Sunday, September 30, 2018

Hindi is not just a language but also a symbol of cultural heritage- KK Yadav, Director Postal Services, Lucknow

A programme was organized in Chief Postmaster General Office, Lucknow to mark the closing ceremony of Hindi Pakhwara. The programme started with the felicitation of Mr. Krishna Kumar Yadav, Director Postal Services, Lucknow (HQ) Region by Mr. RK Mishra, Assistant Director (Rajbhasha) who also outlined the details of various programmes held during the fortnight. 
On this ocassion Mr.Krishna Kumar Yadav, Director Postal Services,  said that Hindi is our mother tongue and one should not connect it with Pakhwara only. He also highlighted the role of postal department in popularizing Hindi and said that using its vast network, postal department had united the nation and played an important role in implementation of Rajbhasha policies.
Director Mr. Yadav further said that Hindi is not just a language but also a symbol of cultural heritage, which is uniting languages across the country and had played an important role in emotional unity and promotion of cultural diversity of the country. He addressed the officers and the employees and urged to encourage Hindi in government work whole heartedly so that the status of national language could reflect in true spirit.
winners of various competition were felicitated by  Mr. Krishna Kumar Yadav, Director Postal Services on the ocassion. For Essay writing RK Tiwari, Suman Devi, Arpana Verma, for Hindi translation Rishabh Gupta, Minakshi Jaiswal, Sarika Awasthi, and for Essay writing in Officer class Rohitashva Bajpai and Archana Jha were awarded respectively with first, second and third prize.  The programme was conducted by Dr. JK Awasthi.










Hindi is not just a language but also a symbol of cultural heritage- KK Yadav

Hindi Pakhwara is not an event only but we need to look at its broader aspect - KK Yadav

Closing ceremony of Hindi Pakhwara at Chief Postmaster General Office, Lucknow, Uttar Pradesh

Saturday, September 29, 2018

चीफ पोस्टमास्टर जनरल, उत्तर प्रदेश कार्यालय में हिन्दी पखवाड़ा का समापन समारोह, डाक निदेशक केके यादव ने विजेताओं को किया पुरस्कृत

हिंदी हमारे रोजमर्रा की भाषा है और इसे सिर्फ पखवाड़ा से जोड़कर देखने की जरूरत नहीं है। जरूरत इस बात की है कि हम इसके प्रचार-प्रसार और विकास के क्रम में आयोजनों से परे अपनी दैनिक दिनचर्या से भी जोड़ें। उक्त उद्गार लखनऊ (मुख्यालय) परिक्षेत्र के निदेशक डाक सेवाएं श्री कृष्ण कुमार यादव ने चीफ पोस्टमास्टर जनरल, उत्तर प्रदेश, लखनऊ  कार्यालय में आयोजित हिन्दी पखवाड़ा के समापन और सम्मान समारोह में  व्यक्त किये।

डाक निदेशक  श्री कृष्ण कुमार यादव ने कहा कि  संवेदना और अनुभूति के स्तर पर हिन्दी से हमारा जो लगाव है, वह अन्य किसी भाषा में नहीं हो सकता।हिंदी का ज्यादा से ज्यादा इस्तेमाल ही इसका असली सम्मान है। डिजिटल क्रान्ति के इस युग में वेबसाइट्स, ब्लॉग और फेसबुक व टविटर जैसे  सोशल मीडिया ने  हिन्दी का दायरा और भी बढ़ा दिया है। 

सहायक निदेशक (राजभाषा) आर. के मिश्र ने कहा कि ने कहा कि हिंदी पूरे देश को जोड़ने वाली भाषा है और सरकारी कामकाज में भी इसे बहुतायत में अपनाया जाना चाहिये। सहायक निदेशक भोला शाह और ओम प्रकाश चौहान ने भी अपने विचार व्यक्त किये। कार्यक्रम का संचालन राजभाषा सहायक डॉ. जेके अवस्थी ने किया।    

हिंदी पखवाड़ा के दौरान चीफ पोस्टमास्टर जनरल कार्यालय  में आयोजित कार्यक्रम के विजेताओं को निदेशक डाक सेवाएं श्री कृष्ण कुमार यादव ने सम्मानित भी किया।  निबंध लेखन प्रतियोगिता अधिकारी वर्ग में रोहिताश्व बाजपेई, अर्चना झा, निबंध लेखन प्रतियोगिता कर्मचारी  वर्ग में में राम किशोर तिवारी, सुमन देवी, अर्पना वर्मा और  अनुवाद एवं शब्द ज्ञान प्रतियोगिता में ऋषभ गुप्ता, मीनाक्षी जायसवाल, सारिका अवस्थी  को क्रमश: प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय पुरस्कार से सम्मानित किया गया। राजभाषा हिंदी में सर्वोत्तम कार्य करने वाले पुष्पलता श्रीवास्तव, जुबैर इक़बाल, मीरा गोधवानी, दीक्षा यादव व लाल बहादुर यादव को नकद पुरस्कार देकर प्रोत्साहित किया गया।

संवेदनाओं से जुडी है हिंदी, सोशल मीडिया ने बढ़ाया दायरा


डिजिटल क्रांति के युग में बढ़ रहा हिंदी का दायरा -डाक निदेशक कृष्ण कुमार यादव


हिंदी को सिर्फ पखवाड़ा नहीं, रोजमर्रा से जोड़कर देखने की जरूरत-डाक निदेशक कृष्ण कुमार यादव





चीफ पोस्टमास्टर जनरल, उत्तर प्रदेश  कार्यालय में हिन्दी पखवाड़ा का  समापन समारोह 

हिंदी का ज्यादा से ज्यादा इस्तेमाल ही इसका असली सम्मान है - डाक निदेशक कृष्ण कुमार यादव

Saturday, September 22, 2018

डिजिटल क्रान्ति के युग में बढ़ रहा हिन्दी का दायरा - डाक निदेशक कृष्ण कुमार यादव

सृजन एवं अभिव्यक्ति की दृष्टि से हिंदी दुनिया की अग्रणी भाषाओं में से एक है। हिन्दी सिर्फ एक भाषा ही नहीं बल्कि हम सबकी पहचान है, यह हर हिंदुस्तानी का हृदय है। हिन्दी को राष्ट्रभाषा  किसी सत्ता ने  नहीं बनाया, बल्कि भारतीय भाषाओं और बोलियों के बीच संपर्क भाषा के रूप में जनता ने इसे चुना। उक्त उद्गार लखनऊ (मुख्यालय) परिक्षेत्र के निदेशक डाक सेवाएं और चर्चित साहित्यकार व ब्लॉगर श्री कृष्ण कुमार यादव ने पोस्टमास्टर जनरल, लखनऊ  कार्यालय में हिंदी पखवाड़ा पर आयोजित संगोष्ठी का शुभारम्भ करते हुए कहीं।

डाक निदेशक श्री कृष्ण कुमार यादव ने कहा कि हिंदी सदैव से ही गतिशील एवं ग्रहणशील भाषा रही है। इसीलिए भारत के संविधान में हिंदी को देश की सामासिक संस्कृति की अभिव्यक्ति का माध्यम बनाने की परिकल्पना की गई। हिंदी को आधुनिक भाषा के रूप में पूरी तरह समर्थ बनाना हम सबका युगीन दायित्व है। 

निदेशक डाक सेवाएं श्री कृष्ण कुमार यादव ने कहा कि हिन्दी में विश्व भाषा बनने की क्षमता है। हिन्दी आज सिर्फ साहित्य और बोलचाल की ही भाषा नहीं, बल्कि विज्ञान-प्रौद्योगिकी से लेकर संचार-क्रांति और सूचना-प्रौद्योगिकी से लेकरव्यापार की भाषा भी बनने की ओर अग्रसर है।  श्री यादव ने कहा कि डिजिटल क्रान्ति के इस युग में वेबसाइट्स, ब्लॉग और फेसबुक व टविटर जैसे  सोशल मीडिया ने तो हिन्दी का दायरा और भी बढ़ा दिया है। विश्व भर में हिन्दी बोलने वाले 50 करोड़ तो इसे समझने वालों की संख्या 80 करोड़ है।  विश्व के लगभग 150 विश्वविद्यालयों में हिन्दी पढ़ाई जाती है, जो कि हिन्दी की बढ़ती लोकप्रियता का परिचायक है।
सहायक निदेशक राजभाषा आर. एन. यादव  ने कहा कि संविधान में वर्णित सभी प्रांतीय भाषाओं का पूर्ण आदर करते हुए इस विशाल बहुभाषी राष्ट्र को एक सूत्र में बांधने में भी हिन्दी की एक महत्वपूर्ण भूमिका है। ऐसे में हिन्दी भाषा के प्रयोग पर हमें गर्व महसूस करना चाहिए। सहायक निदेशक एम. एम. हुसैन ने  कहा कि हिंदी पूरे देश को जोड़ने वाली भाषा है और सरकारी कामकाज में भी इसे बहुतायत में अपनाया जाना चाहिये।
कार्यक्रम में  सहायक डाक अधीक्षक उमेश कुमार, सहायक डाक अधीक्षक संदीप चौरसिया, डाक निरीक्षक प्रियम गुप्ता, सहायक लेखा अधिकारी  नवीन पाण्डेय, आरके वर्मा, राम खेलावन, डाक सहायक रामचंद्र यादव, आनंद कुमार, अनामिका सिंह, पूजा पांडेय, आकांक्षा शर्मा, अखंड प्रताप सिंह, विजय कुमार  सहित तमाम विभागीय अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित रहे।
हिन्दी में विश्व भाषा बनने की क्षमता 

दुनिया की अग्रणी भाषाओं में से एक है हिंदी 
सृजन एवं अभिव्यक्ति की दृष्टि से हिंदी दुनिया की अग्रणी भाषाओं में -डाक निदेशक केके यादव


हिन्दी सिर्फ भाषा नहीं, हमारी पहचान भी है

Sunday, September 9, 2018

लायंस क्लब, लखनऊ के अधिष्ठापन समारोह पर डाक निदेशक केके यादव ने लखनऊ जीपीओ में जारी किया विशेष आवरण

बदलाव लाने के लिए हमेशा बड़े प्रयासों की ही जरूरत नहीं होती, बल्कि अपने स्तर पर किये गए छोटे-छोटे प्रयास भी बड़ा बदलाव ला सकते हैं। परिवर्तन के इस दौर में सरकारी संस्थाओं के साथ-साथ सामाजिक संस्थाओं और सिविल सोसाइटी की भी भूमिका अहम है। उक्त उद्गार लखनऊ (मुख्यालय) परिक्षेत्र के निदेशक डाक सेवाएँ श्री कृष्ण कुमार यादव ने लखनऊ जीपीओ में आयोजित एक कार्यक्रम में अन्तर्राष्ट्रीय एसोसिएशन ऑफ़ लायन्स क्लब, डिस्ट्रिक्ट लखनऊ 321 बी1 के 22 वें मंडलीय अधिष्ठापन समारोह पर एक विशेष आवरण और विरूपण जारी करते हुए 8 सितंबर, 2018 को बतौर मुख्य अतिथि व्यक्त किये।

 निदेशक डाक सेवाएँ श्री कृष्ण कुमार यादव ने कहा कि सेवा भाव से किया गया कोई भी कार्य महान होता है। स्वास्थ्य, शिक्षा, लिंग समानता, पर्यावरण संरक्षण, आपदा राहत जैसे  तमाम कार्यों में युवाओं को साझीदार बनाकर एक अच्छे नेतृत्व का विकास किया जा सकता है। ऐसे में अन्तर्राष्ट्रीय एसोसिएशन ऑफ़ लायन्स क्लब  देश-दुनिया में अपने सदस्यों की मार्फत तमाम आयोजनों के साथ-साथ कई सकारात्मक अभियान चला रहा है, जिससे सामाजिक विकास में फायदा होता है।


डाक निदेशक श्री यादव ने कहा कि डाक विभाग ने विद्यार्थियों और युवाओं में फिलेटली और पत्र-लेखन को प्रोत्साहित करने हेतु  डाक टिकटों पर अपनी फोटो वाली 'माई स्टैम्प', ढाई आखर पत्र लेखन प्रतियोगिता, दीनदयाल स्पर्श योजना के तहत छात्रवृत्ति जैसे तमाम कदम उठाए हैं ।


लखनऊ जीपीओ के चीफ पोस्टमास्टर योगेंद्र मौर्य ने बताया कि उक्त स्पेशल कवर 25 रुपए में फिलेटलिक ब्यूरो में बिक्री के लिए उपलब्ध होगा ।
लायन्स   क्लब के डिस्ट्रिक्ट गवर्नर एके सिंह   ने कहा कि यह हमारे लिए हर्ष का विषय  है कि डाक विभाग ने लायंस क्लब, डिस्ट्रिक्ट लखनऊ 321 बी1 के 22 वें मंडलीय अधिष्ठापन समारोह पर विशेष आवरण  जारी किया। इस अवसर पर लायन विनोद खन्ना, लायन मनोज रहेला, लायन कमल शेखर, राकेश सिंघल, डिप्टी चीफ पोस्टमास्टर मधुसुदन मिश्र, टीपी सिंह, राजन राव, रमेश चन्द्र प्रजापति, सुनील गुप्ता, वीके पाण्डेय सहित तमाम विभागीय अधिकारी, फिलेटलिस्ट्स इत्यादि उपस्थित रहे .

Friday, September 7, 2018

India Post Payments Bank on DD National in New India Sankalp

भारत सरकार द्वारा किये जा रहे तमाम जनोपयोगी कार्यों को लोगों के बीच पहुँचाने क्रम में दूरदर्शन डीडी नेशनल द्वारा न्यू इण्डिया संकल्प (New India Sankalp) कार्यक्रम के तहत 7 सितंबर, 2018 को 'इण्डिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक' पर एक लाईव परिचर्चा का आयोजन किया गया। 
इस कार्यक्रम में दिल्ली डाक परिमंडल के चीफ पोस्टमास्टर जनरल श्री एल. एन. शर्मा, पोस्ट पेमेंट बैंक के उपमहानिदेशक एवं सचिव डाक सेवा बोर्ड श्री तनवीर क़मर मोहम्मद, उपमहानिदेशक (ग्रामीण विकास एवं दर्पण) श्री अजय कुमार रॉय, इण्डिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक के श्री गुरु शरण ने नई दिल्ली स्टूडियो से और उत्तर प्रदेश में लखनऊ मुख्यालय परिक्षेत्र, के निदेशक डाक सेवाएँ श्री कृष्ण कुमार यादव ने लखनऊ स्टूडियो से लाईव वार्ता में भाग लिया। 
गौरतलब है कि हाल ही में 1 सितंबर को प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने 'इण्डिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक' का राष्ट्रीय स्तर पर शुभारम्भ किया था।