Thursday, November 23, 2017

डाक विभाग की समीक्षा बैठक : राजस्व में वृद्धि हेतु ग्राहकों के प्रति संवेदनशीलता और नियमित संवाद की जरूरत- डाक निदेशक केके यादव

डाक विभाग ने टेक्नोलोजी  के साथ अपने को अपडेट करते हुये कस्टमर-फ्रेंडली सेवाओं का दायरा बढ़ाया है। शहर से लेकर ग्रामीण स्तर तक डाक सेवाओं में आमूलचूल परिवर्तन किए गए हैं। ऐसे में राजस्व में उत्तरोत्तर वृद्धि हेतु सेवाओं की व्यापक पहुँच सुनिश्चित करने के साथ-साथ ग्राहकों से नियमित संवाद की भी जरूरत है। उक्त उद्गार राजस्थान पश्चिमी क्षेत्र, जोधपुर के निदेशक डाक सेवाएं श्री कृष्ण कुमार यादव ने वरिष्ठ डाक अधिकारियों की समीक्षा बैठक के दौरान व्यक्त किये।
जोधपुर कलेक्ट्रेट स्थित कांफ्रेंस हॉल में 22 नवंबर को आयोजित बैठक में पश्चिमी राजस्थान के सभी 11 मंडलों के डाक अधीक्षकों के साथ-साथ सभी सहायक अधीक्षक, निरीक्षक और 19 प्रधान डाकघरों के हेड पोस्टमास्टर शामिल हुए। इस अवसर पर विभिन्न डाक सेवाओं के बारे में पावर प्वाइंट द्वारा प्रस्तुति देकर डाक अधिकारियों को अद्यतन व प्रोत्साहित किया गया। 
डाक निदेशक श्री कृष्ण कुमार यादव ने डाक वितरण, बचत और बीमा सेवाओं, प्रधानमंत्री जन सुरक्षा योजनाओं, जन परिवाद, आई. टी. मॉडर्नाइजेशन, बजट इत्यादि की सिलसिलेवार समीक्षा के साथ इस वित्तीय वर्ष में अब तक अर्जित लक्ष्यों की समीक्षा की तथा इसे बढ़ाने हेतु विस्तारपूर्वक रणनीति पर चर्चा की। ग्रामीण स्तर पर पहल करते हुए ज्यादा से ज्यादा गॉंवों को सम्पूर्ण बीमा ग्राम, बचत ग्राम व सुकन्या ग्राम बनाने पर जोर दिया।
डाक निदेशक श्री कृष्ण कुमार यादव ने कहा कि जोधपुर रीजन के डाकघरों में लगभग 74  लाख 80  हजार खाते संचालित हैं, जिनमें इस  वित्तीय वर्ष में 2  लाख 84 हजार से ज्यादा खाते खोले जा चुके हैं । सुकन्या समृद्धि योजना के तहत 1 लाख 86 हजार खाते खोले गये हैं, जिनमें 97 करोड़ रूपये जमा हो चुके हैं। जोधपुर क्षेत्र के 116  गाँवों में सभी योग्य बच्चियों के खाते खोलकर इन्हें  “सम्पूर्ण सुकन्या समृद्धि ग्राम” बनाया जा चुका है। डाक जीवन बीमा योजना को निजी क्षेत्र के प्रोफेशनल्स के लिए खोलने के साथ-साथ "सम्पूर्ण बीमा ग्राम" नामक योजना आरम्भ की गई है।   

"डिजिटल इण्डिया" के तहत डाक निदेशक श्री कृष्ण कुमार यादव ने बताया कि लेटर बाक्स से नियमित डाक निकालने हेतु नन्यथा मोबाईल एप, डाकियों द्वारा एण्ड्रोयड बेस्ड स्मार्ट फोन आधारित डिलीवरी, शाखा डाकघरों को ग्रामीण संचार एवं सूचना प्रौद्योगिकी के तहत  हाइटेक बनाने जैसे तमाम कदम उठाये गए  हैं। डाकघरों में कोर इंश्योरेंस, कोर बैंकिंग, एटीएम जैसी तमाम आधुनिक सेवाओं के बाद अब इंडिया पोस्ट पेमेंट बैंक भी आरंभ किया जाएगा, जिसकी शाखा हर जिला मुख्यालय पर खोली जाएगी। श्री यादव ने कहा कि डाकघरों में आधार कार्ड अपडेशन, पोस्टऑफिस पासपोर्ट सेवा केंद्र, इंटरनेशनल ट्रैक्ड पैकेट सर्विस, ई-कामर्स को बढ़ावा देने हेतु कैश ऑन डिलीवरी, डाकघरों द्वारा पवित्र गंगाजल बिक्री, एलईडी बल्ब, ट्यूब लाइट, पंखों की अनुदानित दर पर बिक्री, सोवेरन गोल्ड बॉन्ड, पोस्ट शोपी, माई स्टैम्प, शाखा डाकघरों में स्पीड पोस्ट की बुकिंग  जैसी तमाम अभिनव पहल द्वारा सेवाओं का दायरा बढ़ाया गया है।

फील्ड स्तर के डाक अधिकारियों से रूबरू होते  हुए राजस्थान पश्चिमी क्षेत्र, जोधपुर के निदेशक डाक सेवाएं श्री कृष्ण कुमार यादव ने कहा कि फील्ड में उनकी कार्य गतिविधियाँ ही विभाग के प्रति लोगों की अवधारणा (इमेज) बनाती हैं, ऐसे में उन्हें ग्राहकों के प्रति ज्यादा संवेदनशील होने की जरुरत है। राजस्व में उत्तरोत्तर वृद्धि हेतु उनसे नियमित संवाद स्थापित करते हुए उन्हें सेवाओं और गुणवत्ता के बारे में जागरूक करना होगा, तभी लक्ष्यों की प्राप्ति हो सकेगी।
इस अवसर पर सहायक निदेशक इशरा राम, सहायक निदेशक बी. आर. राठौड, सहायक डाक अधीक्षक पुखराज राठौड़, अनिल कौशिक, राजेंद्र सिंह भाटी, सुदर्शन सामरिया, डाक निरीक्षक पारसमल सुथार, चतुर्भुज पालीवाल  इत्यादि ने विभिन्न सेवाओं के संबंध में जानकारी दी।
राजस्थान पश्चिमी क्षेत्र, जोधपुर के निदेशक डाक सेवाएं श्री कृष्ण कुमार यादव ने इस अवसर पर विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट कार्य करने वाले अधिकारियों को सम्मानित भी किया।


जोधपुर मंडल के प्रवर डाक अधीक्षक बी आर सुथार, रेलवे डाक अधीक्षक एल आर परिहार, पोस्टल स्टोर डिपो अधीक्षक बिहारी लाल, सीनियर पोस्टमास्टर आर. पी. कुशवाहा के अलावा विभिन्न डाक मंडलों के अधीक्षक सर्वश्री कान सिंह राजपुरोहित, के एल सैनी, डी आर सुथार, जीएल माली, बी आर भीरानिया, देवा राम पुरोहित, जी एन कनवरिया, गुमान सिंह शेखावत इत्यादि तमाम अधिकारी मौजूद रहे।







राजस्थान पश्चिमी क्षेत्र के सभी  11 डाक मंडलों  के कार्यों की डाक निदेशक कृष्ण कुमार यादव ने की समीक्षा
राजस्व में  वृद्धि हेतु ग्राहकों के प्रति संवेदनशीलता और नियमित संवाद की जरूरत- डाक निदेशक केके यादव

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