तेमाल के लिए जारी किया था। इन पर अंग्रेजी भाषा में सर्विस’ लिखा हुआ है। इनमें से अब सिर्फ 13 डाक टिकट ही चलन में हैं। बैंगनी-भूरे रंग के इन डाक टिकटों पर महात्मा गांधी की तस्वीर है। इसके चार टिकटों का एक सेट डाक टिकटों का संग्रह करने वाले एक ऑस्ट्रेलियाई व्यक्ति ने खरीदा। उन्होंने भारतीय डाक टिकटों के लिए सर्वाधिक कीमत चुकाई।
गिबन्स के बयान के अनुसार, इसके अलावा चार डाक टिकटों का एक सेट महारानी एलिजाबेथ द्वितीय के स्वामित्व वाले रॉयल फिलटेलिक कलेक्शन के पास है। इसे दुनिया के सबसे बड़े डाक टिकटों का निजी संग्रह माना जाता है। गौरतलब है कि स्टैनली गिबन्स ने गांधीजी पर दस रुपये के एक डाक टिकट को पिछले साल उरुग्वे के एक व्यक्ति को 1.6 लाख पाउंड यानी करीब एक करोड़ 32 लाख रुपये में बेचा था। इस साल मार्च में 'चार आने' का एक दुर्लभ भारतीय डाक टिकट 1.1 लाख पौंड (करीब 91 लाख रुपये) में बेचा गया था। उस डाक टिकट पर महारानी विक्टोरिया के युवावस्था की तस्वीर गलत ढंग से लगी थी। हालांकि नीलामी में सर्वाधिक कीमत में बिकने का रिकॉर्ड ब्रिटिश गुयाना के एक सेंट के डाक टिकट के नाम है। इसे जून 2014 में एक अनाम खरीदार को 74 लाख पौंड (करीब 61 करोड़ रुपये) में बेचा गया था।
20 April, 2017
20 April, 2017
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