कोर बैंकिंग सेवा से जुड़ने के बाद अब डाकघर बचत खातों में प्रधानमंत्री मातृत्व वंदना योजना (PMMVY) की राशि जमा होगी। इसके लिए गर्भवती और स्तनपान करने वाली माताओं को डाकघर में बचत खाता खुलवाकर आधार नंबर से अपडेट करवाना होगा।
इस संबंध में जानकारी देते हुए राजस्थान पश्चिमी क्षेत्र, जोधपुर के निदेशक डाक सेवाएं श्री क़ृष्ण कुमार यादव ने बताया कि केंद्र सरकार की डीबीटी (प्रत्यक्ष लाभ हस्तांतरण) योजना के तहत प्रधानमंत्री मातृत्व वंदना योजना के तहत दी जाने वाली राशि अब डाकघर के बचत खाते में भी सीधी जमा होगी। इस योजना के अंतर्गत सरकार पहले जीवित बच्चे के जन्म के लिए गर्भवती और स्तनपान करने वाली माताओं को 6,000 रुपए की सहायता प्रदान करवाती है। इसके लिए माताओं को डाकघर में बचत खाता खुलवाकर आधार नंबर से अपडेट करवाना होगा। इसके तहत 6,000 रुपये की राशि महिलाओं के सीधे खाते में आएगी जिसे तीन बार की किस्त में दिया जाएगा।
पहली किस्त: 1000 रुपए गर्भावस्था के पंजीकरण के समय
दूसरी किस्त: यदि लाभार्थी छह महीने की गर्भावस्था के बाद कम से कम एक प्रसवपूर्व जांच कर लेते हैं तो 2,000 रुपए मिलेंगे।
तीसरी किस्त: जब बच्चे का जन्म पंजीकृत हो जाता है और बच्चे को BCG, OPV, DPT और हेपेटाइटिस-B सहित पहले टीके का चक्र शुरू होता है।
प्रधानमंत्री मातृत्व वंदना योजना (PMMVY) निम्न श्रेणी के गर्भवती महिलाओं और स्तनपान कराने वाली माताओं के लिए लागू नहीं होगी।
1. जो केंद्रीय या राज्य सरकार या किसी सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रम के साथ नियमित रोजगार में हैं।
2. जो किसी अन्य योजना या कानून के तहत समान लाभ प्राप्तकर्ता हैं।
प्रधानमंत्री मातृत्व वंदना योजना के तहत फायदा लेने के लिए महिलाएं गर्भवस्था के दौरान पास की किसी आंगनवाड़ी में जाकर आवेदन कर सकतीं हैं। जिसके लिए उन्हें अपने आधार कार्ड के साथ खाते की जानकारी देनी होगी। प्रधानमंत्री मातृत्व वंदना योजना के तहत उन्हें वक्त वक्त पर अपना चैकअप कराना होगा।
डाक निदेशक श्री कृष्ण कुमार यादव ने बताया कि प्रधानमंत्री मातृत्व वंदना योजना के तहत खाते खुलवाने हेतु डाकघरों को विशेष कैंप लगाने हेतु निर्देश दिये गए है। सभी पोस्टमैन एवं ग्रामीण डाक सेवकों को भी निर्देश दिये गए हैं कि डाक वितरण के दौरान लोगों को इस संबंध में जागरूक करें तथा ग्रामीण क्षेत्रों में आंगनवाडी और आशा कार्यकर्ताओं से संपर्क कर गर्भवती और स्तनपान करने वाली माताओं के खाते खुलवायें जिससे योजना की राशि सीधी उनके खाते में जमा हो सके।
प्रधानमंत्री मातृत्व वंदना योजना के लिए सरकार ने जनवरी 2017 और मार्च 2020 तक के लिए 12,661 करोड़ का बजट बनाया है। प्रधानमंत्री मातृत्व वंदना योजना में 12661 करोड़ रुपये में से लगभव आठ करोड़ रुपये राज्य सरकार को दिए जाएंगे ताकि वो इस योजना को लोगों तक ज्यादा से ज्यादा पहुंचा सकें।
डाक निदेशक श्री कृष्ण कुमार यादव ने कहा कि केंद्र सरकार के निर्देशानुसार 31 दिसंबर तक डाकघर के प्रत्येक खाते एवं बचत पत्र को आधार नंबर से लिंक करवाना अनिवार्य है। उन्होने सभी से इसे तय सीमा के भीतर अपडेट कराने हेतु अपील भी की, ताकि भविष्य में लेन-देन में परेशानियों का सामना न करना पड़े।
Pradhan Mantri Matritva Vandana Yojana
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