Wednesday, July 31, 2019

"भारतीय डाक की एक पहल : गंगाजल आपके द्वार" पर डाक निदेशक केके यादव ने जारी किया विशेष आवरण

पवित्र गंगाजल का हमारे जीवन में विशेष महत्त्व हैI नित्य पूजापाठ, मांगलिक अनुष्ठानों एवं  षोडश संस्कारों में गंगाजल की आवश्यकता होती हैI अत: पवित्र गंगाजल की उपादेयता, महत्ता एवं मांगलिक कार्यों में इसके सर्वाधिक उपयोग को दृष्टिगत रखते हुए डाकघरों द्वारा पवित्र गंगाजल की बिक्री और वितरण आरम्भ किया गया है।  उक्त उद्गार लखनऊ मुख्यालय परिक्षेत्र के निदेशक डाक सेवाएं श्री कृष्ण कुमार यादव ने लखनऊ जीपीओ में "भारतीय डाक की एक पहल : गंगाजल आपके द्वार” पर विशेष आवरण और विरूपण का विमोचन करते हुए कहीं। चीफ पोस्टमास्टर जनरल, उत्तर प्रदेश द्वारा अनुमोदित उक्त विशेष आवरण को 30 जुलाई, 2019 को उत्तर प्रदेश के सभी प्रधान डाकघरों में भी जन जागरूकता फ़ैलाने के उद्देश्य से जारी किया गया।  


डाक निदेशक श्री कृष्ण कुमार यादव ने कहा कि, जन्म से लेकर मृत्यु तक के संस्कारों में गंगा जल की महत्त्ता है। गंगा जी के उद्गम से प्राप्त गंगोत्री का पवित्र गंगाजल अब डाकघरों के माध्यम से लोगों की पहुँच में शामिल होगा। यह गंगाजल डाकघर काउन्टरों के अलावा भारतीय डाक विभाग की वेबसाइट www.indiapost.gov.in में ePostoffice.gov.in पर भी आर्डर देकर आसानी से प्राप्त किया जा सकता हैI


चीफ पोस्टमास्टर, लखनऊ जीपीओ आरएन यादव ने कहा कि गंगोत्री का गंगाजल 250 मिली के आकर्षक पैकिंग में मात्र 30 रूपये में डाकघरों में वितरण हेतु उपलब्ध है। गंगाजल पर विशेष आवरण जारी होने से न सिर्फ श्रद्धालुओं बल्कि डाक टिकट संग्रहकर्ताओं को भी लाभ होगा। इस अवसर पर जीपीओ में गंगाजल का विशेष काउंटर भी लगाया गया, जिस पर हाथों-हाथ 150 से ज्यादा गंगाजल बोतल की बिक्री हुई। 

इस अवसर पर लखनऊ जीपीओ के डिप्टी चीफ पोस्टमास्टर राम बिलास राम, सहायक निदेशक एपी अस्थाना, सहायक डाक अधीक्षक उमेश कुमार, निरीक्षक डाक प्रभाकर वर्मा, रमेश चंद्र प्रजापति  के अलावा फिलेटलिस्ट अशोक कुमार,  नवीन सिंह,  बी०एस०भार्गव, श्रीधर पाण्डेय, एस०एम० रजा एवम लखनऊ पब्लिक स्कूल के टीचर तथा छात्र/छात्राएं आदि भी उपस्थित रहे।












Sunday, July 28, 2019

भारतीय डाक की अनूठी पहल : सावन माह में डाकघर से पाएं गंगोत्री का पवित्र गंगाजल

यदि आप सावन के पवित्र माह में गंगोत्री के गंगाजल से भगवान शंकर का अभिषेक करने को इच्छुक हैं तो डाक विभाग आपकी यह साध आसानी से पूरी कर देगा। आप अपने शहर के  प्रधान डाकघर से गंगा के उद्गम स्थान गंगोत्री से संग्रहित शुद्ध गंगाजल खरीद सकते हैं और वह भी 250 मिलीलीटर महज 30 रूपये में। उक्त जानकारी लखनऊ मुख्यालय परिक्षेत्र के निदेशक डाक सेवाएं श्री कृष्ण कुमार यादव ने दी। इसके लिए सावन माह में डाक विभाग द्वारा विशेष प्रबंध किए गए हैं । लखनऊ जीपीओ, लखनऊ चौक सहित सभी प्रधान डाकघरों में इसके लिए विशेष काउंटर लगाए गए हैं। 
 डाक निदेशक श्री कृष्ण कुमार यादव ने कहा कि सावन माह में बाबा भोलेनाथ के अभिषेक या अन्य अनुष्ठान हेतु  गंगाजल लाने के लिए अब गंगोत्री, ऋषिकेश, हरिद्वार  या इलाहाबाद और बनारस के गंगा तट जाने की जरुरत नहीं है, बल्कि अब गंगा जल डाकघरों के माध्यम से उपलब्ध होगा। अगर आपको गंगा जल की जरूरत है तो प्रधान डाकघर के काउंटर पर जाइए, निर्धारित कीमत अदा कीजिए और गंगा की उद्गम स्थली गंगोत्री से संग्रहित शुद्ध गंगाजल घर ले जाइए। डाक निदेशक श्री यादव ने  कहा कि गंगाजल बिक्री से लाभ कमाने का मकसद नहीं है, बल्कि डाक विभाग ने गंगाजल के प्रति लोगों की असीम आस्था एवं विश्वास की पवित्र भावना का सम्मान करते हुए गंगोत्री से संग्रहित गंगाजल को उन तक पहुंचाने का प्रयास किया है, जिससे कि लोग लाभान्वित हो सकें। 


डाक निदेशक श्री कृष्ण कुमार यादव ने बताया कि, सावन माह की महत्ता के चलते श्रद्धालुओं  ने पहले से ही गंगाजल की खरीद आरंभ कर दी थी। लखनऊ जीपीओ के चीफ पोस्टमास्टर आरएन यादव ने बताया कि मई से जुलाई माह के मध्य जीपीओ से 1200 बोतल  गंगाजल ख़रीदा गया है, इनमें से अकेले सावन मास के दौरान 400 से अधिक बोतल की बिक्री हुई है। चौक प्रधान डाकघर के सीनियर पोस्ट मास्टर सियाराम गुप्ता ने बताया कि सावन मास के दौरान चौक प्रधान डाकघर में लगभग 150 बोतल  गंगाजल की बिक्री हुई है। डाकघर से गंगाजल खरीदने वाले प्रभात वर्मा ने बताया कि डाकघर की यह पहल श्रद्धालुओं के लिए वरदान है और दाम भी किफायती हैं।  










भारतीय डाक की अनूठी पहल :  सावन माह में डाकघर से पाएं गंगोत्री का पवित्र गंगाजल 

सावन में भोलेनाथ के अभिषेक को लें डाकघर से गंगोत्री का पवित्र गंगाजल 

डाकघर से मिल रहा मात्र 30 रूपये में 250 मिलीलीटर गंगाजल, सावन में गंगाजल बिक्री हेतु डाक विभाग ने किये विशेष प्रबंध 


Tuesday, July 16, 2019

डाक विभाग और स्वास्थ्य विभाग मिलकर टी.बी. को दूर भगाएंगे, उत्तर प्रदेश में लखनऊ सहित 4 जिलों में शुरू हुआ पायलट प्रोजेक्ट

अब भारतीय डाक विभाग और चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग मिलकर क्षय (टी०बी०) रोग को दूर भगाएंगे। डाकिया के माध्यम से  टी०बी० मरीजों के बलगम के नमूने तेजी से स्वास्थ्य विभाग के लैब तक पहुंचेंगे। उत्तर प्रदेश के 4 जनपदों -लखनऊ, आगरा, बदायूं और चंदौली में ये पायलट प्रोजेक्ट 15 जुलाई से आरम्भ हो गया। लखनऊ जीपीओ में आयोजित एक कार्यक्रम में  लखनऊ मुख्यालय परिक्षेत्र के निदेशक डाक सेवाएँ श्री कृष्ण कुमार यादव ने स्टेट टीबी ऑफिसर डॉ संतोष गुप्ता के साथ इसका शुभारम्भ किया। साझा पहल के शुभारम्भ को यादगार बनाने हेतु भारतीय डाक विभाग द्वारा "टीबी उन्मूलन की दिशा में एक कदम" शीर्षक से एक विशेष आवरण और विरूपण भी जारी किया गया। 

 इस अवसर पर लखनऊ मुख्यालय परिक्षेत्र के निदेशक डाक सेवाएँ श्री कृष्ण कुमार यादव ने कहा कि.भारतीय डाक विभाग और चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग, उत्तर प्रदेश द्वारा क्षय रोग को जड़ से समाप्त करने की दिशा में एक पहल की गई है, जिसके अंतर्गत टी०बी० रोगियों के स्पुटम एवं अन्य सैम्पुल को डिजिगनेटेड  माइक्रोस्कोपी सेंटर (डीएमसी) से पैकिंग कर डाक विभाग के माध्यम से जनपद के सम्बंधित सीबीनाट (कार्टेज बेस्ड न्यूक्लिकएसिड एम्प्लिफिकेशन टेस्ट) लैब/  कल्चर एण्ड डीएसटी (ड्रग सेंसिटिविटी  टेस्टिंग)  लैब तक पहुँचाया जायेगा। दूरदराज़ के सामुदायिक और प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों से नमूनों को प्रयोगशाला तक 24 से 48 घंटे के भीतर डाकिये पहुँचायेंगे, ताकि इनकी शुद्धता बनी रहे। डाक निदेशक श्री यादव ने बताया कि लखनऊ में 53 जगहों से डाकिया इन नमूनों को एकत्र करेंगे।  प्रवर डाक अधीक्षक, लखनऊ मंडल शशि कुमार उत्तम ने बताया कि पहले दिन कुल 40 सैम्पल एकत्र करके प्रयोगशाला हेतु भेजे गए।
स्टेट टीबी ऑफिसर डॉ संतोष गुप्ता ने कहा कि पुनरीक्षित क्षय नियंत्रण कार्यक्रम के अंतर्गत वर्ष 2021 तक लखनऊ को टीबी मुक्त बनाना है और इसमें डाक विभाग की अहम भागीदारी रहेगी। यह पायलट प्रोजेक्ट 15 जुलाई, 2019 से 14 अगस्त, 2019 तक चलेगा।  अभी राष्ट्रीय स्तर पर 100 में से 20 टीबी मरीज उत्तर प्रदेश के होते हैं, ऐसे में पायलट प्रोजेक्ट की सफलता के बाद इसे प्रदेश के सभी जिलों में लागू किया जायेगा। उन्होंने कहा कि सबकी भागीदारी से ही टीबी रोग को दूर किया जा सकता है।
चीफ पोस्ट मास्टर, लखनऊ जीपीओ आरएन यादव ने बताया कि विशेष आवरण की कीमत 15 रूपये रखी गई है, जिसे अन्य फिलेटलिक ब्यूरो में भी बिक्री के लिए उपलब्ध कराया जायेगा।
इस अवसर पर  जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ बीके सिंह, सहायक डाक निदेशक (व्यवसाय विकास) ओम प्रकाश चौहान, डाक निरीक्षक प्रभाकर वर्मा सहित डाक विभाग और चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के तमाम अधिकारियों  के साथ-साथ सीनियर फिलेटलिस्ट्स भी उपस्थित रहे।









डाकिया के माध्यम से टीबी स्पुटम सैंपल कलेक्शन हुआ आरम्भ, लखनऊ के साथ आगरा, बदायूं और चंदौली में भी शुभारम्भ

भारतीय डाक और स्वास्थ्य विभाग के संयुक्त प्रयास से समाप्त होगा टी.बी.

लखनऊ जीपीओ में डाक निदेशक केके यादव व स्टेट टीबी ऑफिसर डॉ संतोष गुप्ता ने "टीबी उन्मूलन की दिशा में एक कदम" पर जारी किया विशेष आवरण

A step towards elimination of TB by Department of Posts, India and Medical & Health Department, Uttar Pradesh 

भारतीय डाक विभाग व चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग उत्तर प्रदेश द्वारा "टीबी उन्मूलन की दिशा में एक कदम"


Tuesday, July 2, 2019

India Post Payments Bank reaching out to Hospitals to provide banking facilities to patients -Director Postal KK Yadav

Department of Post celebrated 4th anniversary of Digital India initiative of Government of India. As a mark of celebration, India Post Payments Bank under Department of Post undertook a digital drive of reaching out to last mile customers by promoting cashless transactions and opening of digital accounts to needy customers. 
Under a series of events, Director Postal Services, Lucknow Region Sri Krishna Kumar Yadav, led from the front and took the initiative in Lucknow by facilitating opening accounts of last mile customers in GPO Lucknow. Circle Head of IPPB , Avinash Sinha, Sr. Supdt. of Post Offices Lucknow Division SK Uttam, IPPB Lucknow Manager Smriti Srivastava, Assistant Director RN Yadav  were also present in motivating the customers and creating awareness all across.  
Director Postal Services  Krishna Kumar Yadav also emphasised that banking services to be extended by all the Post offices as a matter of routine. Also all the branches of IPPB are advised to adopt one village under Saksham Gram and open account of all the households and all the merchant. The purpose of creating Saksham Gram is to create a Digital Ecosystem and promote cashless transactions. Director Mr. Yadav said that Under the series of events all across, Postmen and Gramin Dak Sewaks were motivated and instructed to extend banking services under the umbrella of India Post Payments Bank to all needy customers. 
Director Postal Services Krishna Kumar Yadav told that under one such initiative India Post Payments Bank has been reaching out to Hospitals to provide banking facilities to patients who are entitled to receive benefits under Pradhan Mantri Janani Suraksha Yojana and Pradhan Mantri Matritva Vandana Yojana. In Lucknow also, IPPB has tied up with all major Hospitals like Ram Manohar Lohia Hospital, Virangna Jhalkari Bai Hospital , Viranga Avanti Bai Hospital, Rani Lakshmibai Rajkiya Hospital to open accounts of pregnant women in the hospitals only with the help of postman only so that patients need not have to visit Hospitals during their critical stages. Also IPPB has ties up with Social Welfare Departments to extend banking services at their home only to old age pensioners, differently abled persons etc who are entitled to receive benefits under schemes of the department. In the very few months of operation, IPPB has opened more than 13 lacs accounts in State of UP Circle alone while total figure pan India basis stood at more than 74 lacs.

Department of Post celebrated 4th anniversary of Digital India

India Post Payments Bank  reaching out to Hospitals to provide banking facilities to patients -Director Postal KK Yadav