डिजिटल इण्डिया सिर्फ शहरों के लिए नहीं बल्कि गाँवों के लिए है। इसके माध्यम से हर व्यक्ति को आई. टी. से जोड़ा जायेगा। डाकघरों को भी आई. टी. से तेजी से जोड़ा जा रहा है, ताकि आने वाले दिनों में ये कोर बैंकिंग, नेट और मोबाईल बैंकिंग, कॉमन सर्विस सेंटर, ई-कॉमर्स जैसे नए आयामों से जुड़ सकें। देश के अधिकतर डाकघर ग्रामीण क्षेत्रों में हैं, अभी भी लोग अपनी जरूरतों के लिए इससे जुड़े हुए हैं। ऐसे में डाकघरों को हाईटेक बनाकर इसे लोगों के और भी करीब लाया जा सकता है। डाकघर में पेमेंट बैंक योजना लागू करने के साथ-साथ पोस्टमैन को हाईटेक करते हुए नेट बुक, हैंड हेल्ड डिवाइस दिए जाएंगे।
उक्त उद्गार भारत सरकार के संचार एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री श्री रवि शंकर प्रसाद ने 1 फरवरी, 2016 को सर्किट हाउस, सीकर में आयोजित एक कार्यक्रम में डाकघर से जुड़े उपभोक्ताओं के लिए सीकर में बहुप्रतीक्षित एटीएम सेवा का शुभारम्भ करते हुए कहा। सीकर प्रधान डाकघर प्रांगण में लगे एटीएम का शुभारम्भ उन्होंने शिलापट्ट का अनावरण कर एवं वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए किया। इस अवसर पर उपभोक्ता के रूप में पूनम सोनी को पहला एटीएम कार्ड भी सौंपा।
इस अवसर पर संचार एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री श्री रवि शंकर प्रसाद ने कहा कि डाक विभाग देश के प्राचीनतम विभागों में शुमार है, जिसने 160 से भी अधिक वर्षों का स्वर्णिम सफर तय किया है। संचार सेवाओं के क्षेत्र में डाक विभाग का नाम आरम्भिक तौर से ही जुड़ा हुआ है और अब डिजिटल इण्डिया के दौर में भी डाक विभाग ने तमाम आई. टी. आधारित परियोजनाओं को अपनाकर तकनीकी क्रांति का आगाज किया है। संचार के साथ ही आज बैंकिंग व बीमा क्षेत्र में भी अपनी पहल के फलस्वरूप डाक घर देश की गरीब जनता के लिए बचत के अवसर भी प्रदान करवा रहा है तथा नई-नई परियोजनाओं के फलस्वरूप देश के जनमानस का मुख्य आधार बन चुका है।
उन्होंने कहा कि डाक विभाग की महत्वाकांक्षी परियोजना ’आईटी मार्डनाइजेशन प्रोजेक्ट’ के तहत सीबीएस (कोर बैंकिंग सॉल्यूशन) इस दिशा में एक मील का पत्थर है। डाक विभाग के माध्यम से प्रदान की जा रही बैंकिंग सेवाओं को अपेक्षाकृत अधिक त्वरित तथा जनसुलभ करने के उद्देश्य से सभी डाकघरों में कोर-बैंकिंग सेवायें लागू किये जाने का कार्य युद्धस्तर पर जारी है। इसके अंतर्गत राजस्थान डाक परिमण्डल के सभी 48 प्रधान डाकघर तथा 1181 उपडाकघर वर्तमान में कोर बैंकिंग सेवाओं के अधीन संचालित हैं। इन सेवाओं से प्रदेश के लगभग एक करोड़ नब्बे हजार खाता धारक लाभान्वित होंगे।
सीकर प्रधान डाकघर में एटीएम सेवा के शुभारम्भ की घोषणा करते हुए श्री रवि शंकर प्रसाद ने कहा कि वर्तमान परिदृश्य में बैंकिंग प्रणाली में ए.टी.एम. सुविधा ने प्रमुख आवश्यकता का रूप धारण कर लिया है, इसी को मद्देनजर रखते हुए अभी तक राजस्थान में कुल मिलाकर 34 ए.टी.एम. सफलतापूर्वक क्रियान्वित किये जा रहे हैं, जिनकी संख्या मार्च 2016 तक 64 किये जाने का लक्ष्य है। इससे अब डाकघरों में बचत खाता रखने वाले लोग भी डेबिट कार्ड का इस्तेमाल कर सकेंगे और बैंकों की तर्ज पर किसी भी डाकघर से लेन.देन और एटीएम सुविधा का उपयोग हो सकेगा। आरम्भिक तौर पर इस एटीएम का इस्तेमाल डाकघरों के खाताधारक ही कर सकेंगे। श्री रवि शंकर प्रसाद ने बताया कि सीबीएस से जुड़ने के बाद डाकघरों में एनीव्हेयर एनीटाइम बैंकिंग के तहत क्रमबद्ध रूप में धीरे-धीरे ग्राहकों को आनलाइन बैंकिंग, मोबाइल बैंकिंग, नेट बैंकिंग इत्यादि की सुविधाएँ भी दी जाएँगी।
संचार एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री श्री रवि शंकर प्रसाद ने कहा कि डाक विभाग का उद्देश्य समावेशी विकास के तहत शहरों के साथ-साथ सुदूर ग्रामीण अंचल स्थित लोगों को भी सेवाओं का त्वरित लाभ पहुँचाना है। इसी क्रम में आई. टी. मार्डनाइजेशन प्रोजेक्ट के तहत ग्रामीण शाखा डाकघरों को भी ग्रामीण सूचना एवं संचार प्रौद्योगिकी के अंतर्गत हाईटेक किया जायेगा और वहाँ पर नेटबुक व हैण्डहेल्ड डिवाइस भी दिया जायेगा। इसके साथ-साथ मोबाइल थर्मल प्रिन्टर , स्मार्ट कार्ड रीडर, फिंगर प्रिन्ट स्कैनर, डिजिटल कैमरा एवं सिगनेचर व दस्तावेज स्कैनिंग के लिये यन्त्र भी मुहैया कराया जायेगा ताकि ग्रामीण लोगों को इन सुविधाओं के लिये शहरों की तरफ न जाना पडे। फ़िलहाल पायलट प्रोजेक्ट के रूप में राजस्थान के अलवर जिले में स्थित शाखा डाकघरों को इसके लिए चुना गया है।
ई-कामर्स का जिक्र करते हुए श्री रवि शंकर प्रसाद ने कहा कि डाक विभाग की सर्वत्र पहुँच और दूरदराज के क्षेत्रों से निरन्तर बढ़ती मांग के चलते आज डाक घर भी देश के ई-कामर्स व्यवसाय में एक प्रमुख सहभागी बन चुका है। प्रमुख देशी-विदेशी कम्पनियों जैसे अमेजन, स्नैपडील, फ्लिपकार्ट, नापतौल आदि के पार्सल वितरण का कार्य डाकघरों द्वारा सफलतापूर्वक किया जा रहा है। वित्तीय वर्ष 2015-16 दिसम्बर तक में विभाग ने पूर्व वर्ष की तुलना में अधिक राजस्व अर्जन किया है। उन्होंने कहा कि डिजिटल इंडिया अमीरों के लिए नहीं गरीबों के लिए है। डाकघर में पेमेंट बैंक योजना लागू की जाएगी। मार्च तक 64 एटीएम खोलने का टारगेट पूरा किया जाएगा। पोस्टमैन को हाईटेक करते हुए नेट बुक, हैंड हेल्ड डिवाइस दिए जाएंगे।
इस अवसर पर संचार एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री श्री रवि शंकर प्रसाद ने बीएसएनएल के तीन नए बीटीएस का उद्घाटन व 98 बीटीएस का लोकार्पण भी किया। जोधपुर स्थित एम्स में वाई-फाई का उद्घाटन और अन्य परियोजनाओं का भी उन्होंने शुभारम्भ किया। केंद्रीय संचार एवं प्रौद्योगिकी मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा कि सालासर और खाटूश्यामजी में देशभर से श्रद्धालु दर्शन करने पहुंचते है। ऐसे में यहां पर फोर जी की सुविधा और निशुल्क वाई-फाई सेवा शुरू की जाएगी ताकि श्रद्धालु दर्शन के पल परिवार से ऑनलाइन साझा कर सकें।
कार्यक्रम में स्वागत भाषण मुख्य महाप्रबन्धक बीएसएनएल श्री रजनीश कुमार मिश्र और आभार ज्ञापन राजस्थान परिमंडल के चीफ पोस्टमास्टर जनरल श्री डीकेएस चौहान ने किया।
इस अवसर पर श्री अजय सिंह किलक, प्रभारी मंत्री जिला-सीकर एवं सहकारिता राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार), राजस्थान सरकार, श्री सुमेधानन्द सरस्वती, सांसद, सीकर लोकसभा क्षेत्र, श्री प्रेम सिंह बाजौर विधायक, नीमकाथाना एवं अध्यक्ष, सैनिक कल्याण बोर्ड, राजस्थान सरकार, श्री झाबर सिंह खर्रा, विधायक, श्रीमाधोपुर (सीकर), श्री रतन लाल जलधारी, विधायक, सीकर विधानसभा क्षेत्र, पोस्टमास्टर जनरल, जोधपुर श्रीमती शिउली बर्मन, पोस्टमास्टर जनरल, अजमेर श्री सीताराम मीना, राजस्थान पश्चिमी क्षेत्र के निदेशक डाक सेवाएं श्री कृष्ण कुमार यादव, सीकर मंडल के डाक अधीक्षक श्री बिहारी लाल, सहित तमाम जनप्रतिनिधि, अधिकारी और कर्मचारी मौजूद रहे।
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