डाकिया डाक लाया, डाकिया मनीऑर्डर लाया, डाकिये ने बचत खाता खुलवाया और अब डाकिया देश में लोकतंत्र को सुदृढ़ बनाने के लिए लोगों को मतदान के लिए भी प्रेरित करेगा। यह प्रयोग पंजाब मे शुरू किया गया है। पंजाब विधानसभा चुनाव में मतदाताओं को अपने मतदान का प्रयोग करने के लिए प्रेरित करने हेतु डाक विभाग के 50 पोस्टमैन घर-घर जाकर मतदाताओं से मतदान करने की अपील करेंगे। भारतीय चुनाव आयोग के ‘स्वीप कार्यक्रम’ के अंतर्गत जिला जालंधर के चुनाव अधिकारी कमल किशोर यादव ने 16 जनवरी, 2017 को एक कार्यक्रम में 50 डाकियों के काफिले को झंडी दिखाकार रवाना किया जो नगर निगम के अधीन क्षेत्रों में मतदान करने की अपील करेंगे। इस अपील में मतदाताओं से भारतीय लोकतंत्र की मज़बूती के लिए जहॉ अधिक से अधिक मतदान करने की अपील की गई है वहीं मतदाताओं को बिना किसी डर, लालच, भय और जाति, धर्म से ऊपर उठकर मतदान करने के लिए कहा गया है। उल्लेखनीय है कि इससे पहले डाक विभाग जालंधर की ओर से खाता धारकों की पासबुक के पीछे भी मतदान जागरूकता के बारे में अपील प्रकाशित की गई है और नया खाता खुलवाते समय पर हर खाताधारक को अपने संवैधानिक अधिकार का बढ़चढ़ कर प्रयोग करने के लिए प्रेरित किया जा रहा है।
वाकई यह पहल सराहनीय है। यदि इस अभियान ने मतदाताओं को प्रेरित किया तो फिर उन क्षेत्रों में जहाँ मतदान प्रतिशत बहुत कम रहता है और मतदाताओं के मन में मतदान के प्रति रुचि कम रहती है, वहाँ भी ऐसे प्रयोग किए जा सकते हैं। डाकिया अभी भी सामाजिक संरचना की एक अहम कड़ी है और हर घर तक उसकी पहुँच है। लोगों के सुख-दुख में बराबर का भागीदार डाकिया (पोस्टमैन) सिर्फ चिट्ठी ही नहीं लाता है बल्कि कई बार लोग उससे चिट्ठियाँ लिखवाते भी हैं और बंचवाते भी हैं। ग्रामीण क्षेत्रों में तो गाँव का डाकिया काफी लोकप्रिय है। लोग उसका काफी सम्मान भी करते हैं और उसकी बातों को गंभीरता से सुनते हैं। ऐसे में मतदान के लिए उनकी अपील का भी सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा। राजस्थान के पश्चिमी मरुस्थल इलाक़ों मे तो डाकिये दुर्गम मरुस्थल को पार कर लोगों के पत्र गाँव-गाँव, ढाणी-ढाणी तक पहुँचाते है। ऐसे में यदि कभी इन मरुस्थली इलाक़ों में डाकियों को मतदान के लिए उपयोग किया गया तो मतदान प्रतिशत अवश्य बढ़ेगा और लोकतंत्र को मजबूत बनाने में भी जन भागीदारी भी बढ़ेगी।
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