Monday, April 23, 2018

डाक विभाग ने जारी किया 'इंडियन वाटर वर्क्स एसोसिएशन' की जोधपुर शाखा के रजत जयन्ती वर्ष पर विशेष आवरण

जल बुनियादी मानवाधिकार है और इसके बिना धरती पर जीवन की कल्पना तक नहीं की जा सकती। यदि हमने इसे आज से ही नहीं सहेजना आरम्भ किया तो कल सिर्फ आँखों में पानी बचेगा। ऐसे में जनसहभागिता के द्वारा इस ओर अभी से सोचना होगा। उक्त उद्गार राजस्थान पश्चिमी क्षेत्र, जोधपुर के निदेशक डाक सेवाएँ श्री कृष्ण कुमार यादव ने 'इंडियन वाटर वर्क्स एसोसिएशन' की जोधपुर शाखा के रजत जयन्ती वर्ष पर विशेष आवरण (लिफाफा) एवं विरूपण जारी करते हुए कहा। 


इस अवसर पर अपने अध्यक्षीय उद्बोधन में डाक निदेशक श्री कृष्ण कुमार यादव ने कहा कि राजस्थान की जल संरक्षण परम्पराएं समूचे देश में प्रसिद्ध हैं तथा प्रेरणास्पद भी हैं। ऐसे में  युवा पीढ़ी को जल-संग्रहण की विरासतों से जोड़ने हेतु ही हाल ही में डाक विभाग ने राजस्थान की 6 बावड़ियों सहित देश की 16 प्राचीन बावड़ियों पर डाक टिकट भी जारी किये हैं। 

डाक निदेशक श्री कृष्ण कुमार यादव ने कहा कि 'इंडियन वाटर वर्क्स एसोसिएशन' की जोधपुर शाखा ने जल संरक्षण में अहम भूमिका निभाते हुए लोगों को इस ओर प्रेरित किया है, ऐसे में इस पर जारी विशेष आवरण इसके महत्त्व  में और भी अभिवृद्धि करेगा।  

कार्यक्रम के मुख्य अतिथि के रूप में श्री सम्पत राज वडेरा, निदेशक रक्षा प्रयोगशाला, जोधपुर ने कहा कि ने कहा कि जल का संरक्षण एवं किफायती उपयोग आगामी समय के लिए बहुत जरूरी है। क्षेत्रफल की दृष्टि से राजस्थान देश का सबसे बड़ा राज्य है पर  देश का मात्र 1.01 प्रतिशत जल ही इस प्रदेश में उपलब्ध है।  ऐसे में यहाँ के वैज्ञानिकों एवं इंजीनियरों से आशा की जाती है  कि वे नवीन तकनीकों की खोज कर राजस्थान के भूजल में व्याप्त फ्लोराइड एवं नाइट्रेट विषाक्तता को दूर करने के आर्थिक दृष्टि से उपादेय तरीके इजाद करें। इसमें सरकारी विभागों के साथ-साथ इस क्षेत्र में कार्य कर रहे संगठनों  की भी महत्वपूर्ण भूमिका है । 


होटल श्रीराम एक्सेलेंसी, जोधपुर में आयोजित रजत जयन्ती  कार्यक्रम के आरम्भ  में इंडियन वाटर वर्क्स एसोसिएशन' की जोधपुर शाखा के अध्यक्ष इंजी. के. एम. एल. माथुर ने केन्द्र के उद्देश्यों, गतिविधियों, अंतर्राष्ट्रीय सहभागिता के  बारे में प्रकाश डाला तथा आगुन्तक अतिथियों  का शब्दों एवं पुष्पों से स्वागत किया। 
रजत जयन्ती समारोह के संयोजक डॉ. डी. डी. ओझा ने अपने उद्बोधन में कहा कि आई.डब्ल्यू.डब्ल्यू.ए. के 34 केंन्द्रों में मात्र जोधपुर ही एक ऐसा केन्द्र है जिसने जल की शिक्षा विद्यार्थियों एवं जनमानस को सरल भाषा में देकर उन्हें लाभान्वित किया है। इस केन्द्र द्वारा प्रतिवर्ष स्थानीय विद्यालयों में जल के विभिन्न विषयों पर प्रतियोगिताएं आयोजित कर बच्चों के ज्ञान में अभिवृद्वि की जाती है। 

इस अवसर पर जोधपुर केन्द्र के विगत 25 वर्षों तक निरंतर सहयोग करने वाले इंजीनियर, वैज्ञानिक, भामाशाहों तथा कार्मिकों को सम्मानित भी किया गया और एक स्मारिका भी जारी की गई। 
जोधपुर केन्द्र के देश के लब्धप्रतिष्ठ वरिष्ठ विज्ञान संचारक एवं वैज्ञानिक डॉ. डी. डी. ओझा को   हिंदी में 60 पुस्तकें प्रकाशित करने पर ‘‘आजीवन वैज्ञानिक उपलब्धि पुरस्कार’’ से राजस्थान पश्चिमी क्षेत्र, जोधपुर के निदेशक डाक सेवाएँ श्री कृष्ण कुमार यादव और श्री सम्पत राज वडेरा, निदेशक रक्षा प्रयोगशाला, जोधपुर द्वारा सम्मानित किया गया। 

कार्यक्रम में जोधपुर मंडल के प्रवर डाक अधीक्षक श्री ओपी सोडिया, सीनियर पोस्टमास्टर श्री जी. एस. शेखावत, सहायक अधीक्षक सुदर्शन सामरिया, विनय खत्री, ओपी चांदोरा, विजय सिंह सहित तमाम इंजीनियर, वैज्ञानिक तथा उद्योगपतियों ने भाग लिया। कार्यक्रम के अंत में इंजीनियर आर. के. विश्नोई ने आभार ज्ञापन किया। 

Special Cover with cancellation on Silver Jubilee of Indian Water Works Association, Jodhpur Centre was released by Sh. Krishna Kumar Yadav, Director Postal Services, Rajasthan Western Region, Jodhpur. Dr. SR Vadera, Director, Defence lab, Jodhpur, Er. KML Mathur, Retd. Chief Engineer & Chairman IWWA,  Sh. DD Ozha, Well known Science Writer, Sh. OP Sodia, SSPOs Jodhpur Dn. also graced the function.








राजस्थान की जल संरक्षण परम्पराएं समूचे देश में प्रसिद्ध तथा प्रेरणास्पद -डाक निदेशक  कृष्ण कुमार  यादव

                           भारतीय डाक विभाग ने जारी किया 'इंडियन वाटर वर्क्स एसोसिएशन' की 
                                   जोधपुर शाखा के रजत जयन्ती वर्ष पर विशेष आवरण

Wednesday, April 18, 2018

आईटी आधुनिकीकरण परियोजना के तहत कोर सिस्टम इंटीग्रेटर से जुड़े डाकघर, पोस्टऑफिस होंगे हाईटेक और डिजिटल

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदीजी के डिजिटल इण्डिया अभियान से अब डाकघर भी जुड़ेंगे। डाकघरों में कोर बैंकिंग और कोर इंश्योरेंस के बाद आईटी आधुनिकीकरण परियोजना के भाग के रूप में कोर सिस्टम इंटीग्रेटर (सीएसआई) आरम्भ किया है। जोधपुर प्रधान डाकघर और  रेल डाक सेवा कार्यालय में 17 अप्रैल, 2018 को इसका शुभारम्भ  राजस्थान पश्चिमी क्षेत्र, जोधपुर के पोस्टमास्टर जनरल श्री वीसी राय और निदेशक डाक सेवाएँ श्री कृष्ण कुमार यादव ने ग्राहकों को स्पीड पोस्ट बुकिंग की सीएसआई जनरेटेड रसीद देकर किया। इसी के साथ राजस्थान पश्चिमी क्षेत्र के अधीन सभी 13 जिलों  के डाकघरों व इनके प्रशासनिक कार्यालयों में यह प्रोजेक्ट लागू हो गया है।
 पोस्टमास्टर जनरल श्री वीसी राय ने इस अवसर पर कहा कि डाकघरों में बुकिंग, वितरण, बचत व बीमा सम्बन्धी विभिन्न कार्यों के लिए अभी भिन्न-भिन्न सॉफ्टवेयरों का इस्तेमाल किया जाता है।  इन सभी को सीएसआई के तहत एक ही कॉमन प्लेटफॉर्म पर लाने से त्वरित और सुव्यवस्थित कार्य होगा तथा हम ग्राहकों को बेहतर सेवाएं प्रदान करने में सक्षम होंगे। 
डाक निदेशक श्री कृष्ण कुमार यादव ने कहा कि कोर सिस्टम इंटीग्रेटर लागू हो जाने के बाद डाक विभाग पूरी तरह से पेपरलेस (कागज रहित) कार्य करने वाला पहला सरकारी विभाग बन जाएगा। मेल ऑपरेशन, वित्त व् लेखा, इन्वेंटरी प्रक्योरमेंट,  एच. आर. और पे-रोल जैसे तमाम कार्य कोर सिस्टम इंटीग्रेशन के माध्यम से संपन्न होंगे। विभाग के सभी कागजात, कर्मचारियों की उपस्थिति, पर्सनल डाटा, सर्विस बुक, कर्मचारियों की छुट्टी आदि कार्य आनलाइन हो जाएगा। कर्मचारियों के सभी कार्यों की प्रगति विभाग के शीर्ष अफसर भी आनलाइन देख सकते हैं। कर्मचारियों को अपनी समस्याओं के निदान के लिए ऑनलाइन पोर्टल पर अपनी शिकायत/निवेदन करना होगा। साथ ही ग्राहक भी अपने घर बैठे अपनी सभी समस्याओं का निदान डाकघर की वेबसाइट के माध्यम से प्राप्त कर सकेंगे। 
श्री यादव ने कहा कि इससे भविष्य में प्रशासन की गतिविधियों जैसे भर्ती, प्रशिक्षण, पदोन्नति, वेतन और प्रदर्शन प्रबंधन में सुधार होगा। कॉल सेंटर, वेब पोर्टल और मोबाइल डिवाइसेज के माध्यम से ग्राहक सेवा प्रदान करने के साथ यह डाकघर काउंटरों की कार्यात्मकताओं को भी बढ़ाएगा और डाकघरों को पेपरलेस बनाएगा। 

जोधपुर प्रधान डाकघर  के सीनियर पोस्टमास्टर  ओपी सोडिया  ने कहा कि कोर सिस्टम इंटीग्रेटर के लिए टी.सी.एस. द्वारा सॉफ्टवेयर तैयार किया गया है और इसके लिए स्टाफ को भलीभाँति ट्रेनिंग भी दी गई है, ताकि वे इसे सुचारु रूप से क्रियान्वित कर सकें। 

रेल डाक सेवा, जोधपुर के अधीक्षक श्री एल. आर. परिहार ने बताया कि आरएमएस में कोर सिस्टम इंटीग्रेटर लागू हो जाने से डाक आदान- प्रदान की प्रक्रिया पूर्णत: ऑनलाइन हो जाएगी जिससे डाक अपने गंतव्य स्थान पर तीव्र गति से पहुंचेगी।

इस अवसर पर सहायक निदेशक कान सिंह राजपुरोहित, इशरा राम,  सहायक अधीक्षक विनय खत्री, राजेंद्र सिंह भाटी, सुदर्शन सामरिया, पारसमल सुथार, संदीप मोदी, डिप्टी पोस्टमास्टर एच के गोलानी, हेड रिकोर्ड ऑफिसर पेमाराम मेवाडा, जन संपर्क निरीक्षक मो. रफीक, सिस्टम मैनेजर जितेंद्र गर्ग,  राकेश पटेल, राकेश दाधीच, विनय तातेड़,  विजय सिंह  सहित तमाम अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित रहे।







Monday, April 16, 2018

डाकघरों में भुगतान के लिए बचत खातों की बाध्यता ख़त्म, नकद या चेक से होगा भुगतान

डाक विभाग ने डाकघर के खाताधारकों को राहत देते हुए ब्याज और परिपक्वता राशि के भुगतान के लिए बचत खाते की अनिवार्यता ख़त्म कर दी है। राजस्थान पश्चिमी क्षेत्र, जोधपुर के निदेशक डाक सेवाएं श्री क़ृष्ण कुमार यादव ने बताया कि कुछ माह पहले डाक विभाग ने अपने एक आदेश के तहत डाकघर की बचत योजनाओं में परिपक्वता राशि एवं ब्याज के भुगतान के लिए डाकघर में सेविंग अकाउंट खुलवाना अनिवार्य किया था,परंतु अब विभाग ने यह बाध्यता ख़त्म कर दी है। अब पूर्व की भाँति ही सभी योजनाओं में सीधे नकद या चेक से भुगतान हो सकेगा, जिससे ग्राहकों को सुविधा मिलेगी।


राजस्थान पश्चिमी क्षेत्र, जोधपुर  के निदेशक डाक सेवाएं श्री क़ृष्ण कुमार यादव ने बताया कि डाक विभाग ने सभी बचत योजनाओं पर ब्याज और परिपक्वता राशि के भुगतान के लिए बचत खाते की अनिवार्यता ख़त्म कर दी है। डाकघरों की मासिक आय योजना, सावधि जमा खाता, सीनियर सिटीजन सेविंग स्कीम, और आरडी खाता आदि सभी स्कीम के लिए अब ग्राहक किसी भी प्रकार का बचत खाता खोलने के लिए बाध्य नहीं होंगे। उन्हें  सभी राशियों का भुगतान चेक या नकद में प्राप्त हो सकेगा। पहले डाक विभाग ने यह अनिवार्य कर दिया था इन योजनाओं के भुगतान के लिए डाकघरों में सेविंग अकाउंट खुलवाएं और उस बचत खाते में राशि ट्रान्सफर की जाएगी ।

डाक निदेशक श्री कृष्ण कुमार यादव ने कहा कि नए आदेश को वापिस लेने से पुरानी व्यवस्था यथावत रहेगी, जिसमें  डाकघर बचत योजनाओं  में 20 हजार से ज्यादा की परिपक्वता का भुगतान चेक से होता है। इससे कम की राशि नकद मिलती है जिसमें  ब्याज भी शामिल है। यदि कोई ग्राहक अपने डाकघर बचत खाते में परिपक्वता राशि, ब्याज ट्रान्सफर करवाना चाहता  है तो राशि उसके बचत खाते में ट्रान्सफर कर दी जाएगी।





Wednesday, April 11, 2018

दृढ इच्छाशक्ति व मौलिक चिंतन से सिविल सर्विसेज में सफलता पाना आसान -डाक निदेशक केके यादव

परिश्रम का कोई विकल्प नहीं है और निरंतर अभ्यास ही सफलता की कुंजी है। हमारी इच्छाशक्ति जितनी मजबूत होगी, उतनी ही तेजी से हम मंजिल की तरफ बढ़ेंगे। उक्त उद्गार राजस्थान पश्चिमी क्षेत्र, जोधपुर के निदेशक डाक सेवाएं श्री कृष्ण कुमार यादव ने महावीर पब्लिक स्कूल, जोधपुर के सभागार में आयोजित प्रशासनिक सेवाओं हेतु कैरियर काउंसलिंग सेमिनार  में व्यक्त किए। इस अवसर पर महावीर पब्लिक स्कूल, जोधपुर और बादलचन्द सुगनकँवर चौरड़िया सीनियर सैकंडरी गर्ल्स स्कूल, जोधपुर के लगभग 250 विद्यार्थी उपस्थित रहे।  

डाक निदेशक श्री कृष्ण कुमार यादव ने विद्यार्थियों से रूबरू होते हुए कहा कि आत्मविश्वास, धैर्य, टाइम मैनेजमेंट, मौलिक चिंतन और सकारात्मक अभिवृत्ति प्रशासनिक सेवाओं की परीक्षा की तैयारी में काफी मायने रखती हैं। आपका मूल्य इससे निर्धारित नहीं होता है कि आप क्या हैं बल्कि इससे निर्धारित होता है कि आपमें खुद को क्या बनाने की क्षमता है। दूसरों से तुलना की  बजाय स्वस्थ प्रतिस्पर्धा कैरियर में हमेशा सहायक होती है। श्री यादव ने कहा कि इन्टरनेट और सोशल मीडिया के इस दौर में सूचनाओं का प्रवाह बड़ी तेजी से हो रहा है और इस प्रवाह को अपनी क्षमता से ज्ञान में बदलने की जरूरत है। सिर्फ किताबी पन्नों में खोने की बजाए जीवन की वास्तविकताओं का एहसास होना चाहिए।

Mr. Krishna Kumar Yadav, Director Postal Services, Rajasthan Western Region, Jodhpur addressing the students for a Workshop on Career counseling in the field of Civil Services in association with Marugoonj at Mahaveer Public School, Jodhpur
सिविल सर्विसेज में अपने अनुभवों को साझा करते हुए निदेशक डाक सेवाएं श्री कृष्ण कुमार यादव ने कहा कि बाहर से बड़ी आकर्षक दिखने वाली इन सेवाओं में उतनी ही बड़ी जिम्मेदारियाँ और चुनौतियाँ भी है, ये चुनौतियां ही फील्ड में किसी अधिकारी की कार्यक्षमता और लोकप्रियता को निर्धारित करती हैं। एक प्रशासनिक अधिकारी से सामाजिक समस्याओं और अपने परिवेश के प्रति ज्यादा संवेदनशीलता की  आशा की जाती है। हिन्दी बनाम अंग्रेजी माध्यम पर श्री यादव ने कहा कि भाषा महज अभिव्यक्तियों का साधन है और जिस भाषा में आपकी अभिव्यक्ति सहज हो उसे ही चुनना बेहतर होता है।

इस अवसर पर श्री यादव ने विद्यार्थियों से संवाद किया और उनके सवालों के जबाव भी दिए। कार्यक्रम का संयोजन मरूगूँज के श्री रोहित उपाध्याय,  संचालन सुश्री माला डागा और आभार ज्ञापन महावीर पब्लिक स्कूल की प्रधानाचार्या श्रीमती स्वाति मेहता ने किया। 

मौलिक चिंतन से सफलता सम्भव -डाक निदेशक केके यादव

कैरियर काउंसलिंग सेमिनार में विद्यार्थियों से रूबरू हुए डाक निदेशक केके यादव
हमारी इच्छा शक्ति जितनी मजबूत होगी, उतनी ही तेजी से हम मंजिल की तरफ बढ़ेंगे -डाक निदेशक कृष्ण कुमार यादव


प्रशासनिक सेवाओं हेतु कैरियर काउंसलिंग सेमिनार में विद्यार्थियों से रूबरू हुए डाक निदेशक केके यादव
किताबी पन्नों में खोने की बजाए जीवन की वास्तविकताओं का भी हो एहसास -डाक निदेशक कृष्ण कुमार यादव

निरंतर अभ्यास सफलता की कुंजी -डाक निदेशक कृष्ण कुमार यादव

दृढ इच्छाशक्ति व मौलिक चिंतन से सिविल सर्विसेज में सफलता पाना आसान -डाक निदेशक केके यादव





पोस्ट ऑफिस अकाउंट्स को इंडियन पोस्ट पेमेंट्स बैंक (IPPB) से लिंक करने की मिली अनुमति

यदि डाकघर में आपका बचत खाता है तो आपके लिए यह खुशखबरी है।  देश के करीब 34 करोड़ पोस्ट ऑफिस सेविंग्स अकाउंट होल्डर्स मई से सारी सर्विसेज ऑनलाइन ले पाएंगे। सरकार ने पोस्ट ऑफिस अकाउंट्स को इंडियन पोस्ट पेमेंट्स बैंक (IPPB) से लिंक करने की अनुमति दे दी है। मई से पोस्ट ऑफिस के खाताधारकों को भी डिजिटल बैंकिंग सर्विसेज लेने का मौका मिल जाएगा। 
वित्त मंत्रालय के एक अधिकारी ने बताया, 'वित्त मंत्रालय  ने पोस्ट ऑफिस के बैंक खातों को IPPB से लिंक करने की अनुमति दे दी है। यानी अब पोस्ट ऑफिस के खाताधारक भी ऑनलाइन अपने अकाउंट से दूसरे अकाउंट में पैसे ट्रांसफर पाएंगे।' 34 करोड़ सेविंग अकाउंट्स में से 17 करोड़ पोस्ट ऑफिस सेविंग्स बैंक अकाउंट्स हैं और बाकी मासिक इनकम स्कीम्स और आरडी आदि के हैं।

सरकार के इस कदम से देश का सबसे बड़ा बैंकिंग नेटवर्क भी बनेगा क्योंकि भारतीय डाक 1.55 लाख पोस्ट ऑफिस की ब्रांचों को IPPB से लिंक करने की योजना भी बना रहा है। भारतीय डाक ने अहम बैंकिंग सर्विसेज की शुरुआत तो कर दी है लेकिन अभी पैसा ट्रांसफर केवल पोस्ट ऑफिस सेविंग्स बैंक अकाउंट्स में ही हो सकता है। 

आधिकारिक सूत्र ने बताया, 'IPPB को रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया संभालता है वहीं पोस्ट ऑफिस की बैंकिंग सर्विसेज वित्त मंत्रालय के अंतर्गत आती हैं। IPPB कस्टमर्स NEFT, RTGS और अन्य मनी ट्रांसफर सर्विसेज इस्तेमाल कर पाएंगे जो अन्य बैंकिंग कस्टमर्स करते हैं। एक बार पोस्ट ऑफिस सेविंग्स अकाउंट्स IPPB से लिंक हो गए, तब सभी कस्टमर्स दूसरे बैंकों की तरह ही कैश ट्रांसफर की सभी सर्विसेज इस्तेमाल कर पाएंगे।'
सूत्र ने बताया कि भारतीय डाक  मई-2018 से  सभी खाताधारकों को इस सुविधा का लाभ उठाने का मौका देगा। यह सर्विस पूरी तरह से वैकल्पिक है, अगर पोस्ट ऑफिस खाताधारक इसे अपनाना चाहेंगे तो उनके खाते को IPPB से लिंक कर दिया जाएगा। 

भारतीय डाक की योजना  इस महीने से सभी 650 IPPB शाखाओं को शुरू करने की  है। ये सभी 650 ब्रांच जिलों के छोटे पोस्ट ऑफिसों से जुड़ेंगे। सभी IPPB ब्रांच और सभी एक्सेस पॉइंट्स पोस्ट नेटवर्क से जुड़ेंगे। देश में अभी 1.55 लाख पोस्ट ऑफिस हैं जिसमें से 1.3 लाख ग्रामीण इलाकों में हैं। 1.55 लाख शाखाओं के साथ भारतीय डाक देश का सबसे बड़ा बैंकिंग नेटवर्क बना लेगा।